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ससुराल में एक दिन

Posted on:- 2024-03-22


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रतिज्ञा है और यह बात तब की है जब में अपनी शादी के बाद दूसरी बार ससुराल गई. मेरा फिगर 34-30-32 है. मेरे पति बाहर काम करते है तो तब मेरे पति घर पर नहीं थे. मेरे दो देवर है और मुझे रूम में देखकर मेरे दोनों देवर खुश हो गये और दोनों मेरे बगल में आकर बैठ गये, वो दोनों जिम जाते है और घर का घी माखन खाकर उनकी बॉडी काफ़ी मस्त हो गई थी. उसके बाद कुछ देर बाद उन लोंगो ने मुझसे थोड़ी हंसी मज़ाक भी करनी शुरू कर दी थी, तभी मुझे लगा कि वो दोनों अपनी कोहनी मेरे बूब्स पर टच कर रहे थे, लेकिन में कुछ नहीं बोली. उसके बाद शाम को मुझे पता चला कि मेरे घरवाले किसी रिश्तेदार के घर जा रहे थे और घर पर बस में अकेली थी और मेरे दोनों देवर भी आने वाले थे.

उसके बाद रात में डिनर तक तो सब ठीक रहा. उसके बाद दोनों बोले चलो भाभी सेक्सी कहानी सुनाते है और उसके बाद दोनों मेरे बगल में आकर बैठ गये और उसके बाद से मेरे बूब्स पर अपनी कोहनी टच करने लगे, अब में भी मज़े लेने लगी थी तभी टी.वी पर एक हॉट सीन आया तो मैंने अपनी गर्दन नीचे कर ली. तो मैंने देखा कि उन दोनों की पैंट में उनका लंड खड़ा हुआ था. मैंने उसके बाद उनकी तरफ देखा और बोली कि में सोने जा रही हूँ और मैंने उठने के लिए उनकी जांघ पर हाथ रख दिया. मेरा हाथ उनके लंड को टच कर रहा था.

उसके बाद वो दोनों भी मेरे साथ बेडरूम में आ गये, लेकिन उसके बाद में कुछ बोलती जिससे पहले वो दोनों मुझ पर टूट पड़े. में कुछ समझ भी नहीं पाई कि क्या हुआ और जब पता चला तब तक में बेड पर थी. उसके बाद वो दोनों मेरी बॉडी के एक दूसरी साईड में आ गये और एक ने मेरे मुँह को अपने मुँह से लगा कर बंद कर दिया था और एक किस कर रहा था और उनके हाथ मेरे बूब्स पर थे. मैंने उनसे बचने के लिए बहुत हिलने की कोशिश की, लेकिन हिल नहीं पाई, क्योंकि उन दोनों ने मेरे एक-एक हाथ को अपनी बॉडी के नीचे दबा रखा था और पैरो को भी अपने पैरो में फंसा रखा था.

उसके बाद उन दोनों ने मेरे बूब्स को सहलना शुरू कर दिया. उसके बाद जिसने मेरे मुँह को बंद करके रखा था, वो जैसे ही हटा तो दूसरे ने अपना मुँह लगा दिया और चूमने लगा. मेरे मुँह से बस नहीं नहीं ही निकला, अब तो पहले वाला मेरे गालों पर उसके बाद गर्दन पर किस करने लगा और अपने दोनों हाथों से मेरे बूब्स मसलने लगा. अब मुझे भी मज़ा आने लगा था और एक मेरे पैरो के बीच में हाथ डालकर सहलाने लगा. उसके बाद एक ने मेरा ब्लाउज खोल दिया और ब्रा खोल कर, अहहाहम्म मेरी चूचियों को मुँह में भर भर कर चूसने लगे, अब में भी मस्ती में डूबती जा रही थी और एक मेरे मुँह को बंद करते हुए उसके बाद मेरे होठों को चूसने में लगा था.

तभी एक हाथ मेरी पेट और भोसड़े पर घुमाने लगा और उसके बाद उसने मेरे पेटीकोट को भी खोल दिया. अब में सिर्फ चड्ढी में थी और अब वो एक हाथ मेरी पेंटी अन्दर डालकर मेरी चूत को सहलाने लगा और दूसरे ने भी हाथ मेरी पेंटी में डाला और चड्ढी के अन्दर हाथ डालकर भोसड़ी के छेद में उंगली करने लगा. में झट से उछल पड़ी, लेकिन में कुछ नहीं कर सकी, क्योंकि में उन दोनों से दबी हुई थी.

उसके बाद एक ने जोर जोर से भोसड़े में उंगली अन्दर बाहर डालना शुरू कर दिया. जिससे में भी बहुत गर्म हो गई थी. उसके बाद मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया और चूत से पानी बाहर निकलने लगा और अपना हाथ बाहर निकालकर बोला भाभी भी मज़े ले रही है और उसके बाद मुझसे बोला भाभी मज़ा आया की नहीं, तो में कुछ नहीं बोल पाई.

उसके बाद वो बोला भाभी आप भी मज़े लो और हमें भी मज़े लेने दो और उसके बाद मेरे मुँह को आजाद कर दिया और होठों को भी आजाद कर दिया. में चुपचाप बेड पर पड़ी थी और उसके बाद एक ने हल्के से मेरी बूब्स को सहलाया तो में झट से उसे पकड़ कर चूमने लगी, वो दोनों खुश हो गये. उसके बाद एक ने अपना हाथ मेरी चूत भोसड़े रखा तो मैंने झटके से उसका हाथ हटा दिया तो वो बोला क्या हुआ?

में हंसकर बोली तुम लोग अभी तक कपड़ो में हो और में नंगी हूँ तो दोनों हट गये और अपने-अपने कपड़े खोल दिए और उसके बाद मैंने भी अपना पेटीकोट और साड़ी एक साथ उतार दी और उसके बाद एक आगे आकर मेरी पेंटी उतार कर मेरी चूत चाटने लगा. तब मेरा ध्यान उसके लंड पर गया. उसका लंड लगभग 8 इंच का था, ओह्ह्ह्ह मेरी चूत तो मचलने लगी और एक जो खड़ा हुआ था उसने मुझे आगे आकर अपना लंड पकड़ा दिया तो में भी उसे मुँह में लेकर चूसने लगी.

उसके बाद उसने भी मेरे बूब्स चूसना और सहलना शुरू कर दिया था और में अपने हाथ पहले वाले के सिर पर रख कर सहलाने लगी, अहहहः आराम से चाटो बड़बड़ाने लगी और वो भी अपनी जीभ मेरी चूत में अन्दर डाल कर रखता और दूसरा ऊपर मेरे मुँह में धक्के लगाने लगा और बूब्स मसलने लगा, उस समय में तो जन्नत में थी.

उसके बाद पहले वाला उठा और बोला ज़रा मुझे भी लंड चुसवाने दो तो दूसरा हटकर मेरी चूत पर आ गया और चाटने लगा तो में उसे रोककर बोली अब और मत तड़पाओ और चोद भी दो. मेरी चूत तड़प रही थी और उसने चूत को चाटना छोड़कर और उठकर अपना लंड मेरी चूत में डाला और धीरे-धीरे अन्दर बाहर करने लगा.

में बोली तुम्हारा लंड तो तुम्हारे भैया से बहुत बड़ा है और उसके बाद उसने इतना तेज धक्का लगाया कि उसका आधा लंड अन्दर चला गया और तभी दूसरे ने मेरे मुँह में अपना लंड पूरा डाल दिया और उधर उसने मेरी चूत में एक और ज़ोर का धक्का मार कर पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया. मेरी तो सांस ही अटक गई थी. तब पहले वाले ने अपना लंड मेरे मुँह से बाहर निकाला तो में चिल्ला उठी, ओह्ह्ह्हह फाड़ दी मेरी चूत, अहह्ह्ह्हह्ह. तो वो बोला बस अब दर्द नहीं होगा, बस मज़े लो तो में बोली तो किसका इंतज़ार कर रहे हो इतना सुनते ही वो ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा.

उसके बाद में भी उसका पूरा साथ देने लगी और बड़बडाने लगी, आह्ह्हह्ह ज़ोर से और जोर से हाँ मज़ा आ रहा है, जम कर चोदो, अहह्ह्ह्हह अब मेरे मुँह में लंड डालो. अब मुझे बहुत मजा आने लगा था कि पहले वाला चूत से हट गया, तो में बोली क्या हुआ? तो दूसरा बोला कि अब मेरी बारी है. उसके बाद उसने मुझे डॉगी स्टाइल में कर दिया और जो मेरी चूत से हटा था.

उसने आगे आकर मेरे मुँह में लंड डाल दिया और दूसरे ने पीछे से लंड डालकर एक ज़ोर के धक्के के साथ पूरा अन्दर डाल दिया तो में बहुत जोर से चिल्ला उठी और उसके बाद वो मेरी जमकर चुदाई करने लगा. उसके बाद में भी उसका पूरा साथ दे रही थी और उसके बाद 15 मिनट के बाद वो दोनों झड़ गये, एक मेरे मुँह में तो, एक मेरी भोसड़ी में झड़ गया और में कितनी बार झड़ी थी मुझे याद नहीं है और उस रात हमने 3 बार और चुदाई की और सुबह तक मेरी भोसड़ी फूल गई और बूब्स पर उंगलीयों के निशान पड़ गये थे. अब तो मेरी  भोसड़ी का भंगड़ा बन गया.

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