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पड़ोसन की चूत का खून

Posted on:- 2023-08-31


हाय हाउ आर यू! दोस्तों.. मेरा नाम अरमान है और यह मेरी पहली सेक्स कहानी है.. मैं आपको बता दूँ कि मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ और में अपना धंधा करता हूँ.. मेरी हाईट 5.4 इंच और मेरी उम्र 24 साल, कलर साफ और दिखने में एकदम मस्त और मेरे लंड का साईज़ 8 इंच और मोटाई 3 इंच है

साथियों यह कहानी मेरे दोस्त के साथ मेरे अफेयर की है. कैसे मैंने उसे अपना बनाया और यह बात तब की है जब वो हमारे घर के पास वाले घर में किराये पर रहने के लिए आई. दोस्तों में ज्यादातर समय अपने घर से बाहर ही रहता हूँ.. करीब सुबह से शाम तक और इसलिए पहले तो मेरा उससे कोई सामना नहीं था लेकिन एक दिन वो हमारे घर पर किसी काम से आई तो में उसे देखता ही रह गया.. यारों मेरे तो उसे देखते ही होश ही उड़ गए और मेरा लंड तो उसे देखते ही एकदम तनकर खड़ा हो गया.. क्योंकि उस समय वो क्या सेक्सी लग रही थी और उसके बूब्स 34 साईज के जैसे कोई रस भरे आम हो और उसके फिगर का साईज़ 34-28-34 और नाम बदला हुआ मोना और बस में उसे एक नजर से देखता ही रह गया.

उसके बाद वो कुछ देर बाद अपना काम खत्म करके चली गई.. लेकिन वो अपने साथ मुझे भी ले गई.. में उसके सपनों में खो गया और वहीं पर खड़े खड़े उसकी चुदाई के सपने देखने लगा और उसके जाने के कुछ देर बाद में अपने होश में आया. उसके घर पर उसकी माँ, उसके पापा और उसका एक छोटा भाई रहता था लेकिन अब में उसे पाने के लिए रोज उससे मिलने का मौके खोजने लगा.

उसके बाद बहुत मेहनत करने के बाद भी मुझे कोई मौका नहीं मिला. उसके बाद एक दिन जब वो दोपहर के समय अपनी छत पर कपड़े सुखाने के लिए आई तो में भी उससे बात करने के लिए अपनी छत पर चला गया और मैंने वहाँ पर मौका देखकर उससे पूछा कि तुम क्या करती हो तो उसने मुझे बताया कि वो अभी पढ़ाई कर रही है और उसके बाद मैंने उससे इधर उधर की हंसी मजाक की बातें शुरू कर दी और वो मेरी बातें सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसकर जवाब दे रही थी और इस तरह उस दिन से हमारी बातों का सिलसिला शुरू हो गया और वो मुझे बहुत अच्छी लगती थी और इसलिए में उससे रोज बातें करने लगा.

उसके बाद एक दिन बातों ही बातों मैंने उससे उसका मोबाईल नंबर माँगा और उसने भी बिना किसी परेशानी के मुझे अपना नंबर दे दिया और उसके बाद में उसे पहले अच्छे अच्छे मैसेज करने लगा और वो भी मेरे हर एक मैसेज का लगातार जवाब देने लगी और इस तरह हम दोनों की दोस्ती धीरे धीरे पक्की होने लगी और उसके बाद कुछ दिन बाद हमारी बातें सेक्स में बदलने लगी और हम दोनों फोन पर ही सेक्स करने लगे और कभी कभी हम रात को छत पर भी मिलने लगे और एक दूसरे को किस किया करते और कुछ समय एक दूसरे की बाहों में एक साथ बिताकर नीचे चले जाते थे.. लेकिन अब हम दोनों सेक्स के लिए तड़पने लगे और एक दिन हमे वो अच्छा मौका मिल ही गया जिसका हम बहुत इंतजार कर रहे थे. दोस्तों उस दिन उसके घर वाले दो दिन के लिए बाहर जा रहे थे.. तभी उसने मुझसे बोला कि में आज रात को उसके घर पर आ जाऊँ और उसके बाद में रात का बहुत बेसब्री से इंतजार करने लगा.

उसके बाद जब रात हुई तो में अपनी छत से उसके घर पर रात के 11 बजे चला गया.. मैंने वहाँ पर पहुंचकर देखा कि वो घर पर एकदम अकेली थी और खाना खा रही थी तो मैंने जाते ही उसे पीछे से पकड़ लिया और उसे किस करने लगा.. मैंने उसे 5-7 मिनट तक लगातार किस किया और उसके बाद उसे अपनी गोद में उठाकर पास वाले रूम में लेकर चला गया और उसे बेड पर लेटा दिया और उसके बाद उसके टॉप में हाथ डाल दिया.. उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा.. उसके बूब्स बड़े ही मुलायम थे और में ज़ोर ज़ोर से पूरे जोश से उसके बूब्स को दबाने लगा और उसके बाद कुछ देर बाद वो सिसकियाँ लेती हुई मेरा साथ देने लगी.

उसके बाद मैंने उसके बूब्स को ब्रा से बाहर निकाला और निप्पल को अपनी ऊँगली में लेकर मसलने लगा और अब धीरे धीरे उसकी हालत खराब हो रही थी और वो आहह औऊउ उफफफफ्फ़ माँ मरी थोड़ा धीरे करो.. अह्ह्ह कर रही थी. मैंने उसके बूब्स को सक करने लगा और वो ज़ोर ज़ोर से मोन करने लगी.. में उसे किस कर रहा था और बूब्स को चूस रहा था और वो बार बार आहह उफफफ्फ़ ह्म्‍म्म्म उईईइई माँ प्लीज थोड़ा धीरे खींचो मेरे बूब्स को.. बोले जा रही थी और में उसके बूब्स को चूस चूसकर लाल कर रहा था और उसके बाद मैंने उसकी जीन्स का बटन खोला और अपना हाथ नीचे ले जाते हुए उसकी चूत पर ले गया और उसके बाद मैंने महसूस किया कि उसकी चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी और में उसकी चूत पर अपनी उंगली घुमाने लगा और उसकी भोसड़े के दाने को ज़ोर से हिलाने लगा और इस बीच उसने मुझे मेरे कान पर, होंठ पर बहुत ज़ोर से ऐसे काटा कि वहाँ पर खून आने लगा और वो अपना एक हाथ मेरी पीठ पर ले जाकर नाख़ून मारने लगी,, उसके नाखूनों के निशान मेरी कमर पर दिखने लगे.

उसके बाद में उसे चूमते, चाटते हुए धीरे धीरे नीचे आने लगा और उसकी एकदम गहरी, सुंदर नाभि पर चुम्बन करने लगा.. वो और गरम होकर बैचेन होने लगी और में उसे चूमते हुए एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था.. उसके बूब्स एकदम टाईट हो गए थे और वो बार बार मोन कर रही थी. उसके बाद मैंने उसकी पेंटी उतारी और देखकर दंग रह गया.. छोटी सी चूत और उस पर एक भी बाल नहीं था और मैंने उसकी चूत की खुशबू ली और उसे चूसने लगा.. वो ज़ोर ज़ोर से मोन करने लगी.. एयाया अफउईईइइ माँ अह्ह्ह छोड़ो मुझे और में उसकी चूत के दाने को ज़ोर ज़ोर से चूसता रहा और उसे काट भी लेता और वो छोड़ दो.. में मर जाउंगी उफ़फ्फ़ या हमा उूउउ.. उसके बाद में उसकी चूत में उंगली डालकर चोदने लगा.

उसकी चूत बहुत टाईट थी और बड़ी मुश्किल से मेरी बीच की ऊँगली उसके अंदर जा पा रही थी. उसके बाद मैंने अपने सारे कपड़े उतारे और मेरा लंड तो पहले से ही लोहे की रोड बना हुआ था तो वो मेरे 8 इंच के लंड को देखकर डर गई और कहने लगी कि में इसे अपनी चूत में नहीं ले सकती.. यह मेरी चूत को एक बार में ही फाड़ देगा.. लेकिन मेरे बहुत समझाने के बाद वो मान गई और उसने मेरे लंड को पहले किस किया और उसके बाद अपने नरम होंठो के बीच में लेकर चूसने लगी.

मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि में बता नहीं सकता.. वो मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूस रही थी और आख़िरकार में उसके मुहं में ही झड़ गया तो वो मेरा सारा वीर्य पी गई और बोली कि इसका स्वाद तो बहुत नमकीन है और मैंने भी उसकी चूत को दोबारा से चाटना शुरू किया और मैंने उसकी चूत को करीब 15 मिनट तक चाटा और उसके बाद वो भी मेरे मुहं में ही झड़ गई और उसका पानी भी बहुत नमकीन था और उसके बाद वो मेरे लंड को चूस रही थी तो मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर धक्का देने के लिए सेट किया और उसकी चूत और मेरे लंड पर अपना ही थूक लगाकर उसकी चूत पर धक्का मारा.

मेरा आधा लंड उसकी चूत में चला गया और वो ज़ोर से चिल्लाने लगी तो मैंने उसके होंठो पर अपने होंठ रख लिए और उसकी चूत से खून निकल रहा था लेकिन उसकी चिल्लाने की आवाज बाहर नहीं आई.. क्योंकि मैंने उसके मुहं पर अपना मुहं रखा हुआ था और अब उसकी चूत से निकले खून से चादर भी गीली हो गई थी और 5 मिनट ऐसे करने के बाद में अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल सका और उसके बाद उसे एक बार और दर्द हुआ और में कुछ देर उसके ऊपर ऐसे ही पड़ा रहा और कुछ देर बाद में धीरे धीरे धक्के देने लगा और अब उसे भी मज़ा आने लगा और वो अपनी गांड को हिला हिलाकर मेरे लंड का मज़ा ले रही थी और ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी कि चोदो मुझे अह्ह्ह और ज़ोर से चोदो मुझे.. आआउूउउ और में उसे जोरदार धक्के देकर चोद रहा था और उसके बाद वो मुझे गालियाँ देने लगी.. कुत्ते तू आज मेरी चूत को फाड़ दे.. मुझे और ज़ोर से चोद साले मेरी चूत का भोसड़ा बना दे और हाँ ज़ोर से चोद.. आआउफ़फ्फ़ इस तरह बोल रही थी और में उसे चोद रहा था और में भी उसे बोल रहा था.. ले साली कुतिया मेरा लंड तेरी चूत में.. आज में चोद चोदकर तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा.. में तेरी माँ की चूत भी फाड़ दूंगा और आज में तेरी चूत को ठंडा कर दूंगा और वो चुदती रही.

उसके बाद मैंने उसे 4-5 बार अलग अलग तरह से 40 मिनट तक लगातार चोदा और वो इस दौरान तीन बार झड़ चुकी थी और उसे अब सहन नहीं हो रहा था तो में और तेज तेज धक्के देने लगा और उसकी चूत में ही झड़ गया लेकिन में उसके ऊपर ऐसे ही लेट गया और उसे बहुत मज़ा आया और उसे ऐसे ही सहलाता रहा और कुछ देर बाद उसने मुझे बोला कि उसे बहुत मज़ा आया.. मैंने भी उसे किस किया और बाथरूम में फ्रेश होने चला गया.. वो भी मेरे पीछे पीछे फ्रेश होने आ गई और उसने भी मेरे साथ सू सू किया.. उसकी चूत से सिटी की आवाज़ आ रही थी सईईइइ.

उसके बाद उसने मेरे लंड को और अपनी चूत को साफ किया और पानी डाला.. उसके बाद हम दोनों बेड पर आकर बातें करने लगे और एक दूसरे को सहलाने लगे तो मैंने बोला कि जान तुम्हारी गांड मुझे बहुत पसंद है तो वो बोली कि इसको भी बजा लो और मैंने इतना सुनते ही उसे उसके बाद से किस करना शुरू कर दिया और उसके बूब्स को दबाने लगा और मसलने लगा और वो धीरे धीरे गरम होने लगी तो मैंने उसकी चूत को एक बार उसके बाद चाटा और उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा और वो मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी.. कुछ देर बाद मेरा लंड उसके बाद से खड़ा हो गया.

उसके बाद मैंने उसको डोगी स्टाइल में सेक्स किया और उसकी ड्रेसिंग टेबल से तेल लेकर अपने लंड पर लगाया और उसकी भोसड़े के छेद पर और अपने लंड पर लगाकर उसे भोसड़े के छेद पर टिकाकर एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा आधा लंड एक बार में ही उसकी गांड में चला गया और वो इतनी ज़ोर से चिल्लाई कि में बता नहीं सकता. उसके बाद वो बोली कि प्लीज इसे बाहर निकालो.. मुझे बहुत दर्द हो रहा है लेकिन में कुछ देर रुका रहा और उसके बाद एक और ज़ोर का झटका मारा और इस बार मेरा पूरा लंड उसकी भोसड़े में चला गया. वो उसके बाद से चिल्लाई और उसकी गांड से भी खून की कुछ बूंदे निकलने लगी लेकिन मैंने कोई ध्यान नहीं दिया और उसे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा और वो चिल्लाती रही और में उसे चोदता रहा. उसके बाद 20 मिनट के बाद मैंने उसकी भोसड़े में ही अपना वीर्य छोड़ दिया और उसे कुछ शांति मिली और में उसके ऊपर गिर गया और हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे. उसके बाद कुछ देर के बाद में उसे चुम्बन करके अपने घर आ गया. अब मैं उसके भोसड़े को लेकर चैन से रहने लगा.

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