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दोस्त की दीदी की चुदास

Posted on:- 2023-08-06


नमस्कार साथियों.. में चमन आप सभी के सामने एक नई स्टोरी लेकर हाजिर हुआ हूँ. मेरी उम्र साल 25 है मेरी हाईट 5.7 है और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. दोस्तों मेरी यह स्टोरी एक सच्ची सेक्स कहानी है और यह 2 साल पुरानी बात है जब में वर्जिन था तब कैसे मैंने पहला सेक्स किया? में आज आप लोगों को बताता हूँ. हाँ तो साथियों आप सभी का टाईम खराब ना करते हुए में आपको सीधे बताता हूँ कि कैसे में अपने एक दोस्त की सिस्टर को चोदने में सफल हुआ हाँ तो दोस्तों हुआ यूँ कि मेरा एक स्कूल का बहुत अच्छा दोस्त था और उसकी सिस्टर थी शिल्पी.. वो मुझसे दो साल बड़ी थी. में उसकी बहुत इज़्ज़त करता था और वो भी मुझे बहुत इज़्ज़त देती थी.

उसके बाद जब में 11th पास हुआ तो मैंने एक कॉलेज में एडमिशन लिया और मेरे दोस्त ने पुणे में जाकर अपनी पड़ाई करना शुरू कर दिया. मेरे दोस्त की सिस्टर का नाम शिल्पी है और में जबलपुर में रहकर ही बी-कॉम कर रहा था.. दोस्तों कहने को तो शिल्पी सिस्टर मुझसे दो साल बड़ी थी.. लेकिन उन्होंने बी-कॉम के लिए एडमिशन एक साल पहले ही लिया था. तो वो मुझसे एक साल बस बड़ी थी और वो बीकॉम 3rd में थी और मैंने भी उसी कॉलेज में एडमिशन ले लिया ताकि मुझे उनकी मदद मिल जाए.

सबसे पहले में आपको उनके बारे में बता दूँ.. वो बहुत ही सेक्सी आईटम लगती है, उनकी आँखें हिरनी जैसी और बूब्स बड़े-बड़े.. मन करता था कि अभी पकड़कर चूसने लग जाऊँ और उनकी भोसड़ी के बारे में क्या कहना बहुत मोटी भोसड़ी है और उनका फिगर 38-35-36, उनके दूध का साईज़ कुछ ज्यादा ही था.. लेकिन उनके बूब्स गजब के है, कुल मिलाकर चुदाई करने लायक. वो मुझसे इतने अच्छे से बात करती थी कि मेरा मन करता था कि उनके होंठ को घंटो तक चूसता रहूँ.. लेकिन मुझे ऐसा मौका नहीं मिला और उसके बाद देखते ही देखते एक साल बीत गया और अब वो अपने आखरी साल में चली गयी.

दोस्तों जैसा कि मैंने आपको बताया है कि मेरा दोस्त पुणे में था और मेरा उसके घर पर आना जाना कम ना हो जाए इसलिए में सिस्टर से बातचीत करता था.. में उनसे कॉलेज के नोट्स लेता रहता था. वो क्या है ना कि मुझे सिस्टर को देखने की बहुत इच्छा होती थी तो में उसके घर पर चला जाता था. पूरे एक साल में शायद ही ऐसा कोई दिन होगा जब में उनसे ना मिला.. में उनके घर जाकर सीधे उनसे पूछ लेता था जो कुछ भी मुझे नहीं आता था और ऐसे ही समय निकलता जा रहा था. उसके बाद में भी अपनी पढ़ाई में व्यस्त हो गया और उनसे अगले साल के नोट्स ले लेता था और पढ़ाई करता.

उसके बाद एक दिन जब में उनसे 2nd साल के नोट्स लेने के लिए गया तो उन्होंने मुझसे कहा कि तुम एक काम करो मेरे पास अभी तो यहाँ पर नोट्स नहीं है.. लेकिन तुम मेरे घर आ जाओ और आकर ले जाना. तो मैंने पूछा कि में कब आऊँ? तो उन्होंने कहा कि तुम कल सुबह आ जाना और जब में दूसरे दिन उनके घर पर गया तो उन्होंने मुझे अंदर बुलाया और में उनके रूम में जाकर बैठ गया और वो नोट्स निकालने लगी और में हमेशा की तरह उनको घूर रहा था. दोस्तों में आपको बता दूँ कि मेरे दोस्त के पापा नहीं है और घर में सिर्फ़ उसकी मम्मी, सिस्टर और वो है और उसकी मम्मी सरकारी नौकरी करती है तो वो हर रोज सुबह 10:30 बजे अपने घर से निकल जाती है.

उसके बाद जब में उनके घर पर पहुंचा तब 9 बजे थे और में जब सिस्टर को घूरने में व्यस्त था तभी आंटी मेरे और सिस्टर के लिए शरबत लेकर आ गई और उसके बाद मैंने उनसे अपनी नज़रे चुराते हुए नीचे की और देखने लगा. उसके बाद आंटी ने मुझे शरबत दिया और कहा कि बेटा कैसे हो? और घर में सब कैसे है? तो मैंने कहा कि जी आंटी सब लोग एकदम ठीक है और आप कैसे है? तो वो बोली कि बेटा में भी ठीक हूँ और उसके बाद वो सिस्टर से बोली कि में नहाने जा रही हूँ और वो नहाने चली गई.

उसके बाद उसके बाद सिस्टर ने कहा कि हर्षित मुझे अभी यह थोड़े बहुत नोट्स मिले है. तुम अभी इनको ले जाओ.. में बाकि बाद में ढूढ़कर और दे दूंगी. उसके बाद ऐसे ही कुछ दिन चलता रहा और मेरा उनके घर में आना जाना बड़ता रहा और उसके बाद एक दिन शिल्पी सिस्टर का फोन आया कि हर्षित मेरे कंप्यूटर में बहुत ज्यादा वाईरस आ गए है और कंप्यूटर बहुत धीमा हो रहा है. तुम प्लीज़ आकर एक बार इसको देख लेना.

मैंने कहा कि ठीक है सिस्टर में जल्दी ही आ जाऊंगा और उसके बाद में एक दिन करीब 12:30 बजे सिस्टर के घर गया और उस टाईम वो घर में एकदम अकेली थी.. मैंने घर की बेल बजाई.. तो सिस्टर ने दरवाज़ा खोला. उस टाईम सिस्टर ने एक बहुत ही ढीला गाऊन पहना हुआ था और ऊपर से वो एकदम जालीदार था. में क्या बताऊँ उन्होंने काले कलर का गाऊन पहना हुआ था और सफेद कलर की ब्रा और पेंटी पहने हुई थी जिससे अंदर सब कुछ साफ साफ दिख रहा था यहाँ तक की उनकी नाभि भी साफ साफ दिख रही थी.

उसके बाद उन्होंने मुझे अंदर बुलाया और सीधे अपने रूम में चली गई और बोला कि हर्षित जल्दी से मेरा कंप्यूटर ठीक कर दो और एंटीवाइरस भी डाल दो. तो मैंने कहा कि ठीक है सिस्टर आप रूको में 30 मिनट में ठीक कर दूँगा और मैंने उनका पीसी फॉर्मेट करना चालू कर दिया और जब लास्ट के 2-3 मिनट का काम बचा था तब सिस्टर बोली कि हर्षित में नहाने जा रही हूँ.

तो मैंने उनसे कहा कि ठीक है सिस्टर.. आप जाओ में अभी कंप्यूटर चला रहा हूँ और जब सिस्टर नहाने के लिए बाथरूम के पास गई तब तक उनका कंप्यूटर पूरा ठीक हो चुका था और उसके बाद मैंने कंप्यूटर को चालू किया और में यही देखना चाहता था कि क्या सिस्टर सेक्स वीडियो देखती है? उसके बाद मैंने उनकी ड्राइव को चेक करना चालू किया और मैंने जैसे ही हिडन फोल्डर देखा तो सब कुछ साफ साफ हो गया कि वो क्या क्या करती है? और उनका तो 50% कंप्यूटर ब्लूफिल्म से भरा हुआ था और मैंने वो वीडियो देखना चालू किया और थोड़ी देर तक देखता रहा और में जब वीडियो देख रहा था तो मुझे ऐसा लगा कि कोई मेरे पीछे खड़ा है और मैंने तुरंत वीडियो बंद कर दिया और एकदम शांत बैठ गया..

तो थोड़ी देर के बाद सिस्टर आई और बोली कि में चाय लेकर आती हूँ और जैसे ही वो बाहर गई मैंने उसके बाद से वही फोल्डर खोल लिया और उसके बाद जैसे ही वो अंदर आने लगी तो मैंने उसे बंद कर दिया. वो मुझे देखकर स्माइल देने लगी और मुझे थाड़ा सा शक हुआ.. हम दोनों चाय पीते पीते बातें करने लगे. तब मैंने देखा कि मुझे सिस्टर की छाती साफ साफ दिख रही थी और में तो उसे ही देख रहा था.. सिस्टर समझ गयी थी लेकिन उन्होंने मुझसे कुछ नहीं कहा.. बल्कि और भी ज्यादा दिखाने लगी. तो देखते देखते सिस्टर ने मुझसे पूछा कि क्या तुम ब्लू फिल्म देखते हो? मैंने कहा कि सिस्टर आप यह क्या पूछ रही हो? और मैंने कह दिया कि नहीं में यह सब नहीं देखता हूँ.

उसके बाद सिस्टर ने कहा कि तुम झूठ तो मत बोलो.. मैंने तुम्हे दरवाज़े से देखा है कि तुम मेरे कंप्यूटर पर ब्लू फिल्म देख रहे थे. तो मैंने अपनी आँखें नीचे कर ली और सिस्टर ने कहा कि शरमाने की क्या बात है? में भी देखती हूँ उसके बाद धीरे धीरे हम दोनों के बीच में सेक्सी बातचीत शुरू हो गई. उसके बाद सिस्टर ने मुझसे पूछा कि क्या मैंने कभी ट्राई किया है? तो मैंने नहीं कह दिया और उसके बाद मैंने सिस्टर से पूछा कि क्या सिस्टर आपने कभी ट्राई किया है? तो सिस्टर ने कहा कि में हमेशा बाथरूम में जाकर अपने बूब्स को मसाज करती हूँ. तो मैंने मन ही मन में सोचा कि शायद सिस्टर के बूब्स इसलिए इतने बड़े बड़े है.. तब मैंने सिस्टर से कहा कि क्या आप मेरे साथ सेक्स करोगी?

तो सिस्टर ने कुछ नहीं बोला बस स्माईल कर दी और में समझ गया कि मेरी लाईन साफ है.. मैंने सिस्टर को एकदम से पकड़ा और किस कर दिया. पहले तो सिस्टर सोच में पड़ गयी और उसके बाद सिस्टर भी मुझे चूसने लगी और में धीरे धीरे सिस्टर के कपड़े उतारने लगा.. उसने अपनी आँखें बंद कर ली थी और मेरे होंठो को चूस रही थी और मेरे मुहं में अपनी जीभ डाल रही थी और कभी कभी मेरी जीभ को चूस रही थी जिससे में बहुत गरम हो चुका था और वो भी बहुत मस्त हो चुकी थी मेरा सीना उसकी छाती से टकरा रहा था और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

उसके बाद मैंने सिस्टर के बालों को खोल दिया और उसके बाद मैंने सिस्टर की मेक्सी को उतार दिया और उसके बूब्स बहुत मस्त लग रहे थे. उनके अच्छे बड़े बड़े बूब्स थे और थोड़ी देर में हम दोनों पूरे नंगे हो चुके थे.. लेकिन हम अभी भी एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे और धीरे धीरे में उनकी गर्दन को चूसने लगा तो वो पागल हो रही थी. मैंने उनके कान को काट लिया और वो पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी और में उनको चूमते चूमते उनकी भोसड़ी को भी हाथ से सहला देता.

उसके बाद मैंने उनको बिस्तर पर लेटा दिया और धीरे से उनकी चूत पर हाथ लगाया तो वो गीली हो चुकी थी. मुझे समझ आ चुका था कि अब वो भी पूरी तरह से मस्त हो चुकी है. वैसे तो हम दोनों ही वर्जिन थे.. लेकिन चिपक ऐसे रहे थे जैसे पहले बहुत बार चुदाई कर चुके है.

उसके बाद मैंने उनके हाथों को कसकर पकड़ लिया. वो एकदम पागल हो रही थी.. में उसके बाद उनके बूब्स को चूसने लगा और एक हाथ से दबा रहा था. इससे उनके मुहं से आहह औऊउ अह्ह्ह्ह की आवाज़ आ रही थी और में उनके ऊपर चढ़ा हुआ था. वो बहुत ज़ोर ज़ोर से आवाज़े निकाल रही थी और उसके बाद उसने अपने दोनों हाथों से मेरे बालों को पकड़कर अपनी छाती की तरफ दबाने लगी. वो पूरी तरह से पागल हो चुकी थी.

मैंने सिस्टर से कहा कि क्या आपके घर में जेम है? तो उन्होंने कहा कि हाँ है और में किचन में जाकर जेम ले आया और मैंने बहुत सारा उनकी चूत में लगा दिया और उसके बाद थोड़ी देर में उनकी कुवारीं चूत को चाटने लगा. वो बहुत ज़ोर ज़ोर से अह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह कर रही थी और उनकी चूत से पानी बहने लगा था. उसके बाद करीब एक घंटे तक लगातार चूत चाटने के बाद मैंने सोचा कि अब इसको चोदा जाए. तो उसने मेरे लंड को देखा और उस पर किस कर दिया और उसके बाद हम 69 पोज़िशन में आ गए और करीब 10 मिनट तक मैंने उसकी चूत और बीच बीच में भोसड़ी का छेद भी चाटा और उसने मेरा लंड भी चूसा और उसने अपनी चूत में डालने के लिए उसको चूत के मुहं पर रख दिया. में भी वर्जिन था तो मुझे भी बहुत डर लग रहा था कि अगर मेरे लंड की चमड़ी फट गई या उसके बाद गलती से शिल्पी की चूत फट जाए और ज़्यादा खून निकलने लगे तो क्या होगा? और मैंने शिल्पी को यह बताया..

वो बोली कि आज हमे बहुत अच्छा मौका मिला है और आज के बाद नहीं मिलेगा.. तुम जो चाहे कर लो.. आज मेरी चूत को फाड़ दो.. जो होगा देखा जाएगा.. लेकिन अभी तो इस हसीन पल का मज़ा ले लो. तो मैंने भी कहा कि ठीक है आज तो में तुम्हे बहुत मज़ा दूँगा.. वो बोली कि मेरी जान मेरी चूत को चाटकर तुमने मुझे जन्नत का नजारा दिखा दिया है और मैंने कंप्यूटर पर गाना लगा दिया और आवाज को थोड़ा बढ़ा दिया ताकि जब मेरा लंड उसकी चूत में घुसे तो आवाज़ ज़्यादा बाहर ना जाए. उसने अपनी आखों को बंद कर लिया और मैंने अपने हाथ से उसके हाथ को पकड़ लिया था और उसने अपने पैरों को मेरी कमर से बाँध दिया था. उसके बाद मैंने सही मौका देखकर एक ज़ोर से झटका मारा और 3 इंच लंड उसकी चूत में चला गया वो चिल्लाई आईईई अह्ह्ह्ह माँ में मर जाउंगी.. प्लीज इसे बाहर निकालो. लेकिन में कहाँ सुनने वाला था और थोड़ी देर रुककर उसके बाद से धक्का देने लगा. उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था और दो मिनट के बाद मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया. वो बहुत ज़ोर से चिल्लाने लगी आआईईईईईईईईईई में मररररर गयी उन्ह उन्ह.. प्लीज इसे बाहर निकालो मेरी चूत फट जाएगी और उसकी आँखों से आंसू निकलने लगे.

उसके बाद मैंने थोड़ी देर रुककर धक्के देना शुरू किए और उसके ऊपर लेटकर उसके बूब्स को दबाने लगा चूसने लगा और कुछ देर बाद जब वो ठीक हुई तो मैंने अपना लंड चूत से बाहर निकाला तो उसकी चूत से खून निकल रहा था जिसे देखकर मुझे अपने आप पर बहुत गर्व महसूस हुआ कि मैंने 19 साल की उम्र में पहली सील तोड़ी है और में उसके ऊपर पूरा ज़ोर लगाकर उसे धक्का देने लगा और अब वो मुहं से आह्ह्ह की आवाज़ निकाल रही थी और बोल रही थी कि चोद मुझे और ज़ोर ज़ोर से चोद फाड़ दो मेरी चूत को और में यह बात सुनकर पूरे जोश में आ गया.

15 मिनट की लगातार चुदाई के बाद में झड़ने वाला था तो उसने मुझसे कहा कि पूरा वीर्य मेरी चूत में ही डाल दो और में उसकी चूत में ही झड़ गया.. लेकिन वो इस बीच दो बार झड़ चुकी थी. तो में उसके ऊपर ही लेट गया और मैंने अपना लंड उसकी चूत में से बाहर निकाला तो वो खून में पूरा लाल हो चुका था और शिल्पी तो मेरे लंड को देखती ही रह गयी. उसके बाद मैंने अपना लंड उसके बाद से उसकी चूत में एक बार में ही पूरा डाल दिया.. लेकिन अब उसको और भी मज़ा आ रहा था. उसका शरीर तो आग की तरह तप रहा था और इस बार मैंने उसे 20 मिनट तक चोदा. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और इस बार वो दो बार झड़ चुकी थी.

उसके बाद थोड़ी देर बाद मैंने कहा कि अब में तुम्हारी भोसड़ी मारना चाहता हूँ तो वो बोली कि नहीं मुझे बहुत दर्द होगा.. तो मैंने कहा कि नहीं होगा बस थोड़ी देर दर्द होगा उसके बाद तुम्हे भी बहुत मज़ा आएगा और वो मान गई उसके बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला और पहले हम वॉशरूम गए.. लेकिन उससे तो ठीक से उठा भी नहीं जा रहा था क्योंकि चुदाई करने से उसकी चूत में बहुत दर्द हो रहा था. उसके बाद जैसे तैसे में उसको बाथरूम लेकर गया और उसके बाद वहाँ पर जाकर उसने मेरा लंड और अपनी चूत को साफ किया. उसने पहले मेरे लंड से पूरा खून वगेरा अच्छी तरह साफ किया और उसके बाद अपनी चूत को अच्छे से साफ किया. मैंने भी उसकी चूत में उंगली डालकर अच्छे से उसकी चूत को साफ कर दिया और उसके बाद उसने मुझे टावल से साफ किया और उसके बाद अपने आप को साफ किया और उसके बाद मुझे देखकर स्माइल दी और मैंने भी उसको स्माइल दी और उसके बाद हमने वहीं पर एक किस किया और वो बोली कि मुझे टॉयलेट आया है.. तुम बाहर जाओ में दो मिनट में आती हूँ. तो मैंने कहा कि नहीं तुम मेरे सामने ही कर लो.. वो पहले साफ मना कर रही थी.. लेकिन उसके बाद मान गई. उसके टॉयलेट में वेस्टर्न स्टाईल का सीट था और वो उस पर बैठ गई और टॉयलेट करने लग गई और जैसे ही उसका पेशाब बाहर निकला तो बहुत ही ज्यादा मदहोश कर देने वाली आवाज़ आने लगी. तो मैंने उसको देखा और उसके पास गया. उसके बाद अपना लंड उसके मुहं में डाल दिया और उसने भी बैठे बैठे ही मेरा लंड चूस लिया और करीब 5 मिनट के बाद उसने मेरा लंड अपने मुहं से बाहर निकाल दिया और उसके बाद उसने अपनी भोसड़े को पानी से साफ किया और खड़ी हो गई.

उसके बाद मैंने उसको अपनी गोद में उठाया और बेड पर ले गया और उसके बाद मैंने उसको भोसड़ी मारने के लिए इशारा किया और उसे कुतिया बनने को कहा और जब वो डॉगी बन गई तो मैंने अपना लंड उसकी भोसड़ी के छेद पर रखा और रगड़ने लगा और धीरे धीरे से धक्के देकर डालने लगा. मेरा लंड उसकी भोसड़ी में पहली बार में तो घुसा ही नहीं. उसके बाद मैंने उसकी भोसड़ी पर थूक लगाया और उसको अपना लंड 5 मिनट चुसवाया जिससे मेरा लंड भी थोड़ा चिकना और गीला हो गया और उसके बाद मैंने उसकी भोसड़ी पर लंड रखा और थोड़ा दम लगाकर अंदर डाला तो बड़ी मुश्किल से मेरा लंड दो इंच घुसा और वो दर्द के कारण बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी.. लेकिन में उसके बाद भी नहीं रुका और ज़ोर ज़ोर से धक्का लगाने लगा और थोड़ी देर बाद मैंने अपना पूरा 8 इंच का लंड उसकी भोसड़ी में उतार दिया. वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई.. लेकिन अब उसे मज़ा भी आ रहा था.

उसके बाद भी मैंने अपनी चुदाई ज़ारी रखी.. अब में थोड़ा ज़ोर लगाने लगा और उसके बाद थोड़ी देर के बाद वो भी कहने लगी कि जान थोड़ा धीरे और आराम से चोदो और वो अह्ह्हउनह उह्ह्ह की आवाज़ निकाल रही थी और कह रही थी कि आज तो में पूरी तरह से तुम्हारी हो चुकी हूँ.. में कहीं भाग नहीं जाउंगी.. तुम थोड़ा आराम से चोदो.. मुझे बहुत मज़ा आ रहा है और धीरे धीरे उसकी साँसे तेज़ हो रही थी और अब उसे भी बहुत मज़ा आने लगा.. वो अपनी भोसड़ी को उठा उठाकर चुदवा रही थी और में तो इतनी मोटी भोसड़ी में लंड डालकर जन्नत की सैर कर रहा था और लंड को हिलाते हिलाते में भी उसकी भोसड़ी में झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया. उसके बाद हम दोनों नहाने चले गये और मैंने वहाँ भी शावर के नीचे उसके बाद से उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और 15 मिनट तक चुदाई की और बाहर निकलने के बाद हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहने और उसने मुझे कॉफी बनाकर पिलाई और हम दोनों एक ही कप में पी रहे थे.

उसके बाद एक घंटे तक हमने पॉर्न वीडियो देखी उस दौरान में उसे करीब आधे घंटे तक चूमता रहा.. उसे स्मूच भी कर रहा था. उसके बाद हमने उस दौरान एक बार सेक्स भी किया और उसके बाद 3 बजे तक हमने एक दूसरे के साथ फुल मजा किया और उसके बाद उसके बाद मैंने उसके बाद से अपने कपड़े पहने और उसके बाद उसको 15 मिनट तक लगातार किस किया और उसके बाद में वहाँ से निकल आया और उसके बाद हमारा रात में फोन पर सेक्स शुरू हुआ और हम हर दो तीन दिन में चुदाई भी किया करते थे.. लेकिन जब सिस्टर की पढ़ाई पूरी हो गई तो वो भी आगे की पढ़ाई करने दिल्ली चली गई. अब तो में चुदाई नहीं कर पाता और दोस्त की दीदी शिल्पी की यादों में डूबा रहता हूँ.

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