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ऑफिस वाली को जमकर चोदा

Posted on:- 2021-08-24


मेरे मित्रगणों  मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु, मेरा नाम ऋषिकेश  है और में महोबा  का रहने वाला हूँ. मेरी इस साईट पर यह पहली स्टोरी है. अब में पहले आपको अपने बारे में बता दूँ. मेरी उम्र 26 साल है, हाईट 6 फुट, में गोरे रंग का हूँ और बॉडी भी ठीक-ठाक है, मेरे लंड की साईज़ 7 इंच है. में इस साईट का नियमित पाठक हूँ और काफ़ी कहानियाँ पढने के बाद मैंने सोचा कि क्यों ना में भी खुद का एक रियल अनुभव शेयर करूँ. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है.


 क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी यह कहानी आज से 2 साल पहले की है, मेरे साथ एक लड़की काम करती थी और उसका नाम अनीता केशरी  था, अनीता केशरी  दिखने में बहुत खूबसूरत थी और उसका फिगर भी कमाल का था. वो दिखने में एकदम गोरी और बड़े-बड़े बूब्स थे और में उसके बूब्स का दीवाना था. अनीता केशरी  ऑफिस में किसी से बात नहीं करती थी और किसी भी लड़के को पसंद नहीं करती थी. वो पहले-पहले मुझसे अकड़ कर बात करती थी, लेकिन एक दिन उसे मुझसे कुछ काम पड़ा तो उसने एटिट्यूड की वजह से पहले तो मुझे नहीं बोला, लेकिन बाद में उससे काम नहीं हुआ, इसलिए उसने मुझसे कहा. लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों..


अनीता केशरी  : ऋषिकेश  क्या तुम मेरी मदद करोगे?

में : या शॉर वाई नोट?

अनीता केशरी  : यार ये फाईल मुझसे डाउनलोड नहीं हो रही है.

में : में चेक करता हूँ.

 मेरे मित्रगणों  क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया अब जैसे ही में उसके करीब गया तो वो थोड़ा पीछे हट गयी, में तो यू भी काम ही कर रहा और मेरे हाथ में माउस था कि अचानक उसने मेरे हाथ पर हाथ रखा और कहा कि ये वाली फाईल डाउनलोड नहीं हो रही है. अब मेरे तो शरीर में जैसे बिजली सी दौड़ गयी, उसके क्या मुलायम हाथ थे? फिर मैंने उसका काम ख़त्म किया और अपनी जगह पर जाकर बैठ गया. फिर जब वो शाम को घर जा रही थी तो उसने जाते जाते मुझे थैंक्स कहा और मैंने कहा कि कोई बात नहीं, आख़िर दोस्त हेल्प करने के लिए ही तो होते है.

मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है फिर उसने मुझे एक स्माईल दी और चली गयी. फिर थोड़े दिन के बाद उसने मुझे फिर से किसी दूसरे काम से बुलाया और इस बार वो पीछे नहीं हटी. अब में खड़े-खड़े की-बोर्ड पर काम कर रहा था तो मेरी कोहनी उसके बूब्स को टच हो रही थी, तो उसने मुझे कुछ नहीं कहा, लेकिन जब मैंने उसके सामने देखा, तो उसने एक नॉटी सी स्माईल दी. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा .


 मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है     फिर कुछ ही दिनों में हमारी अच्छी दोस्ती हो गयी और हमने अपने नंबर भी एक्सचेंज किए और मेरे ही कहने पर उसने एक स्मार्ट फोन खरीदा, ताकि हम व्हाटसअप पर बात कर सके. फिर हम घर पर जाते ही चैट करते, अब ये सिलसिला रोज़ का हो गया था. एक दिन अचानक ही उसने मुझसे पूछा क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है? तो मैंने कहा नहीं तो उसने कहा झूठ मत बोलो. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.


मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है फिर मैंने कहा कि मेरा यकीन करो मेरे कोई गर्लफ्रेंड नहीं है तो वो बाद में मान गयी. फिर कुछ दिन के बाद उसने मुझे अचानक से कहा कि में तुम्हें पसंद करने लगी हूँ. फिर मैंने कहा कि में भी तुम्हें काफ़ी समय से पसंद करता हूँ, लेकिन कहने की हिम्मत नहीं हो रही थी. फिर तो वो मुझसे ऑफिस में बहुत फ्रेंक हो गयी थी और बहुत मज़ाक करती, अब हम लोग कॉफी पीने, शॉपिंग करने साथ जाते थे. मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था    .
 

चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए एक दिन मेरे घरवाले एक प्रोग्राम में आउट ऑफ स्टेट गये, उन लोगों का प्रोग्राम 7 दिन का था. मुझे ऑफिस में से छुट्टी नहीं मिली तो में घर पर ही रुक गया. फिर जैसे ही मेरे घरवाले चले गये तो मैंने अनीता केशरी  से कहा कि चलो आज रात के शो में मूवी देखने चलते है. पहले तो उसने मना कर दिया और उसने कहा कि उसके घरवाले नहीं मानेगें. फिर मैंने उसे थोड़ा फोर्स किया तो उसने कहा कि वो कोशिश करेगी और फिर दोपहर को उसने मुझसे कहा कि उसके घरवाले मान गये और मेरा खुशी का ठिकाना नहीं रहा. साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है


 अब सुनिए चुदाई की असली कहानी फिर मैंने दो कॉर्नर की सीट ली और हम रात को मूवी देखने चले गये, उसने अपने घर पर कहा कि वो अपनी एक बहुत अच्छी फ्रेंड के साथ जा रही है. फिर जब हम मूवी देख रहे थे तो मैंने उसका हाथ पकड़ा और बाद में उसके कंधे पर हाथ रखा तो उसने मुझे एक स्माईल दी और कुछ नहीं कहा. फिर मैंने अचानक से उसके गाल पर किस कर ली तो उसने मुझे ऐसा करने से रोका और में वहीं रुक गया और उसने मुझे कहा कि वो बुरा मान गयी है. मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया.


 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों   फिर हम जैसे ही थियेटर के बाहर निकले तो उसने मेरे सामने देखा और कहा कि अंदर बहुत रोमांटिक बन रहे थे तो मैंने एक स्माईल दे दी. फिर हम वहाँ से चल दिए तो अचानक से उसे चक्कर आने लगे और अब उसे अच्छा महसूस नहीं हो रहा था तो उस थियेटर से मेरा घर नज़दीक था और वैसे भी मेरे घर पर कोई नहीं था तो में उसे अपने घर ले गया. मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.


 वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों   फिर मैंने उसे मेरे रूम में सुलाया और दवाई दी और मैंने उससे कहा कि वो आज की रात यहीं सो जाए और घरवालों को बता दे कि वो अपनी फ्रेंड के यहाँ रुक रही है, क्योंकि रात बहुत हो चुकी थी. फिर उसने अपने घर पर फोन कर दिया और फोन रखने के बाद उसने मुझसे कहा कि उसके पास नाईट ड्रेस तो नहीं है. फिर मैंने उसे अपनी शॉर्ट्स और टी-शर्ट दे दी. फिर वो जैसे ही चेंज करके आई तो क्या कयामत लग रही थी? उसके पैर और जांघे एकदम सेक्सी लग रही थी. अब में उसे एक नज़र देखता ही रह गया. फिर मैंने अपना नाईट ड्रेस पहन लिया और उससे कहा कि थियेटर में अगर उसने मुझे रोका नहीं होता तो आज बहुत कुछ हो जाता. मेरे मित्रगणों  चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया.


ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों   फिर उसने कहा कि अच्छा ऐसा क्या करते तुम? तो मैंने उसे अपनी आँखे बंद करने को कहा और उसने जैसे ही अपनी आँखे बंद की तो में उसके करीब गया और उसे एक ज़बरदस्त स्मूच किया. फिर उसने अपनी आँखे खोली और कहा कि बस इतना ही करना था क्या? ये सुनते ही में एकदम जोश में आ गया और मैंने उसे उठाया और अपने रूम में ले गया और करीब 15 मिनट तक स्मूच की. अब वो भी मेरा साथ दे रही थी और में उसके बूब्स टी-शर्ट के ऊपर से दबा रहा था. अब वो बड़ी मदहोशी से मुझे किस कर रही थी. मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया.


 उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब फिर मैंने उसकी टी-शर्ट को उतार दिया. अब वो मेरे सामने ब्रा और शॉर्ट्स में थी और अब में उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से किस कर रहा था और फिर मैंने उसकी ब्रा और शॉर्ट्स उतार दिए. दोस्तों पिंक पेंटी में वो क्या लग रही थी? अब उसने मेरा टी-शर्ट और पजामा उतार दिया. मैंने अंदर कुछ नहीं पहना था तो उसने मेरा लंड अपने हाथ में लिया और सहलाने लगी. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों  मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था 

 उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये  अब मैंने उसकी पेंटी उतारी और उसे सुला दिया. फिर मैंने उसे किस करना स्टार्ट किया और फिर से हमारा किस बहुत लंबा चला और फिर में उसकी गर्दन पर किस करते-करते नीचे आया और बूब्स को किस करता रहा. अब में काफ़ी देर तक उसके बूब्स चाटता रहा और फिर में थोड़ा नीचे गया और उसकी नाभि में अपनी जीभ डाली तो अब वो पागल सी हो रही थी और ज़ोर-ज़ोर से, अहहह्ह्ह आहह कम ऑन और करो और करो बोल रही थी. फिर मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाली और चाटना शुरू किया. मेरे मित्रगणों  मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है.


 उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है फिर वो एकदम गर्म हो गयी और मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी. अब में उसकी चूत में अपनी जीभ अंदर बाहर कर रहा था कि उसका पानी निकल गया और में उसका पूरा पानी पी गया, क्या स्वादिष्ट पानी था उसका? अब में उसे अपना लंड मुँह में लेने को बोला. फिर वो उठी और पहले तो मेरे लंड को सहलाने लगी और फिर उसने मेरा पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया. अब वो मेरे लंड को चूस भी रही थी और चाट भी रही थी, वो जैसे एक छोटा बच्चा लॉलीपोप चूसता हो वैसे ही मेरा लंड चूस रही थी. मेरे मित्रगणों  एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया


 मेरे मित्रगणों  चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए अब मैंने उसे बेड पर सुलाया और अपना लंड उसकी चूत पर रखा तो अब वो बोल रही थी कि जल्दी डालो ऋषिकेश  जल्दी डालो, अब मुझसे कंट्रोल नहीं होता, मुझे इतना मत तड़पाओ. फिर मैंने एक धक्के में ही अपना पूरा लंड उसकी चूत में अंदर डाल दिया तो वो एकदम से चीख पड़ी और कहने लगी कि जल्दी उसे बाहर निकालो. फिर मैंने उसके मुँह पर अपना मुँह रख दिया और कुछ देर तक ऐसे ही पड़ा रहा. फिर में हल्के-हल्के अपने झटके तेज करने लगा और उसे खूब चोदा. इतनी देर में उसका एक और बार छूट चुका था, अब मेरा अभी निकलना बाकी था तो मैंने उसे डॉगी स्टाईल में आने को बोला और फिर उसे उस स्टाईल में चोदा. अब मेरा जैसे ही निकलने वाला था तो मैंने उससे पूछा कि कहाँ निकालूँ? तो उसने कहा कि अंदर ही डाल दो. एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया.
 है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई फिर मैंने उसकी चूत में ही अपना पानी छोड़ दिया और हम कुछ देर तक ऐसे ही पड़े रहे. उस रात हमने 3 बार और सेक्स किया और मैंने उसे अलग-अलग स्टाईल में चोदा. फिर हम साथ में नहाने चले गये और वहाँ भी मैंने उसे शॉवर के नीचे चोदा. मेरे मित्रगणों  कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू    तब तक ठीक नहीं होता एक बात और मेरे मित्रगणों  चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है.

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