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ऑफिस वाली को कार में चोदा

Posted on:- 2021-08-24


मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु अपने बूर फाड् चुदाई की स्टोरी में, मेरा नाम अस्तित्व  है और में फिर से आपके लिए एक नई कहानी लेकर आया हूँ. दोस्तों में गजरौला  का रहने वाला हूँ, नॉर्मल बॉडी और लंड साईज 5.5 इंच लम्बा और अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.

 ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा  ये कहानी तब की है जब में एक विदेशी  कंपनी में जॉब करता था. वहाँ वैसे तो काफ़ी लोग थे, लेकिन एक लड़की थी शालू, जो ज़ीरो फिगर की और काफ़ी स्वीट थी. पहले तो हम सब ऐसे ही बात करते थे, लेकिन हमें महीने के आखरी पर काम की देखभाल के लिए जाना होता था तो पूरा स्टाफ दो दिन तक कार में ट्रेवल करता और शालू अक्सर मेरी कार में बैठी और लास्ट में में उसे उसके घर छोड़ देता था. मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है    .


 क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये फिर एक दिन मैंने उससे ऐसे ही पूछा कि ड्राइव पर चले, तो उसने हाँ कर दी. अब में तो मन ही मन खुश हो गया और सोचने लगा कि आज प्रपोज भी कर दूँ. फिर हम ड्राइव से लौट रहे तो मैंने उससे बोला कि आई लव यू शालू, तो उसने हाँ बोला और अब में बहुत खुश था. मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.


 मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था     मैंने उससे कहा कि क्या में तुम्हें किस कर सकता हूँ? तो वो बोली कि रोड़ पर नहीं कोई देख लेगा. फिर वहाँ पर एक इंडस्ट्रियल एरिया था, तो मैंने वहाँ पर कुछ ट्राई किया तो मैंने देखा कि वहाँ एक गली काफ़ी सुनसान थी. उस दिन रविवार था तो सारी फेक्ट्रियां बंद थी और थोड़ा अँधेरा भी हो गया .था, तो मैंने कार वहाँ लगाई और उसे किस करने लगा. अब पहले तो वो मेरा साथ नहीं दे रही थी कि कोई आ जाएगा और देख लेगा, लेकिन फिर वो भी शुरू हुई और मेरा सपोर्ट करने लगी. फिर हम कार की पीछे वाली सीट पर आए और एक दूसरे को किस करते रहे. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.


 साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है फिर मैंने उसकी टी-शर्ट के बटन खोल दिए, तो मुझे उसकी पिंक कलर की ब्रा में उसके बूब्स दिखने लगे, जो काफ़ी गोल और गोरे से दिख रहे थे. अब मुझे और जोश आ गया था और उसका फिगर साईज 32-30-34 था, जो मुझे बाद में पता चला था. फिर में उसके बूब्स पर ऊपर से ही किस करने लगा और हल्का-हल्का काट भी देता था. उसके बूब्स पर एक तिल था, जिससे वो और भी सुंदर लग रही थी. अब वो ओह आ आ कर रही थी. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.


मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया फिर मैंने उसकी ब्रा खोल दी और उसके पिंक निपल को चूसने लगा था. अब में कभी सक करता तो कभी उसके निप्पल को दाँत से काटने लगता. अब वो मेरे सिर को अपने हाथ से दबा रही थी और धीरे-धीरे मौन भी कर रही थी. वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों  .


 मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया फिर धीरे-धीरे उसने भी अपना हाथ मेरी जीन्स में डाल दिया और मेरे लंड को टच करने लगी. अब वो तो जैसे फुल जोश में उसका स्वागत कर रहा था. फिर मैंने भी उसकी जीन्स का बटन खोल दिया और उसने मैचिंग की पेंटी पहनी थी. फिर मैंने उसकी जीन्स और पेंटी एक साथ नीचे कर दी और अब मुझे उसकी हल्के-हल्के बालों वाली चूत दिख रही थी. फिर मैंने उसकी चूत पर किस किया और फिर उसे चूसने लगा, तो वो ज़ोर-ज़ोर से श आ ऊओह आ करने लगी. वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों  .


 मेरे मित्रगणों  चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया अब वो अपने हाथ से मेरा सिर दबा रही थी और मुझे ऊपर नहीं होने दे रही थी. अब उसे काफ़ी मज़ा आ रहा था. फिर हम 69 की पोजिशन में आ गये. अब वो मेरा पूरा लंड लॉलीपोप के जैसे चूस रही थी और साथ में ऊहह अया भी कर रही थी. फिर उसने अपने पर्स से एक चोकलेट निकाली, जो काफ़ी पिघली हुई थी और मेरे लंड पर लगाकर उसे चूसने लगी. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों  


 मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया अब मुझे भी काफ़ी मज़ा आने लगा था और में भी उसकी चूत पर चॉकलेट लगाकर अपनी जीभ से चाट रहा था तो कभी काट रहा था. जिससे वो काफ़ी मजे कर रही थी और फिर हम दोनों 15 मिनट के बाद एक साथ झड़ गये और एक दूसरे को किस करने लगे. फिर 5 मिनट के बाद मैंने उसे अपनी गोदी में बैठाया और अपना लंड उसकी चूत पर सेट करके धीरे-धीरे उसे अपने लंड पर बैठाने लगा और हल्के-हल्के झटके मारने लगा. उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब .


 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों   अब 2-3 झटको में मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया था. अब वो खुद धीरे-धीरे झटके मार रही थी और अब उसे दर्द भी हो रहा था और उसकी चूत से हल्का-हल्का खून भी आ रहा था. अब वो खून देखकर मुझे मना करने लगी, लेकिन कार में इतनी जगह नहीं होती है कि वो उठ पाती. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों  मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया.


 कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था  अब में नीचे से हल्के-हल्के झटके मारता रहा और वो दर्द में ऐसे ही बैठी रही और में नीचे से झटके मारता रहा. फिर थोड़ी देर के बाद वो भी मेरा साथ देती हुई श आ ओह हाँ करती रही. अब वो कभी मेरी गर्दन पर किस करती तो कभी काट देती. उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये .


 मेरे मित्रगणों  मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है फिर 15-20 मिनट के बाद वो झड़ गयी, लेकिन में ऐसे ही झटके मारता रहा. फिर थोड़ी देर के बाद में भी उसकी चूत में ही झड़ गया और फिर हमने अपने कपड़े ठीक किए और वहाँ निकलने लगे कि हमें वहाँ एक चोकीदार ने पकड़ लिया, लेकिन उसे पता नहीं था कि वहाँ हमने सेक्स किया है. फिर मैंने उसे समझाया और थोड़े से पैसे दिए तब उसने हमें वहाँ से जाने दिया. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है मेरे मित्रगणों  एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया उसके बूर की गहराई. में जाने के बाद क्या मजा आया मेरे मित्रगणों   जैसे उसके चुत में माखन भरा हो उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मेरे मित्रगणों.

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