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मालकिन के साथ लंड की होली

Posted on:- 2022-11-22


नमस्कार मेरे मित्रगणों  और सुनाइए कैसे आप सब , मेरा नाम हुकुमदास  है और में 25 साल का हूँ, मेरे लंड का साईज़ 7 इंच है. में बाकी सबकी तरह झूठ नहीं बोलूँगा कि मेरा लंड 9 इंच का है, लेकिन जो इसे एक बार लेता है इसका दीवाना हो जाता है. में बहादुरगढ़  में रहता हूँ, मुझे जॉब के लिए बहादुरगढ़  आए हुए 3 महीने ही हुए थे, तो में रहने के लिए रूम देख रहा था. तो मुझे जहाँ रूम मिला, उस मकान मालकिन का नाम पूनम था, फिगर मस्त था, लगभग 36-30-34 होगा. मेरा पहली बार उन्हें देखकर लंड खड़ा हो गया था, अब में आपको पूनम के बारे में बता दूँ, वो एक तलाकशुदा लेडी है, उम्र करीब 30 साल होगी और उसके एक लड़का है और उसके फिगर का तो क्या कहना? फिर मैंने उनके यहाँ शिफ्ट किया और रहने लगा. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है.


 क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी फिर कुछ दिन में हमारी आपस में ठीक ठाक बात होने लगी, पूनम दिखने में मस्त और उसके बूब्स देखकर तो मेरा अपने ऊपर से कंट्रोल ही खो जाता और मेरा लंड पेंट फाड़कर बाहर निकलने को होता और उसे चोदने को होता. फिर मेरे दिमाग़ में उसे चोदने को लेकर चलने लगा और में प्लानिंग करने लगा कि कैसे उसे चोदा जाए? अब में रोज़ उससे मिलता और बातें करता. अब हम काफ़ी फ्रेंक हो गये थे, अब हम कभी-कभी मज़ाक में एक दूसरे को टच कर देते थे. लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों.

 मेरे मित्रगणों  क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया  देखा कि अभी होली के दिन वो उदास थी, में उसे होली विश करने गया था. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ? तो उसने कहा कि कुछ नहीं तुम नहीं समझोगे, तो मैंने कहा कि तुम्हारा दोस्त हूँ और तुम अपना दुख सुख मुझसे शेयर कर सकती हो. तो वो मेरे पास आई और रोने लगी और मेरे कंधे पर सिर रख लिया और कहने लगी कि उसे पिछले साल की होली याद आ गई अपने पति के साथ मनाई हुई. तो मैंने कहा कि ऐसा क्या था उस होली में? जो इस होली में नहीं है. वो कहते-कहते रुक गई, फिर बोली कि कुछ नहीं. तो मैंने कहा कि तुम मुझे बताओ तो सही तभी तो वैसी ही होली मनायेंगे, अब उसकी आँखों में अचानक से चमक दिख रही थी, लेकिन वो बोली कि तुमसे नहीं हो पायेगा. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.


 मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है फिर मैंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है तुम कहो. फिर वो मेरे पास में बैठकर मेरी जांघ पर हाथ फैरने लगी और बोली कि लास्ट टाईम मैंने होली अपने पति के साथ बेड पर बंद रूम में मनाई थी. फिर बस उसके इतना कहने की देर थी और मैंने उसके लिप पर अपने लिप रख दिए और चूसने लगा कि तभी मुझे याद आया कि यहाँ उसका बेटा भी तो होगा. तो वो बोली कि वो होली खेलने गया है, तू आज यहाँ पिचकारी चलाना. बस फिर क्या था? हमने एक दूसरे को बाँहों में भरा और एक दूसरे के लिप चूसने लगे और में उसके बूब्स उसके कपड़ो के ऊपर से ही दबा रहा था, अब उसके बूब्स मेरे एक हाथ में आ ही नहीं रहे थे. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा .


 मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है     फिर वो बोली कि बाहर से ही खेलेगा या इसका दूध भी पियेगा, बस फिर में उसके कपड़े उतारने लगा और वो मेरे कपडे उतारने लगी और कपडे उतरने के साथ उसका वो शरीर को सहलाना, किस करना, में कभी भूल नहीं सकता हूँ. फिर मैंने उसके कपडे उतारे, अब वो ब्रा और पेंटी में थी, वो क्या मस्त माल लग रही थी? अब में तो उसे देखते ही उसकी रसीली चूचीयों पर टूट पड़ा. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.


 मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है  में एक बूब्स चूस रहा था और एक हाथ से एक बूब्स दबा रहा था, पहले तो वो सॉफ्ट थे लेकिन फिर हार्ड होने लगे. अब में उसके निप्पल पर कभी काट देता तो वो सिहर उठती और आह्ह्ह आह्ह्ह की आवाज़ निकालती. फिर में उसके निप्पल के चारों और चाटता और अपनी जीभ से निप्पल को हिलाता. वो पागल हो रही थी और कह रही थी कि में तो तुझे बच्चा समझती थी, लेकिन तूने तो चूस कर ही ऐसी हालत कर दी, अब तो तू जल्दी से चोद दे और मत तड़पा. मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था    .


 चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए फिर मैंने कहा कि ऐसे कैसे चोद दूँ? अभी तो तुझे भी चूसना है, तो वो बोली कि क्या? तो मैंने कहा कि लॉलीपोप. फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उस पर चॉकलेट का स्वाद लगाया और उसे चूसने को कहा, तो वो क्या मस्त चूस रही थी? अब उस एहसास से तो में पागल ही हो गया था और. फिर में उसके मुँह में झड़ गया. फिर में उसकी चूत को सहलाने लगा और अब में उसकी चूत को चाट रहा था, तो वो मना कर रही थी, लेकिन जब उसे उसकी चूत पर जीभ का टच हुआ तो वो निढाल हो गई और मेरे मुँह में झड़ गई. साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है..


 अब सुनिए चुदाई की असली कहानी फिर वो मेरे लंड को सहला रही थी और में उसकी चूत को सहला रहा था, फिर वो कहने लगी कि अब रहा नहीं जाता, मेरी चूत को फाड़ दो और उसने मेरे लंड पर कंडोम चढ़ाया और कहा कि आजा मेरे राजा, ऐसा मज़ा मुझे पहले कभी नहीं आया, अब से तू जब चाहे मुझे चोदना. फिर में उसकी चूत पर अपने लंड को रगड़ने लगा, तो वो तड़प उठी और सिसकियाँ भरने लगी, तभी मैंने पहला शॉट मारा और वो चिल्ला उठी, अभी मेरा लंड आधा ही उसकी चूत में गया था. मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया.


 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों   फिर उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और आहें भरने लगी और आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह हुकुमदास , फुक मी हार्ड, जैसी आवाज़ें निकालने लगी, आज मुझे अपनी रांड बना ले और ये सब कहते हुए उसकी आँखो में दर्द से आंसू आ रहे थे, लेकिन वो चुदाई की प्यासी थी और कहने लगी कि डाल दे अपना पूरा लंड, आज मुझे अपना बना ले और उसकी ये सब बातें मुझे और भी गर्म कर रही थी. मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.


 वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों    मैंने एक शॉट और मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया. फिर मैंने शॉट देने शुरू किए, में पहले धीरे-धीरे कर रहा था तो वो बोली कि जोर से चोदो और मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी. अब वो भी मेरा साथ दे रही थी और बोल रही थी कि आज मेरी चूत का भोसड़ा बना दे. अब ऐसे शब्द मुझे और भी उत्तेजित कर रहे थे. अब वो इस चुदाई में दो बार झड़ गई थी. फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में चोदा और झड़ गया और उसके साथ लेट गया. फिर वो मुझे किस करने लगी और कहने लगी कि आज तूने मेरी प्यास बुझा दी, ऐसे तो मेरे पति ने भी मुझे कभी नहीं चोदा. अब तो में उसे हर रात चोदता हूँ. मेरे मित्रगणों  चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया.

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