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हर्षा और प्रोफेसर की ब्लू फिल्म

Posted on:- 2021-08-26


नमस्कार मेरे मित्रगणों  और सुनाइए कैसे आप सब , मेरा नाम जोधा झटनाथ  है और में दिल्ली एनसीआर  का रहने वाला हूँ और मेरी गर्लफ्रेंड हर्षा भी दिल्ली एनसीआर  में अपनी मेडिकल  कर रही है. हर्षा बहुत चुदकड़  लड़की है, गोरा रंग है और बूब्स 29 साईज के है और सबसे चुदकड़  उसकी टाईट गांड है. हमारे कॉलेज का हर लड़का उसे चोदने के लिए पागल रहता था, लेकिन मेरी किस्मत अच्छी थी जो कि वो मेरे से कोचिंग के टाईम पट गई. मैंने उसे सिर्फ़ चोदने के लिए पटाया था. तब मुझे नहीं पता था कि वो एक नंबर की चुदक्कड़ है और उसने मुझे बताया था कि जब वो क्लास 11 में थी तब ही उसके पड़ोस वाले अंकल ने उसके घर आकर उसकी चुदाई कर दी थी. वो तभी से चुदाई  के लिए पागल है, लेकिन वो दिखने में बिल्कुल सीधी साधी लगती है और फिर मैंने भी पार्क और कॉलेज में उसके बहुत मज़े लिए है. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है.


 क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी एक दिन उसने मुझे रात में कॉल किया और कहा कि मुझे अभी चुदवाना है तो में डर गया और आज यह कैसे रंडी जैसे बोल रही है? फिर मैंने जैसे तैसे उसे फोन चुदाई  करके उसे ठंडा किया और उसे सुला दिया. फिर 2 महीने के बाद हमारा प्रॉजेक्ट का टाईम आ गया और हमारा प्रॉजेक्ट हमारे प्रोफेसर मिस्टर छाबड़ा कर रहे थे, वो भी हर्षा की चुदाई करने के चक्कर में थे. तभी उन्होंने उसे अपनी टीम में लिया और यह बात हर्षा को भी पता थी. फिर मैंने कई बार सर को हर्षा से कॉलेज की सुनसान जगह पर ले जाकर बात करते देखा था, लेकिन जब में पूछता था तो वो बोलती थी कि हम प्रॉजेक्ट के बारे में बात करते है. लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों.


 मेरे मित्रगणों  क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया एक दिन कॉलेज खत्म हुआ तो में साथ जाने के लिए हर्षा को ढूँढ रहा था, लेकिन वो मुझे कहीं पर भी नहीं दिखी तो मुझे लगा कि वो हॉस्टल चली गयी होगी, लेकिन जब में दूसरे दिन कॉलेज जल्दी चला गया तो मैंने सोचा कि वहाँ जाकर देखता हूँ, जहाँ हर्षा और सर हमेशा जाया करते थे तो जब में वहाँ गया तो मैंने वहाँ एक उपयोग किया हुआ कंडोम देखा, थोड़ा और ढूँढने के बाद मुझे वहाँ से एक ब्रा मिली ....जो 28 साईज़ के बूब्स की लग रही थी. फिर में गुस्से से लाल हो गया था कि कहीं हर्षा सर से कल कॉलेज के बाद चुदवा तो नहीं रही थी. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.


 मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है फिर वो दिन आ ही गया जब मेरे सारे शक सही निकले. मिस्टर छाबड़ा ने हम सब प्रॉजेक्ट टीम को अपने घर बुलाया और उसमें हर्षा भी आई थी, वो टाईट जीन्स और सफ़ेद शर्ट पहने हुई थी और वो इतनी चुदकड़  लग रही थी कि मेरा लंड खड़ा हो गया था. सब लड़के और सर उसे देख रहे थे. फिर मैंने हर्षा से कहा कि आज तो तू बहुत चुदकड़  लग रही है, यहाँ के बाद रूम में चलेगी क्या? फिर वो बोली कि देखते है. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा. 


 मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है     फिर सर ने जल्दी जल्दी सबको उनके काम बता दिए और सबको घर भेज दिया और हर्षा को रुकने को कहा तो में समझ गया कि सर आज हर्षा को चोदने वाले है. सब चले गये, क्योंकि सारे कॉलेज को सर और हर्षा के बारें में पता चल गया था. फिर सब के साथ में भी चल गया, लेकिन थोड़ी देर के बाद में वापस देखने के लिए आया, लेकिन हर्षा की गाड़ी वहीं थी. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.


 मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है फिर मैंने सर के घर में चुपचाप से अपनी गाड़ी खड़ी की और खिड़की से देखने लगा कि अन्दर हो क्या रहा है? रात का टाईम था और कोई मुझे भी नहीं देख पा रहा था. जब मैंने खिड़की से अन्दर देखा तो हर्षा सर की गोदी में बैठी थी और सर उसकी शर्ट के बटन खोल रहे थे. फिर मैंने ध्यान से देखा तो हर्षा ने सर का लंड अपने हाथ में पकड़ा था और सर हर्षा की शर्ट के सारे बटन खोल चुके थे. उसने लाल कलर की ब्रा पहनी हुई थी और उसके गोरे बदन पर लाल कलर की ब्रा बहुत चुदकड़  लग रही थी. फिर सर ने हर्षा की ब्लू जीन्स भी उतार दी और वो लाल ब्रा और लाल पेंटी में कयामत लग रही थी, ऐसा लग रहा था कि वो आज यहाँ चुदने के ही इरादे से आई हो. मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था    .


 चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए फिर वो सर का लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी और सर ने उसके बाल पकड़े हुए थे और वो सर का लंड चूस रही थी. फिर मैंने भी अंधेरे का फायदा उठाया और अपनी जीन्स और चड्डी नीचे कर ली, इतना चुदकड़  सीन चल रहा था. अब मेरे सामने कॉलेज की सबसे हॉट लड़की हर्षा का चुदाई  सीन था. फिर मैंने अपना फोन निकाला और रिकॉर्डिंग में डाल दिया और लाईव चुदाई  को इन्जॉय करने लगा और बातों बातों में सर के मुँह से निकल गया कि हर्षा कल कॉलेज में तेरी चुदाई करने में बड़ा मज़ा आया और तूने भी मज़ा लिया ना. साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है.


 अब सुनिए चुदाई की असली कहानी हर्षा ने अपने मुँह से लंड निकाला और बोली कि सर आप मेरी चुदाई करो और मुझे मज़ा नहीं आए, लेकिन मुझे एक बात समझ में नहीं आई कि आपने मेरी ब्रा को वहाँ क्यों छोड़ने को कहा? और आपके वीर्य से भरा कंडोम भी वहीं छोड़ दिया. फिर सर ने कहा कि तेरा जोधा झटनाथ  वहाँ जाता है और देखता है कि कुछ मिल जाए तो आज उसे तेरी ब्रा मिल गयी होगी और मेरा उपयोग किया हुआ कंडोम भी मिल गया होगा. यह सुनकर मेरे होश उड़ गये कि सर ने ही मुझे बताने के लिए यह सब किया और हर्षा शरमा कर फिर से सर का लंड चूसने लगी. मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया.


 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों   फिर 10 मिनट तक लंड चूसने के बाद सर ने हर्षा को उठाया और सोफे पर बैठा दिया और उसकी पेंटी उतार कर फेंक दी और उसकी चूत चाटने लगे. अब वो गर्म होने लगी थी और सिर के बाल पकड़कर सर को गाली देने लगी, मादरचोद छाबड़ा ठीक से चाट मेरी चूत, कॉलेज के सारे लड़के मेरी चूत देखने के लिए तरसते है, चाट मेरी चूत. यह सुनकर सर भी गर्म हो गये और उसकी चूत और गांड को अपनी जीभ से चूसने लगे. फिर 15 मिनट के फोरप्ले के बाद हर्षा का फोन बजा और वह फोन उसके हॉस्टल से आया था तो उसने सर से बात करवा दी थी और सर ने बोल दिया कि 30 मिनट और लगेगें. मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.
 

वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों   फिर सर जल्दी से कंडोम लाए और हर्षा से बोले कि अपने मुँह से कंडोम पहना दे और हर्षा ने थोड़ी सी भी देर ना करते हुए एक बार में ही सर के लंड पर अपने मुँह से कंडोम पहना दिया. फिर सर ने हर्षा के बाल पकड़े और सोफे पर पटक दिया और उसकी टांगो को हवा में खोलकर अपना लंड डालने लगे तो हर्षा ज़ोर से चिल्लाई सर दर्द हो रहा है, लेकिन मज़ा आ रहा है. हर्षा के मज़े लेते हुए सर ने अपने शॉट की स्पीड तेज कर दी और ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगे. मेरे मित्रगणों  चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया.


 ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों   अब हर्षा की आवाज़ दर्द से इन्जॉय में बदलने लगी, आआआआआआ हूऊऊऊऊऊओ एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स फुक्ककककक मी, फक मी टाईट पुसी, यअहह यअहह बेबी, फक मी, की आवाज़ आने लगी और अब मैंने भी अपने लंड को हिलाना शुरू कर दिया था और मुझे भी अपनी गर्लफ्रेंड को चुदते देख मज़ा आने लगा था. फिर 5 मिनट तक स्पीड में चुदने के बाद सर ने उसे डॉगी स्टाईल में चोदना शुरू किया, अब सर पीछे से उसके बाल पकड़कर उसकी ज़ोर-ज़ोर से चुदाई कर रहे थे. अब सर की स्पीड तेज होती जा रही थी और हर्षा की चिल्लाने की आवाज़ और मेरा लंड हिलाना भी तेज हो रहा था. मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया.


 उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब  फिर सर ने उसके बाल छोड़े और उसकी ब्रा उतार दी. मैंने उसे पहली बार किसी और के साथ नंगी देखा था, लेकिन वो सीन मज़ेदार था. फिर सर का वीर्य निकलने लगा तो उन्होंने हर्षा के बाल पकड़े और उसे नीचे बैठा दिया और अपना सारा वीर्य उसके बूब्स के ऊपर निकाल दिया. फिर हर्षा पानी पीने गई तो मुझे लगा कि चुदाई ख़त्म हो गई होगी, लेकिन जब हर्षा पानी पीकर आई तो वो सर का लंड फिर से खड़ा कर रही थी और उसकी आग अभी तक नहीं बुझी थी. मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों  .


 क्या बताऊ मेरे मित्रगणों  मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया फिर वो सर का लंड ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी. फिर सर का जैसे ही लंड खड़ा हुआ तो वो सर के लंड पर बैठ गयी और ज़ोर-ज़ोर से उछलने लगी. अब सर भी चार्ज हो रहे थे तो फिर सर भी उसे पकड़कर खड़े हो गये और उसे गोद में लेकर चोदने लगे, यह देखकर मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और उसी टाईम मैंने भी अपना वीर्य हर्षा के नाम से निकाल दिया. यह चुदाई 8 मिनट तक चली और सर ने अपना सारा वीर्य हर्षा के चेहरे पर निचोड़ और उसकी फोटो भी खींची. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था ..


 उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये  फिर चुदाई के 5 मिनट के बाद में हर्षा भी अपने कपड़े पहनकर सर के घर से बाहर निकल गयी और होस्टल जाने लगी. फिर मैंने उसे रास्ते में रोका और पूछा कि क्या कर रही थी? फिर वो बोली कि सर मुझे नोट्स दे रहे थे. फिर मैंने उसे उसकी और सर की चुदाई का वीडियो दिखाया तो वो बोली कि तुम ये सब रिकॉर्ड कर रहे थे. फिर मैंने बोला कि अब मुझे भी तुझे चोदना है तो उसने जवाब में मुझसे कहा कि तुझे क्या? तेरे दोस्तों को भी चोदना होगा, में तैयार हूँ. फिर उस दिन के बाद से मेरे दोस्त, में और सर बारी-बारी से उसकी चुदाई करते थे, लेकिन अब कॉलेज ख़त्म हो गया और वो अपने घर चली गई. हर्षा बहुत बड़ी वाली चुदक्कड़ थी और यह में कभी नहीं भूल सकता हूँ. मेरे मित्रगणों  मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है मेरे मित्रगणों  एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया मेरे मित्रगणों  चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई मेरे मित्रगणों  कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया  उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मेरे मित्रगणों  अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था मेरे मित्रगणों  मै पागल सा हो गया .

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