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पटना शहर का तोहफा

Posted on:- 2022-04-24


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम उदय है और में एक बार इसके बाद से आपके लिए एक कहानी लेकर आया हूँ. जब में किसी काम से जालौन गया था तो में पटना स्टेशन पर दोपहर 9 बजे उतरा. मेरा काम दो तीन दिन का था और जब बहुत तेज गर्मी हो रही थी.

 

में प्लेटफॉर्म से बाहर निकलकर एक कोने में खड़ा होकर सिगरेट पी रहा था. मुझे उस दिन कोई जल्दी नहीं थी, सिर्फ़ मुझे होटल लेकर रुकना था. तभी मैंने देखा कि एक लड़की जो थोड़ी ग़रीब लग रही थी और एक कोने में बैठी हुई थी, ऐसा लग रहा था जैसे वो बहुत परेशान हो. उसकी उम्र कोई 19-20 साल की होगी, उसने सलवार सूट पहना हुआ था, उसकी चप्पल गंदी और टूटी हुई लग रही थी, वो एक बेंच पर बैठी हुई थी. अब में उसे 15 मिनट से देख रहा था, मुझे वो काफ़ी परेशानी में लग रही थी.

 

इसके बाद में उसके पास जाकर बैठ गया और 9 मिनट तक उसी के पास बैठा रहा. उसके शरीर से हल्की सी पसीने की स्मेल आ रही थी. अब में सोच रहा था कि उससे बात करूँ, लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हो पा रही थी. इसके बाद अचानक से उसने मुझसे खुद ही पानी माँग लिया तो मैंने उसे पानी की बोतल दे दी और वो पूरी बोतल का पानी पी गयी, पानी ठंडा था.

 

इसके बाद पानी ख़त्म करके वो बोली सॉरी में सारा पानी पी गयी, तो मैंने कहा कि कोई बात नहीं. इसके बाद उसने मुझसे टाईम पूछा तो मैंने कहा कि 2 बज रहे है. इसके बाद वो चुप हो गयी. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि आपको कहाँ जाना है? तो वो बोली कि मुझे मधुबनी जाना है. इसके बाद मैंने पूछा कि वहाँ आप रहती है? तो वो बोली कि नहीं वहाँ मेरा ससुराल है, तो मैंने कहा कि आपकी शादी हो गई है. इसके बाद वो बोली हाँ, तो मैंने कहा कि लेकिन आप लगती नहीं है.

 

इसके बाद हमारे बीच में थोड़ी बहुत बातें हुई और अब मुझे उसकी बातों से लगा कि वो किसी गावं से आई है. तभी वहाँ एक टी.टी. आया और लोगों को भगाने लगा, जिनके पास टिकट नहीं था. इसके बाद जब वो हमारे पास आया तो उससे टिकट माँगा तो वो कहने लगी कि उसके पास टिकट नहीं है तो टी.टी. उससे जुर्माना भरने को कहने लगा.

 

मैंने कहा कि ये मेरे साथ है और टिकट मेरे पास है. इसके बाद वो बोला कि जुर्माना तो देना पड़ेगा, तो मैंने टी.टी. को 100 रुपये का नोट देकर भगा दिया. इसके बाद वो मुझे थैंक्स कहने लगी. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि आपके पास टिकट नहीं है. इसके बाद वो बोली कि में बिना टिकट के आई हूँ. इसके बाद मैंने अपने बैग से कुरकुरे की थैली निकाली और उसे खाने को दी, तो वो झट से खाने लगी. अब उसे देखकर लगा कि वो बहुत भूखी है. इसके बाद मैंने उससे कहा कि मुझे बहुत भूख लगी है तुम चलोगी मेरे साथ खाना खाने. इसके बाद पहले तो वो नहीं बोली और इसके बाद बोली कि ठीक है. इसके बाद हम पास में ही एक होटल में खाना खाने गये.

 

इसके बाद मैंने उससे पूछा कि तुम क्या खाओगी? तो वो बोली कि कुछ भी, तो मैंने चावल दाल मिक्स और रोटी का ऑर्डर दिया. सॉरी में आपको उस लड़की का नाम तो बताना ही भूल गया, उसका नाम सोनी था और उसकी हाईट करीब 5 फुट होगी, शरीर भरा हुआ था, बूब्स 34 साईज के होंगे, नाक में रिंग, हाथों में चूड़ी और पुराना सा काले कलर का सूट और सफेद सलवार पहनी थी. उसके बाद वेटर खाना लाया और वो जल्दी-जल्दी खाने लगी और अचानक से बोली कि वो दो दिन के बाद खाना खा रही है. इसके बाद मैंने कहा कि दो दिन, तो वो सकपका गयी.

 

इसके बाद कुछ सोचकर बोली कि हाँ दो दिन से में इस स्टेशन पर ही हूँ. इसके बाद मैंने उससे कहा कि तुम कहाँ से आई हो? तो उसने कहा कि समस्तीपुर से और इसके बाद वो खाना खाने लगी. इसके बाद जब उसका पेट भर गया तो वो हाथ धोने उठी, उसके पास एक छोटा सा कंधे पर टाँगने वाला बैग था. इसके बाद बिल देकर हम वापस आए. इसके बाद मैंने पानी की दो बोतल खरीदी और उसे दे दी.

 

इसके बाद हम वापस स्टेशन आए. इसके बाद में उसे लेकर फर्स्ट क्लास वेटिंग रूम में गया, वहाँ लोग कम थे और ए.सी. चल रहा था. इसके बाद वहाँ बैठने के बाद मैंने उससे उसकी कहानी पूछी, तो उसने पहले तो मना किया. इसके बाद धीरे-धीरे उसने पूरी सच्चाई बताई, वो लोग समस्तीपुर के रहने वाले थे और उसका बाप एक मज़दूर था, उसके दो भाई थे और वो सबसे बड़ी थी.

 

उसका बाप बहुत दारू पीता था और माँ भी एक दो घरो में बर्तन झाडू का काम करती थी. उसके भाई आवारा थे और चोरी चकारी करते थे और वो कभी जैल में तो कभी बाहर रहते थे कि अचानक एक दिन उसकी माँ मर गयी. इसके बाद कुछ दिन के बाद उसका बाप एक औरत को अपने साथ रहने के लिए ले आया, वो कोई नाचने वाली थी. इसके बाद उसकी उस नई औरत से दिनभर लड़ाई होती थी. इसके बाद एक दिन वो उसके पड़ोस में रहने वाले एक लड़के के साथ पटना चली आई और वो लड़का उसे पटना में छोड़कर कहीं भाग गया, जिसे वो अपना पति कहती है और ये कहते-कहते वो रोने लगी और उसे गाली देने लगी.

 

इसके बाद मैंने उससे पूछा कि अब कहाँ जाओगी? तो वो बोली पता नहीं, तो मैंने कहा कि तुम्हारे पास कुछ पैसे है? तो वो बोली नहीं है. इसके बाद मैंने कहा कि तो क्या सोचा है? यहाँ तो लोग तुम्हें उठा ले जायेंगे. इसके बाद वो बोली साहब में अकेली हूँ, बेसहारा हूँ, में क्या करूँ? अब ये सब सुनते-सुनते शाम हो गयी थी. इसके बाद मैंने उससे कहा कि चलो कुछ खा लो भूख लगी होगी.

 

इसके बाद में उसे लेकर उसी होटल में गया और मैंने उसे वहाँ खाना खिलाया. इसके बाद मैंने उससे कहा कि देखो अगर तुम बुरा नहीं मानो तो तुम मेरे साथ चलो, तुम मेरे घर का काम कर दिया करना और वहीं रहना, बाकी तुम्हारी मर्ज़ी, लेकिन में यहाँ पटना में 3 दिन के लिए हूँ और मेरा घर वेस्ट बंगाल में है और वहाँ में अकेले रहता हूँ सोच लो. इसके बाद वो बोली ठीक है साहब में चलूंगी, वैसे भी मेरा अब कोई ठिकाना नहीं है. इसके बाद मैंने उससे कहा कि तीन दिन मेरे साथ होटल में रहोगी, तो वो बोली ठीक है.

 

इसके बाद मैंने उससे कहा कि लेकिन लोगों को बोलना कि तुम मेरी पत्नी हो, तो वो बोली कि ठीक है. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि तुम्हारे पास सिंदूर और मंगलसूत्र है क्या? तो वो बोली हाँ है. इसके बाद मैंने उससे कहा कि चलो में तुम्हें कुछ कपड़े दिला देता हूँ. इसके बाद में उसे लेकर एक दुकान में गया और उसे कुछ साड़ी और ब्लाउज दिलाया और कुछ सस्ते सूट और कुछ मैक्सी दिला दी. इसके बाद में उसे लेकर स्टेशन आया, अब मुझे वो थोड़ी खुश लग रही थी.

 

इसके बाद मैंने वेटिंग रूम में पहुँचकर उससे बोला कि तुम फ्रेश हो लो और नये कपड़े पहन लो, तो वो बोली कि ठीक है. इसके बाद मैंने उसे शैम्पू और साबुन दे दिया. इसके बाद वो अंदर बाथरूम में गयी और करीब आधे घंटे के बाद वो बाहर आई, वो साड़ी में क्या माल लग रही थी? बहुत सुंदर गोरा चेहरा और बाल सवरे हुए, अब वो बहुत सुंदर लग रही थी.

 

इसके बाद मैंने उसे सैंडल दी, जो हमने खरीदी थी. इसके बाद मैंने उसे मंगलसूत्र और सिंदूर लगाने को बोला, तो उसने अपने बैग से निकाला, तो मैंने देखा कि उसके बैग में दो चार गंदे कपड़े थे. इसके बाद उसने सिंदूर लगा लिया और मंगलसूत्र पहन लिया. इसके बाद मैंने उसे लिपस्टिक दी जो मैंने दुकान से ली थी. इसके बाद उसने लिपस्टिक लगाई और अब वो बहुत सुंदर लग रही थी.

 

इसके बाद मैंने उसे थोड़ा ध्यान से देखा तो उसने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी, लेकिन साड़ी मोटी होने के कारण पता नहीं चल रहा था. इसके बाद मैंने उससे कहा कि तुम्हारा बैग बहुत गंदा है इसे फेंक दो, में तुम्हें नया दिला दूँगा, तो वो बोली कि ठीक है. इसके बाद मैंने अपने बैग से उसे पर्फ्यूम निकालकर दिया और उसे लगा दिया.

 

इसके बाद हम वहाँ से निकले और उसने अपना बैग फेंक दिया. इसके बाद मैंने उसे एक पर्स दिलाया और अब मैंने उसके नये कपड़े अपने बैग में रख लिए थे. इसके बाद मैंने एक फाईव स्टार होटल में जाकर गाड़ी रोकी. इसके बाद हम होटल में घुसे और उसने शायद ऐसा होटल कभी सपने में भी नहीं देखा होगा, वैसे मुझे होटल का सारा पैसा सरकार से रिटर्न हो जाता था.

 

इसके बाद मैंने उसे अपनी पत्नी बताकर एक रूम ले लिया और इसके बाद में उसे लेकर कमरे में आ गया. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि तुम्हें मेरे साथ एक कमरे में रहने से कोई दिक्कत तो नहीं है ना, तो वो बोली नहीं. इसके बाद मैंने उससे बोला कि तुम चाहों तो फ्रेश हो लो, में थोड़ी देर के बाद होऊंगा.

 

इसके बाद वो अपने कपड़े माँगने लगी तो मैंने उसे उसके कपड़े निकालकर दिए. इसके बाद उसने उसमें से एक नाईटी निकाल ली और लेकर अंदर चली गयी और इसके बाद वो नाईटी पहनकर फ्रेश होकर आई. इसके बाद में भी फ्रेश होकर नहाकर बाहर निकला. अब मैंने बाथरूम में जाकर मुठ भी मार ली थी. मैंने सोचा कि शायद रात को उसकी चूत मार लूँ.

 

इसके बाद में बाहर आकर उससे बात करने लगा, अब वो बेड पर बैठी थी और में सोफे पर बैठा. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि कुछ खाओगी, तो उसने मना कर दिया. इसके बाद हम बातें करने लगे तो उसने बताया कि वो लोग बहुत ग़रीब थे, लेकिन माँ की नौकरी के कारण खाना पीना ठीक मिल जाता था.

 

इसके बाद मैंने उससे उसके पति के बारे में पूछा, तो वो बोली कैसा पति? साहब वो मुझे झूठ बोलकर लेकर आया था, साला मुझे यहाँ बेचने लाया था, बड़ी मुश्किल से बचकर निकली हूँ साहब. इसके बाद मैंने उससे कहा कि उसने तुम्हारे साथ कुछ किया नहीं, तो वो बोली नहीं साहब वो साला तो नामर्द था, में अभी भी कुंवारी हूँ. इसके बाद वो उसे गाली देने लगी. इसके बाद मैंने सिगरेट निकाली और पीने लगा तो वो मुझे देखने लगी. इसके बाद मैंने उससे कहा कि सोनी तुम बेड पर सो जाओ और में सोफे पर सो जाता हूँ. इसके बाद वो बोली कि नहीं साहब आप सोफे पर नहीं, में सो जाउंगी.

 

इसके बाद में बेड पर आकर लेट गया और वो सोफे पर लेट गयी. इसके बाद वो थोड़ी देर में सो गयी और में अपना काम करके सो गया. इसके बाद अगली सुबह हम दोनों उठे. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि सोनी चाय पीओगी, तो वो बोली कि हाँ और इसके बाद हमने साथ में चाय पी. इसके बाद मैंने उससे कहा कि सोनी मुझे 11 बजे जाना है और में 5 बजे तक आ जाऊंगा, तुम यहीं रहना और कुछ चाहिए हो तो फोन करके मंगा लेना.

 

इसके बाद में तैयार होने लगा. इसके बाद मैंने उससे बोला कि जाओ तुम भी तैयार हो जाओ, तो वो गयी और 20 मिनट के बाद वापस आई. अब उसने नई साड़ी पहनी थी और अब वो कल से भी ज़्यादा सुंदर लग रही थी. इसके बाद वो ड्रेसिंग टेबल के सामने जाकर तैयार होने लगी, आज वो बहुत सुंदर लग रही थी. इसके बाद मैंने उसकी खूब सारी फोटों खींची. इसके बाद हमने नाश्ता किया और वो बोली कि साहब एक बात बोलूँ, तो मैंने कहा कि क्या? तो वो बोली कि साहब मुझे कुछ पैसे दे दो, मुझे कुछ काम है तो मैंने उसे 500 रुपये दे दिए. इसके बाद में वहाँ से चला गया.

 

इसके बाद जब में शाम को आया तो मैंने देखा कि वो सोफे पर बैठकर टी.वी. देख रही थी. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि खाना खाया, तो वो बोली हाँ और इसके बाद में चेंज करके आया. अब तक मैंने उसे हाथ भी नहीं लगाया था. इसके बाद में फ्रेश होकर उसके पास बैठा तो मैंने देखा कि उसमें से एक अच्छी सी पर्फ्यूम की खुशबू आ रही थी.

 

इसके बाद मैंने उससे बोला कि सोनी तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो, तो वो शर्मा गयी. इसके बाद मैंने अपने फोन से उसकी कुछ फोटो खींची. इसके बाद अचानक से मैंने अपना एक हाथ उसके कंधे पर रख दिया तो इसके बाद वो मुझसे आकर चिपक गयी. अब में उसे किस करने लगा तो अब वो भी मेरा साथ देने लगी. अब मैंने उसकी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया.

 

इसके बाद मैंने उसकी साड़ी उतार दी. इसके बाद उसका ब्लाउज खोल दिया, अब वो पिंक ब्रा में और पिंक पेंटी में थी, शायद उसने बाहर जाकर खरीदी थी. इसके बाद मैंने अपने कपड़े भी खोल दिए. इसके बाद मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और अपना लंड बाहर निकाल दिया और उसकी चूत को पेंटी के ऊपर से रगड़ने लगा. इसके बाद मैंने उसकी पेंटी को भी उतार दिया और मैंने देखा कि उसकी चूत शेव की हुई थी और गीली हो गयी थी. इसके बाद मैंने उससे बोला कि मेरा लंड चूसो, तो वो थोड़ी हिचकिचाई, लेकिन मैंने उसके मुँह में अपना लंड डाल दिया. इसके बाद वो अच्छे से मेरा लंड चूसने लगी.

इसके बाद मैंने कंडोम पहन लिया और उसे अपने ऊपर बैठा लिया. इसके बाद मैंने उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और अब वो उछल-उछलकर मज़े देने लगी. इसके बाद मैंने उसे घोड़ी बनाकर उसकी चूत में अपना लंड डाला. इसके बाद मैंने उसे 30 मिनट तक लगातार चोदा और इसके बाद में झड़ गया. इस बीच वो कई बार झड़ी और उस रात हमने कई बार चुदाई की.

इसके बाद वो मुझसे बोली कि साहब में हमेशा आपकी बनकर रहूंगी, आप मुझे कभी मत छोड़ना, में जिंदगीभर आपकी गुलाम रहूंगी और अब में बहुत खुश हुआ. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि पैसो का क्या किया? तो उसने अपनी ब्रा और पेंटी दिखाई और बोली कि शेव करने का लाई हूँ. इसके बाद हमने साथ में डिनर किया. इसके बाद अगले दिन हम बाहर घूमने गये और अब मैंने उसे कुछ ड्रेस दिलाई. इसके बाद हमने वापस आकर इसके बाद से चुदाई की और हमने पूरे दो दिन तक खूब मस्ती की. इसके बाद उसने मुझे बताया कि में ही हूँ जो उसके साथ पहली बार सोया हूँ. इसके बाद हम पटना से वेस्ट बंगाल आ गये और इस बार में अकेले नहीं बल्कि अपनी रखेल के साथ आया था. इसके बाद घर आकर मैंने उसे इसके बाद से चोदा और इस तरह वो पूरे दो साल तक मेरे पास रही.

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