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रंडीयों ने मुझे गुलाम बनाया

Posted on:- 2024-04-24


नमस्कार साथियों.. मेरा नाम गीतिका है और मेरी उम्र 21 साल है. में दिल्ली का रहने वाल हूँ.. लेकिन दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है और में उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी को बहुत पसंद आएगी. दोस्तों में आज जो कहानी आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ वो मेरे लिए एक बहुत ही चौंकाने वाला एक सेक्स अनुभव था. यह बात कुछ समय पहले की है. एक दिन शाम को में अपने ऑफिस से निकल रहा था कि तभी हमने एक लड़की को एक लड़के के साथ लड़ते हुए देखा. फिर में उनके थोड़ा और पास गया तो एक आदमी ने मुझे बताया कि यह रंडीबाजी का चक्कर है और यह लड़की उस लड़के से अपने काम के पैसे माँग रही है और वो बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी.. कि तभी हमने देखा कि वो लड़का एकदम से लड़की के पैरों में गिरकर हाथ जोड़ने लगा और लड़की अपनी साड़ी उठाकर उसके मुहं पर सेंडल से मारने लगी.

 

फिर एकदम से मेरे अंदर सेक्स का अहसास आने लगा और हमने अपने लंड को हाथ लगाया.. मुझसे अब रुका नहीं जा रहा था और पता नहीं मुझे क्या हो रहा था और बस मन कर रहा था कि अभी के अभी में इसी रंडी के पैरों में ऐसे ही गिर जाऊँ और नीच से उसकी चड्ढी को चाटू. फिर में थोड़ी देर उनका यह तमाशा देखकर वहाँ से अपने घर चला गया और हमने वो पूरी रात उस रंडी के ख्यालो में ही बिता दी और अगली सुबह जब उठा तो हमने देखा कि उसके ख्यालो ने मेरी अंडरवियर तक एक बार गीली कर दी और उस दिन में ऑफिस नहीं गया और हमने इंटरनेट से दिल्ली के रेडलाइट एरिया का मेप निकाला और वहाँ जाने का प्लान बनाया. फिर जब में वहाँ पर पहुँचा तो हमने देखा कि हर जगह आंटीयां ही आंटीयां हैं.. तो में बहुत खुश हो गया. फिर हमने एक दुकान वाले से शरमाते हुए पूछा कि भाई मुझे पार्टी के लिए एक लड़की चाहिए कहाँ मिलेगी? तभी वो ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा और वो मुझसे बोला कि क्या पहली बार आया है? फिर उसने मुझे एक होटल का पता बताया और बोला कि रूम नंबर 21 में जा तुझे वहीं पर मस्त माल मिलेगा.

 

तो हमने ऐसा ही किया और में उस होटल तक पहुँचा.. वहाँ पर रिसेप्शन पर एक चिकनी टाईप की लड़की बैठी थी. फिर उसने मुझसे पूछा कि सर क्या आपको रूम चाहिए? तो हमने बोला कि रूम नंबर 21 कहाँ पर है? फिर वो हंसने लगी और उसने मुझसे 1500 रु माँगे. तो हमने उसको 1500 दिए और उसने मुझे सीढ़ियों की तरफ इशारा किया और में रूम के दरवाजे पर गया और हमने दरवाजा बजाया. तो अंदर से आवाज़ आई कि लंड हिलाता हुआ आजा.. यह सुनते ही मेरा लंड खड़ा हो गया और फिर हमने जैसे ही दरवाजा खोला तो देखा कि यह वही लड़की थी जिसको हमने कल सड़क पर उस लड़के के साथ देखा था. फिर उसके पास जाते जाते में एकदम गरम हो गया था और हमने उसे बोला कि कल वहाँ पर आप ही उस लड़के को मार रहे थे ना? तो वो बोली कि तू उसका दोस्त है क्या? तो हमने बोला कि नहीं में ऐसा नहीं हूँ और हमने उससे उसका नाम पूछा तो वो बोली कि मेरा नाम गीतिका है और फिर उसने पूछा कि कल तूने क्या देखा? तो में बोला कि हमने देखा कि आप उस लड़के को अपनी सेंडल से मार रहे थे और वो आपके पैरों में गिरा हुआ था और आपने सही किया उस बहेनचोद को उसकी औकात दिखा दी. तभी वो बोली कि तुझे क्या लगता है कि तेरी औकात उससे ज़्यादा ऊपर है? तो में बोला कि नहीं गीतिका मेरी औकात तेरे से ऊपर नहीं है.. बल्कि में तो तेरी दोनों टाँगों के बीच में रहने के लायक हूँ. तो वो एकदम से बोली कि तुझ जैसे कुत्तो को हमने बहुत ठीक किया है और हाँ तू मुझको मालकिन बोल. फिर में बोला कि जी मालकिन. फिर वो मुझसे बोली कि तू अब जल्दी से अपने कपड़े उतार और अपने घुटनों के बल मेरे सामने आ. तो हमने ऐसा ही किया गीतिका ने साड़ी पहनी हुई थी और उसकी उम्र 35 के आसपास थी और जैसे ही वो मेरी तरफ बढ़ी.. में एकदम से बोला कि मालकिन क्या में आपकी चड्ढी चाट सकता हूँ? तो वो ज़ोर से हंस पड़ी और बोली कि कुत्ते चड्ढी क्या तुझसे तो में सब चटवाऊँगी और उसने अपना पैर आगे किया और बोली कि मेरे सेंडल चाट और धीरे धीरे ऊपर की तरफ चाटता हुआ आ.

 

फिर हमने उसकी साड़ी को ऊपर उठाया.. उसके पैर एकदम गोरे थे और वो जन्नत की एक परी लग रही थी.. हमने करीब 5 मिनट उसके सेंडल को चाटा और धीरे धीरे उसके घुटनों को चाटा और जैसे ही में ऊपर बढ़ने लगा उसने अपने सेंडल से मेरे गाल पर धक्का मारा और में गिर गया तो वो हंसने लगी. फिर धीरे धीरे वो मेरे तरफ बड़ी और मुझे फर्श पर सीधे लेटने को कहा और हमने बिल्कुल ऐसा ही किया. फिर उसने अपने दोनों पैर मेरे सर के दोनों तरफ रखे और साड़ी को थोड़ा सा उठाया और बोली कि उफ्फ्फ बहनचोद क्या देख रहा है? में बोला कि नहीं ऐसे ही मालकिन मुझे प्लीज वो चड्ढी चाटने दो. वो बोली कि पहले भीख माँग कुत्ते.. गिड़गिड़ा मेरे सामने में बहुत खुश हो गया और में कांप रहा था.. हमने अपने दोनों हाथ जोड़े और बोला कि मालकिन अपने इस कुत्ते को अपनी चड्ढी साफ करने का मौका दो प्लीज. तो उसने अपनी एक सेंडल मेरी गर्दन पर रखी और बोली कि उसको चाटकर क्या करेगा?

 

तो हमने कहा कि मालकिन में आपकी चड्ढी और आपकी चूत को अपनी जीभ से चाट चाटकर साफ करूँगा? यह सुनते ही उसने मेरे मुहं पर ज़ोर से सेंडल मारा और में दर्द से चिल्ला उठा.. तभी वहाँ पर एक 40 साल की आंटी आ गयी और देखते ही बोली कि अरे गीतिका यह कौन सा खेल खेल रही है? फिर गीतिका बोली कि पता नहीं रानी आजकल के लड़कों को क्या हो गया है? सब मेरे कुत्ते बनना चाहते हैं में क्या करूँ? और तू बता क्या राजू नहीं आया आज? तो रानी बोली कि अरे मत पूछ बहुत मुश्किल से भेजा है. आज तो वो इतना चोदकर गया है कि पूरी चड्ढी और चूत में वीर्य ही वीर्य भरा पड़ा है और में अभी इसको ही साफ़ करने जा रही हूँ. तभी यह सुनते ही में कांप गया और पता नहीं मालकिन ने यह कैसे गौर कर लिया और वो बोली कि रानी साफ करने के लिए कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है यह जो कुत्ता है ना.. इसको चाटना बहुत पसंद है. फिर यह बात बोलकर उसने साड़ी थोड़ी और ऊपर की और बोली कि चाटेगा ना बहनचोद. तो मेरे पास अब और कोई चारा नहीं था और हमने सिर्फ़ सर हिलाते हुए हाँ का इशारा किया. मालकिन ने मुझे घुटनों के बल बैठने को कहा और में भी बैठ ही रहा था कि रानी मेरी तरफ आई और अपनी स्कर्ट को उठाया और मुझे देखकर कहने लगी कि क्यों रे मादरचोद क्या तूने कभी किसी लड़की की चूत चाटी है? फिर हमने सर हिलाते हुए ना का इशारा किया.. वो फिर बोली कि आज तू यह बात ध्यान रख तुझे सिर्फ़ चाटना ही नहीं है बहुत कुछ साफ भी करना है और पीना भी है.

 

यह बात बोलते हुए उसने मेरे बाल पकड़े और मेरा मुहं अपनी चड्ढी पर रख दिया और में जल्दी जल्दी चाटने लगा मुझे थोड़ा थोड़ा वीर्य का स्वाद आ रहा था. फिर रानी ने पूछा कि क्यों रे कुत्ते मजा आ रहा है ना? तो में कुछ नहीं बोला और फिर उसने अपनी चड्ढी को साईड में किया और अपनी चूत को मेरे मुहं पर रख दिया और बोली कि अगर अब मुहं हटाया तो में तेरा लंड काट लूँगी. तो में जल्दी जल्दी चाटने लगा.. तभी उसने मुझे ज़ोर से थप्पड़ मारा.. में चुपचाप उसकी चूत पर होंठ लगाकर चाटता रहा. तभी उसने मेरे मुहं में मूत दिया और हमने एकदम से मुहं हटाया.. लेकिन उसने मेरे बाल खींचे और मुझे फिर से अपनी चूत के नीचे कर लिया और बोली कि अबे ओ भोसड़ी के.. राजू का पानी तो तू चाट गया.. लेकिन अब मेरा मूत क्या तेरा बाप पियेगा? चुपचाप पी इसको. तो में बहुत डर गया. हमने अपना मुहं खोला और उसने एकदम मेरे मुहं के अंदर मूतना शुरू कर दिया. हमने जितना हो सका उतना उसका मूत पिया बाकी सारा मेरे ऊपर गिर गया. तभी गीतिका बोलने लगी कि बड़ा किस्मत वाला है कुत्ते जो रानी का मूत पी रहा है एक भी बूँद नहीं बचनी चाहिए. फिर हमने जैसे तैसे उसका मूत पिया पीते ही रानी ने अपनी सेंडल मेरे सर पर रखी और बोली कि जल्दी से इस फर्श को चाट और पूरा मूत साफ कर दे. तो में अपनी गर्दन झुकाए रानी के मूत को फर्श से पीने लगा और साफ करने लगा.

 

फिर जब मूत साफ हुआ तो रानी ने मेरे बाल पकड़े और मुझे अपनी चूत में घुसा लिया और कहने लगी कि चाट.. अब तुझे मेरी चूत चाटनी है और अच्छे से साफ भी करनी है. तो में चुपचाप रानी की चूत अपनी जीभ से चाटने लगा.. मेरे पास अब कोई भी रास्ता नहीं था. हमने चाट चाटकर उसकी चूत से पूरा का पूरा वीर्य साफ किया और मुझे ऐसा करता देख गीतिका बोली कि रानी तेरी चूत तो पहले से बहुत ज्यादा साफ दिखने लगी है.. इसकी जीभ में तो कोई जादू लगता है.. मुझे भी अपनी चूत साफ करवानी पड़ेगी और वो भी अपनी चूत मेरे मुहं के सामने रखकर बोली कि मेरे नौकर आज तू हम दोनों की चूत साफ कर. तो में अब उन दोनों की चूत बारी बारी से चाटने लगा और साफ करने लगा और वो दोनों सिसकियाँ लेने लगी और गीतिका कहने लगी कि रानी तेरा नौकर तो बड़े काम का है इसने तो मुझे थोड़ी ही देर में गरम कर दिया. तो मैं धीरे धीरे उसकी चूत में ऊँगली अंदर बाहर कर रहा था और वो आहाहह उउउ अहहाअ की आवाज कर रही थी.

 

तभी गीतिका वहाँ से खड़ी हुई और मुझे पूरा नंगा किया और मेरा लंड चूसने लगी.. उसने मेरा लंड चूसकर खड़ा कर दिया और इसी बीच रानी मेरे मुहं में झड़ गई और में गीतिका के मुहं में झड़ गया. फिर हमने रानी की चूत का सारा माल चाट लिया और पी गया और उधर गीतिका ने भी ऐसा ही किया.. वो मेरे लंड को आईसक्रीम की तरह चूस रही थी और मेरा लंड अब भी खड़ा उसकी चूत को सलामी दे रहा था. फिर गीतिका ने मेरे लंड को अपने एक हाथ से पकड़ा और अपनी चूत पर सेट किया और मुझे कहने लगी कि दे मादरचोद जोर से धक्के.. तो हमने जोश में आकर धक्के लगाने शुरू किए और साथ में गीतिका ने मेरे धक्को का जवाब धक्को से दिया और वो खुद ही अपनी चूत की चुदाई मेरे लंड से करने लगी और में बस रानी की चूत पर ज्यादा ध्यान दे रहा था. फिर रानी की चूत एक बार फिर से झड़ गई तो रानी कहने लगी कि गीतिका मेरे नौकर ने तो मेरी और तेरी चूत दोनों को ही हरा दिया.. अब क्या करें? फिर गीतिका कहने लगी कि करना क्या है अब यह बारी बारी से हमारी चूतर भी चाटेगा.

तो रानी ने ज्यादा देर ना करते हुए जल्दी से अपनी गांड मेरे मुहं पर चिपका दी और कहा कि चाट अब तू चूतर और मजे ले.. में एक तरफ गांड चाट रहा था और दूसरी तरफ चूत चोद रहा था. फिर करीब एक घंटे तक हमने उन दोनों की चूत, गांड चाटी और एक एक करके चोदी और दोनों की आग को ठंडा किया और उन दोनों ने मेरी प्यास बुझा दी.. लेकिन उस दिन के बाद मेरा वहाँ पर आना जाना शुरू हो गया और में उनकी चूत और गांड का दीवाना हो गया. उसके गद्देदार चूतर अलग से दिखाई देते है.

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