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रंडी माँ की चुदक्कड़ बेटी

Posted on:- 2024-02-04


मेरे मित्रगणों  मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु आपका चुत फाड् रंडी की चुदाई की स्टोरी में स्वागत है, एक बार मेरा ट्रांसफर  कुछ महीनों के लिए लखनऊ के एक छोटे से गाँव में हुआ था, तो वहाँ मुझे मेरे दफ़्तर के कर्मचारी के सहयोग से एक मकान किराए पर मिल गया था. मेरा मकान मालिक श्रीकांत राय  52 साल का है और वो एक प्राइवेट दफ़्तर में काम करते है. उनकी दूसरी शादी की बीवी नायरा 38 साल की है और वो एक प्राइवेट हॉस्पिटल में काम करती है और उनकी दो बेटियाँ पायल और नेहा  पढ़ती है. पायल 22 साल की है और कॉलेज में Ist ईयर में है, नेहा  20 साल की है और स्कूल में पढ़ती है. नेहा  एकदम पतली लड़की है, उसकी चूची 30, कमर 24 और गांड 28 की है. में कुछ ही दिनों में ही उन लोगों से काफ़ी घुलमिल गया था, वो लोग भी मुझे उस घर का एक सदस्य ही मानते थे. नेहा अक्सर शाम को मेरे पास पढ़ने आती है, वो रात 8 बजे से 11 तक मेरे कमरे में पढ़ती है, में उसे साइन्स और गणित पढ़ाता हूँ. अच्छा दोस्तों क्या आपने किसी लड़की को चोदा है सच्ची बताना.

 अच्छा दोस्तों गांड मरने का अपना अलग मजा है फिर एक बार स्यामल दस  15 दिनों के लिए दफ़्तर के काम से मुंबई गये थे. यह उस दिन की बात है जब स्यामल दस  को गये हुए 2 दिन ही हुए थे. अब नेहा  मुझसे पढ़ रही थी और में उसकी कॉपी चैक कर रहा था कि एक कागज उसकी कॉपी से गिरा तो मैंने उसे उठाया और नेहा  ने घबराकर वो कागज मुझसे ले लिया. फिर मैंने भी उसके हाथ से वो कागज वापस खींच लिया और देखने लगा, वो किसी गंदी किताब का चुदाई करते हुए का फोटो था. आप लॉप ने कभी न कभी तो किसी न किसी की गांड मरी ही होगी .

 क्या दोस्तों आपने कभी भाभी को चोदा है कितना मजा आया बताना जरा अब यह देखते ही मेरा दिमाग सन्न से रह गया था. फिर मैंने नेहा  को ऊपर से नीचे तक देखा और वो एकदम अधखिली कली थी और ये सोचकर मुझे एक और झटका लगा कि कहीं उसने सब कुछ कर तो नहीं लिया और अगर कर लिया होगा तो वो आदमी कितना खुशनसीब होगा, जो इतनी प्यारी कच्ची कली उसे मिली. अब मुझे नेहा  एक माल नजर आने लगी थी, अब मेरा लंड खड़ा हो गया था. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है.

 क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी फिर मैंने नेहा से पूछा कि ये तुम्हें कहाँ से मिला? तो वो डरते हुए बोली कि मेरी एक सहेली ने दिया था, तो मैंने कहा कि ये सब माँ को बता दूँ? तो वो रोने लगी और बोली कि मत बताओ भैया. फिर मैंने कहा कि तुम जानती हो ये सब क्या है? तो वो कुछ नहीं बोली. फिर मैंने कहा कि जो में पूछता हूँ एकदम सच बताओगी तो में किसी को नहीं कहूँगा. फिर उसने अपना सिर हिलाकर हामी भर दी. फिर मैंने पूछा कि क्या किसी ने तुम्हारे साथ अब तक कुछ किया है? तो वो कुछ नहीं बोली. फिर मैंने कहा कि सच बता दो, नहीं तो सोच लो क्या होगा? तो वो बोली कि बस एक लड़के ने गले लगाया और किस किया है, तो मैंने कहा कि और? तो उसने कुछ जबाब नहीं दिया. फिर मैंने उसकी छोटी सी चूची पर अपना हाथ रखकर थोड़ा कड़क शब्दों में पूछा कि ये भी दबाता है? तो उसने सिर्फ़ हुउऊँ कहा तो मैंने उसकी स्कर्ट के ऊपर से ही उसकी चूत दबाते हुए पूछा कि इसमें भी कुछ किया है क्या? तो वो कुछ नहीं बोली. लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों.

 मेरे मित्रगणों  क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया फिर मैंने उसे खींचकर अपनी गोद में बैठा लिया और पूछा कि सच बताओ नहीं तो में सबको बता दूँगा. फिर मैंने उसका टॉप उठाया और उसकी नन्ही सी चूची को सहलाने लगा तो मैंने देखा कि उसकी चूची की निप्पल तन गयी थी. अब मुझमें हिम्मत आ गयी थी कि उसे मज़ा आ रहा है और अब उसकी छोटी सी टेनिस की बॉल की साईज़ की गोरी सी चूची ने मुझे मदहोश कर दिया था. फिर में उसकी चूची पर अपना मुँह लगाकर चूसने लगा तो मैंने देखा कि वो गर्म हो गयी है. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.
 

 क्या दोस्तों आपने अपने बहन की चूची को दबाया है फिर मैंने उससे पूछा कि नेहा  मज़ा आ रहा है? तो वो ज़ोर से मुझसे लिपट गयी. फिर मैंने उससे कहा कि वो सब करोगी? तो उसने अपना मुँह छुपाकर हाँ कहा. अब मुझे तो मेरे मन की मुराद मिल गयी थी एक 20 साल की कच्ची कली. मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.

 ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा  फिर में उसे बेड पर ले आया और पहले तो उसे खूब चूमा और चाटा. फिर मैंने अपने कपड़े उतार दिए और अब में सिर्फ़ अपनी अंडरवियर पहने हुए था और फिर मैंने उसे भी पूरा नंगा कर दिया, कमाल का बदन था उसका, उसकी चूत पर रेशम से भूरे बाल, एकदम चिपकी हुई गुलाबी फांको वाली टाईट चूत. अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ तो मैंने उसकी चूत पर अपना मुँह लगा दिया और अपनी जीभ से उसकी चूत की फाँको चाटने लगा. मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है.
 

 क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये अब वो और भी गर्म हो गयी थी और उसका बदन कसमसाने लगा था. अब में अपनी जीभ को उसकी चूत में जहाँ तक ले जा सकता था घुसा-घुसाकर चाट रहा था. अब वो अपनी दोनों टागों को मेरी गर्दन में लपेटे हुई थी. फिर लगभग 40 मिनट तक मैंने उसे चाटा और तब जाकर उसकी चूत ने पानी छोड़ा, वो पानी छूटने का मज़ा पहली बार ले रही थी. अब वो इतनी गर्म हो गयी थी कि वो मेरे सिर को अपने हाथ से पकड़कर अपनी चूत में दबाते हुए कहने लगी कि भैया और ज़ोर से आआ उउउइईईईईई, आहह उूउउम्म्म्मममम करके ढीली हो गयी. मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.
 

 मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था फिर में उठ गया और उसके होंठ चूसने लगा तो तब तक मेरे लंड ने भी जबाब दे दिया. फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और नेहा  के मुँह के पास ले जाकर कहा कि इसे चूसो, तो उसने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया. अब मेरा लंड उसके मुँह में घुस नहीं पा रहा था और वो बस मेरे सुपाड़े को चाट चूस रही थी. फिर जल्दी ही मेरे लंड ने उसके मुँह में पिचकारी छोड़ दी और अब उसका पूरा मुँह मेरे लंड के माल से भर गया था. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.

 साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है फिर मैंने अपनी हथेली से मेरे लंड का सारा माल उसके चेहरे पर लगा दिया और नेहा  से पूछा कि कैसा लगा? तो वो बोली कि हाँ बहुत मज़ा आया. फिर मैंने कहा कि अभी लंड चूत में कहाँ डाला? जब लंड से चुदोगी तो बहुत मज़ा आएगा. फिर उसने जबाब दिया कि चोदीए ना जल्दी से, तो मैंने कहा कि ज़रूर मेरी जान, तुझ जैसी कली को चोदकर मेरा लंड तृप्त हो जाएगा, लेकिन अब ये बता कि ये सब तुमने कहाँ से सीखा? तो उसने बताया कि उसने मम्मी को अक्सर चुदाई करते हुए देखा है. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.

 मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया फिर मुझे आश्चर्य हुआ और उससे पूछा कि कैसे और कब देखा तुमने? तो उसने बताया कि पड़ोस के अंकल जब आते है, तो मम्मी को चोदते है और गंदी बातें करते है. अब मेरा दिमाग़ सन्न रह गया था कि माँ को पड़ोस के अंकल चोदते है. वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों.  
 

 मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया फिर मैंने उससे पूछा कि वो क्या बातें करते है? और कब चोदते है? तो वो बोली कि अंकल जब भी आते है, तो मम्मी को चोदते है और मम्मी को रंडी, कुत्तियाँ, हरामजादी कहते है, दीदी अंकल की ही बेटी है, अंकल दीदी को भी चोदना चाहते है, मम्मी भी तैयार है मम्मी ने कहा है कि जब मौका होगा और घर खाली मिले तो चोद देना. वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों  .
 

 मेरे मित्रगणों  चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया फिर एक दिन जब पापा घर पर नहीं थे और जब दीदी सो रही थी, तो अंकल ने कई बार उसकी चूची भी दबाई थी और मेरी भी दबाई थी. अंकल अक्सर जब पापा दूसरे शहर जाते है तो तब आते है, तो में सोती नहीं हूँ और सोने का नाटक करके उनकी बातें सुनती हूँ और उनकी हरकते देखती हूँ. अंकल मम्मी की गांड भी चोदते है, मम्मी को उनकी एक सहेली के पति ने भी चोदा है. मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया. उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब  अब मेरा तो दिमाग़ ये सब सुनकर सन्न रह गया था, अब मैंने सोच लिया था कि में पायल को भी चोदूंगा, लेकिन पहले नेहा  की चूत का मज़ा ले लूँ. फिर मैंने नेहा  से कहा कि तुम तो बहुत समझदार हो गयी हो, अभी से सब कुछ सीख गयी हो, अब ये बताओ किसी ने तुम्हें चोदा है? तो वो बोली कि नहीं चोदा. मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों  .

 क्या बताऊ मेरे मित्रगणों  मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया फिर मैंने कहा कि तुम जैसी कच्ची कली का स्वाद लेने के लिए कोई भी कुछ कर सकता है. आज से तुम मेरी रंडी हो और में जल्द ही पायल को भी रंडी बना दूँगा तो तब तुम्हें आसानी होगी, मुझे आज पता चला कि तुम्हारी माँ, बहन सब रंडी है. में तुम तीनों को चोदूंगा, लेकिन सबसे पहले में तेरी चूत का भोसड़ा बनाऊंगा. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था. 

 उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये  फिर वो बोली कि इतने गुस्से में क्यों हो भैया? आओ और मेरी चूत में अपना लंड डालकर मुझे चोदो, ये मेरी खुशकिस्मती है कि मेरी चूत की सील आपके मोटे और लंबे लंड से टूटेगी. मेरे मित्रगणों  मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है.

 उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है फिर मैंने कहा कि हाँ कुत्तियाँ आज में तेरी वो चुदाई करूँगा कि तू याद रखेगी. फिर वो बोली कि आ जाओ ना, मैंने कब मना किया है? में आज अपनी चूत की प्यास आपके लंड से मिटाऊँगी. फिर मैंने कहा कि हरामजादी खूब बोलना सीख गयी, चल आज में तुझे पूरी रंडी बना देता हूँ और यह कहकर मैंने उस कच्ची कली को अपनी गोद में बैठा लिया और उसकी चूची को मसलना चालू कर दिया. अब मेरा लंड उसकी गांड में लगा हुआ था. मेरे मित्रगणों  एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया.
 

 मेरे मित्रगणों  चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए फिर मैंने उसे सीधा लेटा दिया और उसके ऊपर आ गया और बोला कि साली आज ऐसे ही डालूँ या तेल या क्रीम लगाकर? तो वो बोली कि जैसे जी चाहे चोद लो, लेकिन जल्दी करो मेरी चूत में बहुत खुजली हो रही है. फिर मैंने कहा कि हाँ मेरी जान, ले अभी तेरी चूत का बाजा बजाता हूँ और यह कहकर में क्रीम ले आया और उसकी मखमल जैसी कुँवारी चूत के अंदर क्रीम भर दी और थोड़ी क्रीम अपने लंड पर भी लगा ली. ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है.
 

 एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया फिर में उसके ऊपर लेट गया और उसकी दोनों पतली टांगो को अपनी कमर पर लपेट लिया और अपने लंड के सुपाड़े को उसकी चूत के छेद में फंसाया और हल्का सा दबाव दिया तो उसकी चूत की फाँक इतनी टाईट थी कि मेरा लंड फिसलकर उसकी गांड की तरफ चला गया. है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई.
 

 मेरे मित्रो मामा की लड़की की चुदाई में बड़ा मजा आया फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर लगाया और जोर से एक धक्का मारा तो वो उूउउइईईईईईईईईईई करके ज़ोर से चीखी तो मैंने उसका मुँह अपने मुँह से बंद कर दिया और फिर एक धक्का मारा तो मेरे लंड का सुपाड़ा उसकी चूत के अंदर चला गया और वो छटपटाने लगी. मेरे मित्रगणों  कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया.


 

 उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मेरे मित्रगणों  फिर मैंने उसकी टागों को उतार दिया तो वो मुझे हटाने लगी, लेकिन वो कमसिन कितना ज़ोर लगाती? मैंने उसे बहुत मजबूती से जकड़ रखा था और बिना उसकी परवाह किए जोर से एक धक्का मारा, तो उसकी आआआआ उउम्म्म्म की आवाज़ दबकर रह गयी और मेरा लंड उसकी सील को तोड़ता हुआ अंदर घुस गया. अब वो छटपटा रही थी और अब में वैसे ही दबाब बनाते हुए रुका था और अब उसकी आँखो से आँसू निकल रहे थे. उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी.  
 

 मेरे मित्रगणों  मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु  फिर मैंने अपना मुँह उसके मुँह से हटाया तो वो ज़ोर-ज़ोर से रोने लगी और बोली कि में नहीं चुदवाऊँगी, मुझे छोड़ दो, तो मैंने कहा कि साली अभी तो लंड लेने के लिए चिल्ला रही थी और अब रो रही है, तो वो बोली कि मुझे नहीं मालूम था कि इतना दर्द होगा, मेरी चूत फट गयी, मुझे छोड़ दो प्लीज़. फिर मैंने कहा कि अब लंड घुस ही गया है तो चोदकर ही छोड़ूँगा. उसको पेलने की इच्छा दिनों से है मेरे मित्रगणों .
 

 अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता मेरे मित्रगणों     फिर में धीरे-धीरे उस कच्ची कली की चूत में अपना लंड चलाने लगा, अब मेरा मोटा लंड उसकी टाईट चूत में पिस्टन की तरह चल रहा था. अब वो दर्द से कराह रही थी कि मैंने चोदना रोक दिया और अपने लंड को उसकी चूत में ही रहने दिया और उसकी नन्ही सी चूची को चूसने लगा, तो कभी उसके होंठ चूसता, तो कभी उसके चेहरे को चाटता, तो कभी उसकी चूची मसलता, इस तरह से आधे घंटे तक में उसे चूसता चाटता रहा. मेरे मित्रगणों  मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार.
 

 उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मेरे मित्रगणों   जैसे उसके चुत में माखन भरा हो  जब मुझे लगा कि अब उसे दर्द नहीं हो रहा है, तब मैंने अपने लंड को फिर से उसकी टाईट चूत में आगे-पीछे करना चालू कर दिया. फिर लगभग 10 मिनट तक में उसे धीरे-धीरे चोदता रहा और तब उसने अपनी दोनों टांगे मेरी कमर पर लपेट ली. फिर मैंने अपनी स्पीड थोड़ी और बढाई तो 5 मिनट में ही उसके मुँह से आहहह उहहहह की आवाजे निकलनी शुरू हो गयी. उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मेरे मित्रगणों .


 

 मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू    तब तक ठीक नहीं होता अब मैंने उससे कहा कि कैसा लग रहा है मेरी जान? तो वो बोली कि अब दर्द नहीं हो रहा है, थोड़ा तेज चोदो. फिर मैंने अपनी स्पीड थोड़ी और बढ़ा दी और उसके होंठ चूसने लगा. अब वो भी मेरा होंठ चूसने में साथ देने लगी थी. फिर उसके बाद अचानक से उसने अपना बदन कड़क कर लिया और आआआआआ उूउउउउ उईईईईईईईई करने लगी, तो मैंने भी अपने धक्को की रफ़्तार बहुत तेज़ कर दी. फिर वो एकदम सुस्त हो गयी और फिर मेरे लंड ने भी अपना सारा पानी छोड़ दिया और सारा रस उसकी चूत में भर दिया और उस पर निढाल होकर थम गया. एक बात और मेरे मित्रगणों  चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है.
 

 उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम  चुदकड़ अंदाज है फिर 15 मिनट तक वैसे ही पड़े रहने के बाद में उठा और उसे भी उठाया और फिर हम दोनों बाथरूम में चले गये. फिर बाथरूम में हम दोनों ने लंड और चूत को साफ किया और फिर में उस कच्ची कली के बदन को सहलाने लगा, जिससे मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. मेरे मित्रगणों  देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी.

 मेरे मित्रगणों  चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे   फिर मैंने उससे पूछा कि और चुदवाओगी? तो वो बोली कि हाँ क्यों नहीं? अब तो जितना जी चाहे चोदो, अब तो में तुम्हारी हो गयी हूँ. फिर मैंने कहा कि लगता है कि तुम्हें मेरे लंड का स्वाद लग गया है, अभी थोड़ी देर पहले तो चिल्ला रही थी कि नहीं चुदवाना है और अब लंड लेने के लिए मेरी रंडी बन रही हो, लेकिन इस वक़्त रात के 10 बज रहे है और अब डिनर का भी समय हो गया था और उस दिन मेरा लंड कच्ची कली को पाकर तृप्त हो गया था, इसलिए मेरा उसे चोदने का कोई मन नहीं हुआ और सो गया. मेरे मित्रगणों  मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था मेरे मित्रगणों  मै पागल सा हो गया . वह हमसे कभी ही कभी मिलती है तो वो कहती है कि तुमने मुझे रंडी बनाकर चोद डाला.

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