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रंडी बनकर बिना कंडोम के चुद गई

Posted on:- 2023-09-17


नमस्कार साथियों और कमीनों मित्रगणों, मेरा नाम रत्नाली है और आज में अपनी पहली कहानी लिखने जा रही हूँ, हमें इसकी कुछ कहानियाँ सच्ची लगती है और जिनको पढ़कर हमें बहुत मज़ा आता है. मित्रगणों यह हमारी लाईफ की एक सच्ची घटना है. में बहुत ही सुंदर हूँ और मेरे फिगर का आकार 30-24-34 है, में बहुत ही आकर्षित लड़की हूँ. में अपनी स्टोरी पर आती हूँ. मित्रगणों में एक प्राईवेट कंपनी में काम करती हूँ और में वहां पर मेरे कॉलेज खत्म होते ही नौकरी करने लगी थी और वहां पर सभी का मेरे लिए व्यहवार बहुत ही अच्छा था, क्योंकि में बहुत ही सुंदर थी. मित्रों ये कहानी आप देशीअडल्टस्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं

मैं हर रोज धीरे धीरे चूत में ऊँगली अंदर बाहर करती थी. वहां के सभी लड़के मुझसे आगे होकर बातें किया करते थे और हमें बहुत अच्छा लगता था, लेकिन उसके थोड़े ही दिन बाद हमें दूसरे प्रोजेक्ट में डाल दिया गया तो उस दिन में बहुत दुखी थी. अगले दिन जब में अपने ऑफिस गई तो हमें वहां पर एक लड़का मिला, जिसका नाम जनेंद्र था, लेकिन में उससे प्यार से ख़ान बोलती थी. मित्रगणों में उसको पहली बार ही देखकर बहुत ज्यादा खुश हो रही थी और में मन ही मन उसके बारे में ना जाने क्या क्या सोच रही थी, क्योंकि वो दिखने में बहुत ही अच्छा था. इसके बाद उसने अपने आपका मुझसे परिचय करवाया और उसके बाद हमें अपनी पूरी टीम से मिलवाया और में बहुत खुश थी, उसका वो बात करने का तरीका और उसका वो समझाने का तरीका.

मित्रगणों उस पूरी रात मैंने उसके बारे में बहुत कुछ सोचा और इसके बाद हमें ख़याल आया कि यह एकदम सही है और जो हमारी प्यास को बुझा देगा. मैंने उस रात अपनी एक दोस्त को फोन लगाकर फोन सेक्स किया और ख़ान को सोच सोचकर अपनी चूत को झड़ने पर मजबूर किया. मित्रगणों अब मेरा ख़ान को कैसे भी पटाना हर रोज का सिर्फ यही सोचना था, में अब हर रोज ऑफिस में जाकर ख़ान को लाईन मारती या उससे आगे होकर बात किया करती थी, लेकिन वो हमें एक बार भी घास नहीं डालता था और ऐसा कई दिनों तक चलता रहा.

मित्रगणों, इसके बाद एक दिन मैंने और हमारी एक दोस्त ने निर्णय लिया कि हम अपने घर पर एक छोटी सी पार्टी करते है और इसके बाद हम ख़ान को भी वहां पर बुलाएँगे. मित्रगणों उसके दो दिन बाद मैंने अपनी दोस्त से बात करके उसके घर पर एक पार्टी रखी और जिसके लिए उसने मुझसे हाँ कहा, क्योंकि उस दिन हमारी अच्छी किस्मत से हमारी दोस्त के सभी घर वाले कुछ दिनों के लिए बाहर गए हुए थे और हमने खान को झूठ कहा कि हमारी दोस्त की तरफ से उसके जन्मदिन की एक छोटी सी पार्टी है और उसमें बस हम तीनों लोग रहेंगे. इसके बाद उस दिन में अपनी दोस्त के घर पर दोपहर से ही पहुंचकर तैयारी करने लगी और अपनी चूत चुदाई के सपने खान के साथ देखने लगी और उस रात मैंने एक सिंगल पीस पहना हुआ था और जिसके नीचे ब्रा, पेंटी भी नहीं पहनी हुई थी, जिसकी वजह से हमारी निप्पल और चूत का उभार साफ साफ नजर आ रहा था, जिसे देखकर उसकी नज़र सीधे मुझ पर जाए और इसके बाद जैसा में चाहती थी ठीक वैसा ही हुआ.

अब वो आया और सीधा मुझसे आकर मिला और बोला कि क्या बात है आज तो तुम एकदम हॉट और सेक्सी दिख रही हो? अब में तो पागल ही हो गई, जब यह बात कहकर उसने हमें हग किया और हमारी कमर पर अपना एक हाथ घुमाया और मेरा मन तो हो रहा था कि में सब कुछ अभी कर लूँ, लेकिन मैंने अपने आप पर बहुत कंट्रोल किया और धन्यवाद कहकर पीछे हट गई.

इसके बाद हमने हुक्का पिया और बहुत सारी बातें भी की, वो मेरे एकदम दूसरी साईड में बैठा हुआ था और हमें घूर रहा था, जिससे हमें और भी मज़ा आ रहा था. तभी मेरे दिमाग में एक विचार आया और मैंने हमारी दोस्त को इशारे में कहा कि वो जानबूझ कर उसका फोन नीचे गिरा दे और इसके बाद उसने दो मिनट बाद उसका फोन मेरे कहने पर नीचे गिरा दिया, जो कि डाईनिंग टेबल के नीचे गिर गया.

इसके बाद में अब बहुत खुश हुई और में नीचे झुककर फोन को उठाने लगी, लेकिन तभी वो बोला कि नहीं में ले लेता हूँ और हमें तो बस उसी मौके का इंतजार था और जैसे ही वो नीचे झुका तो मैंने तुरंत अपने दोनों पैरों को पूरा फेला लिया और अब मैंने उसको अपनी चूत के दर्शन करा दिए, वो दो मिनट तक नीचे ही था और हमारी चूत को निहारता ही रहा और अब में समझ गई थी कि अब शिकार हाथ में आ गया है.

इसके बाद उसने ऊपर आकर हमें एक शरारती मुस्कान के साथ वाईन पीने को कहा. मित्रगणों मैंने इससे पहले कभी पी नहीं थी, लेकिन मैंने उसके कहने पर पीना शुरू किया और थोड़ी सी पीने के कुछ देर बाद मैंने थोड़ा सा नाटक किया और में उसकी गोदी में जाकर बैठ गई, हमारी दोस्त को तो इन सभी की आदत थी तो उसको लगा कि हमें आज सच में चड़ गई है और जब में उसकी गोद में जाकर बैठी तो हमें पता चल गया कि में अब चुदने वाली हूँ, क्योंकि अब उसका लंड तो कड़क होकर पेंट के बाहर आने वाला था और हमें चुभ रहा था.

इसके बाद ख़ान ने हमें उठाने के बहाने से हमारी चूत में अपनी एक उंगली घुसा दी और जिसका हमें बिल्कुल भी विश्वास नहीं हुआ, लेकिन मैंने अपना नाटक चालू रखा और अब मैंने उसके लंड पर अपना एक हाथ रख दिया, में अब उसके लंड के आकार, गरमी को हाथ लगाकर महसूस करने लगी. इसके बाद उसके कुछ देर बाद हम लोगों ने घर जाने का फैसला लिया.

इसके बाद ख़ान ने हमारी दोस्त को कहा कि में इसको घर पर छोड़ दूँगा. मित्रगणों में अंदर ही अंदर बहुत खुश थी और ख़ान को लग रहा था कि हमें चढ़ गई है और में उसी बात का फायदा उठाकर उससे चिपकर बैठ गई और थोड़ी ही दूर जाकर उसने मुझसे बोला कि हमें थोड़ा काम है और वो निपटाकर में तुमको घर पर छोड़ दूँगा और मैंने हाँ कर दिया.

मित्रगणों वो अब हमें बिल्कुल सुनसान रोड पर ले जा रहा था और में समझ गई थी कि आज हमारी चूत चुदाई पक्की है. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि हम कहाँ जा रहे है? तो वो बोला कि पास में ही मेरे एक दोस्त का घर है तो हम वहां पर जा रहे है और थोड़ा आगे जाकर उसने अपनी गाड़ी को रोक दिया, जहाँ पर ना कोई दोस्त था और ना ही उसका घर था और इसके बाद वो मुझसे बोला कि आज तू हमारी रांड है और आज के बाद जिंदगी भर हमारी रांड बनकर रहेगी. इसके बाद मैंने अभी भी नशे में होने का नाटक किया तो उसने मुझसे कहा कि में अपने घर पर फोन करके कह दूँ कि में आज अपनी दोस्त के घर पर रुकूंगी और आज तू हमारी रंडी है.

इसके बाद में उसकी यह बात सुनकर बहुत डर गई थी, लेकिन अब मेरे पास कोई रास्ता भी नहीं था और हमें भी उससे अपनी चुदाई करवानी थी और इसके बाद मैंने अपने घर पर फोन करके बोल दिया कि में आज रात अपनी दोस्त के यहाँ पर रहूंगी और इसके बाद फोन रखते ही उसने हमारी चूत में उंगली रख दी और मुहं पर हाथ रखकर हमें दबोच लिया. इसके बाद मैंने उससे गुस्से में कहा कि में तेरी रंडी जरुर हूँ, लेकिन तू हमें थोड़ा आराम से तो चोद, फ्री में तो तेरी गर्लफ्रेंड भी तुझे अपनी चूत नहीं देगी, लेकिन में तुझे दे रही हूँ मादरचोद. वह समय आज भी मुझे बखूबी याद है.

मित्रगणों वो मेरे मुहं से यह सब सुनकर जोश में आकर गरम हो गया और उसने हमें होंठो पर किस करना शुरू किया और में भी बहुत ही मज़े से उसका पूरा पूरा साथ दे रही थी और थोड़ी देर बाद उसने मेरा वन पीस उतार दिया और अब वो हमें घूर घूरकर देखने लगा, लेकिन अब हमें इस बात का डर था कि कोई वहां पर आ ना जाए तो इसलिए मैंने उससे कहा कि हम घर पर चलते है, यहाँ पर कोई आ जाएगा, लेकिन उसने मेरे मुहं पर हाथ रखकर मेरे बूब्स को चूसने लगा और एक हाथ से चूत को रगड़ रहा था और जिसकी वजह से में बहुत गरम हो गई थी.

इसके बाद मैंने उसका लंड बाहर निकाला और ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी, वो उसकी दोनों उँगलियों को डालकर चूत को ज़ोर ज़ोर से हिला रहा था और में ज़ोर ज़ोर से अआह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह हमारी चूत को फाड़ दो, प्लीज कहने लगी तो वो हमें देखकर बोला कि तू सच में हमारी रंडी है क्यों तेरी चूत अब तक कितनी बार चुद चुकी है? इसके बाद मैंने कहा कि 10-12 बार, लेकिन तेरे जैसा लंड पहली बार मिला है, उह्ह्ह प्लीज अब हमें और मत इंतजार करवाओ और डाल दो अपना लंड हमारी चूत में, फाड़ दो इसे. मेरी चूत से झकड़.. झकड़.. झकड़.. झप.. झप... की आवाजें आ रही थी. 

इसके बाद उसने बोला कि अभी तो इसको मुहं में ले और इसके बाद दस मिनट तक मुहं में लेकर मसाज किया और उसका सारा रस पी गई. अब हम 69 पोज़िशन में थे और में बिल्कुल पागल हो रही थी और उसके वीर्य को पीकर थोड़ी देर बाद उसने हमें अपने ऊपर लेटाया और इसके बाद अपना लंड हमारी चूत में डाल दिया और करीब 15 मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद वो हमारी चूत में झड़ गया और वो सब होने के बाद हमें ध्यान आया कि में बिना कंडोम के चुद गई और इसके बाद में ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और अपनी एक छोटी सी गलती के बारे में सोच सोचकर उसके परिणाम के बारे में सोचने लगी. लंड की प्यासी मेरी चूत.

इसके बाद उसने हमें बहुत देर तक समझाया और हमें किस करने लगा और इसके बाद बोला कि चलो अब घर पर चलते है, हमें पूरे रास्ते भर बहुत दुख था कि मैंने बहुत ग़लत किया, लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता था. इसके बाद हम घर पहुंचे तो उसने हमें इसके बाद से हग किया और बोला कि आज से तू हमारी सब कुछ है और किस करने लगा और में भी उसका साथ दिए जा रही थी. अब हमें उसके साथ डॉगी स्टाईल में सेक्स करना था तो मैंने भी कह दिया कि तुम हमें एक बार डॉगी स्टाईल में चोदो.

मैंने आज तक कभी भी उस तरह से अपनी चुदाई के मज़े नहीं लिए थे और में उस सेक्स अनुभव को भी लेना चाहती थी. इसके बाद वो मुझसे बोला कि ठीक है में तुझे वैसे ही चोदूंगा जैसे तूने मुझसे कहा है. इसके बाद मैंने बोला कि में आपकी रंडी हूँ और अब हमें अपनी रंडी बनाकर रोज चोद और इसके बाद उसने हमें उस रात चार बार चोदा और उसने हमारी गांड, चूत को फाड़ दिया, हमें अपनी चुदाई के मज़े दिए. मित्रगणों आज तक भी वो हमें चोद रहा है और उसने हमें चोदकर हमेशा हमें पूरी तरह से संतुष्ट किया है और में उसके साथ सेक्स करके बहुत खुश हूँ. हर जवान औरत की चूत लंड की प्यासी होती है. एक बार उसने जोश में आकर 7 इंच लंड भोसड़ी के बजाय गांड में धंसा दिया.

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