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पति के दोस्तों की अनोखी रंडी

Posted on:- 2024-01-05


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम गयान्तिका है, में 24 साल की हूँ और हमारी शादी एक मर्चेंट नेवी ऑफीसर से 3 साल पहले हुई थी. मेरा रंग गोरा, बाल लंबे कमर तक और आँखे भूरी है. मेरा फिगर किसी भी मर्द का लंड खड़ा करने के काबिल है, हमारी चूचियाँ गोल और बड़ी है और निपल्स काले और बहुत उभरे हुए है, जो ब्रा और ब्लाउज से भी नहीं छिपते है. हमारी गांड को हिलते देखकर किसी भी लंड का पानी छूट जाए, हमारी चूत के होंठ एकदम रसीले और मोटे है. हमारी चूत के होंठ इतने मोटे है कि पेंटी में तो टिक ही नहीं पाते है, हमारी चूत का रंग अंदर से एकदम गुलाबी है. ये तो हुई हमारे दिखने की बात, अब में सीधी कहानी पर आती हूँ.

 

हमारे पति काम के सिलसिले में आधे साल तो बाहर ही रहते है. हमारी शादी की शुरुआत में तो सब सही था, कभी हम फेसबुक पर सेक्स चैट भी कर लिया करते थे. लेकिन कुछ दिनों के बाद हमारी चूत की प्यास बुझती नहीं थी, इतने सालों में वो जब छुट्टियों में वापस आते, तो तब ही मुझे चोदते है. में इतने सालों में अपने पति से जितनी बार चुदी हूँ, उससे कहीं ज़्यादा तो हमारे रंडी बनने के बाद अलग-अलग मर्दो से चुद चुकी हूँ.

 

शुरुआत की बात है जब में बिल्कुल सीधी साधी थी, मुझे चुदाई का बहुत मन होता था, लेकिन क्या करती? मेरा पॉर्न देखकर भी जी नहीं भरता था और में गैर मर्द से चुदाई के सपने देखकर काम चला लिया करती थी, लेकिन अब हमारी चूत से सहन नहीं हो रहा था और में चुदने के लिए मरी जा रही थी, बस मुझे ख्वाइश थी तो हमारी चूत में एक लंड की. इसके बाद एक दिन की बात है हमारे पति का दोस्त अनीश हमारे घर पर एक ज़रूरी कागज देने आया था, मुझे मालूम था कि वो हमारे बदन पर मरता था.

 

इसके बाद मैंने सोचा कि क्यों ना इसके लंड के पानी से हमारी चूत की प्यास बुझाई जाए? इसके बाद मैंने उसे इशारे देना शुरू किया और पानी देते वक़्त उसे हमारी चूचीयों का मज़ा लेने दिया. इसके बाद में बात-बात पर उसको छूने लगी, अब वो भी हमारे करीब आने लगा और हमारी जाँघो पर अपना हाथ फैरने लगा था. इसके बाद मैंने उसे एक स्माइल दी और वो समझ गया. इसके बाद उसने हमारी साड़ी एक झटके में खींचकर उतार दी और ब्लाउज के हुक तोड़ दिए. अब वो हमारी ब्रा के ऊपर से हमारी चूचीयों को अपने दातों में दबाने लगा था, हायययययी क्या बताऊँ कितना मजा आ रहा था? अब में अपना हाथ उसके लंड पर उसकी पेंट के ऊपर से ही फैरने लगी थी. उसका लंड बहुत ही बड़ा था, इस मोटे लंड से हमारी चूत को चुदना था. ऊफ, अब हमारी रंडी चूत को रुकना ही नहीं था.

 

इसके बाद मैंने उसके भी कपड़े उतार दिए और में उसके लंड को देखती ही रह गयी और उसे अपने हाथ से सहलाने लगी, मुझे इस मोटे लंड से चुदना है, प्लीज़ इसे हमारी चूत में घुसा दो और चोदने लगो ना प्लीज. अब ये सुनकर वो हँसने लगा और हमारे बालों को ज़ोर से पकड़कर मुझे पीछे किया और बोला कि रंडी आज तो तुझे ऐसा चोदूंगा कि इस शहर की टॉप की रंडी की चूत भी तेरे आगे शर्मा जाए, तुझे तो में तेरी सुहागरात से चोदना चाहता था.

 

इसके बाद उसने मुझे एक थप्पड़ मारकर गिरा दिया और हमारे सारे कपड़े उतारे और हमारे पूरे नंगे बदन को चाटने और काटने लगा. इसके बाद वो हमारी चूत का पानी चाटने लगा और अपनी उंगलियां हमारी चूत के अंदर डालकर अंदर बाहर करने लगा. अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, अब कई महीनो के बाद हमारी चूत को मर्द का एहसास हो रहा था. अब में सिसकियां लेने लगी थी, आह आहह ह उम्म्म एमम आअहह एयेए आहह हह एसस्सस्स और करो ना बहुत अच्छा लग रहा है, प्लीज़ और करो ना उम्म्म एम्म्म एम्म्म यअहह आअहहहह.

 

अब वो और ज़ोर-जोर से करने लगा था, अया आहहहहहह. इसके बाद वो अचानक से 69 पोज़िशन में आ गया और उसने अपना मोटा लंड झटके से हमारे मुँह में डाल दिया. अब हमारी तो साँस ही रुक गयी थी, लेकिन जो मज़ा आ रहा था ऊम्‍म्म्ममहहह. अब में उसके लंड को पूरा अपने मुँह में लेकर चूसने लगी थी और उसके बॉल्स को अपने हाथों से सहलाने लगी थी. अब वो हमारी चूत को चाट रहा था, क्या मज़ा आ रहा था उम्म एमम एमम? अब वो काफी देर तक हमारी चूत को चाटता रहा और में उसके लंड को चूसती रही उम्म्म. अब वो हमारी चूत में अपनी जीभ डालकर अंदर बाहर करने लगा था आअहह हह उम्म्म एमम. अब में झड़ने वाली थी, लेकिन उसने मुझे झड़ने नहीं दिया और उठ गया. अब मुझे चुदना था, अब में बेताब हो रही थी मुझे चोदो प्लीज़ हमारी रंडी चूत में अपना लंड डालो ना, आज फाड़ दो हमारी रंडी चूत को प्लीज़.

 

अब ये सुनकर वो हरामजादा हँसने लगा और उसने मुझे झटके से उल्टा कर दिया और बड़ी बेरहमी से उसने अपना लंड हमारी चूत में घुसा दिया ह उम्म्म आह आह ऑश हह उम्म मज़ा आ रहा था उम्म्म. अब वो मुझे एक कुतिया की तरह चोदने लगा था, अब मुझे तो बड़ा मज़ा आ रहा था उम्म अहह चोदो मुझे रंडी की तरह उम्म्म अहह और ज़ोर से अहह फाड़ दो हमारी चूत को आआआआहह उम्म्म्मम. इसके बाद वो मुझे ऐसे ही आधे घंटे तक चोदता रहा, इसके बाद उसने मुझे ऊपर आने के लिए कहा तो में झट से ऊपर आ गई और उसके लंड को अपनी चूत में डाल लिया उम्म्म्म मज़ा आ गया.

 

इसके बाद में उछलने लगी आह क्या मज़ा आ रहा था? अब वो हमारी चूचीयों को दबाने लगा था और हमारी उछलने की स्पीड कम हो जाए इसलिए हमारी गांड पर ज़ोर जोर से थप्पड़ मारने लगा था. अब में और ज़ोर जोर से उछलने लगी थी अहह उम्म्म एस्स उम्म्म. अब में झड़ने वाली हूँ आआहह एस्स आअहह अया आहह फुक्ककक मी आहह हहह और इसके बाद कुछ देर के बाद में झड़ गई.

 

इसके बाद भी वो कमीना ऐसे ही काफ़ी देर तक मुझे चोदता रहा. इसके बाद बहुत देर तक ऐसे ही चोदने के बाद उसने मुझे लेटा दिया और हमारी दोनों टाँगे एक साईड में करके इसके बाद से चोदना शुरू किया. अब हमारी चूत का चुद-चुदकर बुरा हाल हो गया था, लेकिन ऐसा मजा मुझे कभी नहीं आया था. अब वो मुझे ऐसे ही ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा था और अपने एक हाथ से हमारी चूत पर मसाज करने लगा था, आह क्या मजा आ रहा था उम्म? मुझे इसके बाद झड़ना है आअहह और ज़ोर से करो, हमारी चूत को फाड़ दो आहह उम्म्म बहुत मजा आ रहा है आआहहह, हमारी चूत चाट, हमारी रंडी चूत को जोर-जोर से चाट आआ आहहह. अब वो और ज़ोर-जोर से करने लगा था, उम्म अब में झड़ रही हूँ तुम भी हमारी चूत में अपना पानी छोड़ो ना, हमारी चूत की प्यास बुझा दो उम्म्म आहह. अब वो भी झड़ने वाला था तो उसने चुदाई और तेज़ कर दी.

 

अब में चीखने लगी थी और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था आहह आह एस्स फुक्कक मी आहह अहह उम्म और में इसके बाद से झड़ गई और उसने भी हमारी चूत में अपना पूरा पानी छोड़ दिया. इसके बाद उसने ऐसे ही मुझे जाने से पहले 3 बार और चोदा.

 

इसके बाद जाते वक़्त उसने दरवाज़े पर पूछा कि क्यों प्यास बुझ गई? तो मैंने कहा कि हाँ अब तक कि तो बुझ गई, लेकिन आगे का ध्यान रख लेना और हंस पड़ी. दोस्तों अनीश ने हमारी ऐसी जबरदस्त चुदाई की जिससे हमारी चूत को तो लंड का चस्का लग गया, वो हमारे घर किसी ना किसी बहाने से आता और घंटो तक हमारी चुदाई करता और ऐसा काफ़ी दिनों तक चला.

 

इसके बाद एक दोपहर की बात है जब अनीश ने मुझे कॉल किया और बोला कि भाभी जी कैसी हो? आज आपके लिए खास तोहफा ला रहा हूँ, आप तैयार रहना. इसके बाद मैंने हंसकर उससे पूछा कि अच्छा, ऐसा क्या ला रहे हो? वो बोला कि देखकर आप दंग रह जाएँगी, बस आप इंतज़ार करिए और फोन रख दिया. मुझे तो सर्प्राइज़ का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार था. मुझे ये तो मालूम था कि हमारी आज तो जबरदस्त चुदाई होगी, लेकिन कैसे वो तो उसके आने के बाद ही पता चलेगा, इसलिये ज़्यादा सोचना छोड़कर में तैयार होने लगी. मैंने मेहरून कलर की सेक्सी ब्रा पहनी, लेकिन पेंटी नहीं पहनी और काली साड़ी पहनकर तैयार हो गई.

 

तभी डोर बेल की आवाज़ आई तो में दरवाज़ा खोलने गई और अनीश को देखकर में एकदम रांड की तरह पोज़ में आ गई और उसे अंदर बुलाया, लेकिन में ये देखकर चौंक गई कि वो अकेला नहीं था, उसके साथ उसके तीन दोस्त और थे, करण, रवि और प्रतीक. सब हमारे पति के बहुत अच्छे दोस्त थे और में कुछ समझ सकती उससे पहले तो सब दरवाज़ा बंद करके अंदर आ गये. इसके बाद मैने कपड़े ठीक करते हुए अनीश के सामने देखा, अरे वहां कहाँ देख रही हो भाभी जी, हम भी आए है आज आपकी खिदमत में, बहुत किस्से सुने है आपके रंडीपन के और हम भी आपकी चूत का रस पीने आए है और ये कहकर रवि ने हमारी साड़ी खींच ली और सब लोग हंसने लगे.

 

में घबरा गई और गिड़गिड़ाने लगी, प्लीज़ मुझे छोढ़ दो, ऐसा मत करो और तभी अनीश ने ज़ोर से एक थप्पड़ मार दिया मुझे और हमारे बाल पकड़ लिए और कहने लगा कि साली रंडी अब तू हमारी रांड है रांड. अब में जिससे चाहूँ उससे तू चुदेगी वरना तेरे पति को सब बता दूँगा. अब आ जा औकात पर और नाटक बंद कर और नंगी हो जा चल साली रांड.

 

दोस्तों पति को पता ना चले उस डर से में चुप हो गई और अपनी साड़ी उतारने लगी तो कारण आ गया और पीछे से हमारी चूचियां हाथ में लेकर मसलने लगा हाय भाभी जी क्या बदन है आपका? हम सब तो आपके कब से दीवाने है. इसके बाद अजय आया और हमारे पूरे बदन पर हाथ घुमाने लगा. तन्शु और तर्पण ये देख रहे थे और अपना अपना लंड हिला रहे थे.

 

तभी कारण ने हमारे ब्लाउज और ब्रा को उतारकर फेंक दिया और हमारे निपल्स को काटने लगा और चूचियों को पूरा मुहं मे लेने लगा. प्रतीक ने मेरा पेटिकोट उतार दिया और उनसे देखा की मैंने पेंटी नहीं पहनी थी तो वो बोला कि साली रंडी चुदने के लिए इतनी बेकरार है कि चूत भी ढकना भूल गई और बेमतलब का नाटक करती है कि मुझे जाने दो. आज तो तेरा ऐसा भोसड़ा बनाएँगे कि आज के बाद सिर्फ़ एक लंड से तेरा रंडीपना कभी शांत नहीं होगा.

 

ये कहकर उसने मुझे घुटनों पर बिठाया और अपने मोटे लंड को झटके से हमारे मुहं मे डाल दिया. चूस साली, बाहर निकाला तो तेरी खैर नहीं, साली पूरा ले उम्म्म अहजझ उम्म्म्म मुझे मज़ा आने लगा था और में मज़े से प्रतीक का लंड चूसने लगी. तभी करण ने भी अपना लंड हमारे मुहं मे घुसाया और दो लंड को चूसने से हमारी हालत खराब हो गई. मेरा साँस लेना मुश्किल हो रहा था तो मैने लंड को मुहं से बाहर निकाला. तो मैं धीरे धीरे उसकी चूत में ऊँगली अंदर बाहर कर रहा था और वो आहाहह उउउ अहहाअ की आवाज कर रही थी.

 

 

तभी ज़ोर से अनीश ने हमारी गांड पर थप्पड़ मारा और बोला कि साली रांड सुना नहीं क्या कहा गया है तुझसे, लंड बाहर नहीं निकलना है. अब सज़ा मिलेगी तुझे और यह कहते ही उसने हमारी गांड को बेरहमी से उपर उठाया और अपने मोटे लंड को घुसा दिया हमारी गांड मे, आहह आह नहीं. अब में दर्द के मारे चीखने लगी आआहह आहह आआहह, लेकिन इसके बाद डर के मारे लंड चूसने लगी उम्म्म आआहह. अब अनीश हमारी गांड मार रहा था और में प्रतीक और कारण का लंड चूस रही थी. अब मुझे मज़ा आने लगा था उम्म्म आह आहह और रवि हमारी चूचियों को दबा रह था और में एक हाथ से उसके लंड को मसलने लगी. में एक साथ चार लंड का मज़ा ले रही थी और ये तो मैंने कभी सपने मे भी नहीं सोचा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

 

तभी अनीश ने अपना लंड हमारी गांड से निकाला और करण और प्रतीक ने हमारे मुहं से लंड बाहर निकाला. कुतिया बहुत मज़ा आ रहा है ना तुझे, ये तो बस शुरुआत है रंडी और ये कहकर करण बेड पर लेट गया और मुझे अपने लंड पर बिठा लिया. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था उम्म्म आआअहह आआहह. इसके बाद तभी रवि ने ज़ोर से हमारे गांड पर थप्पड़ मारा और चूतड़ो को खोला और हमारी गांड मे अपना मोटा लंड डाल दिया. उसके गद्देदार चूतर अलग से दिखाई देते है.

 

हमारी तो जान ही निकल गई, मानो हमारी गांड और चूत दोनों को एक साथ दो लंड पेल रहे थे. मुझे ऐसा मजा कभी नहीं आया था और में भी दोनों का साथ देने लगी उम्म्म उम्म आहह और चोदो, में तुम्हारी रांड हूँ, मेरा भोसड़ा बना दो प्लीज़, आ आअहह ऐसा मजा मुझे आज से पहले कभी नहीं आया आआ सस्स, फाड़ दो हमारी गांड और चूत. ये सुनकर सब हँसने लगे और बोले लंड घुसते ही आ गयी रांड औकात पर और ये कहकर अनीश ने अपना लंड हमारे मुहं मे घुसेड़ा. इसके बाद तभी प्रतीक ने भी अपने लंड को हमारी गांड मे घुसाने की कोशिश की और में दर्द के मारे चिल्ला रही थी. अब हमारे बदन मे चार लंड घुसे हुए थे और ऐसी रंडियो वाली चुदाई तो में कभी सपने में भी नहीं सोच सकती थी. इसके बाद वो मुझे ऐसे ही बहुत देर तक चोदते रहे. वह समय आज भी मुझे बखूबी याद है.

तभी रवि ने भी अपना पानी छोड़ा और दोनों काफ़ी देर तक लगे रहे. इसके बाद करण भी हमारी गांड में झड़ गया और कुछ देर बाद प्रतीक ने भी हमारे पूरे बदन पर अपना पानी छोड़ दिया.

मेरा चुदाई से हाल बेहाल था और इसके बाद भी हरामजादों ने मुझे अलग अलग पोज़िशन मे रात भर चोदा और सुबह उठकर कब चले गये मुझे पता ही नहीं लगा. मेरा पूरा बदन दर्द से चूर हो रहा था, लेकिन रांड बनकर एक अलग एहसास हो रहा था. उसके चूत से झकड़.. झकड़.. झकड़.. झप.. झप... की आवाजें आ रही थी. 

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