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सुहागन की सील तोड़ी

Posted on:- 2024-09-01


हैल्लो दोस्तों, जैसा कि आप सभी लोग जानते है कि मेरा नाम राहुल है और में दिल्ली का रहने वाला हूँ, में एक जवान और सुंदर लड़का हूँ और मेरी उम्र 24 साल और में अपनी बी.ए. की पढ़ाई एक अच्छे कॉलेज से कर रहा हूँ, मेरे लंड की लम्बाई 6 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है. दोस्तों अब आप सभी को ज़्यादा बोर ना करते हुए में सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. दोस्तों आप लोगों की तरह मुझे भी सेक्सी कहानियों को पढ़ने का बहुत मस्त शौक लगा और में पढ़ने लगा.

उसके बाद मैंने अपनी कहानियाँ भी लिखकर आप तक पहुंचाई, जिसके लिए मुझे आप लोगों के बहुत सारे मैल मिले और में उम्मीद करता हूँ कि इस कहानी के लिए भी आप मुझे मैल जरुर करेंगे, क्योंकि आपके साथ की वजह से ही हमें आगे बढ़ने की हिम्मत मिलती है. दोस्तों यह कहानी करीब पांच महीने पहले की है, जिसमें मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली एक सेक्सी टीचर की चुदाई के बहुत जमकर मज़े लिए.

मैंने उसको अपनी चुदाई से पूरी तरह से खुश कर दिया और मुझे उसकी चुदाई करने के बाद पता चला कि वो पूरी चुदाई उसके सोचे समझे एक विचार का नतीजा थी, जिसको मैंने अपना मन लगाकर पूरा किया. दोस्तों में वैसे हर रोज़ सुबह आठ बजे अपने घर से अपने कॉलेज के लिए निकल जाता था और फिर दोपहर तक में वापस भी आ जाता था. उसके बाद में कुछ देर आराम करता और उसके बाद अपने दूसरे काम किया करता था. दोस्तों मेरे एक पड़ोसी है मिस्टर शर्मा वो एक बहुत बड़े कारोबारी है और उनकी एक मस्त, सुंदर सी पत्नी है, जिसका नाम अंकिता है, जो अपना समय बिताने के लिए पास ही के एक स्कूल में टीचर का काम करती है, वो भी हर सुबह आठ बजे अपने स्कूल जाती है और वो करीब एक बजे वापस अपने घर आ जाती है और उसके बाद वो पूरे दिनभर घर में अकेली ही रहती, क्योंकि उसके घर में अब तक कोई छोटा बड़ा बच्चा नहीं था.

एक दिन मेरे कॉलेज की छुट्टी का दिन था, तो में अपने घर में आराम से सो रहा था और तभी मुझे मेरी मम्मी ने उठाया और वो मुझसे बोली कि तुम उठकर दरवाजा बंद कर लो में ऑफिस जा रही हूँ. फिर मैंने उनके कहने पर उठकर दरवाजा बंद कर दिया और में दोबारा से सो गया. मेरे सोने के करीब तीस मिनट के बाद एक बार फिर से घंटी बजी, तो मैंने दरवाजा खोला और देखा तो अंकिता सामने खड़ी थी.

फिर में उसको अपने सामने देखकर थोड़ा सा हैरान हो गया और में मन ही मन में सोच रहा था कि यह हॉट सेक्सी औरत आज मेरे घर पर कैसे किस काम से आ गई? उस समय में भी बहुत गहरी नींद से उठकर आया था, इसलिए में यह बात भूल गया कि में सिर्फ़ अंडरवियर में हूँ, वो मुझे बहुत घूर घूरकर देख रही थी कि तभी वो अचानक से हंसने लगी और मुझसे पूछने लगी क्या घर में कपड़े भी नहीं है क्या? तभी मैंने अपने नीचे की तरफ देखा और में तुरंत भागकर अपने रूम में चला गया और शर्ट और बरमूडा पहनकर आ गया, तब तक वो हॉल में बैठ गयी थी. फिर मैंने उनसे पूछा कि हाँ कहिए आपका कैसे आना हुआ?

तब वो बोली कि कल हमारे स्कूल में फ़न पार्टी है और में उसकी टिकट बेच रही हूँ, मेरे पास अब दो टिकट बची थी और इसलिए मैंने सोचा कि में यह आपको दे दूँ. फिर मैंने कहा कि आपने बिल्कुल ठीक सोचा और मैंने उनसे टिकट ले ली और थोड़ी देर हमारे बीच इधर उधर की बातें हुई और हमारे बीच हंसी मजाक चलने लगा, जिसकी वजह से उससे मेरी अच्छी दोस्ती हो गयी थी और हमारी उस दिन की मुलाकात के करीब 15 दिन बाद वो एक दिन मेरे कमरे में बैठी हुई थी और में उसके साथ मस्ती कर रहा था. मस्ती मस्ती में मैंने उसके बूब्स को छू लिया और फिर वो उठकर चली गयी. फिर दूसरे दिन वो मेरे कमरे में फिर से आई, लेकिन जब वो आने वाली थी, उससे पहले मैंने अपने कंप्यूटर पर एक सेक्सी फिल्म लगाकर में देख रहा था और जब वो कमरे में आई तो उसने देखा कि सेक्सी फिल्म चल रही है.

तभी मैंने उस फिल्म को तुरंत बंद कर दिया और मुझे बहुत अच्छी तरह से पता था कि वो मुझसे जरुर पूछेगी कि तुम क्या देख रहे थे? और अब उसने मुझसे वही बात पूछी, तो मैंने उससे कहा कि कुछ नहीं वो तुम्हारे काम की चीज़ नहीं है, तो वो अब मुझसे ज्यादा ज़िद करने लगी और तब मैंने उससे कहा कि में सेक्सी फिल्म देख रहा था. तब वो मुझसे बोली कि वो मुझे भी देखनी है. फिर मैंने उस फिल्म को दोबारा से शुरू कर दिया और थोड़ी देर के बाद में उसके करीब जाकर बैठा तो उसने मुझसे पूछा क्या तुमने कभी ऐसा किया है? तो मैंने कहा कि हाँ किया है और अब में तुरंत समझ गया कि वो मुझसे अपनी चुदाई करवाना चाहती है और में यह बात सोचकर उसको झट से पकड़कर किस करने लगा और शुरू में वो ना नहीं करने लगी, लेकिन में नहीं माना तो वो थोड़ी ही देर बाद शांत हो गयी और में धीरे धीरे उसको चूमता रहा, जब मुझे एहसास हुआ कि वो अब पूरी तरह से गरम हो चुकी थी. तब मैंने उसके कपड़े उतारना शुरू किया और उसने उस समय बहुत टाईट साड़ी बाँध रखी थी, जिसमें वो बहुत सेक्सी लग रही थी.

दोस्तों उसके थोड़ा सा विरोध करने के बाद भी उसके कपड़े उतारने के बाद में पहली बार अपनी चकित आखों से उसकी कोमल, नाज़ुक जवानी को देखकर थोड़ी देर तक बिल्कुल दंग सा रह गया. दोस्तों उसका फिगर बिल्कुल मस्त आकार का था और उसका फिगर यही कोई 36-28-34 था और उसके वो दोनों बूब्स तो बड़े बड़े आकार के और गोरे भी थे. तब मैंने देखा कि उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसकी बड़ी मस्त गुलाबी रंग वाली एकदम रसीली चूत थी, जिसको देखकर में अपने पूरे होश खो बैठा था. फिर मैंने सही मौका देखकर अपने कपड़े भी उतार दिए और फिर जैसे ही मैंने अपनी अंडरवियर को उतारा, तो वो मेरा 6 इंच लंबा और 4 इंच मोटा लंड देखकर एकदम दंग रह गई और उसके मुहं से एक ही शब्द हाए राम इतना लंबा मोटा निकला और वो मुझसे पूछने लगी क्या में इसको झेल सकती हूँ.

मैंने इससे पहले कभी भी ऐसा कुछ काम इतने मोटे, लंबे से नहीं किया है, में यह सब कैसे कर सकती हूँ? नहीं तुम रहने दो वरना मुझे बहुत दर्द होगा. फिर में उससे बोला कि मेरी जान अगर आज में तुम्हें इतना मस्त मज़ा देकर खुश कर दूंगा, जिसकी वजह से तुम खुद अपने कूल्हों को उठा उठाकर मेरा पूरा लंड अपनी चूत में ना ले लो, तो मेरा नाम बदल देना. फिर मैंने उससे अपना लंड उसके मुहं में लेने के लिए कहा, तब वो कहने लगी कि नहीं मैंने ऐसा पहले कभी भी नहीं किया है और वैसे भी में इतना बड़ा, मोटा कैसे ले सकती हूँ? नहीं में तुम्हारा लंड नहीं ले सकती, मेरा दम घुट जाएगा, में तो मर ही जाउंगी.

फिर मैंने उससे कहा कि तुम इस बात की बिल्कुल भी चिंता मत करो मेरी जान, में बड़ी धीरे धीरे करूँगा, जिसकी वजह से तुम्हें दर्द नहीं मज़ा ज्यादा आएगा और फिर वो मेरे बहुत बार कहने समझाने के बाद मेरी बात को सुनकर मेरा लंड अपने मुहं में लेकर करीब बीस मिनट तक चूसती रही, क्योंकि उसको ऐसा करने में बड़ा मज़ा आने लगा था.

दोस्तों वो आज पहली बार यह सब कर रही थी, लेकिन किसी वो अनुभवी लड़की की तरह यह सब कर रही थी. फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और उस समय वो मेरे ऊपर थी और मेरा लंड बहुत ज़ोर ज़ोर से जितना हो सकता था उतना अपने मुहं में लेकर चूस रही थी, उसको ऐसा करने में बड़ा मज़ा आ रहा था और में भी उसकी चूत को चाटने, चूसने लगा.

फिर वो कुछ देर बाद छटपटाने लगी और में अपनी जीभ को उसकी चूत में डालकर उसको अपनी जीभ से चोदने लगा और वो अपने मुहं से आह्ह्ह्हह् उह्ह्हह्ह कर रही थी, उसको आज पहली बार एक साथ दो मज़े मिल रहे थे, एक तो अपनी चूत को मुझसे चटाने का और दूसरा मेरा लंड चूसने का, जिसकी वजह से मेरा लंड लोहे की तरह सख़्त हो गया था. अब मैंने उसको बेड पर लेटा दिया और मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रखकर धीरे धीरे धक्का देकर अंदर डालने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसकी चूत बहुत टाईट होने की वजह से वो अंदर नहीं जा रहा था. तभी में उठ गया और तेल लाकर मैंने उसकी चूत पर और कुछ अपने लंड पर लगाकर मैंने चूत के साथ साथ अपने लंड को एकदम चिकना कर दिया.

अब उसकी चूत के छेद पर लंड को रखने के बाद मैंने उसके गुलाबी होंठो पर अपने होंठ रखकर में उसको किस करने लगा और उसी समय ठीक मौका देखकर मैंने एक ज़ोर का झटका दिया, जिसकी वजह से पूरा लंड उसकी चूत को चीरता फाड़ता हुआ अंदर तक जा पहुंचा और दर्द की वजह से उसके मुँह से एक बहुत ज़ोर की चीख निकल गयी, लेकिन वो मेरे मुँह के अंदर ही दबकर रह गई. दोस्तों मैंने देखकर महसूस किया कि उसकी चूत की सील टूटने की वजह से अब उसकी चूत से खून बहना शुरू हो गया था और वो रोने भी लगी थी. फिर में थोड़ी देर उसकी टाईट, रसीली, कामुक चूत में अपना बड़ा और मोटा लंड डाले हुए बिना हीले उसके ऊपर पड़ा रहा और उसके दोनों बूब्स को दबाता भी रहा और उसको किस करता रहा, जिसकी वजह से उसको थोड़ी देर बाद जब अच्छा लगने लगा.

तब मैंने सही मौका देखकर धीरे धीरे झटके देना शुरू कर दिया और में अब उसकी बिल्कुल फ्रेश चूत में अपना बड़ा और मोटा लंड अंदर बाहर करके उसको चोद रहा था और वो भी नीचे से उसके कूल्हे उठा उठाकर मेरे साथ साथ अपनी चुदाई के मज़े लेकर मुझसे चुदवा रही थी, उसके मुँह से अब बड़ी सेक्सी सी जोश भरी आवाजे आ रही थी और वो मुझसे कह रही थी ऊहह्ह्हह् राहुल मेरे राजा प्लीज आज तुम मुझे एक पूरी औरत बना दो, इस कुंवारी कली को एक फूल बना दो, में कब से ऐसी चुदाई के लिए तरस रही हूँ, तुम आज मुझे चुदाई का पूरा मज़ा वो सुख दो, मुझे खुश कर दो अपनी चुदाई से, दिखाओ मुझे अपना दम और करो मुझे खुश.

दोस्तों अब वो मेरा पूरा पूरा लंड ले रही थी और मुझे अपनी ताबड़तोड़ चुदाई के लिए ललकार रही थी और वो कह रही थी हाँ और ज़ोर से चोदो अपनी रानी को आह्ह्हह्ह उफफ्फ्फ्फ़ आज तुमने मुझे स्वर्ग का मज़ा दे दिया है, उफफ्फ्फ्फ़ अब तो में तुमसे ही हर दिन सुबह, शाम, दिन, दोपहर अपनी चुदाई करवाया करूंगी, हाँ आज तुम फाड़ दो अपनी रानी की चूत को, बना दो उसका भोसड़ा, उईईई हाँ पूरा अंदर तक जाने दो वाह मज़ा आ गया, तुम बहुत अच्छे हो.

दोस्तों उसके मुँह से ऐसी जोश भरी बातें सुनकर मुझे अब बड़ा जोश आ रहा था और इसलिए में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उसकी चूत को चोद रहा था और मेरे हर एक धक्के में वो एक दो इंच ऊपर हो रही थी और ज़ोर ज़ोर से हिल रही थी. करीब तीस मिनट की चुदाई के बाद वो मुझसे कहने लगी, मेरा राहुल राजा में अब झड़ने वाली हूँ, ऊहह्ह्ह्ह्ह्ह आहह्ह्ह्ह यह लो में झड़ी आईईईईईईई और अब उसने मुझे अपने दोनों पैरों के बीच में जकड़ किया था और में भी रुक गया और वो जब पूरी तरह से झड़ गयी, तब मुझसे बोली कि राहुल मेरी जान आज तुमने मुझे फूल बना दिया है.

फिर मैंने उससे पूछा कि तुम खुश तो होना? वो बोली कि आज से पहले में कभी भी इतनी खुश नहीं हुई, मुझे तुमने वो मज़ा दिया है जिसको में तुम्हें किसी भी शब्द में कहकर नहीं बता सकती. फिर में बोला कि ठीक है अभी मेरा झड़ना बाकी है, अब तुम जल्दी से डॉगी की तरह हो जाओ, में अब तुम्हें पीछे से आकर चोदना चाहता हूँ और वो मेरे कहते ही तुरंत घूम गयी. फिर मैंने देखा कि पीछे से उसके कूल्हे बहुत मस्त लग रहे थे. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या में तुम्हारी गांड में अपना लंड डाल सकता हूँ?

वो बोली कि तुम आज जो चाहो वो सब करो, बस मुझे मज़ा आना चाहिए. फिर मैंने उससे बोला कि शुरू में तुम्हें थोड़ा सा दर्द जरुर होगा, लेकिन उसके बाद में मज़ा आएगा. फिर वो बोली कि मुझे पता है और वैसे भी में तुमसे ना भी करूँ, तब भी तुम ज़बरदस्ती मेरी गांड ज़रूर मारोगे, क्योंकि में भी आज पहली बार गांड चुदवाने का मज़ा लेना चाहती हूँ, लेकिन बस तुम मेरी गांड को आराम से मारना.

फिर मैंने कहा कि हाँ ठीक है. फिर मैंने थोड़ा सा तेल लिया और उसकी गांड पर लगा दिया और कुछ अपने लंड पर भी लगाया. उसके बाद मैंने उसकी गांड के छेद पर अपना 6 इंच लंबा और 5 इंच मोटा लंड रखा और एक जोरदार धक्का मारा, उसने दर्द की वजह से अपने दोनों होंठ दबा लिए, जिसकी वजह से उसकी चीख बाहर नहीं आ सकी और मैंने देखा वो अब रो रही थी. फिर मैंने उससे पूछा अंकिता क्या तुम्हें दर्द हो रहा है तो हम रहने देते है? अब वो बोली कि नहीं राहुल प्लीज तुम अपना लंड बाहर मत निकालना, तुम पूरा लंड मेरी गांड में डाल दो. फिर में भी नहीं रुका और मैंने अपना पूरा लंड बाहर करके एक जोरदार झटका मारा, जिसकी वजह से मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी गांड में समा गया और फिर में रुका नहीं और में बहुत ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उसकी गांड मारता रहा.

दोस्तों उसकी गांड उसकी चूत से भी ज़्यादा टाईट थी, मुझे उसकी गांड मारने में पहले से बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था और वो भी सिसकियों के साथ मेरी चुदाई का मज़ा ले रही थी और ओह्ह्ह्हह आआहह्ह्ह हाँ मारो राहुल और ज़ोर से मारो मेरी गांड, जितना चाहो मारते रहो, मुझे तुमसे चुदवाने में बहुत मज़ा आ रहा है. करीब तीस मिनट तक उसको चोदने के बाद मैंने निकिता से कहा कि मेरी जान में अब झड़ने वाला हूँ.

फिर वो बोली प्लीज राहुल तुम मेरी गांड को अपने इस अनमोल रस से भर दो, में तुम्हारा बहुत एहसानमंद रहूंगी और इस बीच में अपनी चरमसीमा पर आ गया था और बहुत ज़ोर ज़ोर से अपना लंड उसकी गांड में डालकर चोद रहा था और वो आह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ्फ़ मारो और ज़ोर से मारो चिल्ला रही थी कि तभी में झड़ने लगा और मैंने अपना प्यारा रस उसकी गांड में डाल दिया और झड़ने के बीच उसको भी मेरा रस अपनी गांड में महसूस हो रहा था, जब में पूरा पानी उसकी गांड में निकालकर अपना लंड बाहर किया तो उसकी गांड से मेरा पानी बाहर आ रहा था. फिर वो कुछ देर बाद उठकर बाथरूम चली गई और उसने अपने कपड़े पहन लिए और वापस आने के बाद वो मुझे किस करने लगी.

फिर मैंने अंकिता से पूछा कि तुम तो शादीशुदा हो और फिर तुम्हारी चूत से इस चुदाई में खून कैसे आया? वो बोली कि प्लीज तुम यह बात किसी को बताना नहीं, मेरे पति मुझे कभी भी ठीक तरह से चोद नहीं पाते है और उनका लंड चार इंच से ज़्यादा लंबा मोटा नहीं है, जिसकी वजह से वो आज तक मेरी चूत की सील भी नहीं तोड़ सके, वो तो मेरी चूत में अपना लंड डालकर धक्के देने के एक या दो मिनट में ही झड़ जाते है और में हमेशा प्यासी ही रह जाती थी, उन्होंने मुझे आज तक कभी भी जमकर चुदाई के मज़े नहीं दिए. उन्होंने मुझे कभी भी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं किया है.

दोस्तों में उसके मुहं से वो सभी बातें सुनकर एकदम हैरान था, लेकिन मुझे उन सब बातों से क्या? मुझे तो चुदाई करने के लिए एक प्यासी चूत चाहिए थी, जो मुझे मेरी अच्छी किस्मत से मिली और वो भी कुछ ज्यादा ही मस्त और कुंवारी निकली. फिर उसने मेरी तरफ मुस्कुराकर मुझसे पूछा कि राहुल अब जब कभी भी सेक्स करने का सही मौका मिलेगा तो क्या तुम मेरी चुदाई करोगे?

तब मैंने भी मुस्कुराते हुए उससे कहा कि तुम्हें ना करने वाला कोई पागल ही हो सकता है, तुम जब भी मुझे याद करोगी, में तुम्हारी सेवा करने आ जाऊंगा, बस तुम मुझे ऐसे ही अपनी सेवा का मौका देती रहो, में तुम्हें मेरी चुदाई से हमेशा खुश करूंगा और फिर वो मुझे किस करके बहुत खुश होती हुई चली गयी. फिर दो तीन दिन तक वो मेरे यहाँ नहीं आई, लेकिन उसके बाद जब भी हमे मौका मिलता है, में उसको बहुत जमकर चोदता हूँ और आज तक मैंने उसको कितनी बार चोदा, यह मुझे भी याद नहीं है, लेकिन हाँ आज भी में उसको बड़े प्यार और मजे से चोदता हूँ और वो भी हमेशा मेरा पूरा पूरा साथ देकर मुझसे अपनी चुदाई करवाती है.

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