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महिला पार्टनर के साथ सेक्स टाइमिंग बढ़ाने के नियम

Posted on:- 2024-04-09


आज के समय में जितना अधिक पुरुष सेक्स को लेकर उत्सुक  रहते है उससे कई गुना ज्यादा महिलाएं उत्तेजित रहती है. लेकिन सेक्स करना भी एक हद तक ही सही है. 24 घंटे में अधिकतम 3 या 4 बार ही सेक्स करना चाहिए. शरीर से अधिक मात्रा में ब्रहमचर्य रिलीज़ होने से दिमांग पर सीधा अटैक करता है. पुरुष जिस समय सम्भोग कर रहे हों उस समय उत्तेजना के साथ ब्रह्मचर्य बहार निकला जाता है. उस अवस्था में पुरुष और महिलाएं दोनों एक दूसरे के आकर्षण में तीव्र घर्षण पैदा कर रहे होते है. ऐसे में जब पुरूष का ब्रह्मचर्य निकल रहा हो तो उसको रोकना नहीं छाये अन्यथा अनर्थ हो सकता है. क्योकि इस परिस्थिति में यदि वीर्य गिरने से रोका तो लिंग की नली  फट सकती है. पुरुष अपने लिंग के आगे का भाग कस्के दबाकर वीर्य को न रोके।

लंबे समय तक टिकने के उपाय-

आप सभी जानते है, एक स्पर्म बनने में 70-72 दिन का समय लगता है. आप को बताते चलें कि जब भी सेक्स करें तो सेक्स करने की शुरआत धीरे धीरे करनी चाहिए. पहले अपने फीमेल पार्टनर की जांघों को सहलाएं या उसके बूब्स को दबाये, होठों को चुसे आदि तरिके से शुरुआत की जा सकती है. क्यूंकि लड़कियों को सेक्स की शुरुआत हौले हौले पसंद है. कई बार तो आपको उसकी जांघों , बूब्स, गलों को चाटना भी चाहिए. इसके साथ ही आप अपनी टारगेट गति को तेज करते जाइए और उसकी दोनों टाँगों के बीच मैं खुद बैठ जाओ. अब अपना खेल सुरु करते जाइए, टाँगे ऊपर उठा कर अपने लिंग को उसकी योनि में धसने का धीरे धीरे प्रयास करते रहे. और उस क्षण की प्रतीक्षा करें जब लिंग योनि में प्रवेश कर जाता है।

अब महिला पार्टनर का रिस्पांस मिलना शुरू हो जाएगा. यही वो अवस्था होती है जिसमें अक्सर लोग पूछते है की महिला कितनी देर में संतुष्ट होती है तो यही से महिला संतुष्ट होने लगती है. इसलिए अगर सेक्स करने से पहले फोरप्ले किया जाए तो महिला और पुरूष दोनों एक साथ आर्गेज्म का आनंद ले सकते हैं. कई अनुभवशील की राय से यह पता चला है कि महिलाओं को फोरप्‍ले के दौरान होने वाली उत्तेजना एकदम अलग तरह की होती है. यह कहना शतप्रतिशत सत्य है की पुरुष के लिंग का साइज महिला की योनि के अन्दर तक घर्षण करने में समर्थ होगा तभी महिला संतुष्ट होगी।

कई बार लिंग का साइज कम होने पर भी महिला अधिक संतुष्ट महसूस कर सकती है, यदि  पुरूष फोरप्ले और सेक्स को एन्जॉय करता है और पार्टनर की इच्छाओं पर फोकस करता है। वहीं, एक सर्वे में यह भी पता चला कि महिलाओं की अपेक्षा पुरुष लिंग के आकार को लेकर अधिक चिंतित रहते हैं। कहीं मेरा पार्टनर मेरे लिंग के साइज कम होने की वजह से मुझसे असंतुष्ट तो नहीं रह जाता हो।

सेक्स टाइमिंग बेहद जरुरी-

सेक्स के दौरान यदि आप जल्दबाजी करते है तो आप पार्टनर के साथ ज्यादा सेर तक नहीं टिक पाओगे। पोजीसन और मानसिक दशा पर सतर्कता बरतने की जरूरत होती है. अगर शुरुआत जल्दबाजी के साथ डौगी पोजीसन में होती है तो निश्चित ही पुरुष 2 मिनट के अंदर ही झड़ जाएगा। इसलिए मानसिक संतुलन को रोक कर पोसिसान बदल  बदल कर सेक्स टाइम बढ़ाया जा सकता है।

सैक्स के फायदे, नुकसान और समाधान-

एक सर्वे से यह भी पता चला है कि जो लोग सैक्स को ले कर उदासीन रहते हैं उन्हें मीनोपोज के बाद आस्टियोपोरोसिस की समस्या का खतरा रहता है. समयानुसार सैक्स करने से से एस्ट्रोजन हारमोंस का रिसाव ज्यादा होता है जो सेहत के लिए फायदेमंद होता है. इस रिसाव के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है। सैक्स ऐक्सपर्ट मानते हैं कि युवाओं में अकसर सैक्स के दौरान एनर्जी लैवल और ऐक्ससाइटमैंट की कमी के चलते तनाव रहता है. ऐसे में वे सुझाव देते हैं कि ऐरोबिक्स शरीर को फिट रखने के लिए सब से बेहतरीन और शानदार वर्कआउट है. इस को करने से शरीर में हमेशा उत्तेजना और फुरती बनी रहेगी. ऐरोबिक्स एनर्जी लैवल को हमेशा बढ़ाए रखता है. सच तो यह है कि, सेक्स के बाद कुछ स्पर्म का योनि से बाहर निकलना पूरी तरह से सामान्य है, जो आपके साथी के आपकी योनि में स्खलन के साथ समाप्त होता है, ऐसा  एक प्रसूति-स्त्री रोग विशेषज्ञ मोनिका आहूजा का कहना है ।

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