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सामने वाली खिड़की में

Posted on:- 2024-11-11


हैल्लो दोस्तों, मेरी इस साईट पर ये पहली कहानी है. मेरा नाम रंजन है और मेरी हाईट 6 फुट है और बॉडी भी ठीक है. मेरे लंड का साईज़ इतना है कि किसी भी लड़की या औरत को फुल सॅटिस्फाइड कर सकता है. अब में आपको भाभी की बात बताता हूँ, जिसके साथ मैंने पहली चुदाई की. उसका नाम रेशमा है और उसका फिगर बहुत मस्त है एकदम कमाल का, उनका फिगर साईज 34-28-36 है और वो दिखने में भी बहुत सुंदर है और उसके दो बच्चे है, लेकिन वो लगती नहीं है कि उसके दो बच्चे होंगे. उसकी उम्र 30 साल है, वो मुझसे 5 साल बड़ी है और अब में आपको ज्यादा बोर ना करते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ.

ये बात पिछले साल गर्मियों की है. में अपने शहर में ही एक फ़ार्मा कंपनी में जॉब करता हूँ. जहाँ मेरा घर है उसके पास वाले घर में ऊपर वाले फ्लोर पर एक कमरा किराये के लिए खाली था और उसमें जो किचन था तो उसकी खिड़की एकदम मेरे कमरे के सामने थी. फिर कुछ दिन के बाद उसमें एक भैया-भाभी और उनके दो बच्चे रहने आए. भैया बाहर जॉब करते थे तो इसलिए वो कुछ दिन रहकर चले गये, अब उनसे मेरी बातचीत होने लगी थी, लेकिन भाभी से अभी तक मेरी कोई बात नहीं हुई थी. फिर कुछ दिन ऐसे ही निकल गये और ठंड का मौसम शुरू हो गया तो में शाम को ऑफिस से आकर छत पर टहलने जाता था तो वो भाभी भी अपनी छत पर घूमती रहती थी और मुझे देखती रहती थी.

फिर भी मैंने कुछ नहीं कहा बस वो रोज मुझे देखती रहती थी. एक दिन रात को में अपने कमरे में ऑफिस का कुछ काम कर रहा था तो वो अपने किचन में खड़े होकर मुझे देखने लगी और कुछ इशारे करने लगी तो मुझे लगा कि ऐसे ही कर रही होगी, लेकिन वो उसका रोज का सीन हो गया था. फिर एक दिन मैंने उससे उसका फोन नम्बर माँग लिया तो उसने पहले देने से मना कर दिया और कहाँ कि में सिर्फ़ अपने जानने वालों को नंबर देती हूँ. फिर मैंने कहा कि ओके.

फिर रात को वो फिर से किचन की खिड़की में आ गयी तो मैंने उससे फिर से इशारे में नंबर माँगा तो उसने इशारों में हाथ की उंगलियों से अपना नंबर बता दिया. फिर मैंने उस रात उसको फोन किया और उससे नॉर्मल बातें की, अब कुछ दिन तक ऐसे ही चलता रहा. फिर धीरे-धीरे में उस पर लाईन मारने लगा और मैंने उससे कहा कि तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो तो उसने भी कहा कि तुम भी मुझे बहुत अच्छे लगते हो.

फिर मैंने उसे आई लव यू कहा तो उसने भी रिप्लाई में कह दिया. फिर ऐसे ही कुछ दिन तक हमारी बातें होने लगी. फिर एक दिन मैंने उसे रात को छत पर बुलाया तो उसने मना कर दिया कि में रात को नहीं आउंगी, लेकिन मैंने ज़ोर डाला तो वो मान गयी और रात को 11 बजे छत पर आ गयी. अब में भी अपनी छत पर चला गया और उसको वहाँ देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया था, अब चाँद की रोशनी में उसका बदन बहुत सेक्सी लग रहा था. फिर मैंने जाते ही उससे कहा कि मुझे तुम्हें किस करना है तो उसने नहीं कहा, लेकिन मैंने कहा कि करो नहीं तो में जा रहा हूँ तो उसने मुझे अपनी छत पर बुलाया और मुझसे चिपक गयी और अपनी जीभ मेरे मुँह में घुसा दी. अब मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था, में पहली बार किसी को किस कर रहा था. हमने लगभग 15 मिनट तक ऐसे ही किस किया.

फिर मैंने उसके बूब्स को दबाना चाहा, लेकिन उसने मुझे रोक दिया और कहा कि में शादीशुदा हूँ. फिर मैंने कहा कि तो यहाँ क्यों आई? फिर तो उसने कुछ नहीं कहा और में उसके सूट के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाने लग गया. अब उसकी आहें निकलने लगी थी और वो मुझे किस करने लगी थी. फिर उसके बाद उसने मुझे रोका और कहा कि बाकी का किसी और दिन करेंगे, जब मौका होगा. फिर मैंने भी जाते-जाते उसे एक जोरदार किस किया और उसको पूरा स्मूच कर लिया.

फिर एक दिन हमारे पड़ोस में शादी थी तो उन्होंने शादी में सबको बुलाया था और उसको भी बुलाया था. उस दिन बारात बहुत लेट आई तो सब वहीं रुके हुए थे तो में घर आ गया और वो भी अपने घर आ चुकी थी. फिर मैंने उससे बोला कि में तेरे कमरे में आ रहा हूँ तो उसने कहा कि आ जाओ. फिर में अपनी दीवार कूदकर उसके घर गया तो उसने अपने कमरे का दरवाजा खोल रखा था और वो वहीं पर खड़ी थी. अब उसे देखते ही मेरा लंड जैसे बाहर आने को बेताब था और जब उसने एक नाईटी पहनी हुई थी और उसने अंदर कुछ नहीं पहना था. फिर मैंने जाते ही उसे पकड़ लिया और दरवाजा बंद कर लिया, अब कमरे में उसके बच्चे भी थे तो उसने अपने किचन में एक बिस्तर लगा रखा था.

फिर हम दोनों उसी पर बैठ गये और एक दूसरे को देखते रहे. फिर मैंने उसके माथे पर किस किया. फिर उसके गालों पर किस किया और फिर उसके कान पर काटा और फिर उसकी गर्दन पर किस किया और फिर उसके रसीले होंठो पर अपने होंठ रख दिए और उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी और बहुत ही जोर ज़ोर से किस करने लगी. अब उसकी साँसे भी तेज होने लगी थी.

फिर मैंने धीरे-धीरे से उसकी नाईटी की चैन खोली और उसे पूरा नंगा कर दिया. अब उसका गोरा और चिकना बदन देखकर में पूरा पागल हो गया था और उसके शरीर पर टूट पड़ा और उसको जगह-जगह काटने लगा, उसके बूब्स को अपने हाथों से दबाने लगा. फिर मैंने उसके एक बूब्स को अपने मुँह में लिया और चूसने लगा, अब वो पागल होने लगी थी और कहने लगी कि और चूसो प्लीज.

अब में उसके एक बूब्स को चूसता रहा और दूसरे बूब्स को अपने हाथ से दबाता रहा और फिर दूसरे को चूसने लगा और उसके निप्पल को दाँत से खींचने लगा. अब वो मानो पागल हो गयी थी और उछलने लगी थी और मेरा सर बूब्स में दबाने लगी थी. फिर मैंने उसकी नाभि पर किस किया और वहाँ खूब चाटा तो वो मेरे सर को नीचे धकेलने लगी.

फिर मैंने उसकी शेव चूत पर एक किस किया, अब उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी. फिर मैंने उसे पहले उसकी नाईटी से साफ किया और फिर उसकी चूत को किस किया और अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर डालने लगा. अब वो तो बस सब भूल गयी थी और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी, आह आह और अंदर डालो. फिर में उसकी चूत के दाने को अपने हाथ से मसलने लगा तो उसने मेरे सर को ज़ोर से अपनी टांगो के बीच में दबा दिया और अपना माल छोड़ दिया. अब मेरा पूरा मुँह उसके माल से भर गया था, लेकिन मैंने उसे पिया नहीं और वहीं किचन में फेंक दिया और अपना मुँह धोकर फिर से उसकी चूत साफ करके किस किया.

फिर उसने मुझे नीचे लेटा दिया और मेरी टी-शर्ट निकाल दी और मेरी बालों भरी छाती पर किस करने लगी और फिर नीचे जाते-जाते मेरे पजामे को भी निकाल दिया और मेरे अंडरवियर के ऊपर से ही मेरे लंड को मसलने लगी. अब में तो जैसे सातवें आसमान में था. फिर उसने मेरे अंडरवियर को भी निकाल दिया और मेरे लंड पर एक किस किया और मुझे देखने लगी.

फिर मैंने उसे चूसने को कहा, लेकिन उसने कहा कि आज तक उसने लंड कभी नहीं चूसा है. फिर मैंने उससे कहा कि एक बार बस चूस लो तो वो मान गयी और उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया. अब जैसे ही मेरा लंड उसके मुँह में गया तो में जैसे पागल ही हो गया और मुझे इतना अच्छा लगा की क्या बताऊँ? फिर 10 मिनट तक चूसने के बाद में झड़ गया तो उसने अपने मुँह से मेरा सारा माल बाहर निकाल दिया और फिर वो अपना मुँह धोकर आई.

फिर मैंने उसके पैरों को किस किया और फिर ऊपर आते-आते उसकी जांघो को किस किया. बहुत सेक्सी जांघे थी उसकी. अब मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया था. फिर मैंने उसकी जांघो को जगह-जगह काट दिया था. फिर मैंने उसकी चूत पर एक किस किया और ऊपर आकर उसके बूब्स को चूसने लगा और अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा. अब वो तड़पने लगी और कहने लगी कि अंदर डाल दो ना अब प्लीज, लेकिन मैंने अपना लंड नहीं डाला. फिर उसने मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़कर अंदर डाल दिया.

फिर मैंने भी एक झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में अंदर चला गया. अब उसकी आहह निकल गयी थी, उसकी चूत के अंदर इतनी गर्मी थी कि मुझे मज़ा आ गया. फिर मैंने धीरे-धीरे अपनी स्पीड तेज की और उसकी आहें निकलने लगी, आहह आहह्ह्ह और ज़ोर से करो जान, तुम्हारा लंड बहुत अच्छा है में तो पागल हो रही हूँ और अपने नाख़ून मेरी पीठ पर रगड़ने लगी.

फिर 15 मिनट की चुदाई के बाद मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा तो वो घोड़ी बन गयी. फिर मैंने पीछे से अपना लंड उसकी चूत में डाला और ज़ोर-ज़ोर से उसकी चुदाई करने लगा. अब वो और ज़ोर से चिल्लाने लगी आह आहह्ह्ह जान, तुमने मुझे मार दिया, मेरे पति ने भी मुझे ऐसे कभी नहीं चोदा आह्ह्ह्ह, आज से में तुम्हारी हूँ और तुम जब चाहो मुझे चोद लेना. अब 15 मिनट की चुदाई में वो दो बार झड़ चुकी थी. फिर मेरा भी प्रेशर बन गया और मैंने उसे बिना बताए अंदर ही अपना माल छोड़ दिया. अब वो बहुत खुश थी. फिर उसने मुझे किस किया और हम एक दूसरे से लिपटकर लेट गये. उस रात मैंने उसे एक बार और चोदा.

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