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लिली एक पहेली

Posted on:- 2021-06-09


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सोनू है और में कटक का रहने वाला हूँ, मेरी इस साईट पर यह पहली कहानी है. में एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर हूँ और में दिखने में ज़्यादा सुंदर नहीं हूँ, लेकिन मेरी जिंदगी में ऐसे कई किस्से है जो में आप लोगों के साथ शेयर करना चाहता हूँ. इससे पहले में बता दूँ कि में इस साईट का बहुत बड़ा फैन हूँ और यह हसीन किस्सा कुछ इस तरह शुरू हुआ कि मेरे एक्सिडेंट की वजह से में अपना 12वीं का एग्ज़ॉम नहीं दे सका. अब मेरे घर में यह चिंता हो गयी तो में पढ़ाई पूरी करने अपनी बुआ के घर में शिफ्ट हुआ और वहाँ मेरा सरकारी कॉलेज में एड्मिशन कर दिया.

मेरी बुआ का घर मेरे घर से 350 किलोमीटर की दूरी पर था और उस जगह का नाम कूचिन्डा था. अब में बस में पूरी नाईट सफ़र करके सुबह 6 बजे वहाँ पहुँच गया. वहां अंकल मुझे लेने आए थे और हम चलते-चलते घर पहुँच गये. अंकल वन विभाग में बाबू थे और बुआ का एक बेटा (साहिल) और एक बेटी (सिमरन) थी. साहिल 5वीं क्लास में था और सिमरन 9वीं क्लास में थी, वो दोनों पढ़ाई में बहुत अच्छे थे. सिमरन तो अपने डांस के लिए बहुत फेमस थी. अब में फ्रेश होकर नाश्ता कर रहा था, तो किसी ने बेल बजाई तो अंकल ने गेट खोला और उसे आने को कहा. फिर अंकल ने मुझे मुस्कुराते हुए बोला कि तुम्हारी दोस्त आई हुई है, तो अब में हैरान हो गया, क्योंकि मेरा कोई दोस्त वहाँ नहीं रहता था.

फिर मैंने जब उसे देखा तो देखता ही रह गया. फिर उसने मुझे हाय बोला और में उसे देखता ही रहा. फिर उसने मुझे देखकर शरारत से अपनी आँखें छोटी कर ली, तो में घबरा गया और अचानक होश में आ गया और उसे हैल्लो बोला, तो वो मुस्कुराते हुए सिमरन के रूम में चली गयी, वो चूड़ीदार पजामे में क्या लग रही थी? उसकी हाइट 5 फुट 6 इंच की थी जो मुझे बाद में पता चला. वो ज़्यादा मोटी तो नहीं लेकिन पतली भी नहीं थी, वो फिट चूड़ीदार पजामा पहने हुई थी. रंग ज़्यादा गोरा नहीं था, लेकिन गोरी थी, उसके सिल्की-सिल्की बाल पीठ तक आते थे और आँखें तो मानो क्या ग़ज़ब थी? ब्राउन-ब्राउन आँखें जिसमें डूब जाने का दिल करेगा.

अब जब भी वो बात कर रही थी तो मेरा मन होता था कि अभी उसे चूम लूँ, क्या फिगर था उसका? जैसे मानो भगवान ने उसके सारे शरीर के अंग सही जगह पर दिए है. वो सिर से पैर तक सुपर हॉट थी. अब में तो उसकी सोच में डूब गया था, तभी बुआ ने मुझे बताया कि उसका नाम लिली है और वो मेरे साथ एक ही कॉलेज में पढ़ेगी, वो सिमरन के साथ डांस भी करती है और वो साथ में ऑल इंडिया डांस में जाते है, उसकी फेमिली के हमारे साथ भी बहुत ही अच्छा रिश्ता है.

फिर बुआ मुझे बोली कि में उसके साथ सारी कोचिंग जॉइन कर लूँ, फिर मैंने भगवान का शुक्रिया करते हुए हाँ कहा. इसी बीच वो अपने घर जा रही थी, तो अब वो जाते-जाते अपना पल्लू झाड़कर मुस्कुरा रही थी और बुआ को बोल रही थी कि में शाम को आऊंगी. अब में दिनभर उसके बारे में सोचता रहा और पता नहीं कब सो गया. फिर अचानक से मुझे किसी की आवाज़ सुनाई दी और मेरी आँखें खुली तो मैंने देखा कि लिली मेरे पास खड़ी थी.

लिली : सपने देख रहे थे क्या? डिस्टर्ब तो नहीं किया?

में : हाँ, नहीं तो.

लिली : (हँसते हुए) तो फिर घबरा क्यों गये?

में : तुम अचानक मेरे रूम में कैसे?

लिली : क्यों नहीं आना था क्या? में जा रही हूँ.

में : अरे नहीं, गुस्सा क्यों हो रही हो?

लिली : ख़ैर छोड़ो, में यह बताने आई थी कि कल सुबह 7 बजे गणित कोचिंग है, तुम तैयार रहना में 6:30 बजे तक आउंगी.

में : ठीक है.

लिली : सिमरन और आंटी कहाँ है?

फिर वो बुआ के पास चली गयी, फिर में उठकर फ्रेश हुआ. अब हम लोग साथ में चाय पी रहे थे, अब में बार-बार उसे देख रहा था, अब वो भी शायद मुझे नोटिस कर रही थी.

अब वो कभी-कभी मुझे देखकर हल्की सी स्माइल दे रही थी और वो हल्के से कप को अपने होंठ पर लगा रही थी और चाय पी रही थी. अब जब भी वो कप पर होंठ लगाती तो वो मेरी और देख रही थी, अब में समझ गया था कि जैसी यह देखती है उससे कई ज़्यादा हॉट है, फिर कुछ देर के बाद वो चली गयी. अब रातभर में उसके बारे में सोचते हुए सो गया कि कब सुबह होगी? अब में सुबह 6:30 बजे तक तैयार हो गया, तो उसने आकर बेल बजाई. फिर मैंने गेट खोला और बुआ को बाय बोलते हुए उसके साथ कोचिंग के लिए निकल गया. अब हम दोनों साईकिल पर जा रहे थे, अब हमने पूरे रास्ते इधर उधर की बातें की, फिर कोचिंग में परिचय हुआ उसने मुझे सबसे “सोनू भैया” करके परिचय दिया. फिर कोचिंग ख़त्म करके जब हम लौट रहे थे, तो मैंने उससे पूछा कि उसने मुझे भैया क्यों बोला? तो वो हँसने लगी और बोली कि सिमरन मुझे दीदी बुलाती है तो आप मेरे भी भैया हुए ना.

अब में कुछ नहीं बोला और चुप हो गया, फिर उसने बोला ठीक है आप मेरे दोस्त हो, अब ठीक है. फिर बातों-बातों में पता चला कि उसके कोई बॉयफ्रेंड भी नहीं है. फिर हम लोग अपने-अपने घर पहुँच गये, इस तरह रोज़ हम लोग कॉलेज और कोचिंग साथ में जाते थे और रोज़ एक दूसरे के साथ बहुत वक़्त बिताते थे. में हमेशा उसको स्पेशल महसूस करवाने की कोशिश करता था, अब वो भी बहुत खुश हो जाती थी. अब हम दोनों की दोस्ती कम दिनों में काफ़ी बढ़ गयी थी, इसी बीच उसे केरला में डांस प्रोग्राम का ऑफर आया, फिर पता चला कि एक हफ्ते बाद वहाँ जाना है तो हम सब खुश हो गये. फिर हमारी जाने की तैयारी शुरू हो गयी. ये मेरे डांस का पहला टूर था और अब हम लोगों की दोस्ती अब रंग ला रही थी. अब हम कोचिंग में बहुत करीब बैठते थे और अब में उसके ज़्यादा करीब जाने की कोशिश करता था और जानबूझ कर अपने घुटनों को उसके घुटनों पर लगा देता था और अंजान बना रहता था.

अब पहले-पहले तो वो थोड़ा इग्नोर कर रही थी और अब बाद में वो भी मेरे साथ में बैठने लगी, अभी तक किसी ने किसी को प्रपोज़ नहीं किया था, लेकिन हम एक दूसरे का प्यार महसूस कर रहे थे. फिर वो दिन आया जब हमें केरला के लिए निकलना था. फिर हम तीनों फेमिली 3 कार में कटक के लिए निकले, क्योंकि कूचिन्डा से ट्रेन नहीं थी. अब सारे अंकल, आंटी 2 कार में थे और बचे हुए सब एक कार में थे, तीनों कार आगे पीछे चल रही थी. में, सिमरन, लिली और एक लड़की नेहा पीछे की सीट पर बैठे हुए थे और नेहा का भाई सामने की सीट पर बैठा हुआ था. जब दोपहर का टाईम था और हम लोग अंताक्षरी खेल रहे थे.

फिर अचानक से मैंने महसूस किया कि लिली की जांघ मेरी जांघ से लगी हुई है, अब मुझे अच्छी सी फीलिंग हो रही थी. करीब 7 घंटे का सफ़र था और अब धीरे-धीरे सब सोने लगे थे. अब शाम के 6 बज चुके थे और आधा सफ़र अभी बाकी था, अंधेरा हो चुका था और अब बाहर से दूसरी गाड़ियों की रोशनी कभी-कभी आ रही थी.

अब में और लिली बात कर रहे थे, फिर मैंने उसके हाथ को अपने हाथ से पकड़ लिया, तो वो शरमाते हुए बोली कि कोई देख लेगा. फिर मैंने बोला कि सब सो रहे है, वैसे भी कार में पूरा अंधेरा है, तो वो थोड़ा आराम से मेरे कंधे पर सिर रखकर सोने लगी, लेकिन अब मुझे उसे इतने पास में पाकर नींद ही नहीं आ रही थी, अब में धीरे-धीरे उसके बालों को सहला रहा था. अब ऐसे करते-करते में उसके कानों के पास भी सहला रहा था. अब वो हल्की हल्की हिल कर रही थी, जैसे उसे अच्छा लग रहा था.

फिर मैंने धीरे से उसके कानों के ऊपर से बालों को हटाया और सहलाते-सहलाते अपने होंठ उसके गर्दन पर रख दिए और अपनी नाक को उसकी गर्दन पर हल्के-हल्के मसल रहा था और धीरे से उसके कानों के पीछे अपने होंठो को रख दिया, लेकिन उसकी आँखें अभी भी बंद थी.

अब में धीरे-धीरे अपने होंठो से उसकी गर्दन को किस करने लगा, तो धीरे-धीरे उसके मुँह से आअहह करके आवाज़ आई, तो अब में समझ गया था कि अब वो भी इन्जॉय कर रही है. अब वो अपने कंधे को ऊपर नीचे कर रही थी और फिर कुछ देर के बाद उसने अपना चेहरा मेरी तरफ कर दिया. अब मेरी भी हिम्मत बढ़ चुकी थी. फिर में धीरे-धीरे उसके गालों पर चूमने लगा. फिर थोड़ी देर के बाद उसने एक बार मुझे देखा, फिर अपनी आँखें बंद कर ली.

अब में समझ गया था कि वो गर्म हो चुकी है, फिर मैंने समय बर्बाद ना करते हुए धीरे-धीरे उसके होंठो को चूमने लगा, कभी उसके नीचे के लिप को किस करता तो कभी उसके ऊपर के लिप को किस करता. अब वो भी मेरा साथ दे रही थी, अब उसको भी बहुत मजा आ रहा था, अब हम दोनों आउट ऑफ कंट्रोल हो रहे थे. फिर उसने अपनी उंगलियों को मेरे हाथ की उँगलियों में फंसा दिया था, अब हम दोनों एक दूसरे की उंगलियों को जकड़ रहे थे. फिर धीरे-धीरे वो मेरी गर्दन पर किस करने लगी, अब में बता नहीं सकता कि मेरा क्या हाल हो रहा था? अब मेरा मन कर रहा था कि यही पर सब कुछ कर लूँ. अब मैंने अपने जूते और मोजे दोनों ही खोल दिए थे, और अब उसने भी अपनी सैंडल उतार दी थी.

फिर में अपनी उंगलियों को उसके पैर पर रगड़ रहा था और उसने अपनी पैरों की उंगलियों से मेरे पैर को पकड़ कर मुझे अपनी तरफ खींच रही थी. फिर में अपना हाथ छुड़ाते हुए उसकी जांघ पर फैरने लगा तो उसने अपने दोनों पैरों को जकड़ लिया और मेरा हाथ उसकी दोनों जांघ के बीच में फंस गया. अब वो मेरे कानों पर हल्के-हल्के काटने लगी और मुझे बोलने लगी..

लिली : मत करो प्लीज़.

में : हाँ बेबी. (उसके होंठो पर किस करते हुए)

लिली : मुझे अजीब फिलिंग आ रही है. (अपने चेहरे को मेरी गर्दन पे रगड़ते हुए)

में : अच्छा लग रहा है ना.

लिली : आआहह आआआआअह्ह्ह्ह्ह, मुझसे मत पूछो बस मत करो.

में : अब कंट्रोल नहीं हो रहा है.

लिली : आई लव यू.

में : आई लव यू स्वीटहार्ट.

फिर हम दोनों ने स्मूच करते हुए एक दूसरे को हग किया. फिर कुछ देर के बाद 8 बजे तक हम लोग कटक पहुँच गये. अब ट्रेन अगले दिन सुबह 5 बजे की थी तो अब हम लोगों ने सबके रहने के लिए मेरे घर के पास एक होटल बुक किया था. अब में घर से सबके लिए डिनर ले आया, अब सब बहुत थक गये थे और अगले दिन सुबह ट्रेन भी थी तो हम लोगों ने थोड़ा घूमने का प्लान बनाया, लेकिन कोई जाने के लिए तैयार नहीं हुआ, फिर लिली ने मुझसे बोला कि मार्केट से कुछ सामान लाना है तो मैंने बोला कि तुम भी आ जाओ. अब बाकी सब थके हुए थे तो सबने बोला कि हाँ जाओ.

फिर लिली बोली में तैयार हो जाती हूँ. अब में भी मौके का फायदा देखते हुए तुरंत रिसेप्शन पर गया और उसे एक रूम के लिए पूछा तो रिसेप्शनिस्ट ने बताया कि ऊपर के फ्लोर पर एक रूम खाली होगा, तो मैंने तुरंत ही एक रूम ले लिया, अब उसे कुछ शक भी नहीं हुआ, क्योंकि हमारे और भी रूम बुक थे. फिर मैंने होटल बॉय को रूम तैयार करने को कहा और पेमेंट करके चला गया.

अब में और लिली बाइक पर मार्केट गये और 15 मिनट में वापस आ गये, तो उसने मुझसे पूछा कि इतना जल्दी क्यों? तो मैंने बोला कि चलो बताता हूँ.

फिर में रिसेप्शन से रूम की चाबी लेकर हम दोनों ऊपर के फ्लोर पर गये. फिर वहाँ दरवाजा खोलते वक़्त लिली ने मुझसे पूछा कि यह किसका रूम है? तो मैंने बोला कि तुम पहले अंदर तो आओ. अब वो थोड़ा घबरा रही थी, फिर जैसे ही हम दोनों अंदर आए तो मैंने दरवाजा लॉक कर दिया. वो समझ गयी और मुस्कुराने लगी, फिर सोचते हुए बोली कि किसी को पता चल गया तो.

में : सबको पता है कि हम मार्केट गये है, बोल देंगे कि थोड़ा घूमने गये थे, वैसे भी सब थके है.

लिली : तुम बहुत चालक हो.

में : तुम्हारे लिए तो कुछ भी कर दूँ.

लिली : बदमाश.

फिर मैंने उसे हग कर लिया. अब में उसकी पीठ पर हाथ फैर रहा था और वो अपने नाखूनों को मेरी पीठ पर दबा रही थी. फिर मैंने उसे और जोर से पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा तो उसके मुँह से आआअहह आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ निकलने लगी. फिर हम दोनों स्मूच करने लगे, अब वो बहुत अच्छा स्मूच कर रही थी. अब उसने मुझे बहुत जोर से हग किया था और लगातार किस किए जा रही थी. अब वो मेरे सीने पर अपने हाथों को रगड़ रही थी और अब में भी उसके सिल्की बालों से खेल रहा था.

मैंने उसको पीछे से पकड़ लिया और अब में उसके पेट को सहलाने लगा था. फिर मैंने उसकी चुन्नी निकाल दी और अब वो भी मेरा साथ दे रही थी और वो आआहह आआहह की सिसकारियां ले रही थी. अब मैंने अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स पकड़ रखे थे और कुर्ते के ऊपर से उसे दबा रहा था, अब में उसके निपल को सहला रहा था, अब वो और भी गर्म हो चुकी थी.

लिली : सोनू ऑश, ये क्या कर रहे हो?

में : अच्छा लग रहा है ना बाबू.

लिली : हाँ बहुत.

में : मुझे प्यार करो ना.

लिली : हाँ कर तो रही हूँ, तुम और करो बहुत अच्छा लग रहा है आअहह.

फिर मैंने उसका कुर्ता निकाल दिया और अब वो पहली बार मेरे सामने कपड़े खोल रही थी, लेकिन उसे कोई शर्म नहीं थी क्योंकि वो अपनी आँख बंद करके मज़ा ले रही थी. फिर में उसके सामने अपने घुटनों पर बैठ गया और उसकी नाभि को किस करने लगा. अब वो मेरे बालों से खेल रही थी और मेरे सिर को अपनी तरफ खींच रही थी. फिर मैंने अपनी जीभ को उसकी नाभि के अंदर डाल दिया और किस करने लगा. अब वो सिसक रही थी और मेरे कानों को रगड़ रही थी.

फिर मैंने धीरे से उसके पजामें के नाड़े को अपने दाँतों से खींचकर खोल दिया, तो उसका पजामा नीचे गिर गया. अब वो मेरे सामने अपनी पेंटी में थी, जितना मैंने सोचा था वो उससे बहुत ही ज़्यादा हॉट लग रही थी. अब में धीरे-धीरे उसकी जांघ पर किस करने लगा, अब वो अपने आपको संभाल भी नहीं पा रही थी. फिर जैसे ही मैंने अपना मुँह उसकी पेंटी पर रखा तो उसके मुँह से आआआअह्ह्ह की आवाज निकल पड़ी और में अपनी नाक से उसकी चूत को पेंटी के ऊपर से ही रगड़ रहा था, अब मुझे पता चल गया था कि उसकी चूत भी गीली हो चुकी है.

फिर उसने मुझे खड़ा किया और मेरी शर्ट को निकाल दिया. अब वो मेरे सीने पर चूमने लगी और अब उसने मेरी गर्दन पर किस करते हुए मेरी जीन्स का बटन खोल दिया और धीरे-धीरे जीन्स के अंदर से मेरी कमर पर हाथ फैरने लगी. अब जैसे ही वो हाथ फैर रही थी, मेरी जीन्स नीचे होती जा रही थी और आखरी में मेरी जीन्स नीचे गिर गयी. फिर उसने मुझे हग किया तो मैंने उसके हाथ को अपने लंड पर रख दिया.

अब उसने मेरा लंड बहुत जोर से पकड़ लिया, फिर धीरे-धीरे उसे सहलाने लगी. अब में भी गर्म हो गया और उसे उठाकर बेड पर लेटा दिया. अब में उसके ऊपर जाकर सो गया और उसकी ब्रा को साईड से नीचे कर दिया. अब उसके बूब्स आधे बाहर निकल चुके थे और में उस पर अपना मुँह फैर रहा था. तभी लिली ने पीठ के पीछे हाथ डालकर ब्रा का हुक खोल दिया और मैंने अपने दाँतों से ब्रा को उसके बदन से अलग कर दिया. अब उसकी ब्राउन निप्पल मेरे सामने थी.

अब मैंने एक ही बार में उसके बूब्स को अपने मुँह में डाल दिया, तो वो अपने हाथों से अपने दूसरे बूब्स को ऊपर उठाकर सहलाने लगी. अब उसके मुँह से आआआह्ह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्हह आअहह की आवाज़ तेज़ आ रही थी.

लिली : दबाओ इसे, ये तुम्हारा ही है और मज़ा दो, बहुत अच्छा लग रहा है.

में : हाँ बाबू.

लिली : और ज़ोर से दबाओ इसको, पी जाओ.

अब में बूब्स पीते-पीते अपने लंड को उसकी पेंटी के ऊपर रगड़ रहा था. फिर उसने मुझे अपने पैरों से जकड़ लिया तो मैंने धीरे से नीचे आते हुए उसकी पेंटी भी उतार दी, क्या बताऊं दोस्तों? जैसे मुझे जन्नत नसीब हो गयी हो. अब उसकी चूत पूरी टाईट दिख रही थी. अब में उस पर अपनी जीभ फैरने लगा तो उसे और भी मज़ा आ रहा था.

लिली : बहुत अच्छा लग रहा है.

में : हमम्म्म. (अब में सक कर रहा था)

लिली : आई लव यू बेबी, इतना अच्छा मुझे कभी नहीं लगा, करते जाओ.

फिर मैंने उसकी चूत के अंदर अपनी पूरी जीभ डाल दी.

लिली : आआहह ऊऊऊ आआआआआआअह्ह्ह्ह और अंदर डालो, बहुत अच्छा लग रहा है करते रहो, हाँ हाँ हाँ हाँ आआआहह.

अब उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी, जैसे घी बह रहा हो. फिर मैंने धीरे से अपनी अंडरवियर उतारी और उसके बूब्स को चूसने लगा. तब मेरा लंड उसकी चूत पर घिस रहा था और वो अपनी जांघ से मेरे लंड को सहला रही थी. फिर में अपने लंड को उसकी चूत पर रग़डने लगा और अपने लंड को हाथ से पकड़ कर उसकी चूत का मुँह अपने लंड से खोलने लगा. फिर उसने अपने पैरो को फैला दिया तो में धीरे से अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा. अब मेरे लंड का टोपा उसकी चूत में चल गया था और उसके मुँह से आआहह उउउफफफ्फ़ की आवाज़ आ रही थी.

लिली : धीरे धीरे डालो, लग रहा है.

में : आह्ह्ह्हह हाँ शोना.

लिली : आआआआआह्ह्ह्ह उफफफ्फ़ उूऊऊउउउ आआआ.

अब उसकी चूत बहुत गीली होने के कारण उसे थोड़ा दर्द कम हो रहा था. फिर मैंने धीरे-धीरे अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया, लेकिन हिलाया नहीं, अब मुझे पता था कि उसे दर्द होगा.

लिली : आआआआआआह्ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह्हह.

फिर कुछ देर तक ऐसे ही रखने के बाद उसका दर्द थोड़ा कम हुआ, फिर में धीरे-धीरे आगे पीछे करने लगा.

लिली : अहह आअहह म्‍म्म्म म्‍मह आआअह्ह्ह्ह्ह.

अब वो अपना सिर हिलाकर ना ना कर रही थी, लेकिन वो मुँह से कुछ नहीं बोल रही थी. फिर में अपनी स्पीड थोड़ी और बढ़ाने लगा तो अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था और वो अपनी कमर को हिला रही थी. फिर में ज़ोर-ज़ोर से धक्के देने लगा तो वो भी तेज़ी से अपनी कमर हिलाकर मेरा साथ दे रही थी.

लिली : आआअहह करो और अच्छे से करो, रूको मत करते रहो और ज़ोर से, बहुत अच्छा लग रहा है सस्शह हह आआअहह और और आआहह आअहह आअहह करते रहो, करते रहो.

अब में भी झड़ने वाला था और तेज़ी से कर रहा था. फिर मैंने उसके हाथ की उंगलियों को अपनी उंगलियों से जकड़ लिया था. अब वो झड़ रही थी और अपने सिर को जोर-ज़ोर से साईड पर पटक रही थी. अब उसके पसीने की वजह से उसके बाल उसके चेहरे पर चिपक रहे थे और अब में अपनी फुल स्पीड से धक्के दे रहा था. फिर में उसकी चूत के अंदर ही झड़ गया आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह आआआआआआअह्ह्ह्ह्हह्ह. फिर उसने मुझे जोर से हग किया और अपने पैरों से भी जकड़ लिया, अब हम दोनों चुप हो गये थे.

लिली : आई लव यू.

में : आई लव यू टू.

फिर कुछ देर तक ऐसे ही सोने के बाद हम उठकर फ्रेश होने गये. फिर उसने मुझे हग किया और मेरा हाथ पकड़ कर अपने रूम में चल गये. दोस्तों यह किस्सा मेरी जिंदगी का एक हसीन किस्सा था.

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