मुख्य पृष्ठ » ग्रुप सेक्स स्टोरीज » एक रात ने मुझे बना दिया हिजड़ा


एक रात ने मुझे बना दिया हिजड़ा

Posted on:- 2023-02-11


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आकाश है और में उत्तरप्रदेश का रहने वाला हूँ, लेकिन अभी में न्यूयॉर्क में हूँ. यह मेरी पहली स्टोरी है. में फैशन डिज़ाइनर हूँ और मेरी उम्र 25 साल है, मेरा कलर फेयर है, मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच है, मेरी गांड का साईज़ 34, ब्रेस्ट 32, लंड 4 इंच लम्बा है, में एक हिजड़ा हूँ. अब में आप सभी का समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ.

ये बात उस समय की है जब में 20 साल का था और नॉएडा में नया था, क्योंकि मेरा एड्मिशन वहाँ के एक कॉलेज में हो गया था. फिर मैंने नॉएडा में किराए पर एक घर लिया और साथ ही मैंने एक कॉलसेंटर में जॉब करनी शुरू कर दी.

अब वहाँ मेरी शिफ्ट दोपहर के 4 से रात के 1 बजे तक होती थी, वहाँ मेरे ज्यादा दोस्त नहीं थे क्योंकि मुझे शुरू से ही अकेले रहना अच्छा लगता था. मेरे स्कूल में भी सारे लड़के मुझे चिढाते और परेशान करते रहते थे, क्योंकि मेरे कूल्हें थोड़े बड़े थे. वो सब मेरे कूल्हों पर तमाचे मारते और कहते कि तेरी गांड बहुत अच्छी है और तू एकदम लड़की जैसा लगता है .

तब मुझे भी बहुत बुरा लगता था, फिर में घर आकर रोज़ शीशे में अपने आपको नंगा करके देखा करता था, सच में मेरी बॉडी लड़की जैसी ही थी, मेरी बॉडी पर बाल भी नहीं आते थे और ना ही फेस पर आते थे. अब मुझे भी धीरे-धीरे अच्छा लगने लगा जब वो मुझे ऐसे बोलते थे. अब में सीधा मेरी स्टोरी पर आता हूँ. फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि मेरी छुट्टी हो गई थी और में कॉलसेंटर से निकलने में लेट हो गया था. सब लोग जा चुके थे और रात के 2 बज रहे थे. फिर वहाँ के सिक्यूरिटी गार्ड ने बोला कि सर आप थोड़ा इंतज़ार कर लीजिए, जैसे ही कोई गाड़ी आएगी हम आपको भेज देंगे.

अब में परेशान हो गया था कि कल मेरा कॉलेज है और अगर में घर समय से नहीं पहुँचा तो में आराम कब करूँगा? और फिर कल मेरी ड्यूटी भी है. फिर मैंने सोचा कि में निकल ही जाता हूँ कोई ऑटो कर लूँगा और फिर में वहाँ से निकल गया और थोड़ा चलने के बाद मुझे एक ऑटो नज़र आया तो में उसके पास गया. और मैंने देखा कि वो ऑटो वाला सो रहा था फिर मैंने उसे उठाया तो वो घबराकर उठा और एकदम से बोला कि हाँ जी मेडम. उसे लगा शायद में लड़की हूँ, क्योंकि मेरी शक्ल लड़की जैसी ही है मासूम सी.

फिर उसने ध्यान से देखा और कहा कि हाँ जी. तो मैंने उससे कहा कि भैया चलना है, तो उसने कहा कि वह कहीं नहीं जाएगा. फिर मैंने उससे रिक्वेस्ट की पैसे ज्यादा ले लेना, लेकिन चल लो, तो वो बोला कि ठीक है बैठो. फिर उसने मुझसे कहा कि आपके पास पानी है मुझे मुँह धोना है, तो फिर मैंने अपनी पानी की बोतल उसको दे दी. फिर उसने अपना मुँह धोया और ऑटो चलाने लगा.

अब में ऑटो में बैठकर अपना फोन चला रहा था और अब वो बार-बार अपने शीशे में मुझे देखे जा रहा था. अब मैंने भी उसे बहुत बार नोटीस किया था, फिर वो एकदम से मुझसे बोला कि सर आप एकदम लड़की जैसे दिखते हो. तो में उसकी बात सुनकर हँसने लगा और उसकी बात को इग्नोर कर दिया. फिर से वो मुझसे बात करने लगा, फिर मैंने भी उससे बात करनी शुरू कर दी.

अब मुझे उसकी बातें अच्छी लग रही थी. अब वो बात करते-करते मुझे एक दूसरे रास्ते से ले गया और मैंने ध्यान भी नहीं दिया, वो रास्ता बहुत सुनसान था. फिर एकदम से उसने वहाँ ऑटो रोक दिया और पीछे वाली सीट पर मेरे पास आ गया. फिर मैंने उससे बोला कि क्या हुआ? तो उसने एकदम से मेरा लंड पकड़ लिया और मेरे लिप्स पर किस करने लगा. फिर मैंने उसे पीछे धक्का दिया और कहा कि ये क्या कर रहे हो? तो वो बोला कि सर मैंने सुंदर लड़कियां तो बहुत देखी है, लेकिन आप जैसा सुंदर लड़का नहीं देखा है, में बस आपकी एक बार गांड मारना चाहता हूँ.

अब उसने सीधा ही ऐसा बोल दिया और में उसको देखता रहा. अब उसने फिर से मेरे लिप्स चूसने शुरू कर दिए थे और अपना हाथ मेरे अंडरवेयर में डालकर मेरा लंड पकड़ लिया, लेकिन अब मैंने उससे कुछ नहीं बोला, क्योंकि अब मुझे भी मज़ा आने लगा था. फिर उसने मुझे वहीं पर लेटाकर मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरे गोरे-गोरे निपल्स को चूसने और नोचने लगा.

अब में बस सिसकियां भर रहा था, वो उत्तरप्रदेश का देशी लड़का था, उसका पूरा शरीर हट्टा कट्टा था, उसके पूरे शरीर पर बाल थे. अब वो बस मुझे भूखे भेड़िए की तरह नोच रहा था और में बस उसके नशे में खोया हुआ था. फिर उसने अपना 8 इंच का लंड बाहर निकाला और मेरी गांड में डालने की कोशिश करने लगा. अब उसका लंड मेरी गांड में नहीं जा रहा था.

फिर वो उठा और आगे वाली सीट से तेल की बोतल लेकर आया और अपने लंड पर लगाने लगा और उसने थोड़ा सा तेल मेरी गांड के छेद पर भी लगाया और फिर उसने अपना लंड मेरी गांड पर रखा और धीरे-धीरे धक्का देने लगा. फिर जैसे ही उसका लंड मेरी गांड में घुसा तो मेरी एकदम से चीख निकली और में रोने लगा.

फिर उसने मेरा मुँह ज़ोर से दबा दिया और वो तेज़-तेज़ झटके मारने लगा और मेरी आँखो से आँसू निकलते रहे. अब में बहुत तड़प रहा था, लेकिन वो ज़ोर-जोर से मेरी गांड मार रहा था. अब मुझे बहुत दर्द हो रहा था और उसको भी दर्द हो रहा था, लेकिन वो सिर्फ़ सिसकियां भर रहा था. फिर जैसे ही उसका वीर्य निकलने वाला था तो उसने अपना लंड बाहर निकाला और मेरे मुँह से अपना हाथ हटाकर ज़बरदस्ती मेरा मुँह खोला और अपना सारा वीर्य मेरे मुँह में भर दिया. अब मुझे अभी भी बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन फिर भी मैंने सहन किया. फिर उसने मेरी शर्ट से अपना लंड साफ किया.

फिर वो मेरे गाल पर किस करके बोला कि आज बहुत मज़ा आ गया, अब जब भी अगली बार मिलोगे तो आपसे अपना लंड भी चुसवाऊंगा और अब जल्दी से अपने कपड़े पहन लो में आपको घर छोड़ दूँ. अब उसने मेरे सारे कपड़े वीर्य से गंदे कर दिए थे. फिर मैंने धीरे-धीरे अपने कपड़े पहने, क्योंकि मेरी गांड में बहुत दर्द हो रहा था. फिर उसने ऑटो स्टार्ट किया और मुझे मेरी सोसाइटी के बाहर छोड़ दिया. अब मुझसे चला भी नहीं जा रहा था, फिर मेरी सोसाइटी के गार्ड ने मुझे मेरे फ्लेट तक छोड़ा.

फिर उसके बाद में 2 दिन तक बिस्तर पर उल्टा पड़ा रहा और अब मेरी खड़े होने की हिम्मत भी नहीं हो रही थी, क्योंकि मेरी गांड में बहुत दर्द था. फिर 2 दिन के बाद मेरी हालत में थोड़ा सुधार हुआ और फिर अगले दिन में ब्रेकफास्ट करके और फ्रेश होकर फिर से बिस्तर पर नंगा ही लेट गया. अब 2 दिन से मेरा फोन बंद था तो मैंने अपना फोन ऑन किया तो अब उसमें मैसेज आ रहे थे.

तभी मेरा फोन भी बज उठा और फिर मेरे सर ने मुझसे बोला कि कहाँ है तू? तो मैंने कहा कि सर मेरी तबियत ख़राब है में 5-6 दिन और नहीं आ पाउँगा. फिर सर ने कहा कि ठीक है आराम कर और फोन कट गया. तभी फिर से मेरे फोन की बेल बजी तो मैंने फोन उठाकर देखा तो वो नंबर सोसाइटी के गार्ड का था.

फिर मैंने फोन उठाया तो वो गार्ड बोला कि सर आपसे कोई मिलने आया है और कह रहा है कि उसके पास आपका पर्स है. तभी मुझे याद आया कि शायद वो ऑटो वाला ही होगा, उसी के पास मेरा पर्स रह गया होगा. फिर मैंने कहा कि ठीक है उससे पर्स ले लो और मुझे ऊपर दे जाओ, तो गार्ड बोला कि सर वो कह रहा है कि वो पर्स आपको ही देगा, आप ही इससे बात कर लो.

फिर वो ऑटो वाला बोला कि सर अपना पर्स ले जाओ और उसने फोन पर कहा कि में इनको सब कुछ बता दूंगा. अब ये सुनकर में बदनामी के डर से घबरा गया और मैंने गार्ड को उसे ऊपर भेजने के लिए कहा तो गार्ड ने उसको ऊपर भेज दिया. अब में घर पर नंगा लेटा हुआ था तो मैंने जल्दी से टी-शर्ट और पजामा पहना और बैठ गया. तभी मेरे फ्लेट की डोर बेल बजी तो मैंने दरवाजा खोला तो वो मुझे देखकर मुस्कुराने लगा और एकदम से अंदर घुस गया और सोफे पर लेट गया.

फिर मैंने जल्दी से दरवाजा बंद किया और उससे बोला कि अब तुम यहाँ क्यों आए हो? तो वो बोला कि अरे सर गुस्सा मत हो, में तो आपका हालचाल पूछने आया था. फिर मैंने बोला कि सब ठीक है लाओ मेरा पर्स और यहाँ से निकलो. फिर वो बोला कि सर इतनी भी जल्दी क्या है? ये बताओ कि आपकी गांड का दर्द कैसा है? अब तो ठीक हो गया होगा. अब ये सुनते ही मुझे शर्म सी आने लगी थी, फिर मैंने आराम से उससे पूछा कि यहाँ क्यों आए हो?

उसने कहा कि सर मैंने आपसे बोला था कि अगली बार आपसे अपना लंड चुसवाऊंगा तो वही चुसवाने आया हूँ. फिर मैंने उससे कहा कि तुम पागल हो क्या? यहाँ से चुपचाप चले जाओ नहीं तो में पुलिस बुलाऊंगा. फिर वो बोला कि ठीक है बुलवा लो, में भी उनको सब सच बता दूँगा और मुझे ब्लेकमेल करने लगा.

अब में बदनामी के डर से चुप हो गया और उससे बोला कि बताओं मुझे क्या करना है? तो उसने बोला कि आपको मेरा लंड चूसना है. फिर मैंने मन ही मन में सोचा कि इसका लंड चूस लेता हूँ और जल्दी से इसको यहाँ से भेजता हूँ. फिर मैंने उससे कहा कि ठीक है में तुम्हरा लंड चूसूंगा, लेकिन वादा करो की तुम मेरे साथ किसी भी चीज की ज़बरदस्ती नहीं करोगे.

फिर उसने कहा कि ठीक है में वादा करता हूँ. फिर मैंने उससे कहा कि जाओ जाकर फ्रेश हो जाओ, तो वो बोला कि ठीक है और फिर मेरे सामने ही अपने कपड़े उतारने लगा और पूरा नंगा हो गया. उसका बदन हट्टा कट्टा था और उसके पूरे शरीर पर बाल थे. उसका लंड बहुत लंबा था करीब 9 इंच होगा. फिर वो बोला कि बाथरूम कहाँ है? तो मैंने उसे इशारे में कहा कि उस तरफ़ है और फिर वो नाहने चला गया और 5 मिनट में बाहर आ गया और बोला कि में नहा लिया हूँ, अब आ जाओ.

फिर मैंने उससे कहा कि इतनी जल्दी भी कोई नहाता है, जाओ अच्छी तरह से नहाकर आओ. फिर वो बोला कि अच्छी तरह से कैसे नहाते है? मुझे नहीं आता, अगर आपको आता है तो आप ही नहला दो और ज़बरदस्ती मेरा हाथ खींचकर मुझे बाथरूम में ले गया और साबुन पकड़ाकर बोला कि नहला दो ना सर और फिर मजबूरी में उसके शरीर पर साबुन लगाने लगा.

फिर जैसे ही में उसके लंड के पास साबुन लगाने लगा तो उसका लंड खड़ा हो गया और अब उसको देखकर मुझे शर्म आने लगी थी. फिर इतने में वो बोला कि सर आप लड़की नहीं हो, लेकिन पता नहीं आपके शरीर और हाथ में क्या जादू है? मुझे तो बस आपको टच करने का मन करता है और आपको छूते ही ऐसे लगता है कि जैसे में किसी लड़की को टच कर रहा हूँ.

अब में उसकी बातें सुन रहा था, तभी अचानक से वो मेरे कंधो को अपने दोनों हाथों से पकड़कर उठता है और मेरे होंठो पर किस करना शुरू कर देता है. फिर वो मेरे होंठो को जंगलियों की तरह चूसने लगता है, मेरे होंठ पर काट देता है. अब मेरे होंठो से खून निकलने लग जाता है, लेकिन वो मेरे होंठो को चूसने में लगा रहता है. अब उसका लंड मेरे पेट पर चुभ रहा था और उसने मुझे टाईट से अपनी बाहों में जकड़ रखा था.

फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके उसको पीछे की तरफ़ धक्का दिया, तो वो पीछे हट गया. फिर मैंने उसको बोला कि मैंने ज़बरदस्ती करने के लिए मना किया था ना. फिर वो बोला कि सॉरी सर अब ऐसा नहीं होगा, तो में कुछ नहीं बोला. फिर उसने कहा कि सर अब मेरा मन कर रहा है, तो मैंने कहा कि ठीक है और उसके लंड के सामने बैठ गया और अपने सीधे हाथ से उसका लंड पकड़ा और धीरे-धीरे चूसना शुरू किया.

अब मुझे उल्टी आने जैसा लगने लगा था, लेकिन फिर भी में उसका लंड चूसता रहा. फिर उसने बोला कि सर तेज़-तेज़ चूसो. फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उसका लंड पकड़ा और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा. फिर 15 मिनट के बाद वो बोला कि सर मेरा माल निकलने वाला है, अब वो अयाया आअहह की आवाज़ निकालने लगा और उसने एकदम से मेरा हाथ हटाया और सारा वीर्य मेरे चेहरे पर डाल दिया.

अब मेरा पूरा चेहरा उसके वीर्य से भर गया था. फिर वो बोला कि सर आज मज़ा आ गया पहली बार किसी ने मेरा लंड इस तरह से चूसा है. फिर मैंने वहीं बैठे-बैठे अपना मुहं धोया और बाथरूम से बाहर आने लगा. तभी वो बोला कि सर कहाँ चल दिए अभी काम बाकी है. फिर मैंने कहा कि कौन सा काम? तो उसने कहा कि मेरा लंड कौन साफ करेगा? तो मैंने कहा कि ठीक है.

वो फिर से बोला कि पानी से नहीं अपने मुँह से चूसकर साफ करना, तो मैंने कहा कि ऐसा नहीं करूँगा, तो उसने फिर से मुझे ब्लेकमेल करना शुरू कर दिया. अब मुझे मजबूरन उसके लंड को अपने मुँह से चूसकर साफ करना पड़ा और फिर मुझे उल्टी हो गई. फिर वो बोला कि अब आप पानी से साफ कर सकते हो. फिर मैंने उसका लंड पानी से धोया और वो बाथरूम से बाहर चला गया और बेडरूम में जाकर नंगा बिस्तर पर लेट गया. अब में भी पूरा गीला हो चुका था. फिर में अपने कपड़े लेने बेडरूम में गया तो मैंने देखा कि वो बेड पर लेटा हुआ है.

फिर मैंने उससे कहा कि अब तुम यहाँ से चुपचाप चले जाओ. तो वो बोला कि अभी नहीं थोड़ा आराम करके निकलूंगा. अब ये सुनकर में उससे कुछ नहीं बोल पाया और अपने कपड़े निकालकर बाहर जाने लगा. तभी वो बोला कि सर कपड़े तो आपको मेरे सामने ही बदलने पड़ेंगे, नहीं तो में ज़बरदस्ती करूँगा और मुझे ब्लेकमेल करने लगा.

अब में ये सुनकर उसके सामने ही अपने कपड़े उतारने लगा और में उसके सामने पूरा नंगा हो गया. अब मुझे बहुत शर्म आ रही थी, मेरा रंग बहुत गोरा है और निपल्स भी पिंक है और मेरी बॉडी पर ज्यादा बाल भी नहीं आते है. अब वो मुझे नंगा देखकर देखता ही रह गया, फिर उसका ध्यान मेरे लंड पर गया, मेरा लंड 4 इंच का है. अब उसे देखकर वो हँसने लगा और बोला कि अरे सर ये क्या है? इतना छोटा लंड, मेरा तो आपसे डबल है, लेकिन मैंने उसकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया और अपने कपड़े उठाकर पहनने लगा.

फिर उसने मेरे हाथ से कपड़े छीनकर दूर फेंक दिए और मेरा हाथ पकड़कर अपने पास खींचा और मुझे बेड पर लेटा दिया और मेरे दोनों हाथ दबा दिए और मेरी छाती के निपल्स को चाटने और चूसने लगा और में उससे बस रुकने के लिए बोलता रहा और वो करता रहा. फिर उसने मेरे पेट निपल्स और होंठो को चूसने और किस करने के बाद मुझे उल्टा किया.

फिर जैसे ही उसने मुझे उल्टा किया तो में डर गया कि कहीं ये फिर से मेरी गांड ना मार ले. अब में ज़ोर-जोर से चिल्लने लगा था प्लीज अंदर मत डालना, तुमने वादा किया था कि तुम और कुछ नहीं करोगें, लेकिन वो मेरी गोरी और मोटी गांड पर किस करने लगा और किस करने के बाद बोला कि सर जी में अपना वादा नहीं तोडूंगा चाहे कुछ भी हो जाए और अपने हाथ से अपने लंड की मुठ मारने लगा और फिर उसने अपना सारा वीर्य मेरी गोरी गांड में ही डाल दिया. अब उसका गर्म-गर्म वीर्य जैसे ही मेरी गांड पर गिरा तब जाकर मेरी जान में जान आई.

फिर वीर्य निकलने के बाद वो बोला कि अब में चलता हूँ सर, फिर कभी मिलेगें और अपने कपड़े पहनने लगा और कपड़े पहनकर चला गया. अब में बेड पर नंगा ही लेटा हुआ था, फिर उसके थोड़ी देर के बाद में उठा और दरवाजा बंद करके नहाने चला गया. अब रात के 8 बज चुके थे और फिर नहाने के बाद मैंने डिनर किया और थोड़ी देर टी.वी देखने के बाद सोने चला गया, लेकिन अब मुझे नींद ही नहीं आ रही थी. अब मेरे दिमाग़ में वही सब चल रहा था. फिर सोचते सोचते मुझे कब नींद आ गई मुझे पता ही नहीं चला और सीधे सुबह मेरी आँख खुली.

फिर में फ्रेश होने चला गया और ब्रेकफास्ट करके कॉलेज जाने की तैयारी करने लगा, क्योंकि अब में एकदम अच्छा महसूस कर रहा था और फिर में कॉलेज के लिए निकल पड़ा. अब कॉलेज से आने के बाद मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा था, क्योंकि उस ऑटो वाले ने मेरी ज़िंदगी बदल दी थी. अब मेरा कही भी मन नहीं लगता था, अब मेरे अंदर लड़कियों वाले विचार आने लगे थे, अब मुझे कभी-कभी ऐसा लगता है जैसे में कोई लड़की हूँ. अब मैंने जॉब और कॉलेज जाना भी छोड़ दिया है, अब में घर पर ही रहता हूँ. अब इस घटना के बाद से मेरी ज़िंदगी बदल गई है और तब से मैंने एक हिजड़े का रूप ले लिया और अब मुझे ऐसे रहना अच्छा लगता है.

What did you think of this story??






अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्य बनें


हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !


* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।