मुख्य पृष्ठ » गे सेक्स स्टोरीज » कुंवारी पड़ोसन के साथ रात गुजारी


कुंवारी पड़ोसन के साथ रात गुजारी

Posted on:- 2021-08-15


मित्रों मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु अपने बूर फाड् चुदाई की स्टोरी में, मेरा नाम विनोद है और में भदोही  का रहने वाला हूँ, दोस्तों यह मेरी आज पहली कहानी है जिसको में आज आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ, यह मेरी एक सच्ची चुदाई की घटना है जिसमें मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली अपनी पड़ोसन को चोदा, उसका नाम कामिनी है. दोस्तों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया.


 मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है दोस्तों मुझे चुदाई करना बहुत अच्छा लगता था और जब भी में अपनी पड़ोसन को देखता उसी के बारे में सोचने लगता और कई बार उसके बारे में सोचकर मुठ भी मार चुका था क्योंकि वो थी ही इतनी चुदकड़ और उसका वो गदराया हुआ बदन मुझे अपनी तरफ आकर्षित करने लगा था. उसका वो मस्त फिगर, पतली कमर और मस्त गांड मुझे अब बहुत अच्छी लगने लगी थी. मैंने बहुत बार उससे अपने मन की बात को कहना चाहा, लेकिन में ना जाने क्यों उससे कह ना सका और वो भी जब भी मुझे देखती थी तो स्माइल देने लगी थी और अब में अपनी उस घटना पर आता हूँ और आपको वो चुदाई की घटना पूरी विस्तार से सुनाता हूँ. मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.


 ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा  दोस्तों यह कहानी आज से दो साल पहले की है और दोस्तो में आपको अपने बारे में भी बता देता हूँ कि में बीसीए में एक कॉलेज का स्टूडेंट हूँ और मेरी हाईट 5.7 है और कामिनी की हाईट 5.3 है, वो दिखने में एकदम एक चुदाई बॉम्ब है. उसको पहली बार में देखकर हर किसी का लॅंड सालामी देने लगता था, वो जब से 12th क्लास में थी तो में उसको तब से मन ही मन बहुत प्यार करने लगा था और जबसे वो हमारे पड़ोस में रहने के लिए आई थी उसका हमारे घर पर आना जाना लगा रहता था और में भी कभी कभी किसी ना किसी बहाने से उसके घर पर चला जाता था और उसे एक बार देखकर चला आता और वो भी मेरा उसके घर पर आने का मतलब समझने लगी थी कि में क्यों बार बार उसके घर पर आता जाता रहता हूँ. एक दिन उसकी मम्मी हमारे घर पर आई और उन्होंने मुझसे कहा कि बिबेचना  के लेपटॉप में कुछ समस्या आ गई है, तुम घर पर चलकर ज़रा उसे देख लेना. दोस्तों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है.    


 क्या बताऊ दोस्तों  उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये फिर मैंने उनसे कहा कि ठीक है आंटी जी में आज शाम को आपके घर पर आ जाऊंगा और आपको लेपटॉप की समस्या के बारे में बता दूंगा. आंटी मुझसे बोली कि ठीक है और अब उनके चले जाने के बाद में मन ही मन बहुत खुश हुआ और भगवान को मन ही मन धन्यवाद देने लगा. फिर में शाम को उनके घर पर चला गया और मैंने वहां पर पहुंचकर देखा कि आंटी और बिबेचना  दोनों टीवी देख रहे थे, तब आंटी ने मुझसे बैठने के लिए कहा और में वहीं पर सोफे पर बैठ गया. दोस्तों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.

 दोस्तों क्या मलाई वाला माल लग रहा था अब तुरंत कामिनी अपनी जगह से उठी और वो मेरे लिए पानी लेकर आ गई, वो जब मुझे पानी देने के लिए मेरे सामने आकर झुकी तो उसके वो बड़े ही सुंदर बूब्स मुझे साफ साफ दिखाई देने लगे. फिर में कुछ देर बूब्स को बिना पलके झपकाए एक टक नजर से देखने लगा और उसकी भी नजरे ठीक मेरी नजर के ऊपर थी तो में कुछ देर उसके बूब्स को देखकर अपनी नजर उस पर से हटाकर उसकी तरफ देखकर बोला कि कहाँ है लेपटॉप? तब आंटी उससे बोली कि तुम इसे अपने रूम में ले जाओ और अपना लेपटॉप अच्छी तरह से दिखा दो और तुम्हे जो भी समस्या हो वो भी बता देना. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए


 साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है फिर वो मुझे अब अपने रूम में ले गई और फिर उसने अपना लेपटॉप निकाला और मुझे देते हुए उसने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा कि यह अभी कुछ दिनों से बड़ा ही धीरे चल रहा है. फिर मैंने कहा कि ठीक है और में अब उसका लेपटॉप चेक करने लगा, वो रूम से बाहर चली गई. फिर मैंने लेपटॉप की कुछ इंटरनेट फाइल्स को खोलकर देखा और मैंने उसमे पाया कि वो सभी फाइल्स पॉर्न साइट्स से भारी पड़ी है और थोड़ी देर में वो वापस आ गई और मुझसे पूछने लगी कि क्या समस्या है? तो मैंने कहा कि इसमे बहुत सारे वाइरस है तो वो कहने लगी कि अब क्या होगा? मैंने कहा कि कोई बात नहीं इसमे मुझे एक एंटीवायरस डालना पड़ेगा. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.


 दोस्तों एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया फिर वो मुझसे बोली कि डाल दो तो मैंने उससे कहा कि मेरे पास इस समय कोई एंटीवायरस सीडी नहीं है और फिर मैंने उससे कहा कि में कल आकर डाल दूँगा. फिर उसने कहा कि ठीक है और तभी में रूम से उठकर बाहर आ गया और आंटी मेरे लिए चाय बनाकर ले आई और में चाय पीने लगा, तभी मैंने आंटी को फोन पर किसी से बात करते हुए सुना कि वो कल कहीं बाहर जा रही है और मुझे उनकी बातों से पता चला कि सिर्फ़ आंटी और अंकल ही चार पांच दिनों के लिए कहीं बाहर जा रहे है. वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मित्रों.


 दोस्तों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया अब मैंने अपनी चाय ख़त्म की और में अपने घर की और जाने लगा, तभी आंटी ने मुझसे पूछा कि क्यों बेटा लेपटॉप ठीक हो गया? तो मैंने कहा कि जी नहीं आंटी, उन्होंने पूछा कि वो क्यों ठीक नहीं हुआ क्या उसमे कुछ ज्यादा समस्या है? तो मैंने उनको वो सब समस्या जो कुछ देर पहले मैंने उस लेपटॉप के अंदर देखी सब उन्हें बता दी और उनसे कहा कि में कल आ जाऊंगा. वहा जबरजस्त माल भी थी मित्रों.


 दोस्तों चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया फिर उन्होंने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा कि ठीक है तुम कल आकर उसे ठीक कर देना और में अब अपने घर पर चला आया और अगले दिन जब में बिबेचना  के घर पर पहुँचा तो मैंने देखा कि वो घर पर बिल्कुल अकेली थी और जब मैंने उससे पूछा तो उसने मुझे बताया कि उसके मम्मी, पापा तीन चार दिन के लिए किसी काम से बाहर गए हुए है. फिर मैंने कहा कि ठीक है और फिर वो मुझे अपने कमरे में ले गयी. मैंने उसके लेपटॉप में एंटीवायरस इनस्टॉल किया और फिर लेपटॉप को स्केन करने लगा, तब मुझे एक अजीब से नाम की फाइल्स दिखी जब मैंने वो फाइल्स को खोलकर देखा तो उसमे चुदकड़ फिल्म और कुछ नंगे फोटो थे. में अब उन्हें बहुत देखकर हैरान हो गया क्योंकि मुझे उससे पहले बिल्कुल भी नहीं पता था कि वो भी एसी नंगी फिल्म या फोटो देखती है. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मित्रों.


 दोस्तों एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया तभी अचानक से वो वहां पर आ गई और मुझसे पूछने लगी कि क्यों लेपटॉप ठीक हो गया? तो मैंने तुरंत उन्हें हड़बड़ाहट में बंद कर दिया और कहा कि हाँ यह बिल्कुल ठीक हो गया है, लेकिन शायद वो मेरे चेहरे के उड़े हुए रंग और अचानक आए उस पसीने की वजह को समझ चुकी थी इसलिए वो मुझे अब एक शरारती तरीके से देखने लगी और तब तक मेरे अंदर भी चुदाई की आग अब धीरे धीरे बढ़ने लगी. फिर में वहाँ से उठकर सीधा अपने घर पर चला गया और मैंने तुरंत बाथरूम में जाकर उसके नाम से अपना लंड हिलाकर अपने शरीर की गरमी को बाहर निकालकर अपने लंड को शांत किया और अब में उसकी चुदाई के बारे में सोचने लगा कि में अब कैसे उसे चोद सकता हूँ यह विचार बार बार मेरे मन में आने लगे. उह क्या मॉल था मित्रों गजब.


 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मित्रों  फिर उसी शाम को उसकी माँ का मेरे पास फोन आया और उन्होंने मुझसे कहा कि तुम बिबेचना  को रात में अपने घर पर बुला लेना क्योंकि वो आज अकेली है और फिर मैंने इस बात को अपनी माँ को बता दिया और मेरी माँ ने कहा कि ठीक है. फिर उसके कुछ देर बाद में मेरी माँ ने मुझे बुलाया और मुझसे कहा कि तुम बिबेचना  को बुला लाओ, वो आज हमारे घर पर रहगी. क्या बताऊ दोस्तों मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया.


 कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था  फिर में बिबेचना  के घर पर चला गया और जब में वहाँ पर पहुँचा तो मैंने दरवाजा खटखटाया और अंदर से एक आवाज़ आई कौन है दरवाजा खुला है अंदर चले आओ और जब में अंदर गया तो मैंने देखा कि बिबेचना  उस समय टीवी देख रही थी, उसने एक पतला सा गाऊन पहना हुआ था और उसने उसके अंदर ब्रा नहीं पहनी थी जिसकी वजह से गाऊन के अंदर से उसके बूब्स के वो तने हुए निप्पल साफ साफ दिखाई दे रहे थे और अब में उसके बूब्स को लगातार देखता रह गया. उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये. 


 दोस्तों मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है फिर वो उठी और उसने मुझसे बैठने के लिए कहा और फिर वो मेरे लिए पानी लेकर आ गई और जब वो मुझे पानी देने के लिए झुकी तो मुझे उसके बूब्स पूरी तरह दिख रहे थे और अब वो सब देखकर मेरा लंड तुरंत पूरी तरह तनकर खड़ा हो गया और वो मेरे खड़े लंड को लगातार घूर घूरकर देख रही थी. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है.


 दोस्तों एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया फिर मैंने उसे बताया कि वो आज हमारे घर पर रहगी क्योंकि उसकी मम्मी ने मेरे घर पर फोन करके यह बात कही है और में तुम्हे बुलाने आया हूँ. तो उसने कहा कि ठीक है, में अभी तैयार होकर आती हूँ और में वहीं पर बैठकर टीवी देखने लगा. दोस्तों चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए.


 ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है तभी कुछ देर बाद मुझे उसकी बहुत ज़ोर से चिल्लाने की आवाज़ आई और में भागकर उसके कमरे में चला गया, वो एकदम मेरे पास आकर मुझसे लिपट गई और तब वो बिल्कुल नंगी थी और में उसके चुदकड़ जिस्म की उस गरमी को बहुत करीब से महसूस कर रहा था और उसके वो मुलायम बड़े बड़े बूब्स को अपनी छाती से दबते हुए महसूस कर रहा था और में अचानक से हुई इस घटना के लिए भगवान को धन्यवाद देने लगा क्योंकि वो पूरी तरह से मेरी बाहों में लिपटी हुई थी और उसकी वो गरम गरम सांसे में बहुत करीब से महसूस कर रहा था, वो मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल था जिसको में आज तक नहीं भुला सका. फिर मैंने ना चाहते हुए भी उससे पूछा कि क्या हुआ? क्योंकि में तो बस उससे ऐसे ही सदा चिपके हुए रहना चाहता था. एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया.


 है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई वो कहने लगी कि वो देखो कॉकरोच और इतना कहकर वो मुझसे अलग हो गई और मैंने आगे जाकर कॉकरोच को वहाँ से हटा दिया और मैंने उससे कहा कि ठीक है अब तुम तैयार हो जाओ मैंने उसे भगा दिया है और में अब बाहर जाने लगा, लेकिन अचानक से उसने मुझे रोक दिया और मुझसे कहा कि तुम यहाँ रुको अगर वो कॉकरोच दोबारा आ गया तो. मेरे मित्रो मामा की लड़की की चुदाई में बड़ा मजा आया.


 दोस्तों कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया मैंने उससे कहा कि अब वो कॉकरोच कभी नहीं आएगा और वो हंसने लगी तो मैंने उससे पूछा कि तुम मेरे सामने कैसे तैयार होगी? तभी उसने कहा कि तुमने तो पहले ही मुझे पूरा नंगा देख लिया है अब तुमसे क्या शरमाना? तब मैंने उसकी बातों के साथ साथ उसके इरादों को समझते हुए उसे एक लिप किस कर दिया और फिर उसने एक काली कलर की ब्रा निकाली और मेरे सामने पहनने लगी और अब उसने मुझसे कहा कि तुम ही मुझे पहना दो. फिर मैंने आगे बढ़कर उसे ब्रा पहना दी और फिर वो तैयार होकर मेरे साथ घर पर चल दी. उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मित्रों.

 उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी   फिर हमने चाय पी और उसके कुछ देर बाद माँ ने मुझे बाहर से कुछ सामान लाने को कहा, लेकिन सामान कुछ ज्यादा था इसलिए मैंने बोला कि में इतना सामान कैसे लाऊंगा? तो मम्मी मुझसे बोली कि बिबेचना  को अपने साथ ले जाओ और फिर वो तुरंत मेरे साथ जाने के लिए तैयार हो गई और हम सामान लेने निकल पड़े. वो अब मेरे पीछे बाईक पर बिल्कुल चिपककर बैठ गयी और वो मेरी कमर पर अपने बूब्स रगड़ने लगी और में भी उसके मज़े लेने लगा. हम कुछ देर बाद सामान लेकर वापस आ गये और थोड़ी देर बाद हम खाना खाने लगे और खाना खाने के बाद हम सब टीवी देखने लगे. मित्रों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु.


 उसको पेलने की इच्छा दिनों से है मित्रों दोस्तों मेरे पापा तो पहले से ही सो गये थे और थोड़ी देर बाद मम्मी भी उठकर सोने चली गई. अब मेरी बहन प्रिया, कामिनी और में ही बचे हुए थे, लेकिन कुछ देर बाद मेरी बहन भी उठकर अपने रूम में सोने चली गई. अब में और कामिनी ही वहां पर बचे थे और उस समय टीवी पर चल रही फिल्म में एक हॉट सीन चल रहा था और उसे देखकर बिबेचना  तुरंत बहुत हॉट हो गयी थी और वो अब मेरे पास होने की बात से बिल्कुल बेखबर होकर जोश में आकर अपने एक हाथ से अपने बूब्स दबाने लगी और वो अब धीरे धीरे गरम होने लगी थी. यह सब देखकर मैंने उससे मुस्कुराकर कहा कि क्या में दबा दूँ? और उसने यह बात सुनते ही होश में आकर एकदम अपना हाथ अपनी छाती से हटा लिया और फिर वो भी वहाँ से तुरंत उठकर सोने चली गई. अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता मित्रों.   

 मित्रों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार दोस्तों में और मेरी बहन एक ही कमरे में सोते है और में यह बात भी बहुत अच्छी तरह से जानता था कि मेरी बहन एक बार सोने के बाद थोड़ी ही देर में गहरी नींद में चली जाती है और उसको दोबारा उठाना बहुत मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होता है और हमारे घर में सिर्फ़ दो बेडरूम है. फिर मैं भी अब कुछ देर और टीवी देखकर सोने चला गया और जब में अंदर आया तो मैंने देखा कि बिबेचना  सिर्फ़ जालीदार मेक्सी में लेटी हुई है और मेरी बहन अपनी गहरी नींद में जा चुकी थी, फिर भी मैंने उसे एक बार ज़ोर से हिलाकर देखा, लेकिन वो बिल्कुल भी नहीं हिली. उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मित्रों  जैसे उसके चुत में माखन भरा हो.


 उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मित्रों अब मैंने फिर से पलटकर उसकी मेक्सी की तरफ देखा जिसमे से उसका गदराया हुआ पूरा बदन साफ साफ नजर आ रहा था और वो बहुत बैचेन सी नजर आ रही थी क्योंकि वो अब अपनी चूत की उस आग को ठंडा करना चाहती थी और इस वजह से वो बार बार करवटे बदल रही थी. फिर में भी अब कुछ देर उसकी बैचेनी को जानकर, समझकर अपने बेड पर आकर लेट गया और अब मुझे भी नींद नहीं आ रही थी क्योंकि आग हम दोनों के जिस्म में बराबर लगी हुई थी इसलिए में भी अपनी आखें बंद करके उसके बारे में सोचता रहा और कुछ देर बाद मुझे ऐसा लगा कि कोई मेरे साथ लेटा हुआ है, लेकिन फिर भी में अपनी आखें बंद करके लेटा रहा और अब मैंने महसूस किया कि उसका एक हाथ मेरे लंड पर है और वो धीरे धीरे आगे बढ़ता जा रहा है, लेकिन में अब भी वैसे ही लेटा रहा और कुछ देर बाद उसने मेरा लंड हिलाना शुरू कर दिया और अब थोड़ी ही देर में मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया था. मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू    तब तक ठीक नहीं होता.
 

 एक बात और मित्रों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है फिर मैंने भी सही मौका देखकर अपना एक हाथ तुरंत उसके बूब्स पर रख दिया और अब में भी उसके बूब्स को दबाने लगा, मसलने लगा. फिर में उठकर उसे किस करने लगा और वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी. थोड़ी देर बाद मैंने उसके कपड़े उतार दिये और उसके बूब्स को चूसने और दबाने लगा. अब हम दोनों 69 पोज़िशन में आ गए और वो मेरा लंड चूसने लगी और में उसकी गरम, प्यासी, चूत चाटने लगा और अब वो मुझसे कह रही थी कि अब मुझसे रहा नहीं जाता प्लीज इसे अंदर डाल दो. मित्रों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी.


 मित्रों चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे फिर मैंने कुछ देर चूत को चूसने के बाद उसके दोनों पैरों को फैला दिया और अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रख दिया और धीरे धीरे अंदर डालने लगा. मैंने महसूस किया कि उसकी चूत एकदम टाईट थी, लेकिन गीली होने की वजह से मेरा लंड फिसलता हुआ धीरे धीरे अंदर जाने लगा और अब मैंने जोश में आकर थोड़ा ज़ोर लगाया तो लंड थोड़ा सा अंदर चला गया और वो चिल्लाने लगी. फिर में अपने होंठो से उसके होंठो को चूसने लगा और उसके बूब्स को दबाने लगा और जब कुछ देर बाद उसका दर्द मित्रों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था
थोड़ा कम हुआ तो मैंने एक ही ज़ोर के धक्के से अपना पूरा का पूरा लंड अंदर डाल दिया और अब उस दर्द की वजह से उसकी आँख से आँसू निकलने लगे और वो मुझे अपने उपर से हटाने की कोशिश करने लगी, लेकिन में नहीं हटा. अब में थोड़ी देर अन्दर वैसे ही बिना हिले-डुले अपना लंड उसकी चूत डालकर पड़ा रहा.

फिर जब कुछ देर बाद उसका दर्द मुझे कम होता हुआ महसूस हुआ तो में एक बार फिर से धीरे धीरे धक्के देने लगा और अब वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी और थोड़ी देर बाद उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और अब उसने अचानक से अकड़कर अपना पानी छोड़ दिया. मैंने उसका झड़ना महसूस किया, लेकिन में अभी भी उसे लगातार धक्के देकर चोद रहा था और जब मेरा वीर्य निकलने वाला था तभी मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकालकर अपना पूरा वीर्य उसके ऊपर डाल दिया. कुछ देर हम वैसे ही लेटे रहे.

 अब चुदाई करने को  १००% तैयार थी फिर हम उठे और बाथरूम जाकर हमने साफ किया और वो मेरा लंड साफ करने लगी. तब मेरा लंड एक बार फिर से उठ गया और मैंने उसे बाथरूम में चोदा, फिर वापस आकर अपने कपड़े पहने और एक स्मूच किया और अपने बेड पर जाकर लेट गये. दोस्तों उसके बाद में उसे तीन दिन तक लगातार जब भी मौका मिलता कभी दिन में उसके घर पर तो कभी रात में मेरे घर पर चोदता रहा. फिर मेरी अच्छी किस्मत से उसके दूसरे दिन मेरे सभी घर वाले भी बाहर शादी में जाने वाले थे, मैंने उनके सामने अपने ना जाने का एक बहुत अच्छा बहाना बना दिया और में वहीं पर रुक गया और उन सभी के जाने के बाद मैंने उसको अपने घर पर बहुत बार चोदा, जब तक उसके घरवाले ना आए. दोस्तों यह थी मेरी अपनी पड़ोसन की एक सच्ची चुदाई की कहानी. मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने  को तैयार नहीं था . अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था मित्रों मै पागल सा हो गया.

What did you think of this story??






अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्य बनें


हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !


* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।