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अदिति के साथ सेक्स का खेल

Posted on:- 2021-08-14


मित्रों कैसे है आप सब आशा है अच्छे होंगे और चुदाई के जुगाड़ में होंगे, आप सभी लोगों को अपनी एक सच्ची चोदा पेली  घटना और मेरा दूसरा चोदा पेली  अनुभव बताने जा रहा हूँ, जिसमें मैंने अपनी नई पड़ोसन मेरी प्यारी अदिति को चोदा और उसकी वर्जिन चूत की सील को तोड़ दिया. तो कहानी शुरू करने से पहले में आप सभी चाहने वालों को अपने बारे में पूरा विस्तार से बता देता हूँ. दोस्तों मेरा नाम कश्यप  कुमार है और मेरी उम्र 25 साल है, में दिखने में एकदम ठीक-ठाक हूँ और मेरी लम्बाई 5.7 फिट है, में रामपुर  का रहने वाला हूँ. दोस्तों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया.

 मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है फिर दोस्तों यह बात कुछ दिनों पहले की है जब मेरे पड़ोस में एक परिवार रहने आया जो कि साउथ इंडियन था और उस परिवार में एक अंकल, आंटी और एक बहुत मस्त सी सुंदर लड़की थी, जिसका नाम अदिति था. मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.

 ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा दोस्तों वो लड़की दिखने में बहुत ही ज्यादा सेक्सी लगती थी और उसका रंग गोरा, पतली कमर, लंबे काले बाल और उसके थोड़े मध्यम आकार के चूचिया  थे और उसके फिगर का आकार 34-32-36 के आसपास होगा. दोस्तों में हमेशा मौका देखते ही उसे निहारता, उसकी छाती को घूरता रहता था और में कभी कभी उसके बारे में सोच सोचकर मुठ मारता था, क्योंकि वो मुझे बहुत ही हॉट लगती थी, वो अक्सर बिल्कुल टाईट टी-शर्ट्स पहनती थी और नीचे एकदम फिट वाली जीन्स पहनती, जिससे उसका बदन और भी उभरने लगता और उसे देखते ही मेरा लंड उछलने लगता था और उसकी टी-शर्ट पहनने की वजह से उसके चूचिया  के साईज़ और बड़े लगने लगते थे और बहुत गोल लगते थे. दोस्तों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है.

 क्या बताऊ दोस्तों  उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये फिर मेरे दिन ऐसे ही मुठ मारते मारते गुज़रने लगे थे, लेकिन मुझे उसके साथ चोदा पेली  करने का कभी मौका ही नहीं मिलता था और में बस उसे दूर से ही देखकर अपनी आखें सेकने लगा था. दोस्तों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.

 दोस्तों क्या मलाई वाला माल लग रहा था दोस्तों अदिति की माँ का नाम पूजा था और वो भी दिखने से एकदम सेक्सी बम थी उसको देखकर भी हर किसी की नियत खराब हो जाए, पूजा आंटी और मेरी मम्मी की बहुत ही कम समय में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी और उन दोनों का हर कभी साथ घूमना फिरना होता रहता था, लेकिन अदिति और में हम लोग कभी इतनी बातें नहीं करते थे, लेकिन में उससे बात करने के कोई ना कोई मौके जरुर ढूंढता रहता था. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.

 साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है फिर एक दिन क्या हुआ कि मेरी माँ और पूजा आंटी साथ में घूमने बाहर चले गये और उस समय में अपने घर पर एकदम अकेला था और उस समय में अपने लॅपटॉप पर सेक्सी फिल्म देख रहा था, लेकिन तभी अचानक से मेरे घर की घंटी बजी और में अपने लेपटॉप को मिनिमाईज़ करके दरवाज़ा खोलने चला गया और फिर मैंने पिन होल से बाहर की तरफ झांककर देखा तो बाहर सफेद रंग की टी-शर्ट में कोई खड़ा हुआ था, लेकिन मुझे उसका चेहरा नजर नहीं आ रहा था और जब मैंने दरवाज़ा खोलकर देखा तो में देखता ही रह गया, क्योंकि बाहर अदिति खड़ी हुई थी और अब मुझे अपनी आखों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं था, क्योंकि में उसको अपने घर के बाहर खड़ा हुआ देखकर मन ही मन बहुत खुश था. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.

 दोस्तों एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया फिर उसको मैंने हाए कहा तो वो मुझसे पूछने लगी कि कश्यप  क्या तुम्हे पता है हमारी मम्मी कब तक वापस आयेगी? तो मैंने उससे कहा कि नहीं मुझे भी नहीं पता, क्योंकि उनका फोन भी नहीं लग रहा है और में भी बहुत देर से उनको फोन लगा रहा हूँ, लेकिन मेरी उनसे बात नहीं हो सकी तो उसने भी मुझसे कहा कि हाँ मेरी भी उनसे कोई बात नहीं हो पा रही है और ऊपर से रात के 10.00 बज गया और अब मुझे घर पर अकेले बहुत डर लग रहा है, क्योंकि पापा भी हमेशा देरी से आते है. वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मित्रों.

 दोस्तों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया फिर मैंने उससे कहा कि कोई बात नहीं है वो कश्यप  आ जाएँगे, वो कहीं अटक गए होंगे तब तक तुम एक काम करो तुम मेरे घर पर उनका इंतजार कर लो और उनके आने तक तुम यहीं पर रहो. फिर वो मेरी यह बात मान गई और अब हम दोनों थोड़ा इधर उधर की बातें करने लगे और बात करते करते मैंने उससे पूछा कि क्या तुम्हारी लाइफ में कभी कोई बॉयफ्रेंड था? तो उसने मुझसे बहुत धीमी आवाज़ में कहा कि हाँ कुछ समय पहले था, लेकिन अब मेरी उससे किसी बात को लेकर लड़ाई हो गई है और हम अब एक दूसरे से कभी बात नहीं करते है. वहा जबरजस्त माल भी थी मित्रों.

 दोस्तों चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया मैंने उससे कहा कि तुम बुरा ना मानो तो क्या में जान सकता हूँ कि तुम्हारा अपने बॉयफ्रेंड से झगड़ा क्यों हो गया? और अब वो मेरी बात का बिना बुरा माने मुझे अपने दोस्त के बारे में बताने लगी और तब दोस्तों मुझे उसकी बातों से पता चलने लगा कि वो एक वर्जिन थी और उसकी चोदा पेली  में भी बहुत रूचि थी, वो चोदा पेली  को लेकर बहुत उत्साहित रहती थी, लेकिन उसने अब तक कभी भी चोदा पेली  नहीं किया था और अब हम दोनों जानबूझ कर थोड़े दो मतलब की बातें भी करने लगे थे जिसका मतलब हम दोनों को बहुत अच्छी तरह से समझ में आ रहा था और फिर हमने एक दूसरे के मोबाईल नंबर भी ले लिए थे. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मित्रों .

 

 

 दोस्तों एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया फिर कुछ देर बाद हमारी मम्मी भी आ गई और वो मुझसे बाय कहकर अपने घर पर चली गई और उसके बाद से हम हर कभी जब भी हमें मौका मिलता तो फोन पर बातें करते रहते थे और हम दोनों इस तरह बहुत ही कम समय में एक दूसरे के बहुत करीब हो चुके थे और अब हम साथ में बाहर घूमने भी चले जाते थे और में हमेशा उसे देखता रहता था और कभी कभी सही मौका देखकर में उसके चूचिया  को भी छू लिया करता था, लेकिन वो मुझसे कुछ ना कहते हुए मेरी तरफ स्माइल कर लेती थी. उह क्या मॉल था मित्रों गजब .

 

 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मित्रों फिर ऐसे ही और एक बार फिर से हमारी माँ बाहर घूमने जाने वाली थी तो मैंने यह बात जानकर तुरंत अदिति को एक मैसेज कर दिया और मैंने उसमें लिखा कि तुम तुम्हारी मम्मी के चले जाने के बाद मेरे घर पर आ जाना, तो वो मान गयी और फिर हमारी मम्मी के चले जाने के बाद वो मेरे घर पर आ गई और मैंने उसे हग किया, क्योंकि वो सब हमारे बीच हर कभी होता रहता था और मैंने उसके चूचिया  को अपनी छाती से दबता हुआ महसूस किया और आज मैंने उसे मौका देखकर थोड़ा ज़ोर से उसको हग किया था, वो अब बहुत खुश लग रही थी और में भी बहुत मन ही मन में उछल रहा था. क्या बताऊ दोस्तों मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया.

 

 कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था  मैंने अपने लेपटॉप पर अपने घर पर एक छोटी फिल्म को चालू कर दिया और कुछ पॉर्न फिल्म को भी उसके पीछे डाल दिया था. अब में उसको वो शॉर्ट फिल्म दिखाने लगा और फिर में चालाकी से रूम से बाहर आ गया और अब में छुपकर उसे देखने लगा तो मैंने देखा कि वो शॉर्ट फिल्म थोड़ी देर बाद ख़त्म हो गई और वो पॉर्न फिल्म शुरू हो गई तब वो एकदम से चौंक गई और फिर पहले वो इधर उधर देखने लगी कि उसके उसको ..देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये आपास कोई तो नहीं है या कोई उसे देख तो नहीं रहा है, फिर जब वो समझ गई कि अब वो एकदम अकेली है तो वो अपनी आखें फाड़ फाड़कर फिल्म देखने लगी. दोस्तों मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है.

 उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है फिर में थोड़ी देर बाद अचानक से अंदर आ गया और मैंने उससे पूछा कि तुम्हे शॉर्ट फिल्म कैसी लगी? तो वो मेरी यह बात सुनकर थोड़ा शरमाने लगी और फिर वो बोली कि क्या तुम हमेशा पॉर्न फिल्म देखते हो? तो मैंने उससे आंख मारते हुए कहा कि हाँ, लेकिन कभी कभी, क्यों क्या हुआ? तो उससे मैंने पूछा कि क्या तुमको भी वो सब देखना है? तो वो मेरी यह बात सुनकर शरमाने लगी और मैंने उससे बोला कि अरे यार मुझसे क्या शरमाना चलो में तुम्हे भी दिखाता हूँ और अब मैंने एक फिल्म को तेज आवाज के साथ लगा दिया. दोस्तों एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया.

 दोस्तों चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए फिर दोस्तों मैंने उसको बहुत ध्यान से देखा कि वो अब अपने हाथ अपनी पेंट की चेन के पास ले जा रही थी और मैंने सही मौका देखकर उसको उसकी गर्दन पर किस कर दिया तो वो थोड़ी और गरम होने लगी थी और अब मैंने उसे अपने गले से लगा लिया और उसने भी अब मेरा पूरा साथ देना शुरू कर दिया था. मैंने उसको गाल पर गर्दन पर किस किया, जिसकी वजह से वो बहुत गरम हो गई थी और फिर हम दोनों एक दूसरे को लगातार किस करने लगे और में उसके होंठो को धीरे धीरे अपने होंठो से बंद करने लगा और अब उसके मुलायम मुलायम चूचिया  मेरे शरीर को छू रहे थे. दोस्तों कुछ देर बाद मैंने महसूस किया कि वो पूरे जोश में थी और उस बात का फायदा उठाकर मैंने उसको किस करते करते अपने एक हाथ से उसकी टी-शर्ट के ऊपर से चूचिया  को धीरे धीरे मसलने लगा था. ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है.

 एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया फिर वो गरम होकर सेक्सी आवाज़ें करने लगी थी आहहहहह उफफ्फ्फ्फ़. दोस्तों वो अब बहुत खुश हो रही थी और ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ भर रही थी. फिर थोड़ी देर चूचिया  को दबाने के बाद मैंने उसकी टी-शर्ट को उतार दिया और वो अब एकदम से झूलते हुए चूचिया  ठीक मेरे सामने थे. उसने काली कलर की ब्रा पहनी हुई थी, जिसमें से दो एकदम गोल गोरे गोरे चूचिया  मेरे सामने थे और उसके ऊपर से बाल खुले हुए थे, वो बहुत अच्छा नजारा था और वो उस समय कैसी लग रही होगी में शब्दों में भी नहीं बता सकता, मुझे तो स्वर्ग जैसा महसूस होने लगा था. मैंने फिर पीछे से उसकी ब्रा का हुक निकाल दिया और अब उसके चूचिया  मेरे आगे थोड़े लटक गये थे. है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई.

 मेरे मित्रो मामा की लड़की की चुदाई में बड़ा मजा आया मैंने फिर उसकी ब्रा को पूरी निकाल दिया था और अब में उसके नंगे चूचिया  को दबाने लगा और फिर एक चूचिया  को पकड़कर चूसने लगा, वाह वो क्या मस्त अहसास था? फिर उसने मेरी शर्ट को निकाल दिया और मुझे भी पकड़ने लगी और किस करने लगी तो मैंने उसे उठाकर बेड पर एकदम सीधा लेटा दिया और उसकी हॉट पेंट को भी उतार दिया, वो अब सिर्फ़ एक काली कलर की पेंटी में थी और में अब उसके पूरे पैरों से चूम चूमकर धीरे धीरे आगे बढ़ता हुआ उसकी चूत तक पहुँच गया, तो मैंने महसूस किया कि उसकी चूत अब एकदम गीली हो गई थी और मैंने उसकी पेंटी को उतार दिया और उसकी चूत में उंगली डालने लगा तो वो और भी ज्यादा ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी और बिल्कुल पागल होने लगी थी. दोस्तों कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया.

 उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मित्रों में अब उसकी चूत में अपनी एक उंगली को डालकर धीरे धीरे, लेकिन लगातार अंदर बाहर करने लगा और फिर में बीच बीच में उसके होंठों को भी चूमता रहा और फिर मैंने ऐसा थोड़ी देर तक चलने दिया और अब वो मेरे लंड को छूने लगी और धीरे से हिलाने लगी और अब मुहं में लेने लगी जिसकी वजह से अब मुझे बहुत मस्त अहसास आ रहा था. मैंने फिर अपने लंड पर सुरक्षा के लिए कंडोम लगाया, जिसे में हमेशा अपने पास छुपाकर रखता हूँ. अब में अपना लंड धीरे धीरे उसकी चूत में डालने लगा तो वो और भी मदहोश हो रही थी. हम दोनों अब एकदम जोश में आकर चोदा पेली  करने लगे थे और फिर में बीच बीच में उसके चूचिया  को भी दबा रहा था. उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी.

 मित्रों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु  अब में उसकी चूत में लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाकर उसे चोदने लगा था जिसकी वजह से वो लगातार सिसकियाँ ले रही थी और कुछ देर की चुदाई के बाद में झड़ गया, तब तक वो भी झड़ चुकी थी. फिर उसके बाद हम दोनों साथ में नहाने गये और वो चेहरे से बहुत खुश नज़र आ रही थी. हम नहाकर बाथरूम से बाहर निकले और उसके कुछ देर बाद माँ आ गई और उस दिन की चुदाई के बाद हम दोनों के बीच बस यही सब चलने लगा, जब भी हम अकेले रहते तो हमें कोई भी अच्छा मौका मिलता तो हम चुदाई में लग जाते और हम दोनों ने ऐसी चुदाई करके बहुत मज़े किए है, वो हर बार मेरी चुदाई से बहुत संतुष्ट नजर आई और मुझे उसकी चुदाई का हर बार मौका मिलता रहा. उसको पेलने की इच्छा दिनों से है मित्रों अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता मित्रों मित्रों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार.

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