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पूरी रात जन्नत की सैर

Posted on:- 2021-08-07


मित्रों मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु अपने बूर फाड् चुदाई की स्टोरी में.. ये मेरी पहली कहानी है. दोस्तों और अब में सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. ये बात तब की है.. जब में 25 साल का था और में पुणे से हूँ. मेरी एक गर्लफ्रेंड थी.. लेकिन अब नहीं है. उसका नाम सुलेखा था.. वो 18 साल की थी और उसका फिगर साईज 32-27-34 था. जब वो चलती थी.. तो अपनी मोटी गांड से सब लड़को को मुठ मारने पर मजबूर कर देती थी और मेरे दोस्त मुझसे जलते थे कि दोस्त तुझे तो अच्छा ख़ासा गोदाम मिला हुआ है. मेरी बॉडी सामान्य है और मेरा लंड करीब 5.6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. सब कैसे है,क्या हाल चाल मित्रों कैसे है आप सब आशा है अच्छे होंगे और चुदाई के जुगाड़ में होंगे.

 दोस्तों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया एक दिन की बात है. मेरे माता-पिता को कहीं जाना था. फिर मैंने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ पूरी रात का सीन बनाया. में उस दिन ऑफिस से जल्दी आ गया था और पूरा प्रोग्राम पक्का करने लगा और मेडिकल से 3-4 पैकेट कन्डोम के ले आया और 3-4 बोतल बियर्स की और अब में शाम होने का वेट करने लगा.. शाम को जब वो आई तो एकदम मस्त लग रही थी और अंदर आते ही में उस पर टूट पड़ा.. जैसे सूखे में बारिश हो गई हो.

 मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है थोड़ा संभलने के बाद उसने कहा कि जानू अभी रूको.. आज तो पूरी रात है.. पहले कुछ खा पी लो.. फिर नहीं रोकूंगी. खाना खाने के बाद मैंने उसे बियर की बोतल दी और ड्रिंक करने को कहा.. फिर में पीछे से गया और उसे पकड़ लिया और उसके 32 इंच के बूब्स दबाने लगा. उसने अपनी आँखे बंद कर ली और हल्का हल्का मोन करने लगी.. आ आ उउंह उउंह. उसके बूब्स बहुत ही सॉफ्ट थे.. बहुत मज़ा आ रहा था. मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.

 ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा फिर मैंने उसे सीधा किया.. अब भी उसकी आँखे बंद थी.. तभी मैंने उसका सर ऊपर किया और एक किस कर दिया और वो भी मेरा साथ देने लगी. उसने उस दिन एक सूट पहन रखा था. फिर मैंने उसके सलवार के अंदर हाथ डाला और अंदर बस एक काले कलर की पेंटी थी .और ऊपर सफ़ेद क्रीम कलर की ब्रा बड़ी मस्त लग रही थी. करीब 15 मिनट तक मैंने उसके बूब्स दबाये और उन्हे चूसा.. अब तक सुलेखा पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी. दोस्तों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है

 क्या बताऊ दोस्तों  उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये फिर धीरे धीरे मेरा हाथ जब उसकी चूत पर गया.. तो मुझे महसूस हुआ कि उसकी पेंटी गीली हो चुकी है. फिर मैंने पेंटी के अंदर हाथ डाला.. तो देखा कि उसकी चूत से बहुत सारा पानी निकल रहा है. यह देख के मुझसे तो रहा नहीं जा रहा था.. इसलिये मैंने उसकी सलवार और ब्रा भी निकाल दी और उसकी पेंटी निकालकर मैंने उसे ऊपर से नीचे तक देखा.. क्या बताऊँ यार? उस वक़्त मेरे लिये वो किसी जन्नत से कम नहीं थी और उसका फिगर भी. दोस्तों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.

 दोस्तों क्या मलाई वाला माल लग रहा था फिर मैंने भी जल्दी से अपने कपड़े उतारे और फिर कंप्यूटर चालू करके मैंने उसे कुछ क्लिप दिखाई.. जो कि एक चोदा पेली फिल्म की क्लिप थी. तब मैंने उससे कहा कि शुरू में थोड़ा सा दर्द होगा.. लेकिन बाद में यही दर्द जन्नत बन जायेगा. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है.


 अब सुनिए चुदाई की असली कहानी  फिर मैंने उसे लेटाया और उसकी चूत पर थोड़े हल्के बाल थे.. लेकिन उसकी चूत मस्त और भरी हुई लग रही थी. फिर मैंने उसकी चूत पर किस किया और अपनी जीभ को चूत में दाने तक अंदर बाहर करने लगा.. वो तो मानो आसमान में उड़ने लगी थी और उसके मुँह से सिसकारियाँ बहुत तेज हो गई थी.. नशे में तो वो और भी पागल हो गई थी. फिर मैंने कंप्यूटर में गानों की आवाज को थोड़ा तेज कर दिया और 10-15 मिनट तक उसकी चूत चाटने के बाद मेरा लंड बिल्कुल तन चुका था. दोस्तों एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया.


 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मित्रों  फिर मैंने उससे कहा कि इस पर थोड़ा सा थूक लगा दो.. तो वो कहने लगी कि में कैसे लगाऊँ? तो मैंने कहा कि इसे मुँह में लेकर अपने थूक से गीला कर दो.. उसे थोड़ा अजीब लगा.. लेकिन अपने मुंह में लंड लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी.. ऐसा लग ही नहीं रहा था कि वो पहली बार कर रही है. दोस्तों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.


वहा जबरजस्त माल भी थी मित्रों  फिर मुझसे रहा नहीं जा रहा था.. इतनी सेक्सी फीलिंग हो रही थी. फिर मैंने लंड उसके मुँह से निकालकर अपना लंड उसकी चूत के दरवाज़े पर रख दिया.. वो सिसकियां ले रही थी और कहने लगी कि आज तो फाड़ दो.. मेरी चूत को जन्नत की सैर करा दो. में जानता था कि वो एक वर्जिन है और नशे में भी है.. जब में अंदर डालूँगा.. तो वो चीख पड़ेगी.. इसलिये मैंने उसके होंठ पर अपना होंठ रख दिया और अपना 5.6 इंच लंबे लंड से एक जोरदार झटका दिया.. मेरा पूरा सुपाड़ा अंदर चला गया और वो चिल्लाना चाहती थी.. लेकिन मैंने पहले ही उसका मुँह अपने मुँह से बंद कर दिया था. उसकी आँख से पानी आने लगा.. इससे पहले कि वो शांत हो पाती. दोस्तों चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया.

 ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मित्रों फिर मैंने एक और जोर से धक्का दिया और मेरा आधा लंड उसकी चूत में चला गया और उसकी सील टूट गई और वो जोर जोर से रो रही थी.. लेकिन उसकी आवाज़ नहीं निकल पा रही थी. दोस्तों एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया.

 उह क्या मॉल था मित्रों गजब  फिर में थोड़ी देर उसके उपर वैसे ही लेटा रहा. फिर 2 मिनट बाद जब वो थोड़ी शांत हुई.. तब मैंने अपना आखरी झटका दिया और मेरा 5.6 इंच लंबा लंड पूरा उसकी चूत में चला गया. उसे फिर दर्द हुआ और मैंने इस बार उसके मुँह पर अपना हाथ रख दिया. फिर कुछ देर के बाद वो शांत हो गई और में धीरे- धीरे लंड को अंदर बाहर करने लगा.. अब उसे भी मज़ा आने लगा. फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाल कर देखा.. तो उस पर खून लगा हुआ था और वो ये देखकर डर गई. फिर मैंने कहा कि जब भी कोई लड़की पहली बार सेक्स करती है.. तो ऐसा ज़रूर होता है और अच्छा हुआ कि मैंने नीचे दूसरा कपड़ा लगा दिया था.. नहीं तो चद्दर पर पूरे खून के धब्बे हो जाते. फिर मैंने उसे डोगी स्टाइल में होने को कहा और मैंने उसको पीछे से चोदा. बहुत मज़ा आ रहा था और में उसके दोनों बूब्स दबा रहा था और ज़ोर ज़ोर से झटके मार रहा था. करीब 30 मिनट के बाद में झड़ने वाला था.. इसलिये मैंने अपना लंड बाहर निकालकर उसकी कमर पर झड़ गया और हम ऐसे ही लेट गये और वो मेरे ऊपर लेट गई. मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मित्रों .


 क्या बताऊ दोस्तों मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया फिर हम बाथरूम में गये और वहां शॉवर लिया.. में वहां भी उसके बूब्स को चूसने लगा.. क्या करूँ यार मन ही नहीं भर रहा था. फिर हम बाहर आये और 1-2 घंटे के लिये सो गये.. रात में जब नींद खुली.. तो हमने फिर सेक्स किया.. तब तक उसका नशा उतर गया था. फिर सुबह 4 बजे तक हमने 3 .बार और सेक्स किया.. जिससे वो सुबह ठीक से चल भी नहीं पा रही थी. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था मित्रों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार.

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