मुख्य पृष्ठ » फॅमिली सेक्स स्टोरीज » मौसी की लड़की की चूत फैलाइ


मौसी की लड़की की चूत फैलाइ

Posted on:- 2024-09-19


हाय दोस्तों, में अहम आज आप सभी को अपनी लाईफ की एक सच्ची घटना बताना जा रहा हूँ, जिसमें में आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी मौसी की लड़की को चोदा और उसकी भोसड़ी के बहुत मज़े लिए, लेकिन सबसे पहले में आप लोगों को अपने बारे में भी बता देता हूँ. मेरी लम्बाई 5.37 इंच है और ठीक ठाक दिखने वाला शरीर है और मेरे घर पर मेरे पापा, मम्मी और मेरी एक बहन है और मेरी मौसी की लड़की मुझसे करीब 5 किलोमीटर दूरी पर रहती है, उसकी उम्र अभी 17 की होगी और उसके फिगर का आकार 30-26-32 है, कोई भी उस सेक्सी आईटम को एक बार देखते ही उसे जरुर चोदना चाहेगा, क्योंकि वो दिखने में बहुत मस्त माल है, उसका गदराया हुआ बदन मुझे क्या हर किसी को अपनी तरफ खींचता है और अब में अपनी कहानी पर आता हूँ.

 

साथिओं यह बात लॉकडाउन खत्म होने के बाद की है, जब मेरे सभी घर वाले दशहरे की छुट्टियों में बाहर घूमने गए हुए थे तो मेरी मम्मी ने मेरी मौसी की लड़की को जिसका नाम आरती है, उसे हमारे घर पर बुला लिया, ताकि मुझे खाने पीने में कोई दिक्कत ना हो तो मम्मी के कहने पर आरती हमारे घर पर आ गई और फिर मेरे घर वाले बाहर घूमने चले गये और में पूरा दिन टी.वी. ही देखता रहा, क्योंकि उस दिन रविवार का दिन था और मेरा स्कूल भी बंद था.

 

फिर कुछ समय बाद वो भी मेरे पास में आकर बैठ गई और अब हम दोनों टी.वी. देखते रहे और कुछ घंटो के बाद शाम हो गई, वो किचन में जाकर मेरे लिए चाय बनाकर ले आई, हमने साथ में बैठकर बातें हंसी मजाक करते हुए चाय के मज़े लिए और फिर उसके बाद वो उठकर किचन में चली गई और उसने हमारे लिए खाना बनाया और रात को हम दोनों खाना खाकर जल्दी ही सो गए, क्योंकि हम टी.वी. देखकर बहुत थक चुके थे, हमे बेड पर पड़ते ही जाने कब नींद आ गई. दोस्तों जैसा कि आप सभी लोगों को पता है कि दशहरे के समय पर हल्की हल्की ठंड होने लगती है तो हम दोनों एक कम्बल लेकर एक ही बेड पर सो गये.

 

फिर 2 घंटे सोने के बाद मुझे थोड़ी प्यास लगने लगी तो मैंने उठकर पानी पिया और दोबारा उसके पास आकर लेट गया, बहुत देर तक आखें बंद करके पड़े रहने के बाद भी मुझे अब भी नींद नहीं आ रही थी, इसलिए में अपने मोबाईल में सेक्सी वीडियो देखने लगा और देखते ही देखते मेरा लंड खड़ा हो गया. दोस्तों मेरे लंड का साईज़ 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, वो अब तनकर खड़ा हो गया था और पास में लेटी हुई मेरी बहन बहुत देर पहले ही सो चुकी. अब मेरे मन में उसको अपने पास लेटा हुआ कुछ कुछ गलत गलत बातें आने लगी और अब में उसके पेट पर हाथ रखकर सोने का नाटक करने लगा.

 

कुछ देर जब उसकी तरफ से कोई भी हलचल नहीं हुई तो मैंने थोड़ी हिम्मत करके अब उसके बिल्कुल गोल, बड़े आकर के मुलायम मुलायम छाती पर अपना एक हाथ रख दिया और में हल्के हल्के से अपने हाथ को उसके बूब्स पर घुमाने लगा, वाह दोस्तों कितने मुलायम एकदम रुई की तरह उसके बूब्स थे, मेरा तो उन्हें खा जाने का मन कर रहा था. फिर मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोलकर उसे धीरे ढीला कर दिया और फिर में मन ही मन बहुत हिम्मत जुटाकर उसकी चूत में ऊँगली करने लगा. मैंने अपनी एक ऊँगली को उसकी चूत में पूरा अंदर घुसाकर लगातार धीरे धीरे आगे पीछे करता रहा और मैंने महसूस किया कि उसकी चूत बहुत टाईट और अंदर से गरम थी, शायद वो अब तक वर्जिन थी, जिसके कारण वो हल्की हल्की आवाज से मोनिंग करने लगी, लेकिन वो मुझसे कुछ भी नहीं बोली.

 

अब मेरी हिम्मत और ज्यादा बढ़ गई और अब में उसे अपनी तरफ खींचकर उसे किस करने लगा और इस बीच मैंने अपने सारे कपड़े भी उतार दिए और अब में उसके बाद उसके कपड़ो को थोड़ा ऊपर करके उसके बूब्स को अपने मुहं में लेकर चूसने और दबाने लगा, इतने में वो उठ गई और मुझे देखने लगी और फिर वो मुझसे बोली कि भैया आप यह क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि मुझे बहुत ठंड लग रही है, में अपनी ठंड को दूर भगा रहा हूँ तो वो बोली कि हाँ, लेकिन शायद आप भूल गए हो कि में आपकी बहन हूँ, आपका मेरे साथ यह सब करना बहुत गलत काम है, प्लीज मुझे अब छोड़ दो किसी को अगर पता चल गया तो मेरी इज्जत खराब हो जाएगी, प्लीज अब छोड़ो मुझे.

 

फिर मैंने उससे कहा कि हाँ मुझे सब कुछ पता है, लेकिन तुम शायद यह बात भी भूल चुकी हो कि यहाँ पर हमारे अलावा इस पूरे मकान में कोई भी नहीं है तो यह बात हमारे बीच से बाहर कैसे जाएगी? और में तुम्हें ऐसा कुछ भी नहीं होने दूंगा तुम मुझ पर पूरा विश्वास करो, मैंने उसे बहुत बार समझाया तो वो मान गई और फिर मैंने एक एक करके उसके सारे कपड़े उतार दिए और अब मैंने उसे अपने सामने पूरा नंगा कर दिया, वो एकदम सीधी शरमाती हुई अपने दोनों हाथों से अपने बूब्स की निप्पल को छुपाने की नाकाम कोशिश करने लगी और वो अपने पैरों को एक दूसरे पर रखते हुए अपनी चूत को भी मुझसे छुपा रही थी. उसको बहुत शरम आ रही थी, क्योंकि यह उसका पहला सेक्स अनुभव था और उसकी चूत अभी तक पूरी जवान भी नहीं हुई थी.

 

फिर मैंने उसके दोनों पैरों को पकड़कर थोड़ा सा फैला दिया और अब में उसकी उभरी हुई छोटी सी अंदर से बिल्कुल गुलाबी चूत को बहुत घूर घूरकर देख रहा था. दोस्तों में आप लोगों को शब्दों में नहीं बता सकता कि उसकी कितनी प्यारी चूत लग रही थी और उस पर छोटे छोटे रेशमी बाल भी थे, अब में उसको अपनी ऊँगली से सहलाने लगा तो वो एकदम तड़पने लगी और मेरे बालों में हाथ फेरने लगी और वो मुझसे कहने लगी कि भाई मुझे कुछ हो रहा है, बहुत गुदगुदी हो रही है और आह्ह्ह्हह अईईईईईई उम्म्म्म की आवाज़ निकालने लगी.

 

अब मैंने उसकी चूत को चाटना चूसना शुरू किया, जिसकी वजह से वो बिल्कुल पागल सी होने लगी और ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी और करीब 15 मिनट तक चूत चटाई करने के बाद वो मेरे मुहं पर झड़ गई और में उसका सारा गरम गरम पानी पी गया. फिर में उठा और मैंने उससे कहा कि अब तुम मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चाटो तो वो मुझसे साफ साफ मना करने लगी और वो कहने लगी कि नहीं यह बहुत गंदा है. में यह सब कभी नहीं करूंगी.

 

फिर मैंने उससे बोला कि देखो मैंने भी अभी तुम्हारी चूत को चाटा है ना, प्लीज तुम भी एक बार मेरा कहा मान लो प्लीज फिर वो मेरे बहुत बार कहने के बाद मान गई और मैंने अपना लंड उसके हाथ में दे दिया, वो थोड़ी सी डर डरकर मेरे लंड को सहला रही थी. फिर वो मेरे लंड को अपने मुहं में लेने की कोशिश करने लगी और कहने लगी कि भाई यह तो बहुत बड़ा है. में इसको कैसे अपने मुहं में लूँ, इससे अगर मुझे कुछ हो गया तो फिर क्या होगा? फिर मैंने कहा कि तुम इसको देखकर बिल्कुल भी मत डरो, तुम्हें कुछ नहीं होगा, तुम बस अपना पूरा मुहं खोल लो यह बहुत आराम से फिसलता हुआ तुम्हारे मुहं के अंदर चला जाएगा.

 

फिर उसने अब बहुत हिम्मत करके अपने मुहं में मेरे लंड का टोपा डाला और मैंने भी हल्का सा धक्का दिया और लंड अंदर चला गया और कुछ देर बाद वो मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूसने लगी. दोस्तों में आपको क्या बताऊँ, वो मुझे जन्नत की सेर करवा रही थी और अब वो भी बहुत मज़े से मेरा लंड चूस रही थी, करीब 15 मिनट तक लंड को चूसने के बाद में उसके मुहं में झड़ गया.

 

फिर उसने मेरा सारा वीर्य अपने मुहं से बाहर थूक दिया और वो तुरंत उठकर अपना मुहं साफ करने बाहर बाथरूम में चली गई और जब वो वापस आई तो मैंने तुरंत उसको पकड़कर बेड पर लेटा दिया और उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से सक करने लगा. फिर हम ऐसे ही पड़े रहे और करीब 15 मिनट के बाद मेरा लंड एक बार फिर से खड़ा हो गया और फिर मैंने थोड़ा सा तेल उसकी चूत में लगा दिया और अपने लंड में लगाया और उसकी गांड के नीचे एक तकिया रख दिया और अब में उसके ऊपर आ गया तो वो मुझसे पूछने लगी कि भाई अब तुम क्या करोगे? तो मैंने बोला कि अब में अपना लंड तुम्हारी चूत में डालूँगा और तुम्हें चोदूंगा.

 

फिर वो एकदम से डर गई और वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज भैया आप मेरे साथ कोई भी जबरदस्ती मत करना, क्योंकि यह आपका बहुत मोटा है और यह मेरे अंदर नहीं जाएगा और मुझे अब बहुत डर लग रहा है, में मर जाउंगी प्लीज अब बस करो.

 

फिर मैंने उसको कहा कि तुम्हें पहली बार में थोड़ा सा दर्द जरुर होगा, लेकिन फिर मेरा लंड बहुत आराम से अंदर चला जाएगा और मेरे बहुत कहने पर वो मेरी बात मान गई. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रगड़ना शुरू किया तो वो मोनिंग करने लगी, उम्म्म आह्ह्ह्हह ऊफ्फ्फ्फफ्फ ऑश हाँ भैया बहुत अच्छा लग रहा है.

 

फिर में उसकी कमर को पकड़कर अपना लंड चूत के अंदर डालने की कोशिश करने लगा, लेकिन मेरा लंड अंदर नहीं गया और उसे थोड़ा सा दर्द जरुर हुआ और में कोशिश करते हुए अपना लंड अंदर डालने की कोशिश करने लगा, लेकिन मेरे लंड का टोपा ही अंदर गया था और वो चीख पड़ी आईईईइ ओाह्ह्ह्ह में मर गई भैया बहुत दर्द हो रहा है आह्ह्हह्ह्ह्ह प्लीज अब बस करो, इसे बाहर निकालो.

 

फिर में वैसे ही रुक गया और फिर थोड़ी देर में जब उसे थोड़ा सा आराम हुआ तो मैंने फिर से एक और झटका मारा और मेरा आधा लंड अंदर चला गया और वो रोने लगी और कहने लगी कि में मर जाउंगी भैया प्लीज इसे बाहर निकाल लो और में इतने में उसके बूब्स को दबाने लगा और उसे किस करने लगा और अब मैंने महसूस किया कि उसकी चूत से खून भी निकल रहा था और वो लगातार रोती ही जा रही थी. फिर थोड़ी देर बाद जब उसे थोड़ा आराम मिला तो मैंने अपने लंड को आगे पीछे करना शुरू किया.

 

फिर एक और झटके के साथ अपना पूरा लंड अंदर डाल दिया और आगे पीछे करने लगा. दोस्तों उसको दर्द तो बहुत हो रहा था, क्योंकि वो अब तक वर्जिन थी और आज मेरे लंड की चुदाई से उसकी सील टूट गई थी. फिर में ज़ोर ज़ोर से धक्के देता रहा तो उसे कुछ देर बाद आराम मिला और वो भी मेरा साथ देने लगी और उसके मुहं से सिसकियाँ निकलने लगी, आहहहह उफ्फ्फ्फ़ भैया ऑश हहओहहाहहहह ऑश वाह भैया बहुत मजा आ रहा है.

 

दोस्तों करीब 2.30 घंटे की चुदाई में वो करीब 3 बार झड़ चुकी थी और में भी अब झड़ने वाला था तो मैंने तुरंत अपना लंड बाहर निकाला और उसके बूब्स के ऊपर वीर्य झड़ दिया और फिर में उसके ऊपर ही लेट गया और वो मुझसे कहने लगी कि वाह भैया बहुत मजा आया. दोस्तों हम लोगों ने पूरे तीन दिन तक मस्त चुदाई के मज़े लिए और मैंने दो बार उसकी गांड भी मारी और उसने हर बार मेरा पूरा पूरा साथ दिया और मैंने उसकी चूत गांड को चोद चोदकर चौड़ा कर दिया.

What did you think of this story??






अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्य बनें


हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !


* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।