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ट्रेन में बीवियों की अदला बदली

Posted on:- 2022-03-16


नमस्कार मित्रों और सुनाइए कैसे आप सब मित्रों मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु, मेरा नाम किशोर नाथ  है और मेरी उम्र 48 साल है. मेरी पत्नी का नाम वर्तिका  है और उसकी उम्र 47 साल है. हमारे एक बेटी और एक बेटा है और उन दोनों की शादी हो चुकी है और वो बाहर रहते है और हम अकेले ही रहते है. हमारी प्रॉपर्टी के किराए से आमदनी हो जाती है और हम ज़्यादातर समय फ्री रहते है. दोस्तों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया.


 मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है मेरी हाईट 5 फुट 4 इंच, मोटा शरीर, रंग सांवला, वजन 86 किलोग्राम है. मेरी पत्नी की हाईट करीब 5 फीट, रंग गोरा, भरा हुआ बदन, भारी बूब्स, फिगर साईज 38-38-40 है, वो अभी भी चोदा पेली  लगती है. हमारी चोदा पेली  लाईफ ठीक ठाक चल रही है कोई खास नहीं. मेरा लंड करीब 4 इंच खड़ा होने पर और मोटाई 2 इंच है. अब जब तक बच्चे साथ थे तो हमने इस बारे में कभी सोचा नहीं था, लेकिन अकेले रहने पर चोदा पेली  की तरफ ज़्यादा ध्यान जाने लगा. मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.


 ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा  अब हमारे पास समय पूरा था और घर में कोई नहीं था, इसलिए हम ब्लू फिल्म की सी.डी लाकर कंप्यूटर पर लगाकर देखते थे. अब ब्लू फिल्म में दो मर्द मिलकर एक औरत को चोदते या लोग अपने पार्टनर को बदल-बदलकर चोदते थे. उनके मोटे लंड और लंबे लंड को देखकर मेरी पत्नी की हसरत बढ़ जाती थी और वो अपनी ललचाई निगाहों से देखती रहती थी. दोस्तों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है .   


 क्या बताऊ दोस्तों  उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये अब बार-बार मेरा ध्यान उस तरफ जाता थी कि देखो इसका लंड कितना मोटा और लंबा है? इनके पार्टनर को तो बहुत मज़ा आता होगा? ये कितना टाईम झड़ने में लगा रहे है? देखकर ही कितना मज़ा आ रहा है? और फिर वो मुझसे कसकर लिपट जाती और हम चुदाई में जुट जाते थे. हमें ब्लू फिल्म देखकर चुदाई करने में बहुत मज़ा आता था. मेरा लंड छोटा होने पर भी ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगते तो वर्तिका  मदहोश हो जाती और आह-आह करके नीचे से अपनी कमर उठाकर चुदाई में पूरा जवाब देती थी. दोस्तों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है दोस्तों क्या मलाई वाला माल लग रहा था.    

 चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए फिर एक दिन मैंने वर्तिका  से पूछा कि लंबे मोटे लंड की तुम्हें बहुत हसरत है, क्यों ना हम किसी लंबे लंड की व्यवस्था करें? तुम्हें भी मज़ा आएगा. फिर वो पहले तो सकुचाई, लेकिन उसके मन में लंबे मोटे लंड की हसरत थी, इसलिए उसने मना नहीं किया और मुस्करा दी. हमारे फ्रेंड्स का ग्रूप था, जो कि एक ही उम्र के थे. साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है दोस्तों एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया.


 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मित्रों   अब सुनिए चुदाई की असली कहानी अब हमें जयपुर में एक शादी में जाना था और मेरा दोस्त धीरज भोसड़े  को भी उसी शादी में जाना था, तो हमने एक साथ जयपुर जाने वाली ट्रेन में रिज़र्वेशन करवाया. ए.सी 2 टीयर में 4 बर्थ होती है और धीरज भोसड़े  उसकी पत्नी काजल चोदसे  और में और वर्तिका  उसी डब्बे में सवार हुए और ट्रेन चल दी. फिर मैंने धीरज भोसड़े  को देखकर वर्तिका  को चुपके से कहा कि तुम्हें लंबे लंड की इच्छा है जो आज पूरी हो जाएगी, तो वो बोली कि कैसे? तो मैंने कहा कि धीरज भोसड़े  का लंड लंबा है, तो वो बोली कि तुम्हें कैसे मालूम? दोस्तों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.


 वहा जबरजस्त माल भी थी मित्रों  फिर मैंने कहा है हम हॉस्टल में साथ थे और वहाँ कॉमन बाथरूम में हम लोग एक दूसरे के सामने नंगे नहाते थे, इसका लंड लंबा था. अब में आपको धीरज भोसड़े  और काजल चोदसे  के बारे में बता दूँ. दोस्तों चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया.


धीरज भोसड़े  करीब 51 साल का था, हाईट 5 फुट 6 इंच, बदन तंदुरुस्त, सीना 36, वेस्ट 38, वजन 70 किलोग्राम. काजल चोदसे  साँवली करीब 45 साल की, हाईट 5 फुट 2 इंच, फिगर साईज 34-34-38 है, वो अच्छी चोदा पेली  दिखती थी. अब ट्रेन में हम लोग आपस में बातें करने लगे थे और वेज नॉनवेज जोक्स चल रहे थे. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मित्रों 


अब वर्तिका  तो वैसे ही चोदा पेली  मूड में थी और फिर जब काजल चोदसे  ने कहा कि आपके तो मज़े है, घर में कोई नहीं है चाहे जब लग जाओ और हमें तो बच्चों का ध्यान रखना पड़ता है, बच्चे बड़े और शादीशुदा है तो रात में भी मुश्किल से मौका मिलता है और जैसे तैसे जल्दी से निपटना पड़ता है. फिर वर्तिका  ने कहा कि चलो आज तो कोई नहीं है पूरी रात पड़ी है, इस डब्बे में बस हम चारों है तो यहीं मज़े ले लो. फिर काजल चोदसे  ने कहा कि धत कैसी बात करती हो? तो वर्तिका  ने कहा कि दोस्ती में खुला खाता होना चाहिए, शरमाने का क्या काम? दोस्तों एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया.


 उह क्या मॉल था मित्रों गजब  अब इन बातों ने धीरज भोसड़े  को उकसा दिया था तो वो खुश होते हुए बोला कि भाभी सही तो कह रही है, मेरा और किशोर नाथ जेहादी  का वैसे ही खुला ख़ाता है. हॉस्टल में हम लोगों का ग्रुप था और हम एक साथ नंगे नहाते थे, हमने एक दूसरे का लंड देखा है, किशोर नाथ जेहादी  का लंड छोटा है इसलिए वो सबका लंड अपने हाथ में लेकर खेलता था. फिर वर्तिका  ने पूछा कि और धीरज भोसड़े  भैया आपका? मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मित्रों.


 क्या बताऊ दोस्तों मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया उसने बताया कि मेरा लंड हम सब दोस्तों के ग्रुप में सबसे बड़ा है, तो वर्तिका  ने कहा कि काजल चोदसे  भाभी को तो बहुत तकलीफ़ होती होगी. फिर धीरज भोसड़े  बोला कि वो तो मेरा लंड उचक-उचककर लेती है इससे ही पूछ लो, आप भी चाहो तो आजमा कर देख लो, तो वर्तिका  शरमाते हुए मुस्करा दी. अब यह चोदा पेली  बातें सबको हॉट कर रही थी. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था.


उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये  फिर धीरज भोसड़े  काजल चोदसे  को अपनी बाँहों में भरकर चूमने लगा और उसके होंठ अपने होंठो में भर लिए और अपनी जीभ उसके मुँह के अंदर डालकर फ्रेंच किस करने लगा और उसके बूब्स ब्लाउज के ऊपर से ही मसलने लगा था. दोस्तों मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है.


अब काजल चोदसे  बुरी तरह से मचलने लगी थी और अपनी बाहें धीरज भोसड़े  के गले में डालकर चिपक गई थी और उसकी पीठ पर अपने हाथ बाँध लिए थे. अब हम दोनों उन दोनों को देखते हुए उन दोनों को बढ़ावा देने लगे थे और उनके पास जाकर खड़े हो गये थे. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है.


 दोस्तों एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया फिर वर्तिका  ने पास आकर कहा कि धीरज भोसड़े  भैया हमें भी तो आपका दिखाओ और करना ही है तो खुलकर करो, यहाँ किसकी शर्म? तो धीरज भोसड़े  अलग होकर अपने कपड़े उतारने लगा और वर्तिका  ने काजल चोदसे  की साड़ी उतारकर अलग कर दी और ब्लाउज के बटन खोलने लगी. दोस्तों चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए.


 ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है फिर काजल चोदसे  ने खुद ही अपने ब्लाउज के बटन खोलकर अपना ब्लाउज पीछे की तरफ किया, जिसे वर्तिका  ने खींच दिया और पीछे से ब्रा का हुक खोल दिया, तो काजल चोदसे  के बूब्स बाहर आ गये और उसके अच्छे गठीले बूब्स थे. फिर वर्तिका  ने काजल चोदसे  के पेटीकोट का नाड़ा भी खींच दिया, तो उसका पेटीकोट भी नीचे आ गिरा और अब काजल चोदसे  सिर्फ़ पेंटी में थी. एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया.


 है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई अब उधर धीरज भोसड़े  ने भी अपने कपड़े उतार दिए थे और एकदम नंगा खड़ा था. घुंघराले बाल, हल्की मूंछे और गठीला स्वस्थ बदन, उसका लंबा लंड जो कि 7-8 इंच का था खड़ा होकर पूरी तरह से तन गया था. मेरे मित्रो मामा की लड़की की चुदाई में बड़ा मजा आया.


 दोस्तों कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया अब वर्तिका  एकदम शॉक होकर उसके बदन को देखती ही रह गई थी और उसके लंबे लंड को देखकर उसके मुँह से आह निकल गई थी, उसने वास्तविक में लंबा लंड पहली बार देखा था, उसने अभी तक तो ब्लू मूवी में ही इतना बड़ा लंड देखा था और मेरा लंड उसका करीब आधा ही था. उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मित्रों.


उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी   अब धीरज भोसड़े  काजल चोदसे  को बर्थ पर लेटाकर उसके गाल चूसने लगा था. फिर धीरज भोसड़े  धीरे-धीरे उसकी गर्दन पर अपनी जीभ फैरते हुए उसके बूब्स की निपल्स को अपने मुँह में भरकर काटने लगा और अपने दूसरे हाथ से उसकी एक चूची मसलने लगा था. मित्रों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु. 


 अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता मित्रों    अब काजल चोदसे  सिसकारियाँ भरते हुए ओहा आआहह करने लगी थी और अपना एक हाथ आगे बढ़ाकर उसके लंड को अपनी मुट्ठी में भर लिया और उसकी मुलायम स्किन को पीछे करके उसके लंड के सुपाड़े को हल्के-हल्के दबाने लगी. मित्रों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार.


 उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मित्रों  जैसे उसके चुत में माखन भरा हो अब काजल चोदसे  पूरी तरह से मस्त हो गई थी और धीरज भोसड़े  के मुँह को अपने बूब्स पर ज़ोर-ज़ोर से दबा रही थी. फिर धीरज भोसड़े  ने अपना मुँह और नीचे ले जाकर उसकी नाभि में अपनी जीभ डालकर ज़ोर-ज़ोर से घुमाने लगा, तो काजल चोदसे  भाभी सिसकारियाँ लेकर बोली कि हाए राजा इस तरह से तो में मर ही जाउंगी. अब धीरज भोसड़े  ने काजल चोदसे  की पेंटी भी खींचकर अलग कर दी थी और अपना मुँह काजल चोदसे  भाभी की क्लीन शेव चूत पर ले जाकर उनकी चूत का दाना अपनी जीभ से चाटने लगा था. उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मित्रों.


 मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू    तब तक ठीक नहीं होता फिर काजल चोदसे  सिसकारियाँ भरकर ज़ोर-ज़ोर से ओह आआआहह करते हुए मचलने लगी और अपने हाथ को ज़ोर-जोर से धीरज भोसड़े  के लंड पर चलाने लगी थी. फिर धीरज भोसड़े  ने अपनी पोजिशन बदल ली और अब वो दोनों 69 पोज़िशन में आ गये थे. अब हम दोनों शॉक होकर उनकी हरकते देख रहे थे फिर धीरज भोसड़े  बोला कि तुम दोनों क्या मजे ले रहे हो? तुम दोनों भी शुरू हो जाओ, क्या देख रहे हो? अब मेरा लंड भी खड़ा होकर तन रहा था और वर्तिका  भी अपनी चूत पर अपना हाथ घुमा रही थी. एक बात और मित्रों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है.


फिर हमने भी अपने कपड़े उतारने चालू कर दिए तो मैंने अपनी टी-शर्ट खोलकर अलग कर दी और पेंट की चैन खोलकर अपनी पेंट भी उतार दी. अब में सिर्फ चड्डी में था और मेरा खड़ा लंड बाहर आने को मचल रहा था.

 उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम  चुदकड़ अंदाज है फिर में वर्तिका  की तरफ मुड़ा और उसको अपनी बाँहों में लेकर उसके गाल पर अपने दांत चुभा दिए तो वो सिसकारी भरकर मुझसे चिपक गई और मेरी चड्डी खींचकर अलग कर दी. अब में पूरा नंगा था और मेरे छोटे मियां अकड़कर अपना सिर ऊपर की तरफ लहरा रहे थे. फिर वर्तिका  ने मेरे छोटे लंड को अपनी मुट्ठी में ले लिया और आगे पीछे करने लगी. मित्रों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी.


 मित्रों चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे   फिर मैंने वर्तिका  की साड़ी खींचकर अलग कर दी और फिर उसके ब्लाउज के बटन खोलकर अलग किया और फिर उसकी ब्रा का हुक खोल दिया, तो वो भी अलग होकर नीचे गिर पड़ी. फिर मैंने उसके पेटीकोट का नाडा खींचा तो उसने पेंटी नहीं पहनी थी और अब वो एकदम नंगी थी. मित्रों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था.


 अब चुदाई करने को  १००% तैयार थी   फिर धीरज भोसड़े  ने बोला कि भाभी वाह क्या गदराया बदन पाया है? में काजल चोदसे  की तो रोज लेता हूँ. आज आप ही दे दो. फिर वर्तिका  ने कहा कि मैंने कब मना किया है? आपका तो वैसे भी गधे का लंड है, में तो देखते ही दीवानी हो गई हूँ, काजल चोदसे  भाभी की तो बल्ले-बल्ले है, इतने बड़े लंड के मज़े हमें कहाँ मिलते है? अब धीरज भोसड़े  यह सुनते ही काजल चोदसे  को छोड़कर वर्तिका  के पास आ गया और मुझसे बोला कि आज तू काजल चोदसे  के मज़े ले, मेरे बड़े लंड को खा-खाकर इसका पेट भर गया है आज इसके लिए तेरा छोटा लंड ही सही है और आज में वर्तिका  भाभी को मज़े देता हूँ. मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने  को तैयार नहीं था.


 अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था मित्रों मै पागल सा हो गया  अब में काजल चोदसे  भाभी की तरफ जाकर उनके बूब्स अपने मुँह में लेकर चूसने लगा था. फिर में अपनी जीभ उनकी नाभि में घुसेड़कर फैरने लगा और फिर अपना मुँह ले जाकर नीचे से उनके तलवे चाटने लगा और फिर उनके पाँव की पिंडी को हल्के-हल्के काटने लगा और फिर उनकी जाँघो को अपनी मुट्ठी में भरकर भींचते हुए उनकी चूत का दाना अपने मुँह में भरकर अपनी जीभ से कुरेदने लगा था. अब काजल चोदसे  भाभी मस्त हो गई थी और मेरा सिर अपने दोनों हाथों से जकड़कर एकदम उनकी चूत के मुँह से लगा दिया. ओह ओह ओह है कब लंड को घुसा दू ऐसा लग रहा था मित्रों.


फिर में अपनी जीभ से उनकी चूत जो कि गीली हो गई थी, उसको कुत्ते की तरह चाटने लगा था.

 मॉल था चुदाई के लायक  अब उधर वर्तिका  ने धीरज भोसड़े  के लंबे लंड को मस्ती में पूरी तरह से अपने मुँह में भर लिया था और मस्त होकर चूसने लगी थी. अब धीरज भोसड़े  उसके मुँह में अपना लंड अंदर बाहर करते हुए उसके मुँह को चूत की तरह चोदने लगा था और उसके बूब्स को बुरी तरह मसलने लगा था. अब उसके बूब्स के निप्पल पूरे खड़े हो गये थे. मैंने सोचा पेलुँगा जरूर  कभी न कभी.     


 माल चुदाई के लिए तड़प रही थी मित्रों  फिर थोड़ी देर बाद उसने अपने लंड को बाहर निकाला और वर्तिका  को सीट पर लेटाकर उसकी दोनों टांगो के बीच में आ गया और उसकी दोनों टांगो को अपने कंधो पर रखकर उसकी चूत के छेद पर अपना लंड रखकर ज़ोर से धकेला तो वर्तिका  के मुँह से ज़ोरदार किलकारी निकली आहहह क्या गधे जैसा लंड है? ओह राजा मेरी चूत को पूरा फाड़कर भोसड़ा बना दो, मुझे इतना मज़ा कभी नहीं आया है, ज़ोर- ज़ोर से चोदो मेरे राजा, हाईईईईईईईईईईईईईईईई किशोर नाथ जेहादी  देखो तो सही इनका कितना बड़ा है? चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न मित्रों आया. 


 सेक्स करते समय बहुत मजा आया था मित्रों अब धीरज भोसड़े  का पूरा लंड वर्तिका  की चूत में घुस गया था और वो ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा था और वर्तिका  ओह-ओह करते हुए सिसकारियाँ भर रही थी ऐसा मज़ा कभी नहीं आया हाईईईईईईईईईईईईईईईई. उसके ओठ रसीले थे मित्रों मॉल गजब था मित्रों. 


 उसके लिप्स की चूसै यू ही चलती रही  मित्रों   अब इधर मेरा मुँह भी काजल चोदसे  भाभी की चूत पर ज़ोर-ज़ोर से चल रहा था और में अपनी जीभ से उनकी चूत को चोद रहा था और वो मछली की तरह तड़प रही थी, हाईईईईईईईईईईईई और ज़ोर से चूसो, चुसवाने का मज़ा भी एकदम अलग है, हाईईईईईईईईईईई बहुत दिनों के बाद आज मौका मिला है हाईईईईईईईईईईई, ज़ोर-ज़ोर से चूसो, ओह में जा रही हूँ, हाईईईईईई ओह-ओह करके उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया, जिसे में पूरी तरह से पी गया. अब उन्होंने मस्ती में अपनी आँखे बंद कर रखी थी. उसके बूब्स क्या मस्त थे मित्रों अब मै क्या कहु मित्रों. 


 मेरा मन चुदाई का था मित्रों  फिर में उनकी दोनों टांगो के बीच में आ गया और उनकी दोनों टांगे अपने कंधे पर रखकर अपने लंड को उनकी चूत पर रखकर ज़ोर से धकेला, तो मेरा लंड उनकी गीली चूत में झट से घुस गया.

 मैंने तय किया की चोद कर ही दम लूंगा  फिर उन्होंने एक हल्की सी सिसकारी भरी और में भी ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा. अब उधर धीरज भोसड़े  भी लगातार धक्के लगाए जा रहा था और वर्तिका  मस्त होकर बडबडाए जा रही थी, ओह राजा और ज़ोर से और ज़ोर से चोदो, आज तो मेरी चूत फाड़ दो, हाए राम मज़ा आ गया, मैंने इतना बड़ा लंड कभी नहीं लिया था, ओह आहह आहह ओह में झड़ रही हूँ, ओह ओह ओह में गई, हाईईईईईईईईईईईईईई. अब धीरज भोसड़े  भी सटासट पेले जा रहा था, बिल्कुल पिस्टन की तरह. लेकिन पेलुँगा जरूर .


 मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब  था  मित्रों  फिर वर्तिका  आहह ओह ओह ओह करने लगी और फिर 10 मिनट बाद उसने एक बार फिर अपनी आँखें बंद कर ली और ज़ोर से चिल्लाई ओह में गई, ओह में गई और एक बार फिर से उसकी चूत ने पिचकारी छोड़ दी. मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी मित्रों.


 मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे  अब उसकी चूत एकदम छोटी सी झील हो गई थी और अब धीरज भोसड़े  का लंड उसमें फिसल-फिसलकर जा रहा था. अब एकाएक उसकी आँखें भी बंद होने लगी थी और फिर उसके धक्को की स्पीड एकदम बढ़ गई. फिर में समझ गया कि अब वो जाने वाला है और एकाएक वो करीब 2 फुट उसकी चूत से ऊपर उठा और ज़ोर से अपना लंड वर्तिका  की चूत में डालकर अपना पूरा माल वर्तिका  की चूत में छोड़ दिया और वर्तिका  ने एक बार फिर से सिसकारी भरकर उसका साथ देते हुए अपनी चूत से एक बार फिर पानी छोड़ दिया. दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल मित्रों और कुछ नहीं.  


 उसकी आखो में चुदाई का नशा था  अब हम लोग रुककर उनकी चुदाई का नज़ारा देख रहे थे. फिर जैसे ही वो खल्लास हुए तो मैंने फिर से ज़ोर-ज़ोर से चुदाई शुरू कर दी, ताकि काजल चोदसे  भाभी को धीरज भोसड़े  के लंबे लंड की कमी महसूस ना हो. मेरा लंड उसकी बूर को चिर कर आगे निकाल रहा था.
 मैंने उसकी बूर का सील तोड़ दिया मित्रों  अब वो भी अपनी कमर उचका-उचकाकर मेरा साथ दे रही थी. फिर एकाएक मुझे लगा कि मेरे लंड के सुपाड़े में शहद जमा हो रहा है, तो मैंने एक ज़ोर के धक्के से अपना पूरा लंड उनकी चूत में घुसा दिया और अपना सारा वीर्य उनकी चूत में ही छोड़ दिया. फर्स्ट टाइम चुदाई में सील टूटती है तो थोड़ा तो दर्द होगा ही. 
 लंड घुसाने में लग रहा था बस चुत फैट ही जाएगी मित्रों  फिर काजल चोदसे  भाभी ने अपनी आँखें बंद कर ली और ओह करते हुए उनकी चूत ने भी अपना पानी छोड़ दिया. फिर हम चारो निढाल होकर बर्थ पर लेट गये और लंबी-लंबी साँसे लेने लगे. फिर रातभर हमारा यह सिलसिला चलता रहा और हम पार्टनर बदल-बदलकर चुदाई का खेल खेलते रहे. क्या गजब लग रही थी मित्रों  इस प्रकार हमने मस्त  चुत की ताबड़ तोड़ चुदाई की और मजा लिया और आप  उसकी चुत का टेस्ट नमकीन और मादक था मित्रों बस चाटा जाओ.

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