मुख्य पृष्ठ » देसी सेक्स स्टोरीज » पूनम को तस्सली से चोदा


पूनम को तस्सली से चोदा

Posted on:- 2021-08-18


नमस्कार मित्रों और सुनाइए कैसे आप सब , मेरी यह दूसरी कहानी है और अब मुझे चुदाई किए काफ़ी दिन हो गये थे. अब में चुदाई के लिए बहुत बैचेन था तो मैंने दिल्ली में एक वॉटर पार्क है, वहाँ पर कपल्स के लिए 5000 रुपए में पैकेज है, जिसमें वॉटर पार्क लंच और एक ए.सी रूम 24 घंटों के लिए मिलता है. तो मैंने वहाँ का पैकेज लिया और में वॉटर पार्क में नहीं गया और सीधा पूनम को लेकर रूम में चला गया. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.


 मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है फिर मैंने पहले रूम को चैक किया और फिर पूनम को लेकर बेड पर चला गया. फिर मैंने उसके होंठ चूसने शुरू कर दिए. अब एक तो में बहुत दिनों का प्यासा था और दूसरा उसके होंठ बहुत मुलायम थे. अब में उन्हें पागलों की तरह चूस रहा था और अब वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा .


 दोस्तों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है     फिर मैंने धीरे-धीरे उसके कपड़े उतारने शुरू किए और पहले उसका सूट उतारा. अब उसके 36 इंच के चूचिया  उसकी ब्रा को फाड़कर बाहर आने को बेताब थे, तो में उन्हें पहले तो कुछ देर तक बाहर से ही मसलता रहा और उसके होंठो को चूसता रहा. फिर मैंने उसकी ब्रा खोली और उसके चूचिया  को मसलने लगा. क्या बताऊ दोस्तों  उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.


अब उसके चूचिया  मेरे एक हाथ में नहीं आ रहे थे तो अब में अपने दोनों हाथों से उसके चूचिया  को मसल रहा था. फिर मैंने उसके चूचिया  को पीना शुरू किया और उसके चूचिया  इतने रसीले थे कि क्या बताऊँ? अब मेरा उन्हें छोड़ने का मन ही नहीं कर रहा था और अब में उन्हें पागलों की तरह चूसे जा रहा था. फिर मैंने उसकी सलवार खोली और अब उसकी पेंटी एकदम गीली हो चुकी थी. दोस्तों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.


 दोस्तों क्या मलाई वाला माल लग रहा था फिर मैंने उसकी पेंटी उतारी और पहले उसकी जांघो को चाटना शुरू किया. अब में उसकी एक जांघ को चाट रहा था और दूसरी जांघ को मसल रहा था. अब वो एकदम तड़प रही थी और अपने मुँह से सिसकियाँ और आवाज़ निकाल रही थी. फिर मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया, तो वो एकदम पागल सी हो गई और अब उसके सारे बाल खुल गये थे. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए


 साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है मैंने एक बार अपना मुँह ऊपर उठाने की कोशिश की, तो उसने मेरे मुँह को अपनी चूत पर दबा दिया. अब वो उम्म्म्मममम, आहह, उईईईईई, माआआआआ की आवाज़े निकाल रही थी. अब उसकी चूत दो बार अपना पानी छोड़ चुकी थी और अब वो थक चुकी थी और मेरे आगे गिड़गिड़ाने कि लगी प्लीज कुछ देर के लिए रुक जाओ. फिर में उठा और अपने कपड़े उतारने लगा, तो उसने भी मेरे कपड़े उतारने में मेरी मदद की और उसकी चूत बड़ी थी. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.


 दोस्तों एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया फिर उसने मेरी गर्दन, मेरे होंठ, मेरी छाती सब चाटी. फिर मैंने अपना लंड उसके मुँह में दे दिया और अपनी कमर हिलाने लगा. अब में काफी गर्म हो गया था, इसलिए मेरा माल सिर्फ़ 5 मिनट में ही निकल गया. वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मित्रों .


 दोस्तों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया हम दोनों अटैच बाथरूम में गये और अब हम दोनों बिल्कुल नंगे थे. फिर मैंने नीचे से उसके ऊपर साबुन लगाना शुरू किया और उसके पैरों, उसके घुटनों, जांघो और उसकी चूत पर साबुन लगाया और अपनी 2 उंगलियों से काफ़ी देर तक उसकी चूत मसलता रहा. अब मेरा लंड खड़ा हो गया था तो मैंने शॉवर बंद किया और उसे दीवार के सहारे खड़ा कर दिया. वहा जबरजस्त माल भी थी मित्रों .


 दोस्तों चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया फिर उसने अपने हाथ दीवार पर रखे और एक अपनी टांग उठा दी. अब मुझे उसकी चूत का मुँह साफ-साफ़ नज़र आ रहा था. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मित्रों .


  दोस्तों एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया फिर मैंने पीछे से अपना लंड उसकी चूत पर लगाया और कसकर एक धक्का मारा, क्योंकि उसकी चूत और मेरे लंड दोनों पर ही साबुन लगा हुआ था, इसलिए मेरा लंड सीधा अंदर घुसता चला गया और उसके मुँह से चीख निकल गई आअहह में मर गई, बाहर निकालो इसे, लेकिन अब में कहाँ मानने वाला था? तो में पीछे से उसके चूचिया  मसलने लगा. उह क्या मॉल था मित्रों गजब मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मित्रों .

 क्या बताऊ दोस्तों मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया  अब साबुन लगे होने से उसके चूचिया  को मसलने में अलग ही मज़ा आ रहा था और में धक्के मारता रहा और वो भी थोड़ी देर के बाद मेरा साथ देने लगी. फिर मैंने उसकी चूत खूब तस्सली से मारी और फिर हम दोनों रूम में बेड पर आ गये. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था .


  उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये  फिर पहले तो मैंने थोड़ी देर तक उसके गुलाबी निप्पल को चूसा और उसके बाद उसे नीचे लेटाया और उसकी दोनों टाँगे खोली और उसकी चूत में अपना लंड डालकर उसके ऊपर कूदता रहा. फिर में उसे लगातार आधे घंटे तक ऐसे ही चोदता रहा और फिर में झड़ गया और फिर मैंने सारा माल उसकी चूत के अंदर ही डाल दिया .. दोस्तों मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है दोस्तों एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया.

What did you think of this story??






अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्य बनें


हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !


* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।