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अमेरिका में देसी लड़की की सील तोड़ी

Posted on:- 2021-08-16


मित्रों मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु अपने बूर फाड् चुदाई की स्टोरी में, यह मेरी  पहली स्टोरी है. में 8 साल से अमेरिका में रह रहा हूँ, मेरा नाम परतु जोड़से  है, में हरनवी  मुंडा हूँ और मेरी हाईट 5.6 फुट 9 इंच है. अब में आपका समय ख़राब नहीं करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ. दोस्तों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया.


 मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है जैसे कि मैंने आपको बताया कि में 7 साल से अमेरिका में रहता हूँ. फिर भी में अमेरिकन लोगों की तरह खुला नहीं हूँ. यह आज से 1 साल पहले की बात है जब में 12वीं क्लास में था. मेरे साथ एक इंडियन लड़की पढ़ती थी, उसका नाम प्रियंसी गोडसे  था, उसका फिगर सामान्य था. उसकी हाईट 5 फुट 4 इंच थी और वो बहुत सेक्सी थी. प्रियंसी गोडसे  चंडीगढ़ की रहने वाली थी और अमेरिका में नयी-नयी आई थी तो इसलिए उसकी इंग्लिश अच्छी नहीं थी. हमारी सभी क्लास एक साथ थी, लेकिन उसने कभी भी मुझसे बात नहीं की थी. मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.


 ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा  फिर एक दिन हम लोग केमिस्ट्री की क्लास में बैठे थे, तो एक चाइनीज लड़के ने उसे इंडियन होर कहा और उसकी बेज्जती की दोस्तों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है .   
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 क्या बताऊ दोस्तों  उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये फिर तब प्रियंसी गोडसे  को इतना समझ में नहीं आया, लेकिन मैंने उठकर उस चाइनीज को पकड़ा और सर के पास ले गया, तो सर ने उसे एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया, तो प्रियंसी गोडसे  बहुत खुश हुई. अब मुझे भी एक इंडियन लड़की की मदद करके बड़ा अच्छा लगा था. फिर उस दिन के बाद से उसने मेरे पास बैठना शुरू कर दिया और मेरे साथ बातचीत करना शुरू कर दिया. अब हम धीरे-धीरे बहुत ही अच्छे फ्रेंड बन गये थे. दोस्तों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.


 दोस्तों क्या मलाई वाला माल लग रहा था अब किसी भी चीज में कोई मदद चाहिए होती तो वो मुझे कॉल कर लेती थी, तो में उसकी मदद कर देता था. मैंने कभी भी प्रियंसी गोडसे  को गलत नजर से नहीं देखा था और में उसके बारे में भी यही सोचता था कि वो भी मुझे सिर्फ़ एक अच्छा दोस्त समझती है. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.


 साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है फिर एक दिन उसने मुझे कॉल किया और बोली कि परतु जोड़से  मुझे लर्नर पर्मिट के लिए टेस्ट देने जाना है (अमेरिका में ड्राइविंग लाइसेन्स लेने से पहले लर्नर पर्मिट के लिए रिर्टन टेस्ट देना पड़ता है) तो मैंने उससे बोला कि नो प्रोब्लम और फिर में अपनी कार लेकर उसे लेने चला गया. फिर जब में उसके घर पहुँचा, तो आंटी यानि उसकी माता जी ने मुझे चाय पिलाई और प्रियंसी गोडसे  को आशीर्वाद दिया (प्रियंसी गोडसे  की मम्मी थोड़े पुराने ख्यालों वाली औरत है) साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है.


 दोस्तों एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया फिर हम लोग घर से निकले और कार में बैठ गये. अब रास्ते में प्रियंसी गोडसे  अपने टेस्ट के लिए रिव्यू कर रही थी, तो अचानक से एक गाड़ी वाले ने जो हमारे सामने जा रहा था ब्रेक लगा दी और हमारी गाड़ी का एक्सिडेंट होने से बाल बाल बच गयी. फिर मैंने बाहर निकलकर दनादन उसे गालियाँ दी मदरफुक्कर, इडियट, लेकिन वो कमीना भाग गया था. फिर जब में वापस से कार में बैठा तो प्रियंसी गोडसे  मुझसे पूछने लगी कि यह मदरफुक्कर क्या होता है? तो मेरा मुँह बंद हो गया और सोचने लगा कि अब इसको क्या कहूँ? वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मित्रों .


 दोस्तों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया तो वो ज़िद करने लगी की परतु जोड़से  बताओ वरना में टेस्ट में अच्छा नहीं करूँगी. तो मैंने कहा कि इसका मतलब होता है मादरचोद. तो वो बोली कि यह मादरचोद क्या होता है? तो में सोचने लगा कि साली कितना सिर खा रही है? तो मैंने कहा कि यह गंदी बातें है, तुम नहीं समझोगी. तो वो कहने लगी कि हाँ-हाँ में क्यों समझूंगी? मुझे कौन है जो समझाएगा? वहा जबरजस्त माल भी थी मित्रों .


मुझे बुरा लगा तो मैंने उससे बोला कि ज़्यादा नौटंकी मत करो और चुपचाप बैठो. फिर थोड़ा आगे जाकर पता नहीं प्रियंसी गोडसे  के दिमाग़ में क्या आया? वो कहने लगी कि जीत सच बताना कि में तुम्हें कैसी लगती हूँ? तो मैंने कहा कि तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो.

 दोस्तों चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया वो कहने लगी कि प्यार का पहला स्टेप दोस्ती होता है और में दोस्ती वाला स्टेप पीछे छोड़ना चाहती हूँ और प्यार वाले स्टेप पर पैर रखना चाहती हूँ. अब में हैरान सा हो गया और सोचने लगा था. तो प्रियंसी गोडसे  बोली कि मुझे अपनी दोस्ती की खातिर हाँ मत कहना और घर जाकर सोचना और मुझे बताना, तो मैंने कहा कि ठीक है. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मित्रों. 


 दोस्तों एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया फिर उस दिन से प्रियंसी गोडसे  के लिए मेरे मन में विचार एकदम बदल गये. अब धीरे-धीरे में भी उसके प्यार में पड़ने लगा था और फिर एक दिन मैंने उसे फोन किया और बोला कि प्रियंसी गोडसे  तुम्हारी तरह में भी दोस्ती वाला स्टेप पीछे छोड़ना चाहता हूँ और प्यार वाले स्टेप पर चढ़ना चाहता हूँ. तो प्रियंसी गोडसे  बहुत खुश हो गयी और फिर हमने काफ़ी देर तक बातें की और फोन काटने के टाईम प्रियंसी गोडसे  ने मुझसे बोला कि आई लव यू. उह क्या मॉल था मित्रों गजब .


 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मित्रों  मेरी आवाज़ काँपने लगी, लेकिन मैंने भी संभलते हुए बोल दिया कि आई लव यू टू प्रियंसी गोडसे  और फोन रख दिया. दोस्तो किसी लड़की को आई लव यू बोलने का यह मेरा पहला अनुभव था. क्या बताऊ दोस्तों मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया.


 कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था  अगले दिन हम लोग स्कूल गये, तो प्रियंसी गोडसे  ने भागकर मुझे हग किया और एक लंबा किस किया और कहने लगी कि परतु जोड़से  में तो पहले दिन से तुम्हारी बन गयी थी, एक तुम ही थे जो दोस्ती की माला जपते रहते थे. फिर में कुछ नहीं बोला और उसे किस किया और फिर हम क्लास में चले गये. उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये .


 दोस्तों मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है अब प्रियंसी गोडसे  बहुत ज़्यादा खुश रहने लगी थी, मानो उसे पर लग गये हो. अब में भी बहुत खुश था क्योंकि प्रियंसी गोडसे  बहुत खूबसूरत थी. अब काफ़ी दिन गुजर गये थे. फिर एक दिन प्रियंसी गोडसे  ने बोला कि चलो स्कूल छोड़कर मूवी देखने चलते है, तो मैंने बोला कि ओके और फिर में अपने घर से अपनी गाड़ी ले आया और हम दोनों मूवी देखने चले गये. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है.


 दोस्तों एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया अब रास्ते में जब भी हम स्टॉप सिग्नल पर रुकते, तो प्रियंसी गोडसे  मुझे कसकर पकड़ती और किस करने लगती. अब यह करते-करते हम लोग मूवी थियेटर पहुँच गये थे. फिर हमने अमेरिकन पार्ट-4 मूवी देखना डिसाइड किया, जो कि बहुत सेक्सी मूवी थी. दोस्तों चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए.


 ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है अब हम लोग मूवी देखने बैठ गये थे. फिर थोड़ी देर के बाद उस मूवी में एक सीन आया, जब लड़का लड़की के बूब्स दबाता है. तो प्रियंसी गोडसे  यह देखकर गर्म हो गयी और मेरा हाथ पकड़कर अपने बूब्स पर रख दिया और मेरे कान में बोली कि परतु जोड़से  अब कंट्रोल नहीं होता है, जानू अब मेरी आग बुझाओ ना. फिर में उसका बूब्स दबाने लगा, अब में भी बहुत गर्म हो गया था. एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया.


है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई
है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई फिर मैंने प्रियंसी गोडसे  के कान में कहा कि प्रियंसी गोडसे  यह मूवी छोड़ो, हम खुद कुछ करते है. फिर प्रियंसी गोडसे  बोली कि हाए मेरे राजा, ये कही ना मेरे दिल की बात और फिर हम लोग मूवी के बीच में ही उठकर बाहर आ गये. फिर मैंने बाहर आकर देखा तो प्रियंसी गोडसे  का रंग एकदम लाल हो गया था. मेरे मित्रो मामा की लड़की की चुदाई में बड़ा मजा आया.


 दोस्तों कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया फिर मैंने कहा कि जानू कहाँ चलने का इरादा है? तो वो बोली कि कहीं भी ले चलो. फिर मैंने होटल में जाने का डिसाइड किया और हम पास वाले होटल में चले गये. अब रूम में पहुँचकर प्रियंसी गोडसे  कंबल लेकर बेड पर लेट गयी थी और में भी अपने जूत्ते उतारकर कंबल में घुस गया था. अब हम लोग ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगे थे. उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मित्रों. 


 उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी   अब प्रियंसी गोडसे  बहुत ही ज़्यादा उत्तेजित हो गयी थी. फिर करीब 10 मिनट तक किस करने के बाद में प्रियंसी गोडसे  की टी- शर्ट उतारने लगा, तो प्रियंसी गोडसे  बोली कि नहीं, तो मैंने बोला कि आग तो ऐसे ही बुझेगी. तो वो हंस पड़ी और बोली कि में मज़ाक कर रही हूँ. आज तो बस पूरी तरह से तुम्हारी बनना है. फिर में बहुत खुश हुआ और उसकी टी-शर्ट और ब्रा उतार दी, ओह माई गॉड अब उसके छोटे-छोटे बूब्स मेरे सामने थे. मित्रों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु.. 


 उसको पेलने की इच्छा दिनों से है मित्रों अब में उसके बूब्स देखकर हिल गया था, अब में पागलों की तरह उन्हें चूसने लगा था. फिर प्रियंसी गोडसे  बोलने लगी कि दर्द हो रहा है. तो मैंने कहा कि पहले दर्द होगा, लेकिन बाद में तुम्हें मज़ा आएगा. अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता मित्रों.   


 मित्रों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार फिर थोड़ी देर के बाद प्रियंसी गोडसे  भी ज़ोर-ज़ोर से आहें भरने लगी. फिर मैंने उसका एक हाथ पकड़कर अपने लंड जो कि 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है उस पर रख दिया, तो उसने कसकर मेरे लंड को पकड़ लिया. फिर मैंने उसके बूब्स को सक करना बंद किया और बोला कि जानू इसे शेम्पियन की बोतल की तरह हिलाओ, तो वो मेरे लंड को हिलाने लगी. फिर मैंने उससे कहा कि इसे अपने मुँह में लो. तो वो कहने लगी कि नहीं यह बहुत गन्दा है. उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मित्रों  जैसे उसके चुत में माखन भरा हो.


 उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मित्रों मैंने कहा कि नहीं यही तो है जो तुम्हें स्वर्ग की सैर करवाएगा. फिर थोड़ी देर तक नहीं-नहीं करने के बाद उसने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी. फिर 15 मिनट तक चूसने के बाद में उसके मुँह में ही झड़ गया, तो उसने मेरा सारा वीर्य बाहर थूक दिया और बोलने लगी कि यह क्या था? तो मैंने कहा कि यह मेरा वीर्य था. मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू तब तक ठीक नहीं होता.


 एक बात और मित्रों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती हैफिर मैंने उसकी स्कर्ट उतार दी और उसकी पेंटी भी उतार दी. उसकी चूत एकदम साफ थी जैसे साली को पता हो कि आज चुदना है. फिर में उसकी दोनों टाँगों के बीच में आ गया और उसकी चूत को चाटने लगा. अब वो बहुत उत्तेजित हो गयी थी और मेरा सिर पकड़कर अपनी चूत में दबाने लगी थी. फिर वो 3-4 मिनट में ही झड़ गयी. अब इतने में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था तो मैंने अब ज़्यादा देर करना ठीक नहीं समझा. उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम  चुदकड़ अंदाज है.


 मित्रों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी में उठा और अपने लंड पर थोड़ा तेल लगाया और अपने लंड का टोपा उसकी चूत पर रखकर धीरे से दबा दिया तो प्रियंसी गोडसे  चिल्ला उठी और कहने लगी कि में हाथ जोड़ती हूँ, यह दर्द करेगा. फिर में बोला कि थोड़ा दर्द होगा और यह तुम्हारे प्यार का इम्तिहान है. फिर प्रियंसी गोडसे  यह बात सुनकर बोली कि परतु जोड़से  तुम्हारे लिए तो मेरी जान हाज़िर है और यह कहकर वो लेट गयी. मित्रों चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे  .


 मित्रों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया थाफिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और थोड़ा पुश किया तो मेरे लंड का टोपा उसकी चूत के अंदर चला गया. अब प्रियंसी गोडसे  की आँखें आँसू से भर गयी और वो बोली कि परतु जोड़से  थोड़ी देर रुक जाओ, में मर रही हूँ, तो में ऐसे ही अपना लंड अंदर डाले उसके ऊपर लेट गया.

 मित्रों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था थोड़ी देर के बाद मैंने एक हल्का सा धक्का मारा तो मेरा लंड आधा अंदर चला गया. अब प्रियंसी गोडसे  अपने हाथ जोड़ने लगी थी और रोने लगी और बोली कि परतु जोड़से  और मत डालना, में मर जाऊंगी. फिर मैंने कहा कि साली पहले तो कहती थी कि तुम्हारे लिए जान हाज़िर है, अब क्या हुआ? तो वो चुपचाप लेट गयी, अब उसने अपनी मुठिया बंद की हुई थी. मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने  को तैयार नहीं था .


 अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था मित्रों मै पागल सा हो गया  मैंने थोड़ी देर के बाद एकदम से एक धक्का मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया. प्रियंसी गोडसे  फिर से रोने लगी, तो मुझे गुस्सा आया तो में ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा. अब मेरे हर धक्के से प्रियंसी गोडसे  की चीख निकल रही थी, लेकिन मैंने उसकी कोई परवाह नहीं की. ओह ओह ओह है कब लंड को घुसा दू ऐसा लग रहा था मित्रों .


 मॉल था चुदाई के लायक 
फिर थोड़ी देर के बाद प्रियंसी गोडसे  का दर्द कुछ कम हुआ और उसको भी मज़ा आने लगा. अब वो भी नीचे से अपनी कमर हिलाने लगी थी, अब उसने मुझे कसकर हग किया हुआ था और मेरे होंठो को चूस रही थी. फिर करीब 15 मिनट के बाद में झड़ गया, अब इस बीच प्रियंसी गोडसे  2 बार झड़ चुकी थी. मैंने सोचा पेलुँगा जरूर  कभी न कभी.

 माल चुदाई के लिए तड़प रही थी मित्रों  मैंने अपना लंड उसकी चूत में से बाहर निकाला तो मैंने देखा कि प्रियंसी गोडसे  की चूत सूजकर मोटी हो गयी थी और चादर पर खून लगा हुआ था. फिर प्रियंसी गोडसे  यह देखकर डर गयी, तो मैंने कहा कि घबराओ नहीं पहली बार लड़की की चूत से खून निकलता है. माल चुदाई के लिए तड़प रही थी मित्रों .


 सेक्स करते समय बहुत मजा आया था मित्रों हमने बाथरूम में जाकर शॉवर लिया और अपने कपड़े पहनकर वहाँ से चलने लगे. फिर तभी प्रियंसी गोडसे  ने मेरा हाथ पकड़ लिया था और बोलने लगी कि परतु जोड़से  मेरा दिल कर रहा है. तो में नॉटी होते हुए पूछने लगा कि जानू क्या करने को दिल कर रहा है? तो वो बोली कि वही जो अभी किया था. उसके ओठ रसीले थे मित्रों मॉल गजब था मित्रों.

फिर मैंने उससे बोला कि जानू हमारा होटल का टाईम ख़त्म होने वाला है. अब हमारे पास बस 20 मिनट है. फिर वो बोली कि तुम कपड़े मत उतारो बस अपनी चैन खोलो और में पानी स्कर्ट ऊपर उठा लेती हूँ.

 उसके लिप्स की चूसै यू ही चलती रही  मित्रों   मैंने कहा कि ठीक है और फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और प्रियंसी गोडसे  के मुँह में दे दिया, तो उसने 5 मिनट में मेरे लंड को चूसकर उसे तैयार कर दिया था. फिर मैंने प्रियंसी गोडसे  की स्कर्ट ऊपर उठाई और थोड़ा सा थूक लगाया, क्योंकि हमारा तेल ख़त्म हो गया था. फिर मैंने एक झटके में प्रियंसी गोडसे  की चूत में अपना लंड डाल दिया और दनादन गोल करने लगा. मित्रों वो मदहोस थी चुदाई के लिए.

 उसके बूब्स क्या मस्त थे मित्रों अब मै क्या कहु मित्रों में 10-15 मिनट में झड़ गया. तो तभी इतने में होटल वालों का फोन भी आ गया कि हमारा टाईम ख़त्म हो गया है. फिर मैंने प्रियंसी गोडसे  को पेंटी पहनाई और गोद में उठा लिया, क्योंकि उसे दर्द हो रहा था. फिर मैंने उसे उसके घर छोड़ा और उसकी मम्मी से कहा कि प्रियंसी गोडसे  आज स्कूल के जिम में गिर गयी थी इसलिए वो चल नहीं पा रही है. फिर उस दिन के बाद से हम लोग हर रोज चुदाई करने लगे और फिर हमने भरपूर मजा किया. मेरा मन चुदाई का था मित्रों मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे.

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