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प्रिया के मुहं में लंड दिया

Posted on:- 2022-03-13


हैल्लो दोस्तों मेरा नाम तेजेश्वर है और में एक कामर्स का छात्र हूँ.. दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है और में उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी को बहुत पसंद आएगी.. वैसे मुझे देशीअडल्टस्टोरी डॉट कॉम पर सेक्सी कहानियाँ पढकर अनुभव तो बहुत हो चुका है.. लेकिन फिर भी मुझसे इसमे कोई गलती हो तो प्लीज आप सभी मुझे माफ़ करना और अब में सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ दोस्तों वैसे यह कहानी नहीं एक सच्ची घटना है. दोस्तों में अपने घर पर अकेला ही रहता हूँ क्योंकि मेरी फेमिली अलग जिले में रहती है और में अपने स्कूल की वजह से दूसरे घर में जो कि स्कूल के बहुत पास ही है उसमे रहता हूँ. हमारा स्कूल शहर से कोई 10 किलोमीटर दूरी पर था और मेरा घर स्कूल से कुछ 5 किलोमीटर की दूरी पर था. प्रिय टीम अब में आपको उस दिन का वाक्या बतात हूँ जिसके लिए में यह कहानी लिख रहा हूँ. मेरे साथ प्रिया नाम की लड़की पड़ती है.. उसके फिगर का साईज़ 32-28-34 है और उसका अच्छा खासा शरीर है. मेरे लंड का साईज़ 5.8 इंच है में घर में अकेला रहता हूँ इसलिए हमेशा घर पर नंगा ही रहता हूँ और ब्लूफिल्म भी घर में आम बात है. में प्रिया पर फिदा था.. लेकिन मैंने उसे कभी भी नहीं बोला और हम दोनों एक बहुत अच्छे दोस्त है. फिर एक दिन हल्की हल्की बारिश हो रही थी और में स्कूल जाने की तैयारी कर रहा था कि तभी घर की घंटी बजी. तो में दरवाजा खोलने गया और जब मैंने दरवाजा खोला तो मैंने देखा कि बाहर प्रिया खड़ी हुई थी क्योंकि उसकी बस छूट गयी थी और पैदल ही स्कूल जा रही थी.. क्योंकि हमारे स्कूल की रोड पर प्राईवेट बस नहीं चलती और जब वो मेरे घर के पास से निकल रही थी तो उसने मेरी बाईक घर में देखी और सोचा कि तेजेश्वर के साथ स्कूल चली जाती हूँ. फिर हम दोनों घर को ताला लगाकर स्कूल के लिए निकल ही रहे थे कि बारिश और भी तेज हो गयी और हमने फ़ैसला किया कि बारिश रुकेगी तो निकल जायेंगे और हम वापस घर के अंदर आ गये. प्रिय टीम, वो थोड़ी भीग चुकी थी और उसकी सफेद कलर की ब्रा उसके काले कलर के सूट से साफ दिखाई दे रही थी और उसका पूरा सूट गीला होने की वजह से उसके शरीर के साथ चिपका हुआ था और वो बहुत सेक्सी लग रही थी. तो मैंने उसे सोफे पर बैठा दिया और में उसके सामने बैठ गया.. लेकिन मेरी नज़र बार बार उसके बूब्स पर जा रही थी और फिर उसे भी एहसास हो गया था. तभी मैंने उससे बातें शुरू कर दी.. जिससे उसका ध्यान बंट जाए और फिर मैंने टीवी चालू कर दिया.. टीवी के पास ब्लू फिल्म की बहुत सारी सीडी भी पड़ी थी और फिर टीवी देखते देखते समय उसका ध्यान सीडी की तरफ गया तो वो उन्हे देखती ही रह गयी. में प्रिया को देख रहा था और कभी कभी उसके बूब्स भी और अब उसको समझ आ गया कि यह सीडी किस फिल्म की है फिर उसने मेरी तरफ देखा और शरमा गयी. उसके गद्देदार भोसड़ेर अलग से दिखाई देते है. प्रिय टीम, उसने कहा कि क्या आपको टीवी देखना अच्छा नहीं लगता जो बार बार मेरी तरफ देख रहे हो? तो मैंने कहा कि प्रिया आज तुम बहुत कातिल लग रही हो. फिर वो कहने लगी कि क्या मतलब? तो मैंने कहाँ कि शायद मुझे लगता है कि तुम्हे सब पता है और अगर बुरा ना मानो तो में एक बात बोलूं? तो प्रिया कहने लगी कि हाँ बोलो.. फिर मैंने कहा कि तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो और वो यह बात सुनकर एकदम चुप हो गयी और में जाकर उसके पास बैठ गया और उसका हाथ पकड़ लिया और बोला कि क्या तुम मुझसे शादी करोगी? तो वो शरमा गयी.. मैंने उसके हाथ पर किस किया.. लेकिन उसने हाथ खींच लिया और उसने कुछ नहीं बोला. मेरी हिम्मत और बड़ गई तो में उसके और पास बैठकर उसके होंठ पर किस करने लगा तो उसने अपना एक हाथ मुहं के आगे कर दिया और में उसके हाथ पर किस करने लगा. तो वो उठ खड़ी हुई और फिर मैंने कहा कि क्या हुआ? तो वो बोली कि यह सब ग़लत है.. मैंने उसे पीछे से पकड़ कर कान के पास जाकर बोला कि में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और मैंने उसके कान पर किस कर दिया. वो आगे बड़ी और बोली कि प्लीज़ किस मत करो ना प्रियदोस्तोँ वो बोली.. मैं समझ गया कि उसे कुछ होने लगा है तो में पास गया और बोला कि ठीक है नहीं करूंगा और एक किस उसके गाल पर कर दिया और अब वो गरम हो चुकी थी.. लेकिन शरमा रही थी. तो मैंने उसका हाथ पकड़ा और ज़ोर से अपनी तरफ खींचकर बाहों में ले लिया और उसके मुहं के पास जाकर बोला कि क्या हुआ? फिर वो कुछ नहीं बोली तो मैंने उसके होंठ पर किस कर दिया और फिर एक के बाद एक किस करने लगा.. कभी आँखों पर, गर्दन पर, नाक पर, होंठ पर और अब मुहं में मैंने अपनी जीभ डाल दी और उसकी जीभ से खेलने लगा वो अंगड़ाईयां लेने लगी और पूरी तरह गरम हो चुकी थी. मेरा हाथ उसके बूब्स से लेकर उसकी गांड तक उसके शरीर को सहला रहा था. वो बहुत सेक्सी अहसास था और अब मैंने उसकी कमीज़ पकड़ी और उतार दी वो सफेद ब्रा में थी और उसकी ब्रा में उसके बड़े बड़े बूब्स को पूरा छुपा रखा था और बूब्स बहुत ही टाईट थे. क्षमा चाहूंगा दोस्तों, मैंने पीठ को सहलाते सहलाते और होंठ पर किस करते हुये उसकी ब्रा को खोल दिया और उसके सुंदर बूब्स देखकर में जंगली हो गया और बूब्स दबाने और चाटने लगा और अब उसकी अंगड़ाईयाँ और बड़ रही थी और मैंने दोनों बूब्स पर गोल गोल जीभ को घुमाया और निप्पल के चारों तरफ जीभ घुमाई और निप्पल को चूसने लगा और अब में उसका नाड़ा खोलने लगा. तो उसने मना कर दिया और फिर मैंने कहा कि प्रिया प्लीज एक बार.. लेकिन उसने कहा कि तेजेश्वर प्लीज इसे रहने दो तुम ऊपर ही जो करना है कर लो और बाकी सब शादी के बाद होगा. तो मैंने उससे कहा कि मेरी जान मैंने नीचे का कभी नहीं देखा.. मुझे देखना है कि यह कैसी होती है? तो वो कहने लगी कि तेजेश्वर तुम झूठ बोल रहे हो तुम्हारे पास तो वो वाली बहुत सारी सीडी भी पड़ी है.. उसमे तो तुमने सब देखा होगा.. तुम प्लीज़ मेरी रहने दो कहीं में प्रेग्नेंट हो गई तो क्या होगा? फिर मैंने कहा कि एक शर्त पर तुम मेरे साथ ब्लू फिल्म देखो.. मेरी गोद में बैठकर और में तुम्हारे निप्पल के साथ खेलूँगा. फिर थोड़ा मना करने के बाद वो मान गयी तो मैंने फिल्म लगा दी.. वो पोन फिल्म देखने लगी और में उसकी कमर को किस करने लगा और बूब्स दबाने लगा. फिर थोड़ी देर के बाद फिल्म में चुदाई का सीन शुरू हुआ तो वो भी मस्त हो गयी और मुहं से आवाज़े निकालने लगी.. तभी अचानक मेरी तरफ मुड़ी और मेरे मुहं पर किस करने लगी, मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी.. वो बिल्कुल पागल हो गयी थी और वो बोली कि मुझे आपकी चड्ढी के अंदर जो चीज़ है मुझे वो दिखाओ. तो मैंने कहा कि यह सब तुम्हारे हवाले है खुद ही चड्ढी खोल लो और देख लो और फिर उसने मेरी शर्ट पूरी उतार दी और मेरी चड्ढी की चेन खोल दी.. चड्ढी भी उतार दी और लंड हाथ में लेकर हिलाने लगी तो मैंने बताया की यह लोलीपोप है इसे मुहं में लोगी तो और बहुत मज़ा आएगा और फिर प्रिया ने लंड मुहं में ले लिया और चूसने लगी और में उसके बूब्स सहलाने लगा.. फिल्म वाली लड़की की सिसकियाँ बड़ रही थी तो मैंने टीवी की आवाज और तेज कर दी. तभी थोड़ी देर के बाद वो उठी और हाथ फैलाकर बोली कि तेजेश्वर मेरे साथ भी फिल्म वाला सब कुछ करो ना.. अब मुझसे कंट्रोल नहीं होता.. मेरा सारा जिस्म अब तुम्हारे हवाले है तेजेश्वर. तो मैंने कहा कि प्रिया आज में तुम्हे बहुत मज़े दूंगा.. लेकिन पहले तुम्हारे जिस्म के साथ खेलूँगा और मैंने उसकी सलवार उतार दी. प्रिया अब पूरी नंगी खड़ी थी और उसके शरीर पर एक भी बाल नहीं था.. मैंने उसको अपनी तरफ खींचा और भोसड़े में उंगली करने लगा. उसकी भोसड़े पहले ही गीली हो गयी थी और अब जीभ से भोसड़े चाटने लगा फिर मैंने लंड को पकड़ा और बूब्स की गहराईयों को चोदने लगा और फिर थोड़ी देर के बाद में झड़ गया और सारा वीर्य बूब्स पर निकल गया तो फिर मैंने कहा कि इसे मुहं में लेना था और यह पानी बहुत मज़ा देता है.. उसने कहा कि अगली बार.. तो मैंने कहा कि पहले लंड को खड़ा करो और उसने लंड को मुहं में ले लिया और चूसने लगी. कभी लंड निप्पल के सटाकर छू देती और अब मेरा लंड खड़ा हो गया था और मैंने कहा कि चलो छत पर चुदाई करते है. फिर मैंने उसे टावल में लपेटा और छत पर ले गया और छत पर उसे बेंच पर लेटाया और उसकी भोसड़े पर लंड रख दिया और धीरे धीरे लंड घुसाने लगा तो प्रिया को दर्द होने लगा. तो मैंने एक झटके से उसकी भोसड़े में लंड घुसा दिया तो प्रिया के मुहं से चीख निकली.. मैंने उसके होंठ पर अपने होंठ रख दिए और थोड़ी देर रुक गया और लंड भोसड़े में रखकर उससे लिपट गया. धीरे धीरे उसका दर्द कम हुआ तो मैंने पूछा कि क्या दर्द कम हुआ? तो उसने कहा कि हाँ तो में खड़ा हुआ तो फिर से झटके देने शुरू किए वो पूरी तरह गरम थी और बारिश की हल्की हल्की बूंदे उसके जिस्म में कंपकपी पैदा कर रही थी और जैसे ही बूब्स पर ज्यादा बूंदे होती तो में चुदाई रोककर बूब्स सक करता और फिर भोसड़े को झटके देता.. फिर उसे उठाकर उसके दोनों पैर अपनी कमर पर लपेट लिए.. भोसड़े में लंड डाला और उसके बूब्स मेरी छाती के साथ, उसकी बाहें मेरे गले पर, उसके होंठ मेरे होंठ पर और मुहं में जीभ की लड़ाई शुरू हो गयी और लंड को भोसड़े में अपने हाथ से गोल गोल घुमाने लगा और फिर झटके शुरू हो गये.. और ज़ोर ज़ोर से लंड, चूत में अंदर बाहर होने लगा.. लेकिन झटके इतने ज़ोर से थे कि प्रिया ज़ोर ज़ोर से हिल रही थी और उसके बूब्स मेरी छाती पर रगड़ खा रहे थे क्योंकि प्रिया मुझसे कसकर लिपटी हुई थी. और वो अजीव सिसकियाँ भर रही थी आहहहह उई उईईईईई... फिर थोड़ी देर झटको के बाद वो झड़ गयी और लंड को बहुत अच्छी चिकनाई मिल गयी थी और चुदाई आराम से होने लगी. फिर मैंने थोड़ी देर के बाद एकदम से चुदाई रोक कर कहा कि मेरा वीर्य निकलने वाला है प्रिया तुम इसे मुहं में ले लो. तो प्रिया नीचे उतरकर बैठ गयी और लंड को मुहं में लेकर मुहं की चुदाई करने लगी और फिर मेरा लंड भी झड़ गया और उसने सारा वीर्य मुहं में ले लिया और मुहं से निकालकर बूब्स पर गिराकर वहां पर फैला दिया. फिर उसने लंड को चाट चाट कर बहुत अच्छे से साफ किया और हम दोनों छत से नीचे आ गये और रूम पर आकर नंगे ही एक दूसरे से लिपटकर सो गये. फिर जब शाम को उठे तो उसने अपने हॉस्टिल में फोन किया कि में अपनी मौसी के घर पर जा रही हूँ और रात को हॉस्टिल नहीं आउंगी. फिर वो किचन में जाकर मेरे लिया खाना बनाने लगी और फिर में बिना कपड़े पहने किचन में गया और नीचे बैठकर उसकी उत्तेजित चूत चाटने लगा और वो खाना बनाने लगी. फिर थोड़ी देर बुर चाटने के बाद मैंने उसके बूब्स दबाने, सहलाने शुरू किए तो वो कहने लगी कि इतनी जल्दी भी क्या है? आज तो हमारे पास पूरी रात है तुम जी भरकर मेरी चुदाई करना. दोस्तों फिर उसके बाद हमने एक साथ बैठकर खाना खाया और फिर से चुदाई में लग गए.. दोस्तों उस रात हमने पूरी रात चुदाई की और दूसरी सुबह तक हम बहुत थक चुके थे और उसकी चाल भी अब बदल चुकी थी और सुबह उठकर मैंने उसको बाथरूम तक पहुंचाया उससे ठीक तरह से चला भी नहीं जा रहा था. मैंने प्रिया की भोसड़े को चोद चोद कर उसका भोसड़ा बना दिया था .. और वो अभी भी सिसकियाँ भर रही थी आहहहह उई उईईईईई... और करो थोड़ी देर... प्लीज. मेरी चूत फाड़ दो.

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