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मेरी पहली कॉल बॉय जॉब

Posted on:- 2023-09-26


नमस्कार साथियों, मेरा नाम विश्वास है और मैं रायपुर छत्तीसगढ़ से हु. मैं एक कॉल बॉय हु. अब तक मैं जितने भी क्लाइंट को चोदा है.. चाहे वो अधेड़ आंटी हो, भाभी हो, न्यूली वेड हो या गरम लड़की हो, मैंने उनको उनकी चरमसीमा तक पंहुचा कर सेटइसफाई किया है. ये मेरी पहली स्टोरी है और अगर मुझसे कोई गलती हो जाए, तो मुझे माफ़ कर देना. अब मैं सीधे स्टोरी पर आता हु. मेरे लंड का साइज़ ७ इंच है. ये स्टोरी तब की है, जब मैं कॉल बॉय बनने के बाद पहली बार लड़की को चोदने गया था. मुझे एक लड़की का कॉल आया था और उसने मुझे अपना एड्रेस दिया. मैंने पूछा – कब आना है? तो उसने कहा – मैं कॉल कर के बता दूंगी, कि कब आना है. मैंने कहा ओके और फिर फ़ोन कट गया. २ दिन बाद उसका कॉल गया और उसने मुझे अपने घर आने के लिए कहा. मैं उसके दिए हुए पते पर पहुच गया और उसके घर की डोरबेल बजायी. एक मस्त गरम माल लड़की ने दरवाजा खोला.

 

क्षमा चाहूंगा दोस्तों मैं उसका नाम तो बताना ही भूल गया. उसका नाम अपराजिता था. मैंने कहा – अपराजिता आप ही हो? उसने कहा – हाँ. और तुम विश्वास हो ना? मैंने कहा – हाँ. तो उसने मुझे स्माइल देते हुए कहा – जानू अन्दर आ जाओ. उसने उस टाइम पर ब्लैक गाउन पहन रखा था अपने घुटनों से ऊपर तक. उस गाउन में क्या माल लग रही थी वो, बता नहीं सकता. उसके घर में एंटर करने के बाद, उसने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और पागलो की तरह किस करने लगी. मैंने कहा – घर में कोई नहीं है क्या? तो उसने कहा – मेरे हसबैंड टूर पर गये है और ५ दिनों के बाद वापस आयेंगे. तुम्हे ५ दिनों तक यहाँ पर रहना पड़ेगा. मैंने कहा – ओके. फिर हम एक दुसरे में ही खो गये. मैं उसे पागलो की तरह किस करने लगा और वो मेरे लंड पर हाथ फेरने लगी. मेरा लंड पूरा टाइट हो गया.

 

मैं उसके निप्पल को गाउन के ऊपर से ही दबाने लगा. अपराजिता का फिगर ३२-३०-३६ का था. फिर मैं ने उसे सोफे पर गिरा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया और उसके पुरे बदन को किस करके उसके बदन के साथ खेलने लगा. फिर मैंने उसका गाउन उतार दिया और फिर मैंने जो नज़ारा देखा, उसे देख कर मैं तो जन्नत में पहुच गया था. उसने नेट वाली ब्रा और पेटी पहनी हुई थी. ब्रा – पेंटी तो नाम की ही थी, अपराजिता ने मेरी शर्ट उतार दी और मेरी जीन्स भी उतार दी. मेरे लंड को देखते थे, वो मेरे लंड को पागलो की तरह चूसने लगी. ५ मिनट तक चूसती रही और फिर मैंने उसकी ब्रा पेंटी को भी उतार दिया और उसके निप्पल को पागलो की तरह चूसने लगा. मैं उसकी चूत को साथ – साथ सहला रहा था. १० मिनट तक चूत सहलाने के बाद, मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया.

 

फिर मैं उसे उसके बेडरूम में ले गया और वहां उसे बेड पर लिटा दिया और हम दोनों ६९ की पोजीशन में आ गये और वो मेरा लंड चूसने लगी. मैं उसकी चूत को चाटने लगा. १० मिनट बाद, उसकी चूत का पानी निकल गया और मैंने उसकी चूत का पूरा पानी पी लिया. मेरा भी पानी निकल गया था. उसने मेरा पूरा पानी पी लिया. फिर उसने कहा – अब रहा नहीं जा रहा है. डाल दो अपना मोटा लंड मेरी चूत में. मैंने कहा – ठीक है. डाल देता हु. मैंने अपना लंड उसकी चूत पर सेट करके उसे धक्का मारने लगा. लंड धीरे – धीरे अन्दर जा रहा था और वो चिल्ला रही थी. मैंने पूछा – अपराजिता डार्लिंग, कभी चुदी नहीं हो क्या? तो उसने कहा – मेरा हरामी हसबैंड मुझे ज्यादा चोदता ही नहीं है. मैंने कहा – मैं दूंगा आज तुम्हे वो पूरा सुख. फिर मैंने एक जोरदार धक्का मारा, तो मेरा पूरा लंड अपराजिता की बुर में धंस चूका था. उसकी भोसड़े से खून आने लगा था.. वो चिल्ला रही और उसने मुझे कस कर पकड़ लिया.

 

मैंने लंड को चड्ढी पर एक जगह पर 5 मिनट के लिए रखा और फिर धीरे – धीरे धक्के देने स्टार्ट कर दिए. वो चिल्ला रही थी फक मी… फक मी… अहहहः अहहाहहः अह्ह्ह्ह आऐईईईई आः अहहाह अहहाह आआ ओओओं अओअओअओअ आआआअ. उसकी ये कामुक आवाज़े मेरा जोश बढ़ा रही थी. और मैं भी पुरे जोश के साथ अपराजिता को चोद रहा था. फिर २० मिनट की चुदाई के बाद, अपराजिता की चूत का पानी निकल गया था और मैंने अपने लंड को उसकी चूत से बाहर खीच लिया और उसके मुह में डाल दिया. मैंने उसे अपने लंड को चूसने को कहा. उसने मेरे लंड को अपने होठो के बीच में दबा लिया और बड़ी ही मस्ती से चूस रही थी और ५ मिनट के बाद ही, मेरा पानी भी निकल गया. हम दोनों थक गये थे. पर थकने से पहले, मैंने अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया था और ऐसे ही उसके ऊपर सो गया था. रात को २ बजे मैं सो रहा था. मेरी हलकी सी आँख खुली, तो देखा कि अपराजिता मेरे लंड को चूस रही थी. फिर मैंने कहा – क्या हुआ डार्लिंग? चुदने का मूड है क्या? अपराजिता ने कहा – हाँ जानू. तो हमने दुबारा चुदाई स्टार्ट कर दी और पूरी रात चुदाई करते रहे. वो भी अलग – अलग तरीके से. सुबह 6 बजे तक चुदाई करने के बाद हम सो गये. वह समय आज भी मुझे बखूबी याद है.

फिर सुबह 7 बहे अपराजिता उठी, तो उसने मुझे उठाया और अपने कपड़े पहने लगी. मैंने कहा – कोई नही है घर में? उसने कहा – उसने सारे नौकर को छुट्टी दे दी है. घर पर सिर्फ हम दोनों ही है चुदाई करने के लिए. मैंने कहा – तो कपड़े क्यों पहन रही हो? अगले ५ दिनों तक हम दोनों में से कोई कपड़े नहीं पहनेगा. उसने कहा – ठीक है और वो ब्रेकफ़ास्ट बनाने चली गयी. अगले ५ दिनों तक हमने कपड़े नहीं पहने और पुरे नंगे रहे. हम बहुत चुदाई की और जब ५ दिनों बाद, मैं जाने लगा, तो अपराजिता ने मुझे 10000 रूपये दिए और जोरदार चुम्बन की. दोस्तों, उसके गद्देदार चूतर अलग से दिखाई देते है.

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