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दोस्त की बहन भावना को चोदा

Posted on:- 2024-08-26


हैल्लो मित्रों, मेरा नाम सचिन है और मैं अम्बाला का रहने वाला हूँ मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच है और लंड की साईज 7 इंच है. आज में आपको अपनी पहली कहानी सुनाने जा रहा हूँ. आज आपको में जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ वो मेरे दोस्त की सिस्टर के साथ किए गये सेक्स की है. मैं 24 साल का हूँ और एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूँ. और एक से एक नई ग़द्दर माल को देखता हूँ.

ये कहानी आज से 5 महीने पहले की है. में तब अपने एक दोस्त के साथ दो रूम के फ्लेट में रहता था. उसकी एक सिस्टर थी जिसका नाम भावना था, वो दिखने में बिल्कुल ही हॉट लगती थी. उसकी हाईट 5 फुट 6 इंच थी, वो मेरे रूम से कुछ दूर ही एक रूम लेकर अपने एक दोस्त के साथ रहती थी.

मैं अक्सर अपने दोस्त के साथ उसके पास जाता था, वो इतनी सुंदर और गोरी थी कि में उसे बयान नहीं कर सकता हूँ. मैंने उसके साथ सेक्स करने का प्लान तो कई बार बनाया, लेकिन मौका ही नहीं मिलता था. एक दिन, वो मौका आ ही गया मेरा दोस्त एक दिन के लिए अपने घर चला गया और जाते समय उसने मुझसे बोला कि रात को में भावना के पास चला जाऊंगा, क्योंकि उस दिन भावना की दोस्त भी अपने एक रिश्तेदार के पास चली गयी थी. में रात के आठ बज़े अपने रूम से भावना के रूम पर पहुँचा, जो बिल्डिंग के ऊपरी फ्लोर पर था. में जब वहाँ पहुँचा तो मैंने भावना को हाफ पैंट और टी-शर्ट में बेड पर बैठा पाया. में उसके गोरे पैरों को देखता रहता था, लेकिन उसने कभी ध्यान नहीं दिया. उसके बाद में कुछ देर तक उसके साथ बात करता रहा.

अब मैं सोने के लिए तैयार होने लगा. मैंने अपनी पैंट खोलकर टावल लगा लिया और बेड पर लेट गया. भावना भी सीधी लेट गई और रूम के दरवाजा को बंद करके लाईट बुझाकर नाईट बल्ब को जलाकर मेरे बगल में आ कर लेट गयी. उसने अपनी पीठ को मेरी तरफ कर रखा था, में कुछ देर तक सोचता रहा उसके बाद कुछ देर के बाद मैंने फ़ाइनली सोच लिया कि अब मुझे सोचना नहीं चाहिए.

अब मैंने अपनी कमर को उसकी कमर से सटा दिया उसने अपनी कमर को थोड़ा सा खींचा, उसके बाद मैंने थोड़ी देर के बाद अपनी कमर को उसकी कमर से सटाया. अब वो दिवार से सट चुकी थी तो मैंने अपनी कमर को उसकी कमर से सटाने के बाद जैसे ही अपने हाथ को उसकी कमर पर रखा तो उसने बोला ये क्या कर रहे हो? मैंने बोला वही जो एक जवान लड़का एक सुंदर जवान और हसीन लड़की को अकेले में पा कर करता है. वो बोली नहीं में ये नहीं करूँगी तो मैंने बोला कि क्यों आपका मन नहीं करता तो वो बोली नहीं ये ग़लत है. मैंने बोला कि ग़लत क्या है, ये तो बिल्कुल सत्य है. अब मैंने ये कहते हुए उसकी पैंट के एक बटन को खोल दिया और उसने मेरे हाथ को पकड़कर अपनी कमर से हटा दिया.

उसके बाद मैंने पीछे से उसकी चड्ढी को खींच दिया, वो चड्ढी को खींचकर वापस पहनने लगी तो मैंने उसके हाथ को हटा दिया और उससे बोला क्यों दिखावा कर रही है, आपका मन भी तो है और मैंने उसकी चड्ढी को दोनों हाथों से पकड़कर खोल दिया. अब वो कुछ नहीं बोली, अब मैंने अपने एक हाथ से लंड को पकड़कर दूसरे हाथ को उसकी गांड पर फेरते हुए अपने लंड को उसकी गांड के होल के पास ले गया. अब मैंने एक हाथ से उसकी गांड को फैलाते हुए अपने लंड को उसकी गांड में जाने के लिए रास्ता दिखाया.

उसके बाद मैंने अपने लंड को उसकी गांड के होल के दरवाजे पर रखते हुए उसकी कमर को पकड़कर अपनी कमर का ज़ोर का झटका मारा और वो, आआआआ वउउऊकककआअ करके सिसक उठी. मैंने पूछा क्या हो गया है? तो वो बोली हाआआआआआआ. अब मैंने अपने हाथ से उसकी कमर को पकड़कर अपनी तरफ खींचकर अपने लंड को उसकी गांड में जल्दी से जल्दी ले जाने के लिए ज़ोर-ज़ोर के झटके मारने लगा, वो मेरे हर झटके के साथ, आआआआआआहह ओह हाआआआआआआआआअ की आवाज़ निकालती थी. जो मेरे जोश को और बढाती थी.

उसके बाद कुछ देर बाद मैंने अपने पूरे लंड को उसकी गांड में घुसा दिया था और 10 मिनट तक लंड पेलने के बाद मेरा पूरा वीर्य उसकी गांड में गिर गया. उसके बाद मैंने अपने लंड को बाहर निकाल दिया और कुछ देर तक वैसे ही लेटे रहने के बाद में उठकर बाथरूम में चला गया. मैंने पेशाब करने के बाद अपने लंड को पूरी तरह से साफ किया और टावल में रूम में आया तो अन्दर रूम में आने के बाद मैंने भावना को वैसे ही बेड पर लेटा पाया. मैंने बोला जाओ बाथरूम नहीं जाना तो वो बिना कुछ बोले बाथरूम में चली गयी. मैंने अब अगले राउंड की तैयारी करनी शुरू कर दी. उसके बाद मैंने अपने लंड को तेल के डिब्बे में डाल दिया, जैसे ही भावना रूम में आई मैंने उसे पूरे कपड़े उतारने के लिय बोला. वो बोली की अब चोदोगे भी? मैंने बोला हाँ ये तो अभी ट्रायल था, अभी तो फ़ाइनल बाकी है उसके बाद उसने अपनी टी-शर्ट और ब्रा को खोलकर बेड के पास रख दिया.

उसके बाद मैंने देखा कि उसकी बुर पर तो एक भी बाल नहीं था. में इसी तरह की चूत को चोदना पसंद करता हूँ. मैंने उसके हाथ को पकड़कर अपने लंड को उसके हाथ में पकड़ाते हुए उसे मुँह में लेने के लिए बोला, क्योंकि में अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ था. उसके बाद उसने मेरे लंड को अपने हाथ में ले लिया और अब झुककर मेरे लंड को अपने मुँह में लेने के बाद चूसने लगी. में कुछ देर में बहुत गर्म हो गया था.

उसके बाद मैंने उसे लंड छोड़कर बेड पर लेटने के लिए बोला, उसने अपने मुँह से लंड को बाहर निकाल दिया और बेड पर सीधी लेट गयी. मैंने डिब्बे से तेल निकाल कर उसकी चूत पर लगा दिया. उसकी चूत की साईज़ 5 इंच होगी, में अब उसकी जाँघ पर बैठकर उसे चूत को फैलाने के लिए बोला. भावना की चूत इतनी सुंदर थी कि में अपने लंड को जो कि लगभग 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है, एक झटके में ही पूरा अंदर डाल देना चाहता था.

उसके बाद मैंने अपने लंड को जैसे ही उसकी बुर के ऊपर रखा तो उसने अपने दोनों हाथों से अपनी बुर को फैला दिया. मैंने अपने लंड के आगे के पार्ट को एक हल्के से झटके के साथ जैसे ही भोसड़े के अंदर किया तो वो, आआआआहह की आवाज़ के साथ पूरी तरह से सिहर उठी. उसने अपने दोनों पैरों को पूरी तरह से टाईट कर दिया था. मैंने अब उसकी दोनों तनी हुई चूचीयों को अपनी दोनों हथेलियों में लेते हुए हल्का हल्का दबाना शुरू किया.

उसके बाद मैंने कुछ देर के बाद जब देखा कि उसके पैर अब धीरे धीरे ढीले पड़ने लगे तो मैंने अपनी कमर को उसके बाद से हिलाना शुरू कर दिया. अब उसके मुँह से उसके बाद से, आआहह आआअहह ऊऊऊओस्स्सस्स्स्स्स् आआआअ की आवाज़ निकलने लगी. उसके बाद मैंने उसकी चूचीयों को ज़ोर-ज़ोर से मसलना शुरू कर दिया, कुछ देर के बाद मैंने एक ज़ोर का झटका मारा तो वो आआईईईईईईई करके चिल्ला उठी, मैंने पूछा क्या हुआ? तो वो कुछ नहीं बोली सिर्फ़ मेरे हर झटके पर सिसकी लेती रही.

मैंने अपना आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया था. अब में उसके पैरों को फैलाने के लिए उठकर बैठ गया और उसके पैरो को पकड़कर फैला दिया. अब मैंने अपने लंड को उसकी चूत के अंदर ले जाने का पूरा फ़ैसला कर लिया. मैंने उसकी कमर को पकड़कर एक ज़ोर का झटका मारा. इस बार तो वो आाहह नहींईईईईई आअहबब्ब्ब्बबाआआआअपरीईईईई आआअ करके जैसे बुरी तरह से छटपटा उठी.

उसके बाद जब मैंने उसकी चूत को देखा तो मेरा पूरा लंड उसकी गोरी चूत के अंदर जा चुका था. मैंने जब देखा कि वो ऐसे शांत नहीं होगी तो में उसके ऊपर लेट गया और उसके होठों को अपने होठों में लेकर दबा लिया और अपने दोनों हाथों से उसकी दोनों चूचीयों को मसलने लगा और मैंने ज़ोर ज़ोर से झटका लगाना भी शुरू कर दिया था. उसके बाद मैंने कुछ देर के बाद अपनी कमर के नीचे देखा तो पाया कि वो भी अब अपनी कमर को हिलाने लगी थी शायद उसे भी अब मज़ा आ रहा था. मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है तो उसने मुस्कुराकर हाँ में सिर को हिलाया.

इसके बाद कुछ देर तक इसी तरह से चुदाई करने के बाद मैंने अपने वीर्य को जैसे ही उसकी चूत में निकाला तो मैंने उसके होठों को कुछ देर अपने होठों में दबा लिया और एक तरफ उसकी दोनों चूचीयों को मसलता रहा तो दूसरी तरफ उसके होठों को चूसता रहा और उसने भी मेरा पूरा साथ दिया. अब हम दोनों ही बुरी तरह से थक चुके थे. में कुछ देर तक उसके ऊपर लेटा रहा.

इसके बाद उठकर अपने लंड को निकाल कर भावना की बगल में लेट गया और कुछ देर में हम दोनों वैसे ही सो गये. उसके बाद सुबह जब नींद खुली तो सुबह के 8 बज़ रहे थे और मुझे अपने काम पर जाना था तो में उठकर तैयार हो गया और भावना भी उठ गयी थी, वो भी खुश थी. मैंने मुस्कुराते हुए पूछा कैसी लगी रात की घटना तो वो मुस्कुराते हुए बोली कि बहुत अच्छा लगा. उसके बाद मैंने उसके कपड़े पहनने के बाद दरवाज़ा खोला और अपने रूम के लिए निकल गया, इसके बाद आज़ तक हम कभी अकेले में नहीं मिल सके. इस तरह आज मैंने अपने दोस्त की बहन भावना को चोदा.

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