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स्नेहा और मधु की एक साथ चुदाई की स्टोरी

Posted on:- 2024-03-30


नमस्कार दोस्तों और सुनाइए कैसे आप सब दोस्तों मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु अपने बूर फाड् चुदाई की स्टोरी में.. में रमेश  एक बार फिर से आप सभी के सामने अपनी एक नई कहानी लेकर आया हूँ.. दोस्तों यह कहानी मेरी, स्नेहा और मधु की है और अब में उन दोनों के बारे में कुछ बताता हूँ. एक लड़की का नाम स्नेहा, उसकी उम्र 32 साल है और उसके फिगर का साईज 33 -27 -34 है और दूसरी लड़की का नाम मधु, उसकी उम्र 28 साल है और उसके फिगर का साईज 40- 38- 42 भरा हुआ जिस्म और वो दोनों दिखने में एकदम मस्त थी. दोस्तों मुझे बहुत दिनों से स्नेहा के मैल आ रहे थे और में उसे लगातार जवाब दे रहा था. फिर लगभग 15 दिनों के बाद एक दिन उसने मुझे बताया कि में गुडगाँव में रहती हूँ और तुमसे मिलना चाहती हूँ. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना.

 चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए  फिर मैंने उससे पूछा कि कब? तो उसने मुझे विस्तार से बताया कि वो अपने सास, ससुर के साथ रहती है और उसके पति बाहर अमेरिका में रहते हैं और उसने कहा कि वो अपनी एक दोस्त मधु के घर पर मिलेगी. तो मैंने कहा कि ठीक है और उसने मुझे अपना मोबाईल नंबर मैल कर दिया. तो मैंने उसे कॉल किया और उससे मिलने का टाईम दोपहर के एक बजे शुक्रवार का तय किया और मैंने उसे अपने चार्जस भी बता दिए थे. फिर में शुक्रवार को उसे फोन करके बताए हुए पते पर पहुँच गया और मैंने जब दरवाजे पर बेल बजाई तो मधु ने दरवाजा खोला ..दोस्तों मैंने देखा कि मधु बहुत सुंदर थी? और में तो उसे देखता ही रह गया. फिर उसने मुझसे पूछा कि किससे मिलना है? तो मैंने उसे अपना कोड बताया जो कि मैंने स्नेहा को दिया था.. जिससे हम एक दूसरे को पहचान सके कि जिससे हम बात कर रहे है वो सही इंसान है या नहीं. फिर उसने भी कोड बोला और पूछा कि क्या आप रमेश  हो? तो मैंने कहा कि हाँ में ही रमेश  हूँ और मैंने पूछा कि आप स्नेहा जी है? तो उसने कहा कि नहीं आप अंदर आकर बैठिये वो आने ही वाली है वो किसी काम में फंसी हुई है और थोड़ी देर में आ जाएगी. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी .

 वहा जबरजस्त माल भी थी दोस्तों  तो में उसके साथ अंदर चला गया और वो मुझे सीधा अपने बेडरूम में ले गयी और कहा कि आप यहाँ आराम से बैठो और बताईये क्या लेंगे आप? तो मैंने कहा कि कुछ भी.. तो वो अंदर गई और दो बियर ले आई और हम दोनों ने साथ में बैठकर बियर पी और में बेड पर आराम करने के लिए लेट गया. तो वो भी मेरे साथ ही लेट गयी और थोड़ी ही देर बाद वो मेरी पेंट के ऊपर से ही मेरा लंड सहलाने लगी. तो मैंने कहा कि मुझे यहाँ ऐसे .माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा दोस्तों  आपने बुलाया है या स्नेहा ने? तो वो बोली कि में जो कर रही हूँ मुझे करने दो.. तुम्हे जो चाहिए वो तुम्हे मिल जाएगा. फिर मैंने सोचा कि मुझे तो अपने काम से मतलब है फिर चाहे वो मधु हो या स्नेहा और मधु भी बहुत सुंदर थी. तो वो मेरे एक-एक करके सभी कपड़े खोलने लगी और फिर उसने मेरे लंड को बाहर निकाला और उस पर कंडोम चड़ा दिया.. वो उसे पकड़कर धीरे धीरे सहलाते हुए उसे चूसने भी लगी. फिर मैंने भी उसके कपड़े उतारने शुरू किए और उसके बूब्स देखकर तो में हैरान ही रह गया.. इतने सुडोल और कसे हुए बूब्स मैंने कभी नहीं देखे और में उसके बूब्स चूसने लगा.. वो सिसकियाँ लेने लगी. उह क्या मॉल था दोस्तों गजब .
 

 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था दोस्तों  वो अब धीरे धीरे पूरी तरह गरम हो रही थी और कुछ बियर का सुरूर भी था. तो मैंने एक हाथ से उसकी जांघे सहलानी शुरू की तो वो और भी पागल हो गयी.. वो पूरी गरम हो चुकी थी. तभी इतने में मधु के पास स्नेहा का फोन आ गया और उसने फोन पिक किया तो स्नेहा ने पूछा कि क्या रमेश  आ गया? तो उसने कहा कि हाँ.. तो स्नेहा बोली कि अपना गेट खोल में भी बाहर ही खड़ी हूँ. तो मधु पूरी नंगी ही गेट खोलने के लिए चली गयी और जब वापस आई तो स्नेहा भी उसके साथ थी.. वो भी क्या ग़ज़ब सेक्सी माल थी? तभी उसने मेरी तरफ देखते हुए कहा कि क्यों मेरे बिना तुम दोनों ही शुरू हो गये? तो मधु बोली कि नहीं इतनी देर से तेरा इंतज़ार ही कर रहे थे और हमने बस अभी ही शुरू किया है. फिर स्नेहा ने भी अपने कपड़े उतार दिए.. उसको देखकर में और गरम हो गया.. क्योंकि वो भी मधु से किसी भी तरह कम नहीं थी.. बस मधु थोड़ी बहुत मोटी थी और वो स्लिम.. लेकिन मधु ने अपने आपको सही तरह से मेंटेन किया हुआ था.. इसलिए थोड़ी मोटी होने के बाद भी वो स्नेहा से किसी भी तरह कम नहीं थी. फिर स्नेहा मेरे पास आकर मुझे किस करने लगी और में भी उसे पूरा पूरा साथ देने लगा और मधु मेरे लंड से खेलने लगी और चूसने लगी.. में स्नेहा को किस भी कर रहा था और उसके बूब्स भी दबा रहा था. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था.

उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये  फिर कुछ देर बाद हम तीनो ही पूरी तरह से गरम हो चुके थे और पूरे कमरे में सिर्फ़ किस की और सिसकियों की आवाज़ आ रही थी. फिर उन्होंने अपनी पोज़िशन बदल ली.. अब स्नेहा मेरे लंड को चूस रही थी और मधु मुझे किस कर रही थी और में उसके बूब्स दबा रहा था.. दोस्तों जैसा मैंने पहले ही आपको बताया है कि उसके बूब्स बहुत बड़े थे और बहुत मुलायम थे. दोस्तों वैसे मुझे मोटे बूब्स बहुत अच्छे लगते हैं और मुझे भी ज़्यादा मज़ा आ रहा था. फिर मधु सिसकियाँ लेने लगी अह्ह्ह उह्ह और तभी स्नेहा ने मुझसे बोला कि आओ रमेश  किसका इंतजार है चोदो मुझे.. मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और उसके दोनों पैरों को खोलकर उसकी चूत पर हाथ घुमाने लगा.. वो बहुत गरम हो गयी. तो वो बोली कि चोदो मुझे.. अब मुझसे इंतजार नहीं होता प्लीज. तो मैंने उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है कहा कि डियर अभी तो मेरा काम शुरू ही हुआ है तुम थोड़ा ..मज़ा तो लो और मैंने अपने होंठो को उसकी चूत पर रख दिया.. वो पागल सी हो गई और ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी..
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 ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है
 फिर 5 मिनट तक उसकी चूत चाटने के बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक ज़ोर का धक्का देकर पूरा लंड अंदर डाल दिया और जल्दी जल्दी लंड को उसकी चूत में आगे पीछे करके चोदने लगा.. लेकिन अगले दो मिनट के बाद ही वो झड़ गयी.. क्योंकि वो बहुत ज़्यादा गरम थी. फिर में साईड में लेट गया और मधु मेरे ऊपर चड़ गयी और अपनी चूत को मेरे लंड पर रखकर धक्के लगाने लगी. में उसके मोटे मोटे बूब्स को दबा रहा था और उसे नीचे से धक्के लगाकर अपना पूरा पूरा साथ भी दे रहा था. तभी वो कहने लगी कि रमेश  आज से पहले मुझे चुदाई में इतना मज़ा कभी नहीं आया. तुम बहुत अच्छे से चुदाई करते हो.. तुमने तो मेरी चूत को ठंडा ही कर दिया और में तुम्हारी इस चुदाई से बहुत खुश हूँ. दोस्तों मैंने ऐसा कुछ जादू नहीं किया था.. वो तो उसका पति कभी भी उसे ठीक तरह से नहीं चोद पाता था और वो उसे अब तक माँ भी नहीं बना सका था. तभी उसने मुझसे बोला कि तुम कंडोम उतारकर मेरी चूत के अंदर ही अपना वीर्य डाल दो.. क्योंकि में माँ भी बनना चाहती हूँ. तो मैंने उससे कहा कि मुझे माफ़ करना जानू.. लेकिन में बिना कंडोम के कभी भी चुदाई नहीं करता. है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई.


 उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था दोस्तों  फिर उसने मुझे बहुत समझाया कि उसने कभी किसी का लंड नहीं लिया है और तुम पूरी तरह से सुरक्षित हो.. तुम्हे डरने की जरूरत नहीं है और उसने मुझे उस काम के लिए अलग से भी बहुत कुछ देने का वादा किया. तो तब जाकर मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकालकर कंडोम को निकाल दिया और फिर से लंड को उसकी चूत के अंदर डालकर चुदाई शुरू कर दी.. तभी हम दोनों को देखकर स्नेहा को फिर से जोश आने लगा और उसने अपनी चूत मेरे होंठो पर रख दी और अब मधु मेरे ऊपर चड़ी हुई धक्के लगा रही थी और स्नेहा अपनी चूत चटवा रही थी. थोड़ी देर में ही मधु की स्पीड बड़ गयी और में समझ गया कि शायद वो झड़ने वाली है और अब मेरा भी काम खत्म होने वाला था. तभी वो एक ज़ोरदार चीख के साथ झड़ गयी और में भी उसके साथ ही झड़ गया.. स्नेहा भी बस झड़ने ही वाली थी और फिर मैंने उसे लेटाकर उसकी चूत चाटनी शुरू की और उसके बूब्स भी मसलने लगा. उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी  .
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 दोस्तों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु  तो 5 मिनट में ही स्नेहा फिर से झड़ गयी और वो दोनों पूरी तरह से संतुष्ट हो चुकी थी. उन्होंने मुझे मेरी पेमेंट दी और मधु ने कहा कि तुम्हे अभी 8-9 दिन तक रोज यहाँ पर आना पड़ेगा ताकि में गर्भवती हो जाऊँ. तो मैंने उससे कहा कि ठीक है और मैंने अगले 8 दिन तक उसे जमकर मज़ा दिया और आज वो दो महीने से गर्भवती है.. लेकिन मुझे नहीं पता कि उसने अपने पति से क्या कहा और क्या नहीं.. लेकिन वो मेरी इस चुदाई से बहुत खुश थी .. अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता दोस्तों   दोस्तों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था.

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