गुड़ मॉर्निंग मेरे प्रिय मित्रो, कभी कभी हमारे दैनिक जीवन में ऐसा कुछः ऐसी घटना घट जाती है है जिसके बारे हम सोच नहीं सकते और ठीक वैसी ही घटना मेरे घटी और वो दिन मई कभी भूल नहीं सकता जिस दिन मैंने अपनी एक मेडम को अपने स्कूल में चोदा और उनकी प्यासी चूत में अपना लंड डालकर अपने वीर्य से उसको भरकर पूरी तरह से संतुष्ट किया. था मुझे बहुत मजा आया
आगे मेरी स्टोरी सुनिए दोस्तों इस कहानी को आप लोगों के लिए लिखते हुए मुझे वो मज़ा तो नहीं आएगा, लेकिन हाँ दोबारा वो यादें आज दोबारा से ताजा हो जाएगी और दोबारा मजे का अनुभव कर पाउँगा और में उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी आप लोगों को जरुर अच्छे लगेगी और इसको पढ़कर आप मुझे e—maiil करना भी ना भूले.
क्या बताऊ दोस्तों मेरी अपनी पहली कहानी है, लेकिन में बहुत लंबे समय से सेक्सी कहानियाँ पढ़कर उनके मज़े लेता आ रहा हूँ और दोस्तों यह मेरी कहानी मेरी और मेरी कविता मेडम की है. कविता मेडम मुझे स्कूल में गणित पड़ती है, जिसको मैंने उनके कहने पर चोदा और वो मज़े लिए. जिसमे मुझे और उसे दोनों को मजा आया
भाई साहब यह घटना मेरे साथ तब घटी जब में 12वीं क्लास की पढ़ाई कर रहा था. मेरी वो मेडम बहुत ही सुंदर गोरी होने के साथ साथ वो बड़ी हॉट सेक्सी भी थी और उनके मोटे मोटे बूब्स मस्त मोटी गांड स्कूल में हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करती थी और उनका व्यहवार सभी के लिए एक जैसा मतलब कि वो बहुत अच्छी तरह से हंस हंसकर बातें किया करती थी, इसलिए वो मुझे बहुत पसंद थी और उनकी शादी हो चुकी थी, लेकिन फिर भी वो ना तो अपने चेहरे और ना ही अपने उस कातिल सेक्सी बदन से शादीशुदा लगती थी. उन्होंने अपने पूरे शरीर का बड़ा ध्यान रखा हुआ था उनके गोरे गोरे बूब्स के निप्पल हमेशा तनकर खड़े रहते थे इसलिए वो अब भी इतनी सुंदर आकर्षक लगती थी. दोस्तों जब जब उसे देखता मन ही मन उसे पेलता था वास्तव वो थी ही इतनी कातिल
दोस्तों मेरा इसमें कोई कसूर नहीं क्योकि हर किसी साथ ऐसा ही होता था दोस्तों में शुरू से ही गणित में कमजोर था, लेकिन फिर मेरी कविता मेडम की वजह से मुझे अब बहुत कुछ आने लगा था. दोस्तों एक दिन कविता मेडम ने हमारी क्लास में कहा कि जो भी बच्चा कल गणित का होमवर्क नहीं करके आएगा तो वो कल उस बच्चे सजा जरुर देगी. दोस्तों जब वो बोल रही तब मै गुलाबी ओठ निहार रहा था फिर मैंने किसी वजह से अपना गणित का काम नहीं किया था और अगले दिन में जब अपने स्कूल पहुंचा तो मेडम ने सभी बच्चो से उनका किया हुआ काम बताने के लिए कहा.
दोस्तों उसके ओठो में रस भरा था फिर सभी बच्चों ने अपना अपना काम पूरा करके उनको दिखा दिया और उन्होंने अपना काम पूरा किया था, लेकिन उन सभी में एक में ही अकेला ऐसा बच्चा था जिसने अपना वो काम नहीं किया था. अब में अपनी कविता मेडम के सामने अपना सर झुकाकर खड़ा था, तब उन्होंने मुझसे पूछा कि मेरे इतना समझाने पर भी तुमने अपना काम क्यों नहीं किया, लेकिन मैंने उनको अपनी तरफ से कोई भी जवाब नहीं दिया और तब वो मुझसे कहने लगी कि आज तुम यहाँ स्कूल की छुट्टी हो जाने के बाद अपना काम करोगे और में खुद तुम्हे तुम्हारा वो काम करवाऊँगी. मैडम जब ये कहा तब तो शर्मागया की ये मैडम क्या कह रही है
हिम्मत जुटा कर(क्योकि मै डर था) मैंने उनसे कहा कि हाँ ठीक है मेडम और फिर क्लास खत्म हुई और उसके बाद वो चली गई और धीरे धीरे स्कूल की छुट्टी होने का समय भी आ गया. छुट्टी की घंटी बजी और सभी बच्चे अपने अपने घर जाने लगे, लेकिन मुझे तो वहीं पर रुककर अपना अधूरा काम पूरा करना था इसलिए में अब भी अपनी क्लास में ही बैठा रहा और अब तक वहां पर मेरे आस पास बैठे हुए सभी बच्चे भी अपने घर जा चुके थे, जिसके बाद अब में अपनी क्लास में बिल्कुल अकेले बैठा हुआ था. मै ये सोच रहा था मैडम कब आएगी और खुस हो रहा था क्योकि मेरा भी मन था ही
दरवाजे से जूते की आवाज आ रही थी लग रहा था को आ रहा है थोड़ी देर के बाद में कविता मेडम आ गई और में उस समय सबसे आगे वाली बेंच पर बैठा हुआ था, मेडम ने अंदर आते ही क्लास का दरवाजा बंद कर दिया और वो अब ब्लॅकबोर्ड पर मुझे सवाल समझाने लगी, लेकिन में तो सवाल को कम उनकी मोटी गांड को ज्यादा देख रहा था.क्योकि मुझे उनको पेलना था लेकिन मै उनसे ये बात डायरेक्टली कैसे कहता
मैडम पीछे से एकदम हॉट मॉल लग रही थी मै आपको क्या बताऊ तभी अचानक से उनके हाथ से चोक नीचे गिर गई और मेडम उसको लेने के लिए नीचे झुकी तो मुझे उनके मोटे मोटे गोरे चूचिया ओह ओह की एक झलक दिखाई देने लगी और तभी उन्होंने मुझे उनके चूचिया की तरफ देखते हुए देख लिया था और वो सुंदर द्रश्य देखकर मेरा लंड तुरंत खड़ा हो चुका था. दोस्तों बस यु कह लीजिये की मेरा सामान पैंट साफ झलक रहा था बस एक मोके का इंतजार
दोस्तों जो मजा उनकी चूची देखने में आया मै आपसे बया नहीं कर सकता फिर मेडम ने कुछ एक दो सवाल करवाने के बाद मुझसे कहा कि तुम अपने यह सवाल करो में बस एक मिनट में अभी आती हूँ. फिर मैंने उनसे कहा कि हाँ ठीक है मेडम और मेडम दरवाजा खोलकर क्लास से बाहर चली गयी, लेकिन अब उनको गये हुए बहुत देर हो चुकी थी और वो वापस नहीं आई थी. अब मैंने मन ही मन सोचा कि अब मुझे ही चलकर देख लेना चाहिए कि उनको इतनी देर कहाँ और कैसे लगी? और में अपनी क्लास से बाहर जाकर अपनी मेडम को इधर उधर देखने लगा.
मै मैडम खोजने का हर संभव प्रयास कर रहा था सभी क्लास में उनको देखता जा रहा था, लेकिन वो मुझे कहीं भी नजर नहीं आ रही थी और जब में उस हिस्से के लड़कियों के टॉयलेट के सामने से निकला तब मुझे अंदर से कुछ आवाज़ आ रही थी, इसलिए में वहीं पर रुक गया और में थोड़ी हिम्मत करके उस टॉयलेट के पास चला गया और मैंने ध्यान से अपना कान लगाकर सुना तो मुझे तब पता लगा कि यह तो मेरी कविता मेडम की ही आवाज़ थी. उसके बाद में दरवाजे के थोड़ा और पास चला गया. जैसे लग रहा था की मैडम कुछ कर रही है
आख़िरकार मैंने हिमत जुटाया फिर उसके बाद मैंने अंदर झांककर देखा कि अंदर दीवार पर लगे उस आईने के सामने मेरी मेडम नंगी खड़ी हुई थी और मेरी मेडम ने अपनी कमीज़ को उतार रखा था और उन्होंने अपनी ब्रा को भी नीचे किया हुआ था, मतलब मेडम के मोटे मोटे बूब्स उनकी ब्रा की उस केद से एकदम आज़ाद होकर बहुत खुश नजर आ रहे थे और यह सब देखकर मेरी चकित आखें वहां से हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं थी (क्या मस्त चूचिया थी दोस्तों ), क्योंकि इस पूरी दुनिया का सबसे अच्छा रोचक द्रश्य आज मेरे सामने था और उस समय मेडम ने अपनी सलवार को भी नीचे कर रखा था और उनका एक हाथ पेंटी में था और दूसरा हाथ उनके बूब्स पर था, वो गरम होकर सिसकियाँ ले रही थी आहहह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ आज तो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हो रहा है और अब तो मुझे चुदाई करवानी ही पड़ेगी. मेरी चूत कब से प्यासी है में अब इसका क्या करूं? दोस्तों जैसे मैडम कब से चुदाई की प्यासी हो ये सब देखकर मै एकदम मदहोश हो गया मैडम कैसे सिसकिया ले रही है
मै तो पागल ही हो गया था बस किसी प्रकार अपने आप को रोक रखा था में उनके मुहं से यह बातें ऐसे शब्द सुनकर बिल्कुल हैरान रह गया और मन ही मन सोचने लगा कि मेडम यह सब क्या कह रही है उस सभी की वजह से मेरा लंड अब तनकर खड़ा हो चुका था और अब मेरा मन अपनी सेक्सी कविता मेडम को उसी समय पकड़कर चुदाई करने का कर रहा था, इसलिए में अपनी पेंट के ऊपर से ही अपना लंड पकड़ा हुआ था उसको सहला रहा था.
बस यही सोच रहा था ककी कब मौका मिले की कबिता मैडम को चोद दू तभी अचानक से एक आवाज़ आई, हाँ अब तुम अंदर आ जाओ, प्लीज़ मुझे चोदो ना, में यहाँ पर तुम्हारा ही इंतजार कर रही थी. और मैडम की यह दशा देखकर मेरा लंड में से चिपचिपा पानी निकलने लगा क्योकि ये सब मै पहली बार देख रहा था
अंततहः मै अपने आप को कोशिश करने बाद भी रोक नहीं पाया फिर में तुरंत अंदर चला गया और में मेडम को पकड़कर उनके होंठो पर स्मूच लेने लगा. कुछ देर बाद अपने होंठो को हटाकर मेडम अब अपने घुटनों के बल बैठ गयी और वो मेरी पेंट को खोलने लगी. पेंट को खोलने के बाद उन्होंने मेरा अंडरवियर भी उतार दिया. अंडरवीअर हटाने के बाद मेरा लंड उनको साफ दिख रहा था
मैडम ने मेरा लंड देखकर थोड़ा मुस्कुरा दिया फिर सहलाया दोस्तों मेरी अंडरवियर के नीचे उतरते ही मेरा खड़ा लंड अब बाहर आ गया था जो मेरी मेडम के ठीक सामने आकर उनकी चूत को सलामी दे रहा था और मेडम ने मेरा लंड अपने मुहं में ले लिया और वो उसको ऐसे चूसने लगी जैसे पहली बार उन्होंने कोई लंड देखा हो मेरा हाथ मेडम के बूब्स पर पहुंच गया था आअहह वाह उनके बूब्स कितने टाइट थे. मैंने उनको छूकर महसूस किया और अब मेरा मन मेडम के चूची को चूसने का कर रहा था, लेकिन मेडम तो मेरा लंड छोड़ ही नहीं रही थी.
सेक्सी कबिता मैडम ने मेरा लंड पकड़ कर खेल रही थी फिर मैंने उनसे कहा कि मेडम मुझे आपके बूब्स को चूसना है. तभी मेडम खड़ी हुई और उन्होंने मेरा मुहं पकड़कर अपने बूब्स पर लगा दिया और मेरे सर पर हाथ फेरने लगी थी, में अब मेडम के मोटे मोटे बूब्स को दबा दबाकर चूस रहा था. वह क्या मजा आ रहा था
मैंने उनके निप्पल १० मिनट तक चूसा फिर मैंने बहुत देर तक उनके बूब्स को चूसने के बाद मेडम को हल्का सा धक्का देकर उनको दीवार के साथ लगा दिया और फिर मैंने खड़े खड़े अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया और में ज़ोर ज़ोर से झटके देने लगा वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी और हम दोनों बहुत जोश में थे और कई देर के बाद मेरा वीर्य मेडम की चूत में डाल दिया. फिर उसके बाद में और मेडम नंगे ही वापस अपनी क्लास में आ गए और फिर मैंने मेडम को एक टेबल पर लेटा दिया और में उनके पास खड़ा होकर अब में उनके बूब्स को चूसने लग था और उनके निप्पल को निचोड़ने लगा था, जिसकी वजह से वो बहुत जोश में आकर सिसकियाँ ले रही थी और मुझसे कह रही थी तुम आज इनको जमकर चूसो, इनका पूरा रस निचोड़ दो आह्ह्हह्ह वाह मज़ा आ गया, हाँ चूसते रहो. दोस्तों मै एक बार चोद चूका था इसलिए मै अब थोड़ा थक गया था
फिर भी कबिता मैडम की चूचियों को जमकर चूसा थोड़ी देर बूब्स को चूसने के बाद मैंने सही मौका देखकर उसका फायदा उठाना ठीक समझा और मैंने एक बार फिर से अपना लंड मेडम की चूत में डाल दिया और फिर मैंने उन्हे बहुत जमकर चोदा इस बार मैंने उनकी थोड़ा लंबे समय तक लगातार धक्के देकर चूत को शांत किया और मैंने दोबारा झड़कर अपना पूरा वीर्य उनकी चूत के अंदर डाल दिया जो कुछ ही देर बाद लंड के अंदर बाहर होने की वजह से बाहर आकर उनकी जांघो पर फैल गया और उसके कुछ देर बाद मैंने उनको छोड़ दिया और वो उठकर खड़ी हो गई. फिर उन्होंने अपने सभी कपड़े ठीक किए कसम से चुदाई बाद वो ऐसे मुस्कुरा रही थी जैसे उनको कुछ मिल गया हो
मेरे प्रिय साथियो इस घटना के बाद अब हम दोनों ऐसे ही कई बार कभी उनके घर पर तो कभी स्कूल में सेक्स कर चुके है, जिसकी वजह से हमने बहुत मज़े लिए और हमारे बीच अब कोई भी दूरी नहीं है, इसलिए उन्होंने अपनी पहली चुदाई के बाद अपने जीवन की बहुत सारी बातें मुझे बताई जिनको हमारे अवाला कोई नहीं जानता था. उन्होंने मेरी चुदाई और चोदने का तरीका बहुत देर तक जमे रहने की भी बड़ी तारीफ की है और अब हमे जब भी कोई अच्छा मौका मिलता है हम चुदाई का काम खत्म करते है, जिससे वो हमेशा बहुत संतुष्ट दिखाई देती है और में उनको देखकर खुश रहता हूँ, लेकिन यह सब कभी मेरे साथ होगा मैंने कभी किसी सपने में भी नहीं सोचा था और वो आज एक हकीकत बन गया है. दोस्तों कबिता मैडम को मैंने इतना पेला लेकिन उन्होंने कभी भी पति का जिक्र नहीं किया लगता है की उनका पति उनको सही से पेल नहीं पता था तभी मैडम जब कभी उनको पलवाने का मन बनता मेरे से चुदती थी.