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सेक्सी अमीशा की जबरदस्त चुदाई

Posted on:- 2021-07-16


क्या हाल चाल दोस्तों कैसे है आप सब आशा है अच्छे होंगे, मेरा नाम ऋषभ है और में  कोलकाता  का रहने वाला हूँ. मेरी लम्बाई 5.6 फिट की है और में 24 साल का हूँ. दोस्तों में आज आप सभी के सामने अपनी एक सच्ची स्टोरी लेकर आया हूँ. में कुछ लोगों की तरह झूठ नहीं लिखता यह एकदम सच्ची घटना है. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना.

मै एक नंबर का चुदकड़ लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है मेरे लंड का साईज़ 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है और यह मुझे इसलिए पता है, क्योंकि मैंने खुद अपने लंड का आकार खुद नापा है, मेरा लंड जब सोया हुआ होता है तब 2 इंच का ही रहता है और इस बात से आपको पता लग जाएगा कि में बिल्कुल सच बोल रहा हूँ और अब ज्यादा आप लोगों को बोर ना करते हुए में अपनी आज की कहानी पर आता हूँ. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.

अब सुनिए चुदाई की असली कहानी  दोस्तों यह बात आज से करीब 6 महीने पहले की है, जब में एक बहुत अच्छे कॉलेज में अपनी पढ़ाई करता था तो वहाँ पर एक अमीशा नाम की लड़की भी मेरे साथ पढ़ती थी. दोस्तों वैसे में ज्यादातर लड़कियों से ज़्यादा बात नहीं करता था, लेकिन अगर कोई लड़की खुद आगे होकर मुझसे बात करे तो मना भी नहीं कर सकता था. फिर मेरे साथ ठीक ऐसा ही हुआ. वहा का माहौल बहुत अच्छा था  दोस्तों.

 

 वहा जबरजस्त माल भी थी दोस्तों  एक दिन उसने मुझसे कुछ बात पूछने के बहाने से बातें करना शुरू किया और फिर में भी उससे बातें हंसी मजाक करने लगा. ऐसा हमारे बीच कुछ दिनों तक लगातार चलता रहा और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश रहने लगे, हमारी यह बातचीत हंसी मजाक अब हमे बहुत अच्छा लगने लगा था और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत समय बिताने लगे. फिर धीरे धीरे हम दोनों एक बहुत अच्छे दोस्त बन गये और वो अब मुझसे बहुत करीब होने लगी थी, लेकिन तब तक भी में उसके बारे में कुछ ग़लत नहीं सोचता था, क्योंकि जब वो शुरू   ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा दोस्तों.

उह क्या मॉल था दोस्तों गजब  में कॉलेज आई थी, तो वो चेहरे से बहुत सीधी-साधी लड़की दिखती थी, लेकिन धीरे धीरे दूसरे साल तक आते आते उसमें अब बहुत ज्यादा बदलाव आने लग गया था. मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था दोस्तों

 

 

 कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था.

पहले उसका बदन कम उभरा हुआ था, लेकिन अब थोड़ा ज्यादा उभरकर बाहर आने लगा था और उसका मुझसे हंस हंसकर बातें करना अच्छा लगता था, क्योंकि मुझे उसका वो हंसता खिलता हुआ चेहरा बहुत अच्छा लगता था और इसलिए उसको देखकर अब मेरे मन में कुछ ऐसे वैसे ख्याल भी आने लगे थे, जिसकी वजह से में उसकी तरफ कुछ ज्यादा ही आकर्षित था और इस बात की पूरी जानकारी उसको भी थी, लेकिन उसने अब तक मुझसे कुछ भी नहीं कहा था और अब में उसकी इस बात का पूरा पूरा फायदा उठाना चाहता था. उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये

 

 

 अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था दोस्तों मै पागल सा हो गया  दोस्तों सबसे पहले मुझे उसके लिए ग़लत ख्याल तब आया, जब मैंने उसको उस दिन लाईब्रेरी में देखा, वो हल्का सा नीचे झुकी हुई थी, तो मैंने पहली बार उसके झुकने की वजह से कपड़ो से बाहर निकलते हुए उसके गोरे, मुलायम बूब्स को बहुत ध्यान से देखा और दोस्तों में आप लोगों को शब्दों में क्या बताऊँ. मैंने पहली बार देखकर गौर किया कि उसके बूब्स अब 36 के हो गये थे और उनको देखकर मेरे अंदर एक अजीब सी हलचल होनी शुरू हो गई. मॉल था चुदाई के लायक  मैंने सोचा पेलुँगा जरूर  कभी न कभी

 

 

 जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न दोस्तों  मेरी नजर उसके गोरे, गदराए, सेक्सी बदन से हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं थी और में लगातार उसको घूर घूरकर देखता रहा. फिर जब वो सीधी हुई तब मैंने उसको हाए बोला और उसने मुझे देखकर मेरी तरफ मुस्कुरा दिया और अब में सही मौका देखकर वहीं पर एक कुर्सी पर बैठकर उससे बात करने लगा, मेरी अच्छी किस्मत से उस समय हम दोनों के अवाला वहां पर कोई भी नहीं था, इसलिए हमारा बैठकर बातें करना किसी को परेशान नहीं कर रहा था, लेकिन मेरा सारा ध्यान उसकी बातों पर कम और उसके उभरे हुए बाहर आने को तैयार बूब्स पर ही था. उसके बूब्स क्या मस्त थे दोस्तों अब मै क्या कहु दोस्तों.

 

 

 मेरा मन चुदाई का था दोस्तों उस दिन से मुझे उसके बूब्स देखने में और भी ज्यादा मज़ा आने लगा और में अब उसके ज्यादा ही करीब आने की कोशिश करने लगा था, क्योंकि मेरी इच्छा अब उसके बूब्स को छूकर महसूस करने उन्हें दबाने की थी. दोस्तों वैसे में आप सभी को पहले से ही बता दूं कि वो बहुत शरीफ लड़की थी और उसका व्यहवार मेरे लिए सबसे अच्छा था. मैंने तय किया की चोद कर ही दम लूंगा  लेकिन पेलुँगा जरूर .

 

 

मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब  था  दोस्तों  मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी दोस्तों उसने मुझसे कभी भी अपनी कोई भी बात नहीं छुपाई थी, इसलिए हम दोनों बहुत करीबी दोस्त भी थे, लेकिन उस दिन पहली बार उसके बूब्स देखने के बाद से में उसका अब पूरी तरह से दीवाना हो गया था, मुझे अब बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा था और मेरा मन उसके बारे में ना जाने क्या क्या सोचने लगा था. मैंने बैठे बैठे ही उसके साथ चुदाई के बहुत सारे सपने देख डाले. दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल दोस्तों और कुछ नहीं 

 

 

 उसके ओठ रसीले थे दोस्तों मॉल गजब था दोस्तों  उस दिन उसने हल्के हरे रंग का बड़े गले का कुर्ता पहना हुआ था, जिसमें से उसके बूब्स बहुत ज्यादा उभरकर बाहर से भी बहुत आकर्षक दिख रहे थे और उसका वो कुर्ता टाईट भी कुछ ज्यादा ही लग रहा था, जिसकी वजह से उसके बूब्स का आकार बाहर से ही पता चल रहा था, क्योंकि जब वो झुकी हुई थी तो उसके बूब्स ज्यादा लटके नहीं थे, लेकिन बाहर जरुर निकले थे, उसने अपने बाल पीछे किए हुए थे और आँखों में काजल लगाया हुआ था और हल्का सा पर्फ्यूम भी लगाया हुआ था, जिसकी वाह क्या मस्त खुशबू आ रही थी और उसने नीले रंग की बिल्कुल टाईट लेगी पहनी हुई थी. सच कहु तो वो चुदाई तो तरस रही थी दो  उसकी आखो में चुदाई का नशा था.

 क्या गजब लग रही थी दोस्तों दोस्तों मॉल हो तो ऐसा  दोस्तों वैसे यह बात आप लोगों ने भी जरुर गौर की होगी कि लड़कियों की टाईट लेगी में से जब वो बैठती है तो उस वक़्त दोनों साईड से उनकी उभरती हुई जांघे कितनी सेक्सी लगती है और जब कभी अचानक तेज हवा से उनका कुर्ता उड़ता है तो उनकी वो टाईट चिपकी हुई लेगी जो उनकी गांड चिपकी हुई रहती है, उनकी वो गांड कितनी मस्त सेक्सी लगती है. मेरा तो वो सब सेक्सी नजारा देखकर लंड खड़ा होने लगता है.  लड़कियों की चुत मरने का मजा ही कुछ और है  दोस्तों.

 

 अब वो समय आ गया जब मुझे उसकी चुदाई करनी थी  फिर उस दिन मैंने अपने घर पर जाकर उसकी व्हाटसप से एक फोटो निकालकर और फिर फोन में उसकी फोटो को देखकर में मुठ मारने लगा और अब में मन ही मन में विचार करने लगा कि उसको बस अब मुझे कैसे भी करके किसी भी तरह से चोदना है और अब बहुत जल्दी वो घड़ी आ ही गई जब मैंने उसे कुछ समय के बाद पटाकर अपने मन की सारी बातें उससे कह दी और फिर मैंने उससे कहा कि अब हमें अपना यह रिश्ता और भी आगे तक ले जाना चाहिए, क्यों तुम्हें मेरी बात से किसी भी तरह का कोई ऐतराज तो नहीं है ना? तो उसने बस अपना सर हाँ करके शरमाकर नीचे झुका लिया और वो मेरी बात को मान गई, लेकिन उसने मुझे कुछ भी नहीं कहा. सच मुझे अब पता चला की चुदाई में कितना मजा है दोस्तों.

 वो मुस्कुरा रही थी दोस्तों  सुनकर आपका लंड खड़ा हो जायेगा दोस्तों  फिर में उसे एक दिन अपने घर पर ले गया. उस दिन मेरे सभी घर वाले चार दिनों के लिए मेरे किसी करीबी रिश्तेदार के यहाँ शादी में गए हुए थे, लेकिन मैंने उनसे अपनी पढ़ाई का एक अच्छा सा बहाना बना दिया और उन सभी के चले जाने के बाद में अकेला ही अपने घर पर ही रुक गया. फिर मैंने उससे कहा कि हमे साथ रहने का इससे अच्छा मौका कभी नहीं मिलेगा और मैंने उससे कह दिया कि वो भी अपने घर पर घरवालों से बोल दे कि वो अपनी एक दोस्त की सहेली की शादी में चार दिन के लिए किसी दूसरे शहर जा रही है और वो इन पूरे चार दिनों तक मेरे साथ मेरे घर पर ही रहे और हम दोनों साथ में रहकर बहुत मज़े करेंगे. उसकी चूची क्या गजब लग रही थी दोस्तों उसकी चूची का उभार गगजब था   दोस्तों.

 उसकी बूब्स क्या मन को मचला रहे थे दोस्तों मन कर रहा था उसकी चूची पकड़ कर पी जाऊ दोस्तों  दोस्तों मेरा घर दो मंजिला है और उसमें चार कमरे है और सबसे ऊपर की मंजिल पर हम सभी घर वाले रहते है और नीचे वाली मंजिल खाली पड़ी रहती है, उस जगह हमारे घर पर आने जाने वाले मेहमान रहते है, वो उनके लिए खाली पड़ा रहता और वैसे हमारा घर जिस ऊंचाई पर है, वो पूरे इलाक़े में सबसे उँचा है. उसकी चूची क्या मुलायम  थी दोस्तों उसकी चूची क्या कड़क थी दोस्तों.

 अब चुदाई करने को  १००% तैयार थी  मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने  को तैयार नहीं था .

अब वो अपने साथ कुछ कपड़े भी लेकर आई थी, क्योंकि मैंने उससे कहा था कि अमीशा तुम अपने कुछ सेक्सी कपड़े भी अपने साथ लेकर आना और उसने वैसा ही किया. अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था दोस्तों मै पागल सा हो गया

 

 

 मॉल था चुदाई के लायक  में : अमीशा तू वो लाल कलर की मिनी स्कर्ट गुलाबी कलर के शेड वाली फ्रॉक घुटनों के ऊपर तक वाली और दो वन पीस ड्रेस रख ले. माल चुदाई के लिए तड़प रही थी दोस्तों

 

 अमीशा : ओये होए तुझे में उनमें बहुत सेक्सी लगती हूँ बेबी.

 

में : हाँ एक दो सूट, कुर्ते और लेगी रख लेना, तुम पर वो सब बहुत अच्छे लगते है.

 

अमीशा : हाँ ठीक है मैंने वो सब रख लिए.

 

 दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल दोस्तों और कुछ नहीं  फिर मैंने भी पहले से अपना सारा सामान रख लिया था, जैसे कि कंडोम और चूत की मसाज के लिए तेल और वो अपना सामान लेकर मेरे घर पर आ गई. उस दिन उसने बिना बांह का कुर्ता और एक काली कलर की लेगी पहनी हुई थी. दोस्तों में क्या बताऊँ वो उस समय कितनी सेक्सी लग रही थी, उसको देखते ही मेरा मन तो कर रहा था कि में उसे वहीं दरवाजे पर ही पकड़कर चोद दूं, लेकिन फिर मैंने अपने आप को बहुत ज्यादा समझाया और कंट्रोल किया और उसके हाथ से उसका सामान लेकर अंदर लाकर रख दिया और वो मेरे पीछे पीछे चली आई. सच मुझे अब पता चला की चुदाई में कितना मजा है दोस्तों.

 

 वो मुस्कुरा रही थी दोस्तों  सुनकर आपका लंड खड़ा हो जायेगा दोस्तों फिर मैंने उसी रात को उससे कहा कि में तेरे लिए कुछ लाया हूँ. फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या बताओ? दोस्तों अब मैंने उसे एक वाईब्रेटर दिखाया, जिसको उसने कभी ना तो देखा था और ना ही उसको काम में लेकर देखा था. तभी वो अपनी बिल्कुल चकित नजरों से देखते हुए मुझसे बोली कि यह क्या है और इससे क्या होता है? तब मैंने उसे बताया कि इसे चूत पर लगाते है, जिससे बहुत मज़ा  उसकी बूब्स क्या मन को मचला रहे थे दोस्तों.

मन कर रहा था उसकी चूची पकड़ कर पी जाऊ दोस्तों  आता है और फिर मैंने तुरंत उसकी लेगी के अंदर अपना एक हाथ डालकर उसकी पेंटी के अंदर ले जाकर मैंने वो वाईब्रेटर उसकी चूत पर लगा दिया, लेकिन उसका रिमोट मेरे पास ही था. फिर मैंने उसके कपड़े ऊपर कर दिए और उसने मुझसे कहा कि उसे तो कुछ भी महसूस नहीं हो रहा है. उसकी बूर मदमस्त हो गयी दोस्तों उह उह उह उह.....

कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था  उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये अब मैंने उसके मुहं से यह बात सुनकर तुरंत उस वाईब्रेटर को चालू कर दिया, उसके चालू होते ही उसके तो एकदम से दोनों पैर अंदर की तरफ को हो गए और तभी उसके मुहं से आह्ह्हहह आईईईई की आवाज़ें आने लगी. पहले मैंने उसको हल्का सा चलाया और मैंने देखा कि अब उसकी आँखों की पुतलियाँ भी ऊपर नीचे होने लगी थी. फिर मैंने उसकी स्पीड को बढ़ा दिया और अब मैंने देखा कि उससे तो अब खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था और वो मुझसे कहने लगी कि उफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्हह्ह् प्लीज इसे बंद कर आईईईईईई ऑश ऊईईईइ माँ में मर गई, ऑश आअहहहहा प्लीज़ बंद करो इसे, लेकिन में अब कहाँ मानने वाला था. जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न दोस्तों.

 मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब  था  दोस्तों  फिर मैंने उसकी स्पीड को थोड़ा कम पर कर दिया और अब में उसको ज़बरदस्ती उसके पैरों पर खड़ा करने लगा, लेकिन मैंने देखा कि उससे खड़ा नहीं हुआ जा रहा था, लेकिन फिर भी जैसे तैसे मैंने उसे अपने इशारे से खड़ा किया और उससे कहा कि वो बेड को पकड़ ले. मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी दोस्तों  मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे.

 दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल दोस्तों फिर उसने ठीक वैसा ही किया. उसके मुहं से अब लगातार आहहुहह आह्ह्ह्ह की आवाज़ें आ रही थी और मेरे देखते ही देखते उसकी लेगी अब पूरी तरह से भीग गई थी, क्योंकि अब उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था और वो नीचे ज़मीन पर ही लेट गई. फिर मैंने देखा कि उसका पूरा शरीर अब काँपने लग गया था और उसके आसपास पूरी जमीन पर पानी पानी हो गया था. मेरा लंड उसकी बूर को चिर कर आगे निकाल रहा था.

 मैंने उसकी बूर का सील तोड़ दिया दोस्तों  फिर मैंने उससे पूछा कि क्यों कैसा लगा? तो वो मुझसे कहने लगी कि उसे झड़ने का इतना मज़ा अपनी पूरी लाईफ में इससे पहले कभी नहीं आया और वो इतना कहकर तुरंत मेरे गले से लिपट गई. फिर मैंने उसके सर पर हाथ घुमाते हुए उससे कहा कि अब में जो भी तुमसे कहूँगा, क्या वो सब तुम करोगी? तो वो कहने लगी कि मेरे जानू तुम्हारे लिए तो मेरी यह जान भी हाज़िर है. फर्स्ट टाइम चुदाई में सील टूटती है तो थोड़ा तो दर्द होगा ही.

 लंड घुसाने में लग रहा था बस चुत फैट ही जाएगी दोस्तों  अब मैंने उससे कहा कि ठीक है, में भी देखता हूँ कि तुम मेरे लिए क्या क्या कर सकती हो और फिर मैंने उससे कहा कि तुम अब अपने कपड़े बदल लो और मैंने उसको एक फ्रॉक पहनने के लिए दे दी और ऊपर गुलाबी कलर का टॉप उस फ्रॉक के नीचे मैंने उसको पेंटी पहनने के लिए साफ मना कर दिया, लेकिन ब्रा पहनने दिया और अब उसके बूब्स अलग से ही उभरे हुए लग रहे थे और ऊपर से उसकी वो ब्रा भी बहुत टाईट थी, जिसकी वजह से वो बहुत हॉट सेक्सी नजर आ रही थी. क्या गजब लग रही थी दोस्तों.

 क्या रस भरी चुत थी दोस्तों मजा आ गया  फिर मैंने उससे कहा कि क्या में तुझे चोद सकता हूँ? तभी वो तुरंत मुझे कहती है कि में यहाँ पर तुमसे चुदने ही तो आई हूँ और फिर मैंने उसको कहा कि पहले तू मेरा लंड खड़ा तो कर दे. अब वो मुझसे कहने लगी कि जो हुकुम मेरे राजा और फिर उसने मेरा लंड मेरी पेंट से बाहर निकाला और हिलाने लगी. लड़कियों की चुत मरने का मजा ही कुछ और है  दोस्तों.

 मेरा लंड तनकर टाइट था दोस्तों तभी कुछ देर बाद धीरे धीरे मेरा भी लंड खड़ा हो गया और वो अपने आकार में आकर पूरा 6 इंच का लंबा हो गया तो वो मेरे लंड को चूसने लगी और उसको लंड चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था, वो उस समय पूरे जोश में आकर पागलों की तरह मेरा लंड चूस रही थी और मैंने भी बहुत मज़े लेकर अपने लंड को लगातार जोरदार धक्के देकर उसके मुहं को चोदा. दोस्तों वो बुल्कुल मादक शराब जैसी लग रहे थी मन कर रहा अभी पी  लू.

 

 अब उसे चुदाई का मजा मिल रहा था दोस्तों  फिर थोड़ी देर बाद मैंने उससे खड़े होने के लिए कहा और कहा कि तू मेरे ठीक सामने की तरफ रहना. तब उसने मुझसे कहा कि क्या में स्कर्ट उतार दूँ, तो मैंने कहा कि नहीं में तुझे ऐसे ही चोदूंगा. अब मैंने उसकी स्कर्ट को हल्की सी ऊपर किया और लंड को चूत में एक ही झटके में पूरा अंदर डाल दिया, वो मुझसे लिपट गई और बोली कि प्लीज थोड़ा आराम से कर. सच मुझे अब पता चला की चुदाई में कितना मजा है दोस्तों.

 

 

 मेरा लंड ताबड़तोड़ चुदाई के लिए तैयार  अब वो समय आ गया जब मुझे उसकी चुदाई करनी थी फिर मैंने उससे कहा कि मुझे ऐसे ही करना है और अब में उसको लगातार ज़ोर ज़ोर से झटके देने लगा था और में उसके बिना पैर उठाए और उसको लगातार जोरदार धक्के देकर चोदने लग गया और एक बार में अपना पूरा लंड अंदर ले जाता और उसके बाद वापस बाहर निकालकर फिर से पूरा अंदर डाल देता, जिसकी वजह से उसको बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन वो भी मेरे साथ साथ बहुत मज़े लेकर मुझसे चुद रही थी, आअहहहह उईईईईईई हाँ चोदो मुझे हाँ और ज़ोर से चोदो मुझे, आज से में तेरी ही रंडी हूँ, हाँ बस ऐसे ही चोदता रह अपने बड़े लंड से आआहह हहाआह और में उसकी चुदाई करने के साथ साथ उसके बड़े आकार के मुलायम बूब्स भी दबा रहा था. उसकी चूची पीते पीते तनकर लाल हो गयी.

 

 चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा आया  फिर मैंने उससे कहा कि में अब झड़ने वाला हूँ बताओ में क्या करूं? तो उसने मुझसे कहा कि तुम मेरे अंदर ही झड़ जाओ और तुम्हारा पूरा वीर्य मेरी प्यासी चूत के अंदर डालकर मुझे आज पूरी तरह से शांत कर दो, उफ्फ्फ्फ़ हाँ और ज़ोर से धक्का दो, हाँ पूरा अंदर तक जाने दो उफ्फ्फ्फ़ वाह मज़ा आ गया, तुम बहुत अच्छी चुदाई करते हो, में अब हमेशा तुम से ही अपनी चुदाई करवाउंगी, आह्ह्ह्ह वाह उह्ह्हह्ह. दोस्तों वो मदहोस थी चुदाई के लिए.

 

 

 उसके बूब्स क्या मस्त थे दोस्तों अब मै क्या कहु दोस्तों  दोस्तों मैंने अब महसूस किया कि अब वो भी चीखती चिल्लाती हुई झड़ गई और वो अपनी चूत का पानी छोड़ते हुए धीरे धीरे बिल्कुल निढाल होने लगी थी और फिर मैंने भी उसके साथ अपना सारा वीर्य उसकी चूत में निकाल दिया. तब उसने मुझे कहा कि तेरा माल मेरी चूत में अंदर तक पड़ा है, जिसका बहुत दबाव था और में उसे अब भी महसूस कर रही हूँ, तुमने आज मुझे चोदकर मेरी चूत को पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया है और तुम्हें चुदाई करने का बहुत अच्छा अनुभव है, तुम्हारे साथ चुदाई करके मुझे आज जो मज़ा आया है, उसके लिए में कब से तरस रही थी. मेरा मन चुदाई का था दोस्तों  मैंने तय किया की चोद कर ही दम लूंगा.

 मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे  फिर कुछ देर बाद उसने मेरा लंड चाट चाटकर पूरा साफ कर दिया और उसके बाद मैंने उससे कहा कि ऐसे ही रहना और वो शाम होने तक मेरे साथ ऐसे ही नंगी रही. फिर उसके बाद हम दोनों उठकर बाथरूम में जाकर नहाने चले गए. फिर कुछ देर वहां पर भी मज़े मस्ती करने के बाद हम बाहर आ गए और शाम को तैयार होकर हम दोनों बाहर शोपिंग करने चले गये. हमे वहां पर भी बहुत मज़े मस्ती करने के बाद वापस घर पर आ गए और हमारी मस्ती उन पांच दिनों तक लगातार ऐसे ही चलती थी.  इस प्रकार हमने मस्त अमिशा  चुत की ताबड़ तोड़ चुदाई की और मजा लिया और आप  कही न कही मॉल चुत जुगाड़ कीजिये और उसे चोदिये और खूब मजा कीजिये.

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