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पति के सामने हैंडसम चुदाई

Posted on:- 2023-12-23


वेरी गुड मॉर्निग दोस्तों  माय नेम इस संगीता है  और मेरे पति का नाम राकेश  है. मेरी यह स्टोरी बिल्कुल सच्ची है, हम एक बार छुट्टियों में नैनीताल गये थे और वहाँ रूम बॉय ने राकेश के सामने ही मेरी चुदाई की थी. अब में आपको ज्यादा बोर ना करते हुए सीधी अपनी स्टोरी पर आती हूँ. अब नैनीताल  से आने के बाद मुझे तो जैसे चोदा पेली  का खुमार चढ़ गया था, अब मुझे लगता था कि कोई जबरजस्त बॉडी लड़का मुझे चोदे. मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मित्रों.

 उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी मैंने राकेश को भी यह बात बताई, तो उन्होंने कहा कि आरती अपने शहर में थोड़ा रिस्की है, लेकिन में फिर भी कोशिश करूँगा. राकेश एक स्कूल में टीचर है, उसके पास बहुत से लड़के कोचिंग को आते है, उनमें से एक लड़का नवसाद बहुत ही हैंडसम था. फिर एक दिन जब वो पढ़ा रहे थे तो में छुपके से नवसाद को देख रही थी. वो वाकई में बहुत सुंदर था, उसकी मज़बूत बाहें, गोरा रंग, चौड़ी छाती, आँखे काली, चोदा पेली स्माइल, उसकी बॉडी बहुत ही चोदा पेली थी. मित्रों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु.

 उसको पेलने की इच्छा दिनों से है मित्रों फिर मैंने उस रात जब राकेश मुझे चोद रहे थे, तो राकेश से कहा कि राकेश प्लीज अब मुझसे बर्दाश्त नहीं होता है, प्लीज कोई इंतज़ाम करो. फिर वो बोले कि आरती में कोई लड़का कहाँ से लेकर आऊं? तो मैंने कहा कि तुम्हारे यहाँ जो नवसाद आता है, वो कैसा है? तो राकेश ने कहा कि जो मेरा स्टूडेंट है, वो. तो मैंने कहा कि हाँ, तो वो बोले कि नवसाद वाक़ई में बहुत अच्छा है, में कोशिश करूँगा. फिर प्लान के मुताबिक राकेश ने नवसाद को रविवार के दिन स्पेशली पेपर हल करने के लिए बुलाया. अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता मित्रों.

 मित्रों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार उस दिन वो रेड टी-शर्ट और ब्लू जीन्स पहनकर आया था और बहुत हैंडसम दिख रहा था. मैंने उस दिन सिर्फ़ गाउन पहना था और अंदर कुछ नहीं पहना था और राकेश ने भी उस दिन लुंगी पहनी थी और ऊपर से बनियान पहन रखी थी. उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मित्रों  जैसे उसके चुत में माखन भरा हो.


 उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मित्रों फिर वो करीब 5 बजे आया, तो राकेश ने उससे कुछ पेपर डिसकस किए और इंटरनेट से उसे कॉपी करके देने लगे और कहा कि नवसाद तुम जब तक इंटरनेट से पेपर कॉपी करो, में अभी आता हूँ और फिर वो बाहर आ गये. अब हम लोग छुपकर उसे देख रहे थे, फिर उसने राकेश के जाने के बाद कुछ नंगी साईट्स चालू की और नंगे फोटो देखने लगा और शेयर करने लगा. मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू    तब तक ठीक नहीं होता..

 एक बात और मित्रों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है राकेश ने पहले से मेरे नंगे फोटो कंप्यूटर में डाल दिए थे. तो उसने वो भी अचानक से खोल लिए और देखने लगा, तभी उसने मेरी तस्वीर को स्क्रीन पर जूम कर लिया. अब हम समझ गये थे कि अब हमारा काम हो जाएगा. फिर तभी राकेश अचानक से अकेले अंदर गये, तो वो घबरा गया. फिर राकेश ने उससे कहा कि नवसाद तूने मेरी पर्सनल फाईल क्यों खोली? तो वो बोला कि सर मैंने नहीं खोली, वो अचानक खुल गयी थी. उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम  चुदकड़ अंदाज है.


 मित्रों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी फिर राकेश ने कहा कि तुमने इसमें जो देखा है, वो प्लीज किसी से नहीं कहना. तो वो मान गया और बोला कि सर में चलता हूँ, तो मैंने बोला कि नवसाद घबराने की बात नहीं है, अब तुमने सब देख ही लिया है तो क्या? शरमाना छोड़ो और पेपर कॉपी करो, तो वो फिर से पेपर कॉपी करने लगा. फिर राकेश ने धीरे से पूछा कि नवसाद तुमने कभी चोदा पेली किया है? तो वो बोला कि नहीं सर. तो मैंने कहा कि एक बात पूंछू तो वो बोला कि क्या? तो मैंने कहा कि तुम्हें आरती कैसी लगती है? तो वो शरमा गया. मित्रों चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे.

 मित्रों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था राकेश ने कहा कि नवसाद प्लीज शरमाओ नहीं, बोलो. तो फिर वो बोला कि सर मेडम बहुत खूबसूरत है तो राकेश ने कहा कि तुम्हें उसके और फोटो देखने है, तो उसने कोई जवाब नहीं दिया. फिर राकेश ने उसे मेरे और फोटो दिखाए, तो वो गर्म हो गया. फिर मैंने देखा कि वो बार-बार अपनी जिप वाले एरिया को दबा रहा है. फिर राकेश ने कहा कि नवसाद क्या बात है? आरती के फोटो ने तुमको गर्म कर दिया क्या? तो वो कुछ नहीं बोला. अब चुदाई करने को  १००% तैयार थी.

 मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने  को तैयार नहीं था फिर राकेश ने कहा कि आरती है ही ऐसी, जो उसे देखता है वो गर्म हो जाता है, मेरा देखो कैसे गर्म हो गया है? तो वो शर्माकर राकेश के लुंगी के अंदर तने हुए लंड को देखने लगा. फिर इतनी देर में, में चाय लेकर आई, तो वो मुझे बहुत गोर से देख रहा था. अब मैंने अंदर कुछ नहीं पहना था, अब मेरे बूब्स साफ-साफ़ दिख रहे थे. फिर मैंने राकेश को कहा कि राकेश ये क्या बात है? तुम मेरी फोटो क्यों खोलकर बैठे हो? तो राकेश बोला कि आरती मैंने नहीं इस नालायक ने खोली है. अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था मित्रों मै पागल सा हो गया.

मैंने कहा कि नवसाद तुम्हें मेरी फोटो नहीं देखनी चाहिए थी. फिर राकेश बोला कि उसे क्यों डांट रही हो? वो तो फाईल मन से खुल गई और तुम हो ही ऐसी कि कोई भी तुम्हें देखने की चाहत करता है. तो में मुस्कुरा दी और बोली कि नवसाद कैसी लगी मेडम तुम्हें? तो वो शर्मा गया. तो मैंने कहा कि देखो मुझे शरमाना चाहिए और यहाँ तो ये शर्मा रहा है, एक तो मेरा पूरा बदन देख लिया. तो राकेश बोले कि आरती उसकी उम्र ही ऐसी है, देखो ये बेचारा कैसे गर्म हो गया है?.

अब नवसाद सब समझ गया था कि में क्या चाहती हूँ? फिर उसने अपने जिप वाले एरिया को दबाया और मेरे बूब्स को देखने लगा, तो मैंने कहा कि नवसाद क्या फोटो से मन नहीं भरा? जो मुझे घूर रहे हो. फिर राकेश बोले कि यार फोटो की बात और है रियल और है, तुम भी तो जवान लड़को के नंगे फोटो देखा करती हो. अब तो वो रियल में तुम्हारे सामने है, क्यों नवसाद? तो नवसाद हंस दिया. ओह ओह ओह है कब लंड को घुसा दू ऐसा लग रहा था मित्रों.

 मॉल था चुदाई के लायक  राकेश ने नवसाद का हाथ टेबल पर से उठाकर मेरी जांघ पर रख दिया. अब उसका हाथ धीर-धीरे ऊपर बढ़ने लगा था. फिर राकेश ने अपनी बनियान उतार दी, अब वो सिर्फ़ लुंगी में थे और अपने खड़े लंड को मसल रहे थे. फिर नवसाद ने राकेश के सामने देखा, तो वो बोले कि यार हो जाओ चालू और इसे भी बता दो कि मर्दानगी क्या होती है? ये हमसे तो उब चुकी है. मैंने सोचा पेलुँगा जरूर  कभी न कभी.

 माल चुदाई के लिए तड़प रही थी मित्रों  तभी मैंने अपना गाउन नीचे गिरा दिया और पूरी नंगी हो गयी. अब नवसाद मुझे पागलों की तरह चूम रहा था. फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी, अब उसका गठीला बदन मेरे सामने था और उसकी बॉडी बहुत शानदार थी. फिर मैंने उसके लिप्स पर किस किया और उसके पूरे बदन को किस करती हुई, उसकी जीन्स के बटन को खोल दिया और अपने दातों से ही उसकी ज़िप को खोला, उसने अंदर अंडरवेयर पहन रखी थी. फिर राकेश ने उसकी जीन्स नीचे खींच ली और अब वो सिर्फ़ अंडरवेयर में था, उसका लंड बहुत ही बड़ा और मोटा था, जो कि खड़ा होने पर अंडरवेयर में नहीं आ रहा था और उसका टॉप बाहर निकल आया था. जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न मित्रों .

 चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा आया सेक्स करते समय बहुत मजा आया था मित्रों मैंने उसके लंड को उसकी अंडरवेयर के ऊपर से ही सहलाना शुरू कर दिया. अब उसके गोरे बदन पर रेड कलर की अंडरवियर बहुत अच्छी लग रही थी. फिर उसने कहा कि प्लीज मेडम मेरे उसको बाहर निकालो, तो फिर मैंने उसका अंडरवेयर उतार दिया बाप रे उसका लंड था, या मोटी रोड था.

 उसके ओठ रसीले थे मित्रों मॉल गजब था मित्रों अब राकेश भी उसके लंड को देखते ही रह गये और बोले कि आरती मज़ा आ जाएगा, मेरा तो इसके सामने आधा भी नहीं है और राकेश भी उसके लंड को पकड़कर सहलाने लगे. फिर मैंने झट से उसका लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी, उसका लंड इतना बड़ा था कि वो मेरे मुँह में ही नहीं आ रहा था. उसके लिप्स की चूसै यू ही चलती रही  मित्रों.

 मित्रों वो मदहोस थी चुदाई के लिए अब वो सोफे पर अपनी आँखे बंद करके सिसकारियां ले रहा था और में और राकेश उसकी बॉडी से खेल रहे थे. तभी राकेश ने उसके लंड को पकड़कर मेरी चूत के छेद में डालने की कोशिश की, तो उसने ज़ो एक झटका दिया कि मेरी तो जान ही निकल गयी. अब उसके 2 झटको में ही उसका पूरा लंड मेरी चूत के अंदर चला गया था. अब मुझे ऐसा लग रहा था कि किसी ने मेरी चूत में आग की रोड डाल दी हो, अब वो लगातार धक्के लगा रहा था. उसके बूब्स क्या मस्त थे मित्रों अब मै क्या कहु मित्रों.

  मेरा मन चुदाई का था मित्रों  तभी राकेश ने कहा कि यार नवसाद मुझे एक बार डालने दो, तो वो हट गया और राकेश ने मेरी चूत में अपना लंड डाला तो मुझे कुछ एहसास ही नहीं हुआ. अब में और राकेश बारी-बारी से नवसाद के लंड को चूस रहे थे, उसकी जांघे कसी हुई मसल थी, उसके कूल्हें बहुत कड़क थे. फिर जब उसने मुझे घोड़ी बनाकर ..अपना लंड मेरी चूत में अंदर डाला तो मेरी तो जान ही निकल गयी. अब में बहुत जोर-जोर से चिल्ला रही थी आआआआआईईईईईईई प्लीज और चोदो ज़ोर से आहहहहहहह, राकेश मुझे बहुत मजा आ रहा है. मैंने तय किया की चोद कर ही दम लूंगा.


 मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब  था  मित्रों अब वो भी चिल्ला रहा था सर आपकी बीवी बहुत चोदा पेली आआआआ है, सर यह मेरा लंड पूरा ले रही है आआाआआ, प्लीज मेरे लंड को पूरा ले लो आहहह. फिर थोड़ी देर के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गये और राकेश तो पहले ही झड़ चुके थे. फिर मैंने थोड़ी देर तक रुककर उसे फिर से चोदा, यह चुदाई भी मेरे जीवन की बहुत हैंडसम चुदाई थी. मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी मित्रों  मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल मित्रों और कुछ नहीं.

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