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लेस्बियन लड़कियों की चुदाई

Posted on:- 2021-07-10


मेरे प्रिय साथियो, मेरा नाम अनुज है और में नई मुंबई का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 20 वर्ष है और मित्रो मुझे चुदाई करना और उसके साथ साथ चुदाई की कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है ऐसा में पिछले कुछ वर्षो से करता आ रहा हूँ और मैंने अपनी एक सच्ची चुदाई की कहानी भी आप लोगों को पिछली बार सुनाई थी जिसको आप सभी ने बहुत ज्यादा पसंद करके मुझे उसके लिए E-MAIL किए. मित्रो में आप सभी लड़कियों से एक बात कहना चाहता हूँ कि हर लड़की को एक बार चुसाई और चटाई करवाकर उसके मज़े ज़रूर लेने चाहिए क्योंकि इसमें सबसे ज़्यादा मज़ा आता है.

 

मित्रो यह घटना आज से करीब दस महीने पहले की है हमारी सोसाइटी जहाँ पर में रहता हूँ वहां पर बहुत सी लड़कियाँ है और वो सभी बहुत ही सुन्दर सेक्सी है और उनको देखकर मेरा तो मन ही डोल जाता है और वैसे भी में तो शुरू से ही हर एक चूत का बहुत बड़ा दीवाना हूँ, लेकिन मुझे एक साथ एक लेस्बियन जोड़े को चोदने का वो मौका अब तक नहीं मिला था और में उसकी खोज में लगा हुआ था, लेकिन मेरी अच्छी किस्मत से मुझे बहुत जल्दी वो मौका मिल ही गया और मैंने उसको पूरा पूरा फायदा उठाकर उन दोनों चूत के बहुत मज़े लिए और अब ही पढकर समझ जाए. मित्रो  यह तक की बात है जब हमारी सोसाइटी में दो लड़कियाँ कोचिंग करने आती थी और वो दोनों सोसाइटी में छत पर जाकर एक दूसरे को गाल पर किस करती थी. फिर एक दिन उनको यह सब करते हुए मेरे एक मित्र  ने देख लिया और फिर उसने मुझे उसी दिन उन दोनों लड़कियों की हरकतों के बारे में बता दिया.

 

फिर मैंने भी अपने मन की बात को सुनकर मन ही मन बहुत खुश होकर मैंने अपने मन बना लिया था कि में इन दोनों को ज़रूर एक साथ और एक ही बिस्तर पर पटककर में इसकी चुदाई करूंगा और इसलिए में अगली बार जब भी वो दोनों लड़कियाँ सोसाइटी में आती तो में उन्हे लाइन देता था, लेकिन बहुत बार प्रयास करने पर भी उनकी तरफ से मुझे कोई जवाब नहीं आया और ना उन्होंने मेरी तरफ कभी ध्यान दिया और फिर इसलिए मैंने पूरे एक सप्ताह के बाद उनसे बात करने की कोशिश कि और इसलिए में उनके पास चला गया और मैंने उनको हाए कहा. फिर उन्होंने मुझसे कहा कि हम किसी भी बिना जान पहचान के आदमी से किसी भी तरह की बात नहीं करना चाहते. तभी मैंने ज्यादा देर ना किए बिना तुरंत उनसे साफ साफ कह दिया कि यह तुम्हारे ही फ़ायदे की बात है.

 

उसने मुझसे कहा हाँ चल अब जल्दी से बोल दे क्या कहना है? तो मैंने सबसे पहले उनका नाम पूछा तब मुझे पता चला कि उनमे से एक का नाम रानी था और दूसरी का नाम रवीना था, उसके बाद मैंने उनसे कहा कि में अच्छी तरह से जानता हूँ कि तुम दोनों ऊपर छत पर जाकर कैसी कैसी  छिछोरी हरकते करती हो? और मुझे तुम दोनों के घर का पता भी चल गया है. फिर उन्होंने मेरी बातें सुनकर बिलकुल आश्चर्य चकित होकर पूछा कि तुम यह सब क्या बोल रहे हो, इसका क्या मतलब है? मैंने उनसे कहा कि अब तुम मेरे सामने ज़्यादा समझदार मत बन.

 

मैंने कहा कि जब तुम दोनों एक दूसरे के साथ मज़े करती हो तो तुम्हे क्या एक लंड की ज़रूरत महसूस नहीं होती? तो वो मेरी यह बात सुनकर एकदम चकित थी और बड़ी चुपचाप होकर खड़ी हो गयी उनके पास शायद मेरी बातों का जवाब देने के लिए कोई भी शब्द नहीं बचे थे. अब मैंने उससे कहा कि तुम ऐसे बिल्कुल भी मत घबराओ क्योंकि में तुम्हारी इस समस्या को बहुत अच्छी तरह से समझ सकता हूँ और मुझे भी चुदाई करने का बहुत अच्छा अनुभव है.

 

फिर उन्होंने मेरी पूरी बात को सुनकर मुझसे पूछा कि तुम हम दोनों से क्या चाहते हो? तब मैंने उनसे कहा कि हाँ अब आई ना तुम बिल्कुल ठीक जगह पर में भी तुम्हारे ग्रूप में शामिल होना चाहता हूँ और मुझे उम्मीद है कि तुम मुझसे इसके लिए कभी भी मना नहीं करोगी. फिर उन दोनों ने एक तरफ जाकर एक दूसरे से बातचीत करके मुझसे कहा कि हाँ ठीक है, लेकिन हमारी भी एक शर्त है इस काम में तुम्हारी तरफ से कोई भी किसी भी तरह की ज़ोर ज़बरदस्ती नहीं होनी चाहिए तब तो हमें तुमसे कोई भी आपत्ति नहीं है.

 

मैंने बहुत प्रसन्न होकर उनसे कहा कि हाँ ठीक है तुम मुझे एक बार एक बार चुदाई करवाकर तो देखो? फिर मैंने उनसे उनका मोबाइल नंबर ले लिया और में उनसे कुछ बातें करके वहाँ से बहुत प्रसन्न होकर अपने घर की तरफ चला गया. फिर में उस दिन के बाद से अब उन्हे रोज फोन करता था और रात को वो भी मुझे फोन करती और में अब उनके साथ बहुत बार फोन पर चुदाई की बात करने लगा था जिसकी वजह से हम बहुत गरम हो जाते थे. फिर थोड़े दिनों के बाद उन्होंने मुझे अपने घर पर बुला लिया. उस दिन उनके घर पर कोई भी नहीं था और फिर में उनके घर पर अपने ठीक समय पर पहुँच गया. अब मैंने देखा कि उनका घर बहुत ही बड़ा शानदार था. उन्होंने मुझसे चाय पानी के लिए पूछा और मुझे सोफे पर बैठा दिया और फिर उन दोनों ने मुझसे कहा कि आज हम दोनों तुझे जरुर आजमाएँगे और हम देखते है कि तेरे लंड में कितना दम है?

 

फिर मैंने बहुत खुश होकर उनसे कहा कि हाँ ठीक है इसमें देर किस बात की, आप मेरा कैसा भी टेस्ट लो ना मुझे सब कुछ मंजूर है. फिर उन्होंने मुझसे कहा कि हाँ ठीक है और उन्होंने कहा कि तुम ऐसे ही बैठे रहो और फिर वो दोनों एक दूसरे को चूमने लगी और उनको देखकर कुछ देर बाद मेरे दिल में भी इच्छा जागने लगी और में जोश में आने लगा. में सोचने लगी कि में भी इनके बीच में जबरदस्ती घुस जाऊं, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया और में अपने दिल पर पत्थर रखकर बैठा रहा और उन दोनों को देखता रहा.

 

वो दोनों एक दूसरे को जोश में आकर किस कर रही थी और उनको देखकर में भी मदहोश हो चुका था. तभी थोड़ी देर के बाद उन दोनों ने एक दूसरे का टॉप उतार दिया और फिर उसके बाद उन्होंने ब्रा को भी उतार फेंका और वो एक दूसरे के बूब्स को अच्छी तरह से जोश में आकर चूसने लगी लगी, उन दोनों के बूब्स बहुत अच्छे आकार के एकदम गोलमटोल सुडोल और बहुत ही चिकने चिकने आकर्षक थे जिनको देखकर मेरे मुहं में पानी आ गया और मेरा तो लंड पूरी तरह से तनकर खड़ा हो चुका था.

 

मैंने भी कुछ देर बाद अपनी शर्ट को उतार दिया और में देखने लगा. वो दोनों कभी एक दूसरे को किस करती तो कभी एक दूसरे के बूब्स को चाटती तो कभी एक दूसरे से चिपककर बाहों में आकर बूब्स को बूब्स से दबाती. फिर वो इतना सब कुछ मेरे सामने करने के बाद अब दोनों पूरी तरह से नंगी हो गई और फिर वो एक दूसरे की चूत पर हाथ फेरने लगी उसके साथ साथ अब दोनों ही सिसकियाँ भी लेने लगी और फिर वो बेडरूम की तरफ चली गई और में भी कुछ देर बाद उठकर उनके पीछे पीछे चला गया और में उनका वो खेल देखने लगा.

 

फिर वो दोनों एक दूसरे में पूरी तरह से खोई हुई थी और में उनको चुपचाप देखता रहा और गर्म होता रहा और अब तक मैंने अपनी पेंट को भी उतार दिया और मेरा लोड़ा पूरी तरह से खड़ा होकर उनकी चुदाई करने के लिए तैयार हो गया था. फिर कुछ देर के तमाशे को देखने के बाद मैंने अपनी अंडरवियर को भी उतार दिया और उसके बाद में अपने लंड को सहलाने लगा.

 

फिर मैंने देखा कि अब रानी ने रवीना को बेड पर लेटा दिया और वो उसकी चिकनी, गीली, कामुक चूत को चाटने लगी, जिसकी वजह से रवीना पूरी तरह से गरम होकर जोश में आकर छटपटा रही थी और वो अपने मुहं से सिसकियों की आवाज भी निकाल रही थी. उस समय रानी की नंगी रसभरी चूत ठीक मेरे सामने थी, जिसकी वजह से मुझसे अब ज्यादा रुका नहीं गया और में धीरे धीरे रानी के पीछे जाकर खड़ा हो गया, लेकिन उसने मुझसे कुछ भी ना कहा जिसकी वजह से मेरी हिम्मत बढ़ गई इसलिए मैंने रानी की खुली चूत पर अपनी जीभ को रख दिया. तो मेरी गरम चूत के स्पर्श से रानी एकदम से छटपटाने गयी वो सिसकियाँ लेने लगी, क्योंकि ऐसा उसके साथ आज पहली बार हो रहा था. वो मज़े लेती रही और मैंने उसके दोनों कूल्हों को अच्छी तरह से कसकर पकड़ लिया और में उसकी चूत को चाटने लगा, जिसकी वजह से रानी भी बीच बीच में अब सिसकियाँ लेने लगी थी.

 

मित्रो  रानी रवीना की चूत को अपनी जीभ से चाटे जा रही थी और में रानी की चूत को चाटकर उसको मदहोश कर रहा था, जिसकी वजह से वो धीरे धीरे बहुत गरम हो चुकी थी. फिर मैंने देखा कि अब रानी ने रवीना की चूत को चाट चाटकर उसको ठंडा कर दिया था और वो झड़ चुकी थी.

 

फिर उसकी चूत से रस बहकर बाहर आने लगा था और इधर मैंने महसूस किया कि अब बहुत जल्दी रानी भी ठंडी होने वाली थी, क्योंकि रानी अब जोश में आकर बहुत तेज तेज सिसकियाँ ले रही थी और फिर एकदम से वो झड़ गई. अब मैंने रानी का सारा चूत रस उसकी चूत से मुहं लगाकर चाट चाटकर पी लिया और ऐसा करने में मेरे साथ साथ रानी को भी बहुत मज़ा आ रहा था और वो मेरे सर को अपनी चूत के मुहं पर दबाकर मुझसे अपनी चूत को साफ करवाती रही और इन सभी कामो के बीच अब मेरे लंड की भी बहुत बुरी हालत हो रखी थी और अब उन दोनों को भी मेरा लंड चाहिए था. में उनके चुदाई के प्यासे चेहरे से उनके मन की बात को बहुत अच्छी तरह से समझ चुका था.

 

अब उन दोनों ने मुझे बेड पर लेटने के लिए कहा तो में बिना देर किए तुरंत एकदम सीधा लेट गया और अब वो दोनों भी मेरे पास में आ गई और रानी ने नीचे झुककर मेरे होंठो पर अपने नरम गुलाबी रसभरे होंठ रख दिए और वो मुझे स्मूच करने लगी. उसके मेरे ऊपर झुकने की वजह से उसके बूब्स लटककर मेरे हाथों को छूकर एक अलग ही मज़ा मुझे दे रहे थे, जिसको में किसी भी शब्दों में लिखकर नहीं बता सकता कि में क्या महसूस कर रहा था?

 

मित्रो  उस समय मेरी तो पूछो मत क्या हालत हो रही थी? में तो उस समय जैसे जन्नत में पहुँच गया था और अब नीचे से रवीना  मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी, जिसकी वजह से में बहुत ही ज़्यादा गरम हो गया था और में रानी को ज़ोर ज़ोर से किस करने लगा और रवीना  मेरे लंड को बड़े मज़े से किसी अनुभवी रंडी की तरह अंदर बाहर करती हुई चूसे जा रही थी.

 

वो आज मेरे लंड को खा जाने की इच्छा को मेरे लंड के साथ पूरा कर रही थी. फिर कुछ देर बाद रानी ने रवीना  से कहा कि अब में भी इसका लंड अपने मुहं में लेना चाहती हूँ और तुम भी मुझे वो मज़े लेने दो में भी इसको चूसना चाहती हूँ और में भी तो देखूं कि असली लंड को चूसने में कितना मज़ा आता है. फिर रवीना  ने रानी के कहने पर मेरे लंड को अपने मुहं से बाहर निकालकर मुहं के पास आकर उसने अपनी चूत को मेरे मुहं पर रख दिया और रानी मेरे लंड को चूसने लगी. में अब एकदम पागलों की तरह रानी की चूत को चाट रहा था और उधर रानी मेरा लंड चूस रही थी और फिर रवीना  भी अब झड़ चुकी थी.

 

मित्रो  मैंने कई बार महसूस किया और देखा है कि लड़कियाँ सच में लड़को के मुक़ाबले बहुत जल्दी झड़ जाती है और फिर करीब दो तीन मिनट के बाद में भी झड़ गया. अब हम तीनों बेड पर लेट गये और मेरा पूरा शरीर बहुत ही ज़्यादा लाल पड़ गया था और उस कमरे में ऐसी चालू था, लेकिन फिर भी मुझे बहुत गरमी लग रही थी. में करीब दस मिनट के बाद में थोड़ा अच्छा महसूस कर रहा था में शांत होने लगा. तभी रवीना  दोबारा नीचे पहुंचकर मेरे लंड को सहलाने लगी और रानी मेरे साथ में चिपकर मेरे चिकने गोरे बदन को किस कर रही थी, मैंने रानी को अपनी तरह खींचा और अच्छी तरह से अपनी बाहों में पकड़ लिया.

 

मैंने फिर से उसके गरम जिस्म को चूमना शुरू किया और में उसके गोरे आकर्षक बूब्स को चूसने लगा तब मैंने महसूस किया कि उसके बूब्स बहुत ही मुलायम और बड़े मस्त थे उसके निप्पल भी तने हुए थे और अब मेरा लंड दोबारा से खड़ा होना शुरू हो गया था यह बात रानी ने देखी और उसने मेरे लंड को अपने मुहं में गप्प से पूरा अंदर डाल लिया और फिर उसके मुहं से गर्मी ले मेरा लंड एक बार फिर से तन गया, लेकिन मित्रो  में इस बार उनकी चुदाई करना चाहता था इसलिए मैंने रानी से कहा कि प्लीज मुझे अब तुम्हारी चूत मारनी है इसलिए मुझे अब तुम तुम्हारी चुदाई का मौका भी दो. फिर रानी बोली कि हाँ ठीक है, लेकिन तुम्हे हम दोनों की एक साथ मारनी होगी तुम हम दोनों को बराबर मज़े दोगे. फिर मैंने कहा कि हाँ में अपनी तरफ से ऐसा करने की पूरी पूरी कोशिश करूँगा.

 

अब मैंने इतना कहकर रानी और रवीना  को एक साथ बेड पर सीधा लेटा दिया और पहले में रानी के ऊपर ही चड़ गया और मैंने अपने लंड को रानी की सेक्सी चूत के खुले मुहं पर रख दिया और लंड को धक्का दे दिया. मेरा लंड बड़ी ही आसानी से उसकी चूत में फिसलता हुआ अंदर चला गया और आधा लंड अंदर जाने के बाद में रुक गया और मैंने महसूस किया कि शायद उसकी चूत की सील अब तक नहीं टूटी थी इसलिए मैंने यह बात सोचकर दोबारा ज्यादा ज़ोर का धक्का लगा दिया, जिसकी वजह से अब मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया और रानी दर्द की वजह से बहुत ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी. वो छटपटा रही थी.

 

तभी मैंने रवीना  से कहा कि वो अपने एक हाथ से रानी का मुहं बंद कर दे और वो ऐसा करने के साथ साथ रानी को किस भी करने लगी. इससे रानी के मुहं से आवाज़ें बाहर नहीं आ रही थी और रवीना  जोश में आकर अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी. मैंने उसकी बैचेनी को देखकर रवीना  के बूब्स को पकड़ लिए और में उनको दबाने लगा. फिर मैंने महसूस किया कि रवीना  भी अब तक बहुत ज़्यादा गरम हो चुकी थी और वो मेरे बूब्स को दबाने पर मोन करने लगी थी और उसके बूब्स भी बहुत कमाल के थे.

 

में अपने लंड को चूत के अंदर लगातार धक्के पे धक्के दे रहा था और मैंने कुछ देर बाद महसूस किया कि अचानक से रानी का पूरा शरीर बिल्कुल सुस्त पड़ गया और मुझे उसकी चूत में कुछ गीला गीला लगने लगा. शायद वो अब झड़ चुकी थी और इधर रवीना  भी बहुत ज्यादा गरम हो चुकी थी और में भी अब झड़ने वाला था, लेकिन में अभी झड़ना नहीं चाहता था, इसलिए मैंने तुरंत अपना लंड उसकी चूत से पूरा बाहर निकाल लिया और टोपे को हल्के से दबा लिया, ताकि में झड़ ना सकूँ.

 

फिर करीब एक मिनट के बाद मैंने अपनी पेंट की जेब से एक सिगरेट बाहर निकाली और में उसको जलाकर पीने लगा और दो कश लेने के बाद मैंने रवीना  की चूत में अपने लंड को डाल दिया और में दोबारा धक्के पे धक्के देने लगा और में साथ ही साथ सिगरेट को भी पी रहा था क्योंकि सिगरेट को पीने की वजह से में थोड़ा ज़्यादा देर तक सेक्स कर सकता था और फिर मेरी वो सिगरेट ख़तम हो गयी थी.

 

फिर मैंने अपना लंड चूत से बाहर निकाल लिया और उसको अपने एक हाथ से दो बार रगड़ा जिसकी वजह से मेरा लंड अब अपनी चरम सीमा पर पहुँच गया और में चूत में लंड को डालकर ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा और उसके मुहं से ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ और चीखें निकल रही थी, क्योंकि लंड सीधा उसकी पूरी गहराईयों में जा रहा था. फिर मैंने अपनी पूरी रफ्तार से चुदाई करना शुरू कर दिया और रवीना  भी पूरे जोश से मेरा साथ दे रही थी. मैंने अपने हाथ से रवीना  के बूब्स को भी दबाना शुरू कर दिए और में लंड को भी अंदर बाहर करता रहा.

 

फिर थोड़ी देर में रवीना  भी झड़ गई और में अपने लंड को चूत से बाहर निकालकर रवीना  के मुहं के पास ले गया और मुठ मारने लगा. फिर करीब 15 सेकण्ड के बाद मैंने अपना सारा वीर्य उसके मुहं पर डाल दिया जो मुहं से नीचे भी उनके बूब्स पर टपक गया. फिर वो दोनों मेरे वीर्य को बड़े मज़े लेकर चाटने लगी और वो दोनों किसी भूखी बिल्ली की तरह मज़े से मेरा वीर्य चाटकर अपने अपने मुहं को साफ कर रही थी और यह सब मुझे भी अच्छा लगा और वो दोनों भी अपने चेहरे से एकदम संतुष्ट बड़ी खुश नजर आ रही थी.

 

फिर मैंने कुछ देर बाद अपने कपड़े पहने और में अपने घर के लिए निकल गया. फिर करीब तीन घंटे बाद रानी का मेरे पास फोन आया और उसने मुझसे कभी बात ना करने के लिए कहा मैंने उससे उसकी वजह के बारे में पूछा कि तुम मुझसे ऐसा क्यों कह रही हो? तो उसने कहा कि में आज तुम्हारे साथ बिताए कुछ घंटो में बहुत अच्छी तरह से समझ गई हूँ कि तुम चुदाई और चटाई तो बड़ी मस्त करते हो, लेकिन अब तुम इस बारे में हमेशा के लिए भूल जाओ और यह सब हमारा पहला और आखरी काम था. फिर तुम दोबारा कभी भी इसके बारे में सोचना भी नहीं.

 

मित्रो  वो ठीक भी था और वो सही बात कह रही थी, क्योंकि मित्रो  किसी के साथ ज़्यादा लंबे समय तक नाजायज़ संबंध बनाना ख़तरनाक हो सकता है और मैंने उसकी बातों से बहुत अच्छी सीख ली और कभी किसी और लड़की के साथ एक महीने से ज्यादा ऐसे संबंध नहीं रखे. मैंने उसको धन्यवाद कहा और उससे कहा कि क्यों हम फोन पर बात तो कर सकते है ना? लेकिन उसने इसके लिए भी मुझसे साफ मना कर दिया. फिर मैंने फिर उसको बाय कहा और उसने फिर अपनी तरफ से फोन को कट कर दिया.

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