मुख्य पृष्ठ » चुदाई की कहानी » कुँवारी गर्लफ्रेंड की भयानक चुदाई


कुँवारी गर्लफ्रेंड की भयानक चुदाई

Posted on:- 2023-10-30


गुड मार्निग दोस्तों आप सब कैसे है,क्या हाल चाल दोस्तों कैसे है आप सब आशा है अच्छे होंगे और चुदाई के जुगाड़ में होंगे.. मेरा नाम  फारूक अब्दुला  है और में दिल्ली से हूँ. मेरी उम्र 27 साल है और में एक डॉक्टर हूँ. में अभी तक कुंवारा हूँ और चोदा पेली में बहुत दिलचस्पी रखता हूँ. मेरी हाईट 6 फीट 3 इंच है और में गोरा हूँ.. मेरा लंड लगभग 7.5 इंच का है और 2.7 इंच मोटा है. में अभी तक लगभग 8 कमसिन  जवान लड़कियों को चोद चुका हूँ और मेरा यकीन मानो.. उनकी चूत की मैंने चोद चोदकर बुरी हालत की है और अब में सीधा स्टोरी पर आता हूँ. यह स्टोरी तब की है.. जब में 18 साल का था. मै एक नंबर का चोदा पेली  करने लड़का  हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है


 

ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा  हो ही जायेगा मेरे  स्कूल में एक लड़की थी सरिता  जो कि मेरी गर्लफ्रेंड भी थी.. वो बहुत सेक्सी थी. उसका फिगर 33-27-36 था. वो काफ़ी गोरी थी. सब दोस्त मुझसे बोलते थे कि तुझे तो परी जैसी गर्लफ्रेंड मिली है. वो मुझसे बहुत प्यार करती थी.. लेकिन में तो उसके बॉडी का दीवाना था. उसको देखकर ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था. हम जब भी घूमने जाते.. तो में उसको किस करता और उसके बूब्स दबाता. उसको भी अब मज़ा आने लगा था. हम रात-रात भर फोन पर बात करते और कई बार फोन चोदा पेली भी करते थे. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना   


 

 चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए एक रात जब हम फोन चोदा पेली कर रहे थे.. तो मैंने उससे बोला कि सरिता  मुझे रियल चोदा पेली करना है.. तो उसने मना कर दिया.. लेकिन मेरे ज़ोर देने पर वो मान गई. मैंने उस रात उसके साथ बहुत फोन चोदा पेली किया.. वो भी चोदा पेली के लिए पागल हो रही थी. अगले दिन मैंने उसको बताया कि हम कल मेरे चाचा के फार्म हाऊस पर जायेंगे और रात तक वापस आयेंगे.. क्योंकि मेरे चाचा लन्दन में है और उनके फार्म हाऊस पर कोई नहीं रहता है और उसकी चाबी भी हमारे पास ही होती है. वहा का माहौल बहुत अच्छा था  दोस्तों

 

 वहा जबरजस्त माल भी थी दोस्तों मैंने और उसने घर पर बहाना बनाया कि हमारे स्कूल में प्रोग्राम है.. तो हम शाम को लेट घर पहुँच पायेंगे. मैंने उसको बाहर सड़क पर इंतज़ार करने को बोला.. में घर से गाड़ी लेकर निकला और उसको बैठाकर फार्म हाऊस जाने लगा. रास्ते में कार में मैंने उसको किस किया, उसकी चूचीयाँ दबाई.. वो घर से टी-शर्ट लाई थी. उसने मेरे सामने अपनी स्कूल की शर्ट निकाली और वो पहनी. मैंने उसको स्कर्ट निकालने को बोला.. लेकिन वो नहीं मानी. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा दोस्तों

 

 उह क्या मॉल था दोस्तों गजब मैंने अपना एक हाथ उसकी स्कर्ट में डाला और उसकी चूत को सहलाने लगा.. वो मदहोश होने लगी और उसका पानी निकल गया. तभी हम फार्म हाऊस पहुंचे. हमने दरवाज़ा खोला.. वो मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई. मैंने दरवाज़ा बंद किया और झट से उसको दिवार के साथ सटा कर लिप किस करने लगा.. उम्माअहममा उसके हाथ मेरे बालों में थे और मेरे हाथ उसकी गांड पर थे. माल चुदाई के लिए तड़प रही थी दोस्तों

 

 जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न दोस्तों लगभग 35 मिनिट तक हमने किस किया.. उसके बाद में उसको गोद में उठाकर बेडरूम में ले गया और बेड पर लेटा दिया और फिर से उसको किस करने लगा. फिर मैंने उसकी टी-शर्ट निकाल दी और उसकी स्कर्ट भी ऊतार दी. अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. मैंने उसकी आँखों पर किस किया.. फिर गालों और फिर होंठ, कान, को किस किया और उसकी नाभि को भी किस करने लगा.. वो पागल हो रही थी. वो बोलने लगी कि प्लीज़.. मुझे चोदो, मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा है. लेकिन मेरा प्लान तो कुछ और ही था. में उसको तड़पाना चाहता था. सेक्स करते समय बहुत मजा आया था दोस्तों


 

 उसके ओठ रसीले थे दोस्तों मॉल गजब था दोस्तों मैंने उसकी ब्रा निकाल दी और उसके निपल को चूसने लगा और गोल गोल निप्पल के आस पास चाटने लगा.. उसकी सफ़ेद पेंटी पूरी गीली हो चुकी थी. में एक साईड से बूब्स चूस रहा था और दूसरी साईड से उसके दूसरे बूब्स को दबा कर रहा था. उसके दोनों बूब्स को में पागालों की तरह चूस कर रहा था और उन पर दातों से काट रहा था.. वो चिल्लाने लगी कि मुझे दर्द हो रहा है. उसके लिप्स की चूसै यू ही चलती रही  दोस्तों  


 

 दोस्तों वो मदहोस थी चुदाई के लिए मैंने उसको एक जोर का थप्पड़ मारा और बोला रांड आज तो तेरी चूत फाड़कर ही जाऊंगा. उसकी निपल को दांतों में लेकर खींचने लगा.. वो चिल्ला रही थी और बोलने लगी कि मुझे चोदो साहिल. अब में बूब्स को दोनों हाथों से मसल रहा था और मैंने अपना मुँह उसकी चूत पर रखा जो कि अभी तक पेंटी से ढकी हुई थी. मैंने एक झटके में उसकी पेंटी फाड़ दी.. उसकी गुलाबी कलर की चूत एक दम क्लीन शेव थी. मैंने उसके पैर पर अपने पैर रखे और उसके चूत के दाने को चूसने लगा.. वो बहुत ज्यादा पागल होने लगी और चिल्लाने लगी. मुझे चोदो मेरी चूत की खुजली मिटा दो मेरी चूत को अपने लंड से ठंडा करके फाड़ो.. मेरी चूत साहिल. में उसके चूत के दाने को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा.. वो मेरे मुँह को अपनी चूत में दबाने लगी. उसके बूब्स क्या मस्त थे दोस्तों अब मै क्या कहु दोस्तों

 

 मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब  था  दोस्तों मैंने उसकी चूत के छेद पर अपनी जीभ रखी और उसको चाटने लगा.. उमाह्ह्ह्ह और अपनी जीभ उसकी चूत के छेद में घुसा दी.. चूत अंदर से काफ़ी गीली थी. में उसको चूसने लगा और वो फिर से झड़ गई.. वो अभी तक लगभग 7 बार झड़ चुकी थी.  मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे

 

 दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल दोस्तों और कुछ नहीं   में उसको 15 मिनिट तक जीभ से चोदने लगा और उसका सारा पानी पी गया. अब में उठा और उससे लंड चूसने को बोला.. वो नहीं मानी और बोली कि यह बहुत बड़ा है.. मेरे मुँह में नहीं आयेगा. मैंने उसको फिर से थप्पड़ मारा और मुँह में लंड घुसा दिया.. लंड सीधा उसके मुँह के आखरी तक चला गया. उसका दम घुटने लगा.. लेकिन मैंने बहुत देर तक अपना लंड उसके मुँह में डाले रखा. अब उसको भी मज़ा आने लगा था और वो मेरे लंड को चाटने लगी. मैंने उसको बेड की एक साईड पर लटका कर रखा और लंड उसके मुँह में डालकर उसके मुँह को चोदने लगा.. लंड सीधा उसके गले तक घुसता और बाहर निकलता. इस तरह से मैंने उसके मुहं को चोदा. फिर भी मैंने अपना वीर्य उसके मुँह में नहीं डाला. मैंने तो वो उसकी चूत के लिये रखा था. अब वो उठी और बोली कि अब मुझसे सहन नहीं होता.. प्लीज मुझे चोदो. में बोला कि ठीक है.. लेकिन तू अपने आप को पहले गाली दे और मुझसे चुदवाने कि भीख माँग. सच कहु तो वो चुदाई तो तरस रही थी दो 


 

 उसकी आखो में चुदाई का नशा था  फिर उसने वैसा ही किया.. वो अपने घुटने के बल बैठकर बोली कि साहिल मेरे मालिक.. मुझे कुत्तिया की तरह चोदो.. में तुम्हारी रखेल हूँ. मुझ रंडी को इतना चोदो कि मेरी चूत फट जाये.. में तुम्हारी गुलाम हूँ. तुम मुझे अपनी रंडी बना लो. मैंने उसके मुँह पर थूककर बोला ठीक है मेरी रांड आज में तेरी हालत इतनी खराब करूँगा कि तू ठीक से चल भी नहीं पायेगी.. वो मेरे थूक को चाटते हुये बोली ठीक है मेरे राजा चोद अपनी कुत्तिया रानी को.. में तो तेरी कुत्तिया और रखेल हूँ. तू जो चाहें मेरे साथ कर. मैंने उसकी टाँगे अपने कंधो पर रख ली और अपना लंड उसकी चूत के छेद पर रखा और थोड़ा सा रगड़ा.. मेरा लंड उसकी बूर को चिर कर आगे निकाल रहा था 


 

 क्या गजब लग रही थी दोस्तों वो बोली डालो अब में और इंतज़ार नहीं कर सकती. मैंने उसको तड़पाते हुये अपना लंड उसकी चूत की लाईन पर रगड़ने लगा.. वो बोली प्लीज मेरी जान डालो. अब मैंने अपना लंड उसकी चूत के छेद पर लगाया और हल्का सा धक्का दिया. लंड का अभी टोपा ही अंदर गया था कि सरिता  के मुँह से चीख निकल गई.. वो बोली मुझे दर्द हो रहा है. मैंने एक और तेज धक्का मारा तो लंड का टोपा उसकी टाईट चूत में घुस गया. उसके मुँह से बहुत तेज़ चीख निकली चूत से बहुत सारा खून निकलने लगा. मैंने लंड बाहर निकाला.. तो देखा कि मेरे लंड पर भी काफ़ी खून था. सरिता  रोने लगी और बोली मुझे बहुत दर्द हो रहा है. मैंने उसको एक थप्पड़ मारा और बोला साली रंडी चुपचाप लंड अंदर ले. फर्स्ट टाइम चुदाई में सील टूटती है तो थोड़ा तो दर्द होगा ही

 

 लंड घुसाने में लग रहा था बस चुत फैट ही जाएगी दोस्तों  मैंने फिर से लंड उसकी चूत के छेद में रखा और एक बहुत ज़ोरदार धक्का मारा. इस टाईम आधा लंड चूत में घुस गया. सारे बेड पर खून ही खून था. वो चिल्ला रही थी और रो रही थी. में कुछ देर रुका और उसके बूब्स प्रेस किए.. जब तक कि वो शांत ना हुई. अब मैंने फिर से लंड बाहर निकाला और उसकी टी-शर्ट से साफ किया.. वो सारा खून से भीगा था. अब मैंने फिर से उसकी चूत पर लंड रखा और एक और ज़ोरदार झटका दिया. इस टाईम लंड सीधा उसकी बच्चेदानी तक घुस गया.. वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई.. में उसकी बच्चेदानी को अपने लंड पर महसूस कर रहा था. में थोड़ा रुका और थोड़ा इंतजार किया. क्या रस भरी चुत थी दोस्तों मजा आ गया 


 

 लड़कियों की चुत मरने का मजा ही कुछ और है  दोस्तों  फिर में उसकी चूत में लंड को अंदर बाहर करने लगा.. उसका दर्द भी कुछ कम हो रहा था और उसको भी मज़ा आने लगा. में उसको अब ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा.. हर झटके के साथ मेरा लंड उसकी बच्चेदानी से टकरा रहा था.. वो भी अब अपनी चूत उछाल उछाल कर मेरे लंड पर मार रही थी. मैंने लगभग 1 घंटा लगातार उसको चोदा.. में उसके बूब्स को हाथों से मसल रहा था. उसके बूब्स पर मेरे हाथों के निशान बन गये थे और उसकी चूत फूल गई थी. फिर हम एक साथ झड़ गये.. में उसके ऊपर ही गिर गया. हमने 2 घंटे तक नींद निकाली जब हम उठे.. तो सरिता  ने बोला कि में वॉशरूम जाती हूँ. दोस्तों वो बुल्कुल मादक शराब जैसी लग रहे थी मन कर रहा अभी पी  लू

 

 सच मुझे अब पता चला की चुदाई में कितना मजा है दोस्तों फिर जब वो उठी.. तो वो ठीक से थोड़ा सा चल भी नहीं पा रही थी.. वो मुझे देखकर बोली कि तुमने तो मुझे चलने के लायक भी नहीं छोड़ा और मुझे सड़क कि कुत्तिया की तरह चोदा. जब वो बाथरुम गई तो में भी उसके पीछे पीछे गया. वो पेशाब कर रही थी. जब में अंदर आया.. तो वो बोली पेशाब तो करने दो. तो में बोला कि पेशाब मुझे भी करना है वो बोली.. तो करो. में बोला मुझे तुम्हारे मुँह में करना है. वो बोली नहीं नहीं.. तो मैंने उसको एक चांटा मारा और उसको टायलेट सीट पर लंड चूसने को बोला.. वो लंड चूसने लगी. मैंने अपने पेशाब की धार उसके मुँह में निकाल दी. उसका मुँह मेरे पेशाब से भर गया. उसने लंड बाहर निकाला. इस प्रकार हमने मस्त  चुत की ताबड़ तोड़ चुदाई की और मजा लिया और आप

 

 सुनकर आपका लंड खड़ा हो जायेगा दोस्तों  मैंने उसके पूरे चेहरे और पूरे जिस्म पर पेशाब किया.. फिर उसके मुँह में लंड डाल के लंड चूसने को बोला और वो चूसने लगी. फिर हम दोनों ने एक साथ शावर लिया और शावर के नीचे भी मैंने उसको चोदा. अब में उसको बेडरूम में ले आया.. वो बोली कि अब घर चलें? में बोला कि अभी नहीं.. अभी तो तेरी गांड भी मारनी है. वो बोली नहीं गांड नहीं.. मुझे दर्द होगा. में नहीं माना और उसकी गांड पर 7-8 थप्पड़ मारे.. वो चिल्लाई. मैंने उसको कुत्तिया बनने को कहा और अपना लंड उसकी गांड पर रखा और बहुत सारा थूक लगाकर एक झटका दिया तो मेरा लंड उसकी गांड में घुस गया.. वो ज़ोर से चिल्लाई. मेरा लंड ताबड़तोड़ है और एक अच्छी चुत के तलाश में है

 

 उसकी बूब्स क्या मन को मचला रहे थे दोस्तों  मैंने लंड बाहर निकाला और फिर से एक झटके में लंड अंदर घुसाया.. उसकी गांड के छेद से थोड़ा सा खून भी निकलने लगा था. अब में उसको डॉगी स्टाईल में चोद रहा था. तूफ़ानी स्पीड के साथ सारे कमरे में तपाक तपाक की आवाजें आ रही थी.. वो चिल्ला रही थी कि और ज़ोर से चोदो. लगभग 30 मिनिट चोदने के बाद में उसकी गांड में झड़ गया. मैंने लंड बाहर निकाला और उसको चाटने को बोला. उसने लंड चाटकर साफ कर दिया. अब मैंने लंड फिर से उसकी चूत में डाला और फिर से चोदा. फिर लगभग रात 8 बजे तक मैंने उसकी 6 बार चूत और गांड चोदी.. उसकी हालत बहुत खराब हो गई थी. उससे चला भी नहीं जा रहा था. फिर हम 8 बजे वहाँ से निकले और 8 बजे तक घर पहुंचे. मन कर रहा था उसकी चूची पकड़ कर पी जाऊ दोस्तों   दोस्तों मैंने ऐसी कितनी को तो कुवारी में ही माँ बना दिया  और मैं चोदा पेली करने के लिए कही भी और किसी भी हद तक जा सकता हु.

What did you think of this story??






अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्य बनें


हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !


* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।