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किरायेदार की छत पर चुदाई

Posted on:- 2021-08-01


किरायेदार की छत पर चुदाई
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आइये दोस्तों आज आपको अपनी एक नयी चोदा पेली की कहानी से रूबरू करवाता हु. ये उन दिनों की बात है जब हमारे घर में नये किरायेदार रहने आए थे. हम लोग हमारे घर के नीचे के हिस्से में रहते थे, वो सभी एक ही शहर से थे और सब एक दूसरे को जानते थे. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.

 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मित्रों उन दोनों लड़कियों के नाम सिक्छा और रीमा था, वो दोनों लड़कियां दिखने में बहुत खूबसूरत थी, ख़ासकर सिक्छा बहुत खूबसुरत थी, वो जब घर में रहती थी तो वो स्कर्ट और शर्ट पहनती थी. रीमा भी खूबसूरत थी, लेकिन सिक्छा के जितनी नहीं थी. सिक्छा की बॉडी फिगर भी बहुत अच्छा था, उसकी बॉडी भरी-भरी थी, जिससे वो और भी अच्छी लगती थी, उसके काले बाल उसकी खूबसूरती को और भी बढ़ाते थे. वहा जबरजस्त माल भी थी मित्रों

 ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मित्रों उह क्या मॉल था मित्रों गजब गर्मी में शाम देर से होती है, तो में अक्सार शाम को छत पर चला जाया करता था और छत पर 1-3 घंटे रहता था. सिक्छा मेडिकल की तैयारी कर रही थी और उसकी क्लास 2 बजे तक ख़त्म होती थी और वो 3 बजे तक वापस घर आ जाती थी. फिर जब में शाम को छत पर जाता था, तो मुझे अक्सर सिक्छा भी अपने रूम के बाहर दिखती थी. में सिक्छा से हमेशा बात करने की कोशिश में रहता था और मुझे जैसे ही कोई मौका मिलता था, तो में वैसे ही उससे बातें करता था.

 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मित्रों उसे इंटरनेट के बारे में कुछ भी पता नहीं था. फिर एक दिन उसने मुझसे कहा कि मुझे अपने एक फ्रेंड को मैल करना है, लेकिन मैल कैसे करते है? मुझे पता नहीं है, क्या आप मेरी मदद करेंगे? तो मैंने कहा कि ठीक है, में आपको बता दूँगा. हमारे घर से थोड़ी दूरी पर ही एक साइबर कैफे है, तो में और सिक्छा वहाँ गये और मैंने उसे मैल करने के बारे में बताया. अब जब में उसे बता रहा था तो बहुत बार मेरा हाथ उसके हाथों से टच हुआ. मुझे तो बहुत अच्छा लग रहा था. लेकिन जब भी मेरा हाथ टच होता, तो में उसे सॉरी बोलकर बात को इग्नोर करने की कोशिश करता. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था 


 उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये फिर उसने कहा कि सॉरी बोलने की कोई जरूरत नहीं है, जब आप मुझे कुछ सीखा रहे है तो हाथ टच हो गया, तो क्या हुआ? फिर में वही कैफे में उसके हाथ को हल्के से पकड़ने की कोशिश करने लगा और एक बार पकड़ भी लिया. उसके हाथ इतने सॉफ्ट थे कि में आपको बता भी नहीं सकता हूँ, बस मेरा दिल कर रहा था कि उसके हाथों को इस तरह से पकड़े रहूँ. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है

 ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है फिर थोड़ी देर के बाद हम लोग कैफे से घर चले आए और फिर वो अपने रूम में चली गयी. अब में उस दिन बहुत बेचैन हो गया था कि सिक्छा से कैसे बात करूँ? वो मॉर्निंग में अपनी मेडिकल क्लास जाती थी और वो क्लास जाने के लिए घर से ऑटो में जाती थी और ऑटो घर से थोड़ी दूरी पर ही मिलता था. है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई

 उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मित्रों फिर मैंने डिसाइड किया कि जब वो क्लास से लौटेगी तो तब उससे बात करूँगा. फिर में दूसरे दिन 2 बजे घर से निकल गया और उसकी कोचिंग क्लास के बाहर जाकर उसकी क्लास छूटने का इंतजार करने लगा. फिर उसकी क्लास छूटी तो मैंने देखा कि रीमा भी उसके साथ में है, तो में निराश हो गया कि अब कैसे बात करूँगा? तभी मैंने देखा कि रीमा ने सिक्छा से कुछ कहा और वो कहीं और जाने लगी. उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी

मित्रों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु फिर जब सिक्छा आगे बढ़कर ऑटो की तरफ जाने लगी तो मैंने अपनी बाइक सिक्छा के बगल में रोक दी और कहा कि घर जा रहे हो तो मेरे साथ चलो, में भी घर ही जा रहा हूँ. फिर वो बिना कुछ कहे मेरी बाइक पर बैठ गयी और अब में बहुत खुश था कि सिक्छा मेरी बाइक पर मेरे साथ बैठी थी. अब जब वो बाइक पर मेरे पीछे बैठी थी, तो उसके बूब्स बार-बार मेरे पीठ से टच हो रहे थे. अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, तभी मैंने सिक्छा से कहा कि मुझे आप बहुत अच्छी लगती हो, आप बहुत खूबसूरत हो और आज में आपसे बात करने के लिए ही यहाँ तक आया हूँ. उसको पेलने की इच्छा दिनों से है मित्रों

 अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता मित्रों फिर सिक्छा मेरी बातें सुनकर हँसने लगी और बोली कि आप भी मुझे अच्छे लगते है और में भी आपसे बात करना चाहती थी, लेकिन आप बात ही नहीं करते थे. फिर मैंने पूछा कि रीमा कहाँ गयी है? तो वो बोली कि रीमा आपको देखकर मुझसे अलग चली गयी थी और वो जानती थी कि आप मुझसे बात करने के लिए यहाँ तक आए है. अब में उसकी बात सुनकर बहुत खुश हो रहा था और अब मेरे दिल में एक अजीब सी खुशी हो रही थी. मित्रों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार

फिर सिक्छा से बातें करते करते कब घर के पास आ गये, पता ही नहीं चला. फिर में शाम होने का इंतज़ार करने लगा कि शाम होगी तो छत पर जाऊँगा और सिक्छा से बातें करूँगा. फिर शाम हो गयी और में छत पर गया तो सिक्छा बाहर ही बैठी हुई थी और रीमा अंदर रूम में सो रही थी. फिर जब सिक्छा ने मुझे देखा तो उसने मुझे बैठने के लिए कहा और में उसके बगल में ही एक कुर्सी पर बैठ गया. उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मित्रों  जैसे उसके चुत में माखन भरा हो

उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मित्रों फिर थोड़ी देर के बाद सिक्छा मेरे लिए चाय बनाकर ले आई और बोली कि चाय पी लीजिए. फिर में चाय का कप अपने एक हाथ में लेकर पीने लगा और अपना एक हाथ सिक्छा के हाथों के ऊपर रख दिया. सिक्छा मुझे देखकर थोड़ा सा मुस्कुराई, लेकिन कुछ नहीं बोली. मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू    तब तक ठीक नहीं होता

एक बात और मित्रों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है अब में भी समझ गया था कि सिक्छा भी चाहती है कि में उसके साथ कुछ करूँ, लेकिन शाम का टाईम था और ज्यादातर लोग अपनी-अपनी छतों पर थे, तो में कुछ कर नहीं पा रहा था. उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम  चुदकड़ अंदाज है

 मित्रों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी फिर मैंने सिक्छा के चेहरे की तरफ अपना हाथ आगे बढ़ाकर उसके गालों को टच करते हुए अपने हाथ उसके लिप्स पर ले गया तो सिक्छा बोली कि क्या कर रहे हो साहिल? रीमा देख लेगी तो क्या सोचगी? फिर उसके बाद में थोड़ी देर तक वहाँ बैठा रहा और फिर नीचे चला आया और रात होने का इंतज़ार करने लगा. फिर में रात के करीब 11 बजे छत पर गया तो मैंने देखा कि सिक्छा के रूम की लाईट ऑन है, तो में वहीँ छत पर खड़ा होकर उसके बाहर आने का इंतज़ार करने लगा. मित्रों चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे

 मित्रों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था फिर वो रात को 12 बजे अपने रूम से बाहर आई, तो वो मुझे देखकर चौंक गयी और बोली कि आप यहाँ क्या कर रहे है? तो मैंने कहा कि आपके बिना रहा नहीं जा रहा था, आपकी याद आ रही थी तो छत पर चला आया और ये कहते हुए मैंने उसे अपनी बाहों में खींच लिया, तो वो बोली कि अरे ये क्या कर रहे है? कोई देख लेगा तो. अब चुदाई करने को  १००% तैयार थी

फिर मैंने कहा कि इस टाईम कौन देख रहा है? और कहते हुए मैंने उसके होंठो को किस करना चाहा. पहले तो उसने मना किया, लेकिन फिर वो खुद ही मेरे होंठो पर किस करते हुए बोली कि अब आप नीचे जाए. में बिना कुछ बोले दोबारा से उसके होंठो पर किस करने लगा. इस बार वो कुछ नहीं बोली और इस टाईम भी उसने स्कर्ट और शर्ट पहन रखी थी. अब जब में उसके होंठो पर किस कर रहा था, तो उसके बूब्स मेरी छाती से टच हो रहे थे और मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.

 मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने  को तैयार नहीं था .फिर में उसे पीछे से पकड़ते हुए उसके गले पर किस करने लगा और उसकी चूचीयों को अपने हाथों में लेकर दबाने लगा. पहले तो उसने थोड़ा सा विरोध किया, लेकिन फिर जब में उसकी चूचीयों को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा तो वो सिसकते हुए बोली कि आआआआआहह धीरे-धीरे कीजिए उूउऊहह. अब मेरा भी लंड टाईट होने लगा था और फिर मैंने सिक्छा से कहा कि चलो सबसे ऊपर वाली छत पर चलते है और कहते हुए मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया. अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था मित्रों मै पागल सा हो गया 


 ओह ओह ओह है कब लंड को घुसा दू ऐसा लग रहा था मित्रों अब उसने अपनी आँखे बंद कर ली थी और फिर में उसे उठाकर सबसे ऊपर वाली छत पर चला गया. फिर वहाँ जाते ही सिक्छा मेरे सीने से लिपट गयी और मेरे होंठो पर किस करने लगी और बोलने लगी कि साहिल में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ. अब वो मेरे होंठो को बेतहाशा चूमे जा रही थी और मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी चूचीयों को दबाना स्टार्ट कर दिया था, उसकी चूचीयां बहुत टाईट थी. मॉल था चुदाई के लायक

 मैंने सोचा पेलुँगा जरूर  कभी न कभी 
फिर थोड़ी देर में ही मेरे हाथों में दर्द होने लगा, तो मैंने सिक्छा का पकड़कर हल्का सा ज़मीन के ऊपर लेटाते हुए उसकी शर्ट के सारे बटन खोल दिए और उसने शर्ट के नीचे कुछ नहीं पहना था. माल चुदाई के लिए तड़प रही थी मित्रों

 जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न मित्रों अब उसकी चूचीयों को देखकर तो मानो मेरे लंड में 440 वॉल्ट का करंट दौड़ गया था. फिर में उसकी चूचीयों को अपने हाथों में लेकर दबाने लगा और अपने मुँह को उसकी चूचीयों के पास ले जाकर उसके निपल को अपने होंठो के बीच में दबाकर अपनी जीभ से हल्का-हल्का चूसने लगा था. अब सिक्छा को और भी अच्छा लगने लगा था. चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा आया 


 सेक्स करते समय बहुत मजा आया था मित्रों अब में उसकी चूचीयों को अपने पूरे मुँह में लेकर चूसने लगा था और सिक्छा भी जोश में बोल रही थी कि साहिल मेरे साहिल मेरी चूचीयों का सारा दूध पी लो और आआअहह चूसते रहो मेरे साहिल और ज़ोर से चूसो. अब उसकी ये बाते मेरे अंदर और भी जोश पैदा कर रही थी और अब मेरी चूसने की स्पीड भी तेज हो गयी थी. उसके ओठ रसीले थे मित्रों मॉल गजब था मित्रों

 उसके लिप्स की चूसै यू ही चलती रही  मित्रों फिर में उसकी चूचीयों को चूसते हुए अपना एक हाथ उसके पेट के ऊपर से उसकी जांघो के पास ले गया और उसे हल्के हाथ से सहलाने लगा. फिर सिक्छा भी जोश में मेरे मुँह को अपनी चूचीयों पर ज़ोर से दबाने लगी और आआआ आआआहह करने लगी थी. उसके बूब्स क्या मस्त थे मित्रों अब मै क्या कहु मित्रों

अब में उसकी चूचीयों को चूसते-चूसते अपने दोनों हाथों से उसकी स्कर्ट खोलने लगा था. पहले तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया, लेकिन फिर उसने खुद ही अपनी स्कर्ट खोल दी, उसने अंदर ब्लेक कलर की पेंटी पहन रखी थी. अब चाँदनी रात में उसका खूबसूरत जिस्म और ऊपर से उसकी ब्लेक पेंटी मेरे ऊपर क़यामत कर रही थी.

 मेरा मन चुदाई का था मित्रों  अब में उसे अपनी बाहों में भरकर उसके पूरे जिस्म को अपने हाथों से सहलाने लगा था. अब मेरा लंड मेरे कंट्रोल में नहीं हो रहा था तो मैंने जल्दी से उसकी पेंटी उतार दी. अब उसकी क्लीन शेव चूत को देखकर तो मेरे होश ही उड़ गये थे, उसकी क्लीन शेव चूत इतनी सॉफ्ट थी कि क्या बताऊँ? मैंने तय किया की चोद कर ही दम लूंगा

 लेकिन पेलुँगा जरूर फिर मैंने उसकी चूत पर एक हल्का सा किस किया तो वो जोश से भर गयी और फिर मेरे कपड़े उतारने लगी. अब हम दोनों पूरे नंगे थे और अब सिक्छा के शरीर पर भी कोई कपड़ा नहीं था और मेरे शरीर पर भी कोई कपड़ा नहीं था. फिर उसने जैसे ही अपने मुलायम हाथों से मेरा लंड को टच किया तो मेरे तो होश ही उड़ गये. मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब  था  मित्रों

 मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी मित्रों अब मेरा लंड पूरी तरह से उसके हाथों में नहीं आ रहा था, वो बार-बार मेरे लंड को पूरी तरह से पकड़ने की कोशिश कर रही थी. फिर उसने एक बार नीचे झुककर मेरे लंड पर किस कर लिया, तो मेरा लंड बेकाबू हो गया. मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे

 दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल मित्रों और कुछ नहीं फिर मैंने उसे अपने ऊपर से हटाते हुए उसे अपने नीचे लेटा दिया और उसकी चूत के पास अपना मुँह ले जाकर उसकी चूत पर किस किया, तो वो बोली कि साहिल ये क्या कर रहे हो? मुझे कुछ हो रहा है और वो उूउउफफफफफफ मत करो बोले जा रही थी. फिर मैंने अपनी जीभ बाहर निकाली और उसकी चूत के ऊपर अपनी जीभ फैरने लगा. अब सिक्छा ज़ोर- ज़ोर से आआआआआअहह करते रहो, आआआआवउुउउ बोले जा रही थी. अब मुझे सिक्छा को देखकर लग रहा था कि अब उससे भी कंट्रोल नहीं हो रहा था. फिर वो बोलने लगी कि मेरे साहिल जो करना है जल्दी से कर लो, जल्दी-जल्दी कर लो उूउऊहह आआआअ बस करो साहिल, अब और नहीं आआअहह उूउऊहह साहिल जल्दी से कर लो. सच कहु तो वो चुदाई तो तरस रही थी दो

 उसकी आखो में चुदाई का नशा था फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी चूत को हल्का सा फैलाया और अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर डाल दी, उसकी चूत बहुत ही गर्म थी. अब सिक्छा भी मेरे मुँह को ज़ोर से अपनी चूत पर दबाकर अपनी कमर को हिलाने लगी थी और साथ में कुछ बड़बडा रही थी, पूरा चूस लो मेरी चूत को, चूस लो साहिल, साहिल आई लव यू, साहिल चूस लो मेरी चूत का सारा रस, साहिल मेरे साहिल उूउहहहहह आआआहह और फिर उसकी कमर हिलाने की स्पीड थोड़ी धीरे हो गयी और उसकी चूत से रस निकलने लगा. अब जब तक उसकी चूत से रस निकल रहा था, तब तक उसने मेरे मुँह को अपनी चूत पर कसकर दबा रखा था. फिर में उठा और उसके बगल में लेट गया और वो मुझसे लिपट गयी और मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर हिलाने लगी. मेरा लंड उसकी बूर को चिर कर आगे निकाल रहा था

 मैंने उसकी बूर का सील तोड़ दिया मित्रों अब वो अपने एक हाथ से मेरे लंड को हिला रही थी और उसका दूसरा हाथ मेरे पूरे शरीर पर चल रहा था, अब मेरा लंड पूरा टाईट खड़ा हो चुका था. फिर सिक्छा वहाँ से उठकर मेरे लंड के पास गयी और अपने होंठो से मेरे लंड के चारो तरफ किस करने लगी. फर्स्ट टाइम चुदाई में सील टूटती है तो थोड़ा तो दर्द होगा ही.

 लंड घुसाने में लग रहा था बस चुत फैट ही जाएगी मित्रों अब में पूरी तरह से बेकाबू होकर उसे चोदने के लिए पूरा तैयार हो गया था. फिर मैंने सिक्छा को नीचे लेटाकर उसके दोनों पैरो को फैलाया और उसके बीच में जाकर बैठ गया और अब वो बड़े ध्यान से मेरी तरफ देख रही थी. फिर मैंने उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाली तो मुझे लगा कि उसकी चूत बहुत टाईट है. अब मेरी एक उंगली भी उसकी चूत में बड़ी मुश्किल से जा रही थी. क्या गजब लग रही थी मित्रों.


 मित्रों मॉल हो तो ऐसा फिर में अपनी उंगली को उसकी चूत के अंदर डालकर अपनी उंगली को अंदर बाहर करने लगा. फिर थोड़ी देर में ही मेरी उंगली आसानी से अंदर बाहर होने लगी. अब मैंने अपना लंड उसकी चूत के छेद पर रखा तो उसने अपनी आँखे बंद कर ली. क्या रस भरी चुत थी मित्रों मजा आ गया.

 लड़कियों की चुत मरने का मजा ही कुछ और है  मित्रों फिर मैंने हल्के से अपने लंड को उसकी चूत पर दबाया ही था कि वो चिल्ला उठी, नहीं साहिल अब नहीं दर्द हो रहा है. फिर मैंने उसी टाईम थोड़ा सा अपने लंड को और दबा दिया तो मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया और वो ज़ोर से चिल्लाई साहिल नहीं में मर जाऊँगी, प्लीज रहने दो आआआआआआहह, बहुत दर्द हो रहा है उूउऊहह, साहिल अब मत करो, बहुत दर्द हो रहा है. फिर मैंने अपने लंड को वैसे ही आधा अंदर आधा बाहर छोड़ दिया. मेरा लंड तनकर टाइट था मित्रों.

 मेरा लंड चुत में घुसने को तैयार था मित्रों फिर थोड़ी देर में जब उसका दर्द जैसे ही कम हुआ तो मैंने ज़ोर का एक झटका दिया और मेरा पूरा लंड सिक्छा की चूत में घुस गया और वो इस बार ज़ोर से चिल्ला उठी साहिल्ल्ल्ल्लल्ल्ललल आआआहह साहिईईईईल्ल्ल्ल बस करो. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत में डालकर वैसे ही छोड़ दिया. फिर 2 मिनट के बाद जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो सिक्छा ने अपने दोनों हाथों से मुझे जकड़ लिया और मेरे होंठो पर किस करने लगी. चुची की चुसाई में क्या मजा है मित्रों.

 मै उसकी चूची  पी रहा था अब उसके किस से मेरे अंदर उत्तेजना और बढ़ने लगी थी, तो मैंने फिर से अपना लंड सिक्छा की चूत में से बाहर निकाला और फिर एक ज़ोर का झटका मारा. इस बार मेरा पूरा लंड एक ही बार में पूरा अंदर चला गया और सिक्छा बोली कि बस साहिईईईईईईल्लल्लल्लल्ल धीरे-धीरे करो दर्द हो रहा है. मेरा लंड ताबड़तोड़ चुदाई के लिए तैयार.

 अब वो समय आ गया जब मुझे उसकी चुदाई करनी थी फिर में अपने लंड को उसकी चूत में ही छोड़कर उसके होंठो को चूसने लगा और फिर जब वो मेरे होंठो को चूसने में मस्त हो गयी तो मैंने अपने लंड से एक ज़ोर का झटका फिर से उसकी चूत में मारा तो इस बार उसे उतना दर्द नहीं हुआ और वो बस आआअहह मेरे साहिल अपना लंड मेरी चूत में डाल दो, मेरी चूत सिर्फ़ तुम्हारी है साहिल बोले जा रही थी. फिर में अपने लंड को उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा और अब सिक्छा तो बस उूउउईईईईईईईईईईईईंमममममम मर गयी और ज़ोर से मेरे साहिल और ज़ोर से करते रहो, आज मेरी चूत की प्यास मिटा दो मेरे साहिल, उूउउफफफफ्फ. अब सिक्छा को भी मज़ा आने लगा था और वो भी धीरे-धीरे अपनी कमर को उठाकर मेरा साथ देने लगी थी. मित्रों वो बुल्कुल मादक शराब जैसी लग रहे थी मन कर रहा अभी पी  लू.

 अब उसे चुदाई का मजा मिल रहा था मित्रों  अब में पूरे जोश से अपने लंड को उसकी चूत के अंदर बाहर कर रहा था और साथ ही साथ उसके होंठो को भी बीच-बीच में चूम रहा था. तभी अचनाक से उसकी कमर उठाने की स्पीड बहुत तेज हो गयी और वो कहने लगी कि मेरे साहिल आज मेरी चूत को फाड़ दो और ज़ोर से करो मेरे साथ आआआआआहह करते रहो मेरे साहिल, करते रहो. अब उसने अपने दोनों पैरो से मेरी कमर को पूरी तरह से जकड़ लिया था और फिर मेरे एक ज़ोर के झटके के साथ वो झड़ गयी और मेरे होंठो पर अपने होंठो को रखकर किस करने लगी. सच मुझे अब पता चला की चुदाई में कितना मजा है मित्रों. 


 फिर क्या था मित्रों अब मेरा लंड भी अपनी आखरी स्टेज पर आ चुका था और अब में ज़ोर-ज़ोर से उसकी चूत में अपना लंड अंदर बाहर करने लगा था और ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा था. अब में भी झड़ने लगा तो मैंने उसकी चूत में ही अपना सारा वीर्य निकाल दिया. अब उसकी चूत मेरे वीर्य से पूरी भर गयी थी और फिर में 2 मिनट तक तो ऐसे ही उसके ऊपर लेटा रहा और फिर उसके बगल में आकर लेट गया. अब वो मेरे कंधे पर अपना सिर रखकर लेट गयी थी और अब मुझे उसका नंगा मुलायम शरीर सच में बहुत खूबसूरत लग रहा था. इस प्रकार हमने मस्त  चुत की ताबड़ तोड़ चुदाई की और मजा लिया और आप .


 वो मुस्कुरा रही थी मित्रों  फिर मैंने रात में ही एक बार फिर से उसकी चुदाई की और सुबह 5 बजे जब हल्की-हल्की रोशनी होने लगी तो हम लोग नीचे आ गये. फिर जब हम दोनों नीचे गये तो तब तक रीमा जाग चुकी थी. फिर वो हम दोनों को एक साथ में देखकर हँसते हुए बोली कि रात भर आप लोग सोए नहीं है क्या? अब सिक्छा तो उसकी बात सुनकर हंसकर रूम के अंदर चली गयी और फिर में भी नीचे अपने रूम में चला गया. फिर उस दिन सिक्छा पूरे दिन सोती रही और वो उस दिन अपनी कोचिंग क्लास भी नहीं गयी. फिर 15 दिनों तक तो हम लोग रोजाना रोज रात में इस तरह से चुदाई का खेल खेलते रहे. सुनकर आपका लंड खड़ा हो जायेगा मित्रों  मित्रों मैंने ऐसी तरह न जाने कितने औरतो और लड़कियों बूर में चोदा पेली किया है.

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