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जवान लड़के से बीवी की चुदाई

Posted on:- 2024-02-05


नमस्कार मेरे प्यारे साथियो मेरा नाम अंशुमान  है और मैं ग़ाज़ियाबाद में रहता हूँ. मैं जन सेवा केंद्र चलाता हूँ और मेरी उम्र 38 साल और मेरी बीवी दीक्षा  की उम्र 33 साल है. हम दोनों पति पत्नी को सेक्स का बहुत शौक है. ये अभी पिछले महीने की बात है, हम दोनों चुदाई कर रहे थे. अब दीक्षा  भी बहुत गर्म हो चुकी थी और वो बार-बार मुझसे कह रही थी अंशुमान  प्लीज और अंडर डालो ना, प्लीज. अब में भी तेज़-तेज़ धक्के लगा रहा था, तो तभी हम दोनों एक साथ झड़ गये और फिर हम दोनों सो गये. उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मित्रों  जैसे उसके चुत में माखन भरा हो.

 उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मित्रों सुबह मैंने उससे पूछा कि रात को और अंदर करने को क्यों कह रही थी? तो वो कुछ नहीं बोली. फिर उस रात को मैंने चुदाई के वक्त उससे फिर वही सवाल किया, तो वो बोली कि मेरा मन करता है कि तुम मुझमें और अंदर तक डालो. फिर मैंने कहा कि मेरा साईज तो यही है, में क्या करूँ? तो वो कुछ नहीं बोली. मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू  तब तक ठीक नहीं होता.

 एक बात और मित्रों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है फिर मैंने धीरे से कहा कि क्या लम्बा लंड चाहिए? तो वो शर्मा गई. फिर मैंने कहा कि दीक्षा  अगर में तुम्हारे लिए लंबे लंड का इंतज़ाम कर दूँ तो. फिर वो गुस्सा हो गई और बोली कि क्या कह रहे हो? तुम पागल तो नहीं हो गये और सो गई और फिर उसने मुझसे 2-3 दिन तक बात नहीं की. फिर दूसरे दिन रात को वो खुद ही आकर मुझसे लिपट गई, तो मैंने उस वक्त तो कुछ नहीं कहा, लेकिन चुदाई के दौरान मैंने उससे पूछा कि मेरा विचार कैसा लगा? तो वो बोली कि कौनसा विचार? उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम  चुदकड़ अंदाज है.

मित्रों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी मैंने कहा कि वही किसी दूसरे मर्द के साथ चुदाई करने का, तो वो बोली कि लेकिन अंशुमान क्या ये मुमकिन हो पाएगा? तो मैंने कहा कि तुम अगर चाहो तो. फिर वो बोली कि किसके साथ? तो मैंने कहा कि एक लड़का है. वो बोली कि कौन? तो मैंने कहा कि मेरा एक स्टूडेंट है और जवान है, वो 21-22 साल का है और मुझे यक़ीन है उसका लंड शानदार होगा. मित्रों चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे.

 मित्रों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था फिर वो बोली कि कौन? तो मैंने कहा कि फियाज. फिर मैंने उससे कहा कि तुम कल शाम को 4 बजे इन्स्टिट्यूट आ जाना, में तुम्हें दिखाऊँगा, तो वो शाम को 4 बजे इन्स्टिट्यूट आ गई, तो उस टाईम फियाज आधार    पर कुछ कर रहा था. फिर मैंने उसे दिखाया, तो दीक्षा  की आँखो में एक नयी चमक आ गई, उस रात को वो बहुत गर्म हो गई थी. अब चुदाई करने को  १००% तैयार थी.

 मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने  को तैयार नहीं था अब में जान गया था कि ये सब फियाज का कमाल है. फिर उसी हफ्ते में मैंने फियाज को रात 8 बजे कुछ स्पेशल नोट्स देने के बहाने अपने घर बुलाया. अब हमारे प्लान के मुताबिक जब वो मेरे घर आया, तो दीक्षा  अंदर थी और उसने सिर्फ़ गाउन पहन रखा था और हमारा पूरा प्लान तैयार था. फिर दीक्षा  जैसे ही आई तो में उसे ही देखता रह गया, वो एकदम गोरा, ब्लेक आँखे, गुलाबी लिप्स और टाईट जीन्स, ब्लेक टाईट टी-शर्ट में पूरा मस्त लग रहा था.

अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था मित्रों मै पागल सा हो गया फिर मैंने उसे वहाँ आधार से नोट्स कॉपी करने को कहा और में खुद उसके पास बैठ गया. तभी प्लान के मुताबिक दीक्षा ने आवाज़ दी कि अंशुमान  प्लीज ज़रा टावल दोगे, तो मैंने कहा कि फियाज प्लीज ज़रा दीक्षा  को टावल दे देना, में जब तक तुम्हारे नोट्स को कॉपी करता हूँ, तो वो शॉक हो गया और बोला कि सर में कैसे दे दूँ? तो मैंने कहा कि यार प्लीज दे दो और उसके हाथ में टावल दे दिया, तो वो टावल लेकर अंदर गया और बाथरूम का दरवाज़ा लॉक किया. ओह ओह ओह है कब लंड को घुसा दू ऐसा लग रहा था मित्रों.

 मॉल था चुदाई के लायक तभी दीक्षा  ने बाथरूम का दरवाजा खोला और जैसे ही उसने फियाज को देखा तो वो बोली कि तुम यहाँ, अंशुमान  कहाँ है? तो फियाज घबरा गया और बोला कि मुझे सर ने ही टावल देने को बोला था, लेकिन घबराहट में भी वो दीक्षा  की बॉडी को देख रहा था. फिर तभी दीक्षा  ने आवाज़ दी अंशुमान -अंशुमान  जल्दी अंदर आओ, तो में अंदर गया तो वहाँ दीक्षा  बिल्कुल नंगी खड़ी थी और उसके सामने फियाज खड़ा था.

मैंने सोचा पेलुँगा जरूर  कभी न कभी फिर वो मुझे देखते ही बनावटी गुस्से में बोली कि अंशुमान  तुमने फियाज को अंदर क्यों भेजा? देखो इसने मेरी पूरी बॉडी को देख लिया है. फिर मैंने कहा कि तुम्हें भी तो ऐसे ही बाहर नहीं आना चाहिए था, ख़ैर चलो फियाज टावल दो. माल चुदाई के लिए तड़प रही थी मित्रों.

जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न मित्रों फिर उसने टावल दे दिया और बाहर आ गया और जाने लगा, तो मैंने कहा कि फियाज जो होना था हो चुका, तुम इसका ज़िक्र किसी के साथ नहीं करना और लो अपने नोट्स कंप्लीट कर लो. फिर वो बैठ गया, लेकिन अब मेरी निगाहें उसकी जीन्स पर ही थी, जो बिल्कुल फूल गई थी. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उससे पूछा कि फियाज किसी को नहीं बोलोगें ना? चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा आया.

 सेक्स करते समय बहुत मजा आया था मित्रों वो बोला कि नहीं सर आप फ़िक्र नहीं करे. फिर मैंने पूछा कि ओके फियाज एक बात पूंछू? तो वो बोला कि पूछिए सर, तो मैंने कहा कि तुमने आज से पहले कभी किसी औरत को नंगा देखा है. तो वो बोला कि नहीं सर, लेकिन सिर्फ़ फ़िल्मों में जरुर देखा है. उसके ओठ रसीले थे मित्रों मॉल गजब था मित्रों.

 उसके लिप्स की चूसै यू ही चलती रही  मित्रों फिर मैंने कहा कि तुम ब्लू फिल्म देखते हो, तो वो बोला कि सर कभी-कभी देखता हूँ. फिर मैंने कहा कि यार मुझे तो देखने को मिलती ही नहीं है, तो वो बोला कि सर आप इंटरनेट से डाउनलोड क्यों नहीं करते हो? तो मैंने कहा कि तुम्हें मालूम है कैसे डाउनलोड करते है? तो उसने कहा कि हाँ. फिर मैंने कहा कि मेरे लिए कर दोगे, तो उसने कहा कि लो में अभी कर देता हूँ. फिर उसने 2-3 साईट खोली और एक मूवी डाउनलोड करके दी, उसमे दो लड़के एक लड़की को चोद रहे थे. उसके बूब्स क्या मस्त थे मित्रों अब मै क्या कहु मित्रों .


मेरा मन चुदाई का था मित्रों अब में और फियाज मूवी देख रहे थे तो मैंने देखा कि उसकी जीन्स फिर से टाईट हो गई थी. फिर मैंने कहा कि यार इन दोनों के कितने बड़े-बड़े है? तो वो कुछ नहीं बोला. फिर तभी दीक्षा  अंदर आ गई और हमें डांटने लगी कि अंशुमान  तुम ये क्या कर रहे हो? क्या देख रहे हो? मैंने तय किया की चोद कर ही दम लूंगा.

 मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब  था  मित्रों मैंने कहा कि दीक्षा  में तुमसे नहीं कहता था कि बहुत सी ब्लू फिल्म आती है, देखो आज फियाज ने मुझे डाउनलोड करके दी है. अब उस वक्त वो लड़की उन दोनों लड़को का लंड बारी-बारी से चूस रही थी. फिर फियाज उठकर जाने लगा, तो मैंने कहा कि यार अब बैठो भी अब तुमसे क्या पर्दा? तो वो वहाँ बैठ गया. मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी मित्रों.

 मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे अब दीक्षा  भी उसके पास आकर खड़ी हो गई थी, तो तभी मैंने फियाज की जांघ पर अपना एक हाथ रखा तो वो कुछ नहीं बोला और अब माहौल बहुत गर्म हो चुका था, फिर मैंने मेरे दूसरे हाथ को उठाकर दीक्षा  की एक जांघ पर रख दिया. अब फियाज यह सब अपनी तिरछी निगाहों से देख रहा था और अब रात के 9 बज चुके थे. फिर तभी मैंने फियाज का हाथ पकड़ा और दीक्षा  की जांघ पर रख दिया. अब फियाज का हाथ धीरे-धीरे दीक्षा  की जांघो को सहलाने लगा था. अब में सब समझ गया था कि वो एकदम तैयार है, तो तभी मैंने कहा कि तुम देखो में पानी पीकर आया. दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल मित्रों और कुछ नहीं.

 उसकी आखो में चुदाई का नशा था फिर 2 मिनट के बाद जब में वापस गया, तो दीक्षा  और फियाज एक दूसरे को किस कर रहे थे. फिर मुझे देखकर फियाज थोड़ा रुका, लेकिन उसने किस करना छोड़ दिया. मैंने कहा कि में रूम में हूँ तुम वहाँ आओ और फिर मैंने रूम में जाकर अपने कपड़े उतार दिए और बेड पेर लेट गया, अब मैंने सिर्फ़ चड्डी पहन रखी थी. फिर वो दोनों एक दूसरे को किस करते हुए कमरे में अंदर आए और दीक्षा  ने फियाज को बेड पेर गिरा दिया और उसके ऊपर गिर गई. उसके बाद दोनों ने खूब चुदाई की और आज भी फियाज मेरी बीवी को खूब चोदता है. मेरा लंड उसकी बूर को चिर कर आगे निकाल रहा था कितनो चुत का भोसड़ा तक बना दिया और न जाने कितनो का तो सील तोड़ कर खून निकाल दिया और न जाने कितनी को तो कुवारी में ही माँ बना दिया. दोस्तों आज की चुदाई की कहानी कैसी लगी अपनी राय अवश्य दें.

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