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एग्जामिनेशन हॉल से चुदाई तक

Posted on:- 2023-04-03


क्या हाल चाल दोस्तों कैसे है आप सब आशा है अच्छे होंगे और चुदाई के जुगाड़ में होंगे, मेरा नाम गुरुप्रीत सिंह है और मैं कोलकाता  का रहने वाला हु… और एक 20 साल का बंगाली छोरा हु. सख्त और करीब 6.5  इंच लम्बा है मेरा लंड, जो किसी भी महिला को संतुष्ट कर सकता है. कोलकाता  या आस पास के एरिया की कोई भी लड़की जो सैटइसफाई ना हो अपने चुदाई रिलेशन से, वो मुझे बता सकती है. आपके और मेरे बीच का अफेयर एकदम सीक्रेट रहेगा. मैं एक बार फिर से हाज़िर हु अपनी एक न्यू स्टोरी के साथ. मुझे मेरी पहले लिखी गयी कहानियो पर आपका भरपूर प्यार मिला, उसके लिए आपका बहुत सारा थैंक्स. इस कहानी में आपको बताने जा रहा हु, कि कैसे मैंने एग्जाम में मेरे साथ बैठी एक लड़की प्रीत पर हाथ फेरा और उसे कैसे चोदा. प्रीत मुझसे एक साल सीनियर है मेरे ही कॉलेज में, दिखने में थोड़ी मोटी बिग बूब्स और थाई और मस्त मोटी गांड का तो जवाब ही नहीं है. जो भी देख ले एक बार वो उसको देखता ही रह जाए. रंग थोड़ा सावला है, पर दिखने में बहुत सेक्सी है.. एकदम चुदाई बम. मै एक नंबर का चुदकड़ लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.

 ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना तो बात महिना पहले की है, जब मेरे सेकंड सेमेस्टर के एग्जाम चल रहे थे. एक एग्जाम में मेरी सीट बीए की एक लड़की के साथ आ गयी. एग्जाम स्टार्ट हुआ और वो मेरे साथ में ही मेरी बेच पर बैठी हुई थी. मैंने उसे बेस्ट ऑफ़ लक बोला और उसने मुझे थैंक्स और सेम तो यू कहा. फिर हम दोनों एग्जाम देने लगे. और तकरीबन एक घंटे के बाद… अचानक मेरी नज़र उस पर पड़ी और मेरा मन बेईमान होने लगा. मैंने धीरे से अपनी एक टांग उसकी टांग के साथ लगा दी. उसने कोई विरोध नहीं किया और रिएक्शनलेस बैठ कर अपना पेपर करती रही. मेरे अन्दर मानो जेसे आ लग रही थी. उसे कैपरी पहनी हुई थी. मैंने अपनी टांग से उसकी टांग को जोर से दबाया और फिर जा उसने कोई विरोध नहीं किया, तो मैंने नोटिस किया, उसने तिरछी नज़र से देखा और फिर से अपना पेपर करने लगी. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.

 अब सुनिए चुदाई की असली कहानी  मेरा तो ध्यान अब पेपर से हट चूका था. मैंने एक हाथ नीचे बेच पर रखा और हिम्मत करके धीरे से उसके थाई पर रख दिया. उसने एकदम से मुझे देखा और बोला – सर देख लेंगे, ऐसे मत करो. पर मेरा हाथ हाथ हटाया नहीं. मैंने बोला, कि डरो मत. कुछ नहीं होगा. और वो चुपचाप बैठ गयी. मैंने अपना हाथ उसकी जांघो पर फेरने लगा और धीरे – धीरे चूत की तरफ ले गया और कैपरी के ऊपर से ही उसे मसलने लगा. उसे बहुत मज़ा आ रहा था और वो बैचेन होने लगी थी. वो अपने हाथ से मेरा हाथ दबा रही थी. अचानक मैंने देखा, कि सर  वहा का माहौल बहुत अच्छा था  दोस्तों आ रहे थे, तो मैंने अपना हाथ हटा लिया और पेपर करने लगा. कुछ देर बाद मैंने उसका नंबर माँगा और उसने भी दे दिया. उसने मुझे बताया, कि वो पीजी में रहती है और उसका घर गुरदासपुर में है. ख़ैर एग्जाम ख़तम हो गया और हम दोनों अपने – अपने घर चले गए. घर जाकर मैंने उसके नाम की २ बार मुठ मारी, तब जाकर कुछ चैन पड़ा. वहा जबरजस्त माल भी थी दोस्तों.

 ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा दोस्तों शाम को 7 बजे चुके थे और अचानक मेरे मन में ख्याल आया, कि प्रीत को मेसेज करना चाहिए. मैंने उसे व्हात्सप्प किया और वो मुझे पहचान गयी.. हम दोनों बातें करने लगे और उसने मुझे बताया, कि उसका एक बॉयफ्रेंड है. पर वो उस से सैटइसफाई नहीं है. उसका बॉयफ्रेंड लॉयल नहीं था. वो इमोशनल होकर अपनी कहानी सुनाने लगी. ऐसे ही हमारी बातचीत होने लगी और कॉलेज में हम अक्सर बंक करके कहीं घुमने चले जाते थे. मैंने उसको एकबार पकड़ कर लिप किस भी कर लिया था. एक रात की बात है, कि हम लोग व्हाटस अप्प पर बात कर रहे थे, तो मैंने उसको पूछा – क्या पहना है? तो उसने बोला – निकर और टीशर्ट. मैंने बोला – बस. उसने कहा – हाँ. मैंने कहा – और निकर के नीचे? वो बोली – कुछ भी नहीं. मेरा एकदम से खड़ा हो गया. और ऐसे ही हम लोगो की चुदाई चैट होने लगी. मेरा तो मन कर रहा था, कि अभी उसको बुला लू और उसको चोद दू. मैंने उस से बोल दिया, मैं उसे चोदना चाहता हु. उह क्या मॉल था दोस्तों गजब.

 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था दोस्तों  वो बोली, कि इस सन्डे को रात को मेरे पीजी में आ जाना. और उस सन्डे पुरे 11 बजे रात को मैं पहुच गया. रूम में जाते ही, मैंने कुण्डी लगा ली. उसकी रूममेट अपने घर गयी हुई थी और वो बिलकुल अकेली थी. मैंने कमरे में जाते ही, उस को अपनी बाहों में भर लिया और होठो को चूसने लगा. कभी टंग से लिक्क करता और कभी हलकी बाईट. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. हम एक दुसरे को पागलो की तरह चूस रहे थे. उसने मुझे लिटाया और मेरी शर्ट खोलने लगी. और फिर शर्ट को उतार फेंका. वो मेरी नैक को सक और लिक कर रही थी और चेस्ट पर जीभ से लिक करती और अपने नेल से खरोच रही थी. और धीरे धीरे पेट पर पहुच गयी और पेंट को खोलने लगी. और एक झटके में चड्डी भी साथ में उतार मारी. और मेरा लंड तो बिलकुल डंडे की तरह खड़ा था और वो उसे मुह में ले कर चूसने लगी. कभी टटटो को अपने मुह में डालती और कभी उसको अपने दातो में लेकर उसको चूसती और काटने लगती. मैं तो सातवे आसमान था… फिर उसने अपना लोअर उतारा और मेरा लंड पकड़ कर उसके ऊपर बैठ कर अपने छेद में डालने लगी. फिर वो धीरे – धीरे बैठ गयी और लंड पूरा का पूरा अन्दर चले गया. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था.
मैंने उसका  टी शर्ट भी उतार दिया और चुचिया दबाने लगा. क्या मस्त शरीर था उसका… हार्ड निप्पल.. वो धीरे – धीरे ऊपर नीचे होने लगी.. मैं साथ देने लगा और जोर – जोर से उसको चोदने लगा. और वो अहहाह अहहाह अहहाह अहहाह अहहः फक मी हार्ड… एस तेज तेज और तेज…. उम्म्म्म हाहाह अहहः की आवाज़े निकालने लगी. और मजे में जोर – जोर से चुतड उठा – उठा कर चुद रही थी. अहः अहः अहहाह अहहाह ओहोहो ऊओह्ह्ह मैं भी जोर – जोर से झटके लगा रहा था. करीब 11 मिनट की चुदाई के बाद, मैं उसके अन्दर ही झड गया. वो भी मेरे ऊपर ही गिर गयी. हमने फिर एक दुसरे को हग किया और आराम से लेट गए. करीब 20 मिनट बाद, हम बातें करते – करते मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. मैंने उसको बेड पर सीधा लिटाया और उसकी दोनों टांगो को खोल कर उसकी चूत पर अपनी जुबान रखी और उसको लिक करने लगा. वो फिर से मदहोश होने लगी और आँखे बंद करके मेरा सिर जोर – जोर से अपनी चूत में दबाने लगी. उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये.

 उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है ऊऊ ऊऊ ऊऊ गुरुप्रीत सिंह उम्म्म य्म्म्मम्म ह्म्म्म करने लगी, मैंने जीभ उसके होल में डाल दी और एक ऊँगली गांड में भी डाल दी. धीरे – धीरे अन्दर बाहर करने लगा. और जीभ से चूत को चाटने लगा. वो बहुत ही मज़े में थी और करीब १० मिनट के बाद वो मेरे मुह भी झड गयी और मैं उसका सारा का सारा पानी पी गया. अब मैंने उसकी टाँगे खोली और अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक ही झटके में पूरा अन्दर धकेल दिया. वो चिल्ला उठी अहहहः अहहहः.. मैंने धीरे – धीरे झटके लगाने शुरू कर दिए. अब उसे मज़ा आने लगा था और मैं भी अपनी रफ़्तार बड़ा रहा था… और उसको मैं बहुत तेजी से चोद रहा था. वो अपने नेल्स से मरी पीठ को छिल रही थी. उसने अपनी टाँगे मेरी पीठ में फसा ली और उनको पूरा का पूरा मेरी कमर में लपेट लिया. मैं उसको जोर – जोर से चोद रहा था. 5– 7 मिनट के बाद, मैं झड़ने वाला था, तो वो बोली मुह डालो. तुम्हारा वीर्य पीना है मुझे. मैंने जोर से उसकी चूत से अपने लंड को एकदम से बाहर खीचा और सुके उसके मुह को हाथ से खोल दिया और एकदम से अपने लंड को उसके मुह में घुसेड दिया और फिर उसके बालो को पकड़ कर अपने लंड को तेजी से अन्दर – बाहर करने लगा.  2 -3 मिनट के बाद ही मैंने उसका मुह अपने माल से भर दिया और मेरा सारा का सारा माल वो पी गयी. फिर वो मेरे लंड को मज़े से लिक करने लगी. ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है.

 है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई अब हम दोनों अलग हुए और उसने मेरे लंड को चाट कर साफ़ किया और मैंने उसकी बॉडी को अपनी जीभ से चूस कर और चाट कर एकदम से साफ़ कर दिया. मस्त और थकाने वाले चुदाई के बाद एकदूसरे को चाटने में हम दोनों की बड़ा मज़ा आये. अब हम दोनों ही थक चुके थे और एक दुसरे से लिपट गये और ऐसे ही नंगे सो गए. सुबह उठा, तो हम दोनों साथ में नहाये और फिर हमने नहाते हुए भी चुदाई किया और अब तक मैं उसकी कई बाद चोद चूका हु. वो भी मुझ से बहुत खुश है और मेरे साथ चुदाई के बहुत से एक्सपेरिमेंट करती है. तो दोस्तों, इस तरह से मैंने अपने कॉलेज की सबसे सेक्सी लड़की को हिम्मत करके पेपर देते हुए पटाया  उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था दोस्तों  और फिर उसके घर में घुस कर उसके बिस्तर में ही उसकी चुदाई का मज़ा लिया इर उसको मज़ा दिया गरम और सेक्सी चुदाई का… आप मुझे जरूर बताना, कि आप को ये कहानी कैसे लगी. इस से मेरा आगे और भी अपने चुदाई अनुभव आप लोगो के साथ शेयर करने का हौसला मिलेगा उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता दोस्तों दोस्तों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार.

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