मुख्य पृष्ठ » चुदाई की कहानी » एक साथ तीन की चुदाई


एक साथ तीन की चुदाई

Posted on:- 2023-01-27


मेरे प्रिय साथियो, मेरा नाम अश्विनी है और में 36 साल का  हैंडसम  मर्द हूँ.  मेरे लंड का साईज़ 7.5 इंच लंबा और 5 इंच मोटा है. आज में आपको मेरी जिंदगी का सबसे बेहतरीन सेक्स के बारे में बताना चाहता हूँ. आप सभी लंड वालों और चूत वालियों से आशा है कि आप सबको मेरी यह स्टोरी बहुत पसंद आएगी. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.

 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  दोस्तों ये बात 2004 दिसम्बर की है, मेरी एक साली की शादी थी तो में और मेरी पत्नी जोधपुर से शादी में मेरे ससुराल दिल्ली गये. अब वहाँ सबसे छोटी साली की शादी की वजह से काफ़ी भीड़ थी और वहाँ सभी सगे संबंधी आए हुए थे. फिर रात में बड़ी ही धूमधाम से शादी हो गयी और वहाँ खाना पीना बहुत ही अच्छा था. अब बारात और मेरी साली की विदाई भी सुबह 6 बजे हो गयी थी.वहा जबरजस्त माल भी थी दोस्तों .


 ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा दोस्तों फिर दूसरे दिन सभी का रुकने का विचार था, अब सभी लोग काफ़ी थके हुए थे तो सब लोग नहा धोकर खाना वग़ैरह ख़ाने के बाद अपने-अपने चूत और लंड के साथ घूमने चले गये, तो में भी अपनी बीवी के साथ चिड़ियाघर देखने चला गया, तो चिड़ियाघर में हम दोनों ने दोपहर में एक बंदर बंदरियाँ को सेक्स करते देखा तो मेरा मन बैचेन हो उठा और मैंने अपनी पत्नी से कहा कि देखो जानवर भी लगे है, मेरा क्या होगा? मैंने 3 दिन से सेक्स नहीं किया था. में बिना सेक्स के एक भी रात नहीं रह सकता हूँ, में आज भी एक रात में 2 से 3 बार अलग-अलग तरीके से सेक्स करता हूँ. फिर मेरी पत्नी बोली कि रात में कर लेना, तो शाम को सभी घूम फिर कर वापस आ गये. उह क्या मॉल था दोस्तों गजब.

फिर सभी लोगों ने फ्रेश होकर खाना खाया, जब सर्दियों की रात थी तो इतने लोगों में रज़ाई और कंबल कम ही थे.

 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था दोस्तों अब मेरी सास और ससुर बड़े परेशान थे कि सब लोगों के सोने का इंतजाम कहाँ और कैसे होगा? तो मैंने और मेरी पत्नी ने ऊपर वाले कमरे में अपना बिस्तर लगा दिया और रात के 9 बजे दरवाजे पर दस्तक हुई. फिर मेरी पत्नी ने दरवाजा खोला तो मेरे सालों की बड़ी और छोटी पत्नियाँ अंदर आ गयी और बोली कि आप लोग हमें भी सोने दीजिए, जगह और रज़ाई की कमी है, तो में चुपचाप रहा जैसे कि में सो रहा हूँ. फिर मेरी पत्नी बोली कि भाभी ठीक है आ जाईए. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था.

 उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये  मैंने सोचा कि ये रात भी काली ही जाएगी और फिर में सो गया. फिर रात के 1 बजे मुझे पेशाब आया तो में उठकर बाथरूम में चला गया. अब मेरा लंड हाथ में लेते ही मेरा सेक्स जाग गया था. फिर जब में वापस आया तो मैंने सोचा कि सेक्स कैसे करूँ? दो-दो भाभीयाँ सो रही है, लेकिन फिर भी में अपनी पत्नी के साथ बिस्तर में घुस गया और उसके बूब्स को दबाने लगा, उसे किस करने लगा और अपना एक हाथ उसकी चूत पर फैरने लगा. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है.

 ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है फिर मेरी बीवी जाग गयी और बोली कि दोनों भाभीयाँ अगर जाग गयी, तो क्या होगा? तो में उसे खींचते हुए बोला कि देखो मैंने 3 रात से सेक्स नहीं किया है और अब में नहीं रह सकता. अगर तुम्हारी भाभीयाँ जाग जाएगी तो उन्हें भी चोद दूँगा फिर मेरी पत्नी चुप हो गयी. फिर में उसे ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगा और उसके बूब्स को दबाने लगा. अब में बेताब हो रहा था और अब में अपनी एक उंगली अपनी पत्नी चूत में पेल रहा था. अब वो सिसकारी लेने लगी थी और अब वो भी मेरे लंड को हिला रही थी. है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई.

 उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था दोस्तों अब में उसे रगड़ रहा था, तो वो सिसकारी निकालने लगी आअहह धीरे-धीरे मसलो. फिर इसी बीच मैंने नीचे खिसककर अपना मुँह उसकी चूत पर टिकाकर उसकी चूत को चाटने लगा. अब वो पूरी तरह से गर्म हो गयी थी और बोल रही थी अब रहा नहीं जाता, जल्दी से आओ ना. अब में भी बैचेन था और फिर मैंने उसकी टांगो को फैलाकर अपना 8 इंच लंबा लंड का सुपड़ा उसकी चूत के छेद पर रखकर निशाना लगाया और एक जोरदार झटके के साथ अपना पूरा लंड उसकी चूत में अंदर घुसा दिया. दोस्तों मेरा लंड 3 दिन से भूखा था तो में ज़ोर-ज़ोर से चुदाई करने लगा. उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी.

 दोस्तों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु अब मेरी पत्नी भी मस्त होकर चुदाई करवा रही थी और अब पूरे कमरे में फच फच की आवाज़ गूँज रही थी. अब हम दोनों चुदाई में मस्त थे और हम दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था. फिर इसी बीच मेरी पत्नी 2 बार झड़ चुकी थी. अब मेरा भी पानी निकलने वाला था तो अब मेरी स्पीड सूपरफास्ट ट्रैन की तरह थी और 15 मिनट के बाद में झड़ गया और अपना सारा वीर्य अपनी पत्नी की चूत में ही छोड़ दिया. उसको पेलने की इच्छा दिनों से है दोस्तों.


 अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता दोस्तों  फिर मैंने देखा कि मेरी दोनों भाभीयाँ, जो कि दूसरे बेड पर एक साथ सोई हुई थी, अब आपस में एक दूसरे को चूम रही थी. अब में समझ गया था कि ये दोनों हमारी चुदाई देख रही थी. फिर मेरी पत्नी धीरे-धीरे सो गयी और अब में चुपचाप उन दोनों की हरकत देख रहा था. दोस्तों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार.

  मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू    तब तक ठीक नहीं होता अब वो दोनों एक दूसरे से लिपट गयी थी और सिसकारी भर रही थी तो में चुपचाप सोने का नाटक कर देखता रहा तो उन दोनों को लगा कि में सो गया हूँ. अब वो दोनों एक दूसरे के ऊपर नीचे हो रही थी, अब उन दोनों के कपड़े खुल गये थे. अब वो दोनों एक दूसरे के बूब्स दबा रही थी और चूत में उंगली कर रही थी. अब यह सब देखकर मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा था. फिर मैंने सोचा कि आज में इन दोनों को भी ज़रूर चोदूंगा. फिर में धीरे से उठकर खड़ा हो गया और अब वो दोनों मस्त हो गयी थी. एक बात और दोस्तों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है.

 दोस्तों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी फिर में धीरे से उसके बेड के कोने पर जाकर बैठ गया और रज़ाई खींचकर नीचे गिरा दी तो उन दोनों ने शर्म के मारे अपनी आँखे अपने हाथों से छुपा ली. फिर में उन दोनों के ऊपर चढ़ गया और उन दोनों की चूचीयाँ सहलाने लगा. फिर मैंने कहा कि क्या बात है? साले साहिब नहीं चोदते है क्या? तो वो दोनों बोली कि शादी की वजह से हम दोनों ने 1 हफ्ते से चुदाई नहीं की है और आपकी चुदाई देखकर हम लोगों का सेक्स जाग गया है. फिर में ये सुनकर उन दोनों को बारी-बारी से किस करने लगा तो वो दोनों ही सिसकारी भरने लगी. दोस्तों चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे.

 दोस्तों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था  फिर थोड़ी देर के बाद वो दोनो मुझसे चुदवाने के लिए तैयार हो गयी. अब उन दोनो ने मेरे लंड का भरपूर कमाल देख लिया था, तो वो बोली कि आपका लंड देखने के बाद हम दोनों भी आपके लंड से चुदाई करवाना चाहते है. आपका लंड तो बहुत ही लंबा और मोटा है और हमें इससे चुदवाने में बहुत मज़ा आएगा. फिर में उन दोनों की चूत सहलाता रहा और उनकी चूचीयाँ दबाता रहा तो उनके मुँह से सिसकारी निकलने लगी आअहह ज़ोर-ज़ोर से और ज़ोर से मसलो. मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने  को तैयार नहीं था.

 अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था दोस्तों मै पागल सा हो गया  फिर इसी बीच मैंने नीचे खिसककर अपना मुँह बारी-बारी से उन दोनों की चूत पर टिकाकर उनकी चूत को चाटने लगा. अब वो पूरी तरह से गर्म हो गयी थी और बोल रही थी कि अब रहा नहीं जाता, जल्दी से आओ ना. अब में भी बैचेन था, फिर में एक-एक करके उन दोनों को सुबह के 3 बजे तक चोदता रहा. अब हम तीनों मिलकर खूब मज़े ले रहे थे, अब उन दोनों की हालत झड़-झड़कर पस्त हो गयी थी. ओह ओह ओह है कब लंड को घुसा दू ऐसा लग रहा था दोस्तों.

 मैंने सोचा पेलुँगा जरूर  कभी न कभी अब हम तीनों एक दूसरे की चूचीयाँ चूम चाट रहे थे और चूत में उंगली डाल रहे थे. अब हम तीनों बड़े मज़े कर रहे थे तो इतने में मैंने देखा कि मेरी पत्नी भी रज़ाई के नीचे से हम लोगों को देख रही थी. फिर हमने उसे भी बुला लिया, तो वो बोली कि आपका लंड बहुत ही लंबा और मोटा है इसलिए में अपनी भाभीयों को भी इसका आनंद दिलवाना चाहती थी. मेरा और मेरी दोनों भाभीयों का ये आपस में प्लान था. जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न दोस्तों.


 चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा आया फिर मैंने एक-एक करके उन तीनों की भरपूर चुदाई की क्योंकि अब मेरा लंड 30 मिनट से पहले नहीं झड़ने वाला था. फिर हम चारों मिलकर सुबह के 5 बजे तक चुदाई का खेल खेलते रहे और में आज भी जब दिल्ली जाता हूँ, तो अपनी दोनों भाभीयों को ज़रूर चोदता हूँ. अब वो दोनों मेरे लंड के लिए बेताब रहती है और मेरा लंड है ही ऐसा कि रुपए लगे ना पैसा और चुदाई हो चूत फाड़ जैसी और फिर मैंने आगे भी उन दोनों के खूब मजे मजे लिए और उनकी जमकर चुदाई की. लंड घुसाने में लग रहा था बस चुत फैट ही जाएगी दोस्तों दोस्तों मैंने ऐसी तरह न जाने कितने औरतो और लड़कियों बूर में चोदा पेली किया है कितनो चुत का भोसड़ा तक बना दिया और न जाने कितनो का तो सील तोड़ कर खून निकाल दिया और न जाने कितनी को तो कुवारी में ही माँ बना दिया  और मैं चोदा पेली करने के लिए कही भी और किसी भी हद तक जा सकता हु.

What did you think of this story??






अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्य बनें


हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !


* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।