गुड इवनिंग दोस्तों , मेरा नाम बिटू है, में करनाल से हूँ और आज में आप सबके साथ अपनी सच्ची स्टोरी शेयर करने जा रहा हूँ, मेरी हाईट 6 फुट 12 इंच है, मेरी उम्र 27 साल है, मुझे चोदा पेली बहुत अच्छा लगता है. ये बात करीब 5 साल पहले की है, में उस टाईम चंडीगढ़ में अपनी M.Tech (Computer Science & Engineering)कंप्लीट कर रहा था.वहा का माहौल बहुत अच्छा था दोस्तों .
वहा जबरजस्त माल भी थी दोस्तों कंप्यूटर प्रोफेशन होने के कारण में लैपटॉप से अक्सर चैटिंग करता रहता था और मुझमें चोदा पेली बहुत ज्यादा था इसलिए मेरी काफ़ी सारी गर्लफ्रेंड होने के बावजूद मुझको संतुष्टि नहीं मिलती थी, कोई भी लड़की एक रात में ज्यादा से ज्यादा 3 या 4 बार चोदा पेली करने के बाद बस कर देती थी, लेकिन फिर मेरी याहू पर एक फ्रेंड बनी, उसका नाम सिमरन था और हम दोनों बहुत देर तक चैटिंग करते रहते थे. फिर हमने एक दूसरे को वेबकैम पर देखा और वो दिखने में बहुत ही सेक्सी लग रही थी. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा उह क्या मॉल था दोस्तों गजब.
मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था दोस्तों हमारी मोबाईल पर बातें शुरू हुई और फिर ऐसे ही 2-3 महीने तक चलता रहा. अब हम नॉनवेज जोक्स शेयर करने लगे थे. अब वो मेरे साथ पूरी तरह से खुल गयी थी. में चंडीगढ़ में अकेला रहता था, मैंने रूम किराये पर लिया हुआ था, लेकिन वो चंडीगढ़ नहीं आ सकती थी. वो लोग पंजाबी थे, लेकिन उसके पापा की जॉब हिमाचल में थी, तो हमने धर्मशाला मिलने का प्रोग्राम बनाया, क्योंकि वो उसे नजदीक पड़ता था. कुछ भी हो माल एक जबरजस्त था.
उसको देखकर किसी का मन बिगड़ जाये फिर में एक दिन पहले ही रात को वहाँ पहुँच गया और फिर मैंने एक होटल में रूम ले लिया. फिर अगले दिन मुझको उसकी कॉल आई कि वो बस स्टैंड पर पहुँच गयी है, तो मैंने अपनी गाड़ी निकाली और उसे लेने निकल पड़ा. उसने मुझे अपने सूट का कलर बता दिया था, तो में उसे जल्दी ही मिल गया, वो एकदम सेक्सी लग रही थी. अब मेरा तो दिल कर रहा था कि उसे वहीं पर नंगी कर दूँ और उसके नर्म-नर्म बूब्स को चूस लूँ. खैर फिर वो गाड़ी में बैठी और फिर हम होटल पहुँच गये. मैंने होटल धर्मशाला से ऊपर माकलोदगंज के पास बुक किया था. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है.
ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है हम रूम में पहुँचे. अब वो डर रही थी कि कहीं कोई प्रोब्लम ना हो जाए. फिर तब मैंने उसे समझाया कि डरने की कोई बात नहीं है, वहाँ का मैनेजर मेरी जान पहचान का ही निकल आया था, वो भी पहले करनाल में पार्क प्लाज़ा में जॉब करता था. है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई.
उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था दोस्तों हम दोनों काफ़ी देर तक बातें करते रहे. अब मेरा लंड उसको जल्दी से नंगी करना चाहता था. अब हम दोनों सोफे पर बैठे थे. फिर मैंने पहले उसका एक हाथ पकड़ लिया तो उसने मेरी तरफ प्यार से देखा, तो मैंने उसे बाहों में ले लिया और अपना एक हाथ उसकी पूरी बॉडी पर फैरने लगा. अब उसे भी अच्छा लग रहा था. उसकी बूब्स देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी.
दोस्तों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु फिर मैंने उसे किस किया और फिर स्मूच करने लगा और साथ-साथ मेरे हाथ उसके बूब्स को भी दबा रहे थे, उसके बूब्स तो एकदम कड़क, गोल-गोल और हार्ड एकदम खड़े हुए थे और उसके ऊपर छोटे-छोटे निपल्स थे. अब में उसकी कमीज़ के अंदर से उसके बूब्स को दबाता जा रहा था और उसके लिप्स को अपने लिप्स से स्मूच कर रहा था. उसको पेलने की इच्छा दिनों से है दोस्तों.
अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता दोस्तों अब वो भी इन्जॉय कर रही थी, लेकिन ये उसका पहली बार था तो वो डर रही थी. फिर में उसे गोदी में उठाकर बेड पर ले गया और उसकी कमीज उतारने लगा. अब वो मना कर रही थी कि नहीं में यहाँ इसलिए नहीं आई हूँ, मुझको तो आपसे मिलना था. फिर मैंने उसे समझाया, तो उसने कहा कि हम चोदा पेली नहीं करेंगे ये प्रॉमिस करो, तो मैंने प्रॉमिस किया. दोस्तों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार.
उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया दोस्तों जैसे उसके चुत में माखन भरा हो फिर उस दिन मैंने उसे पूरी नंगी करके हर तरह से प्यार किया और फिर हम दोनों नंगे ही बहुत देर तक बेड पर एक दूसरे की बॉडी के पार्ट्स के साथ खेलते रहे. तो वो हर बार मेरे लंड को पकड़कर कहती देखो कितना बड़ा और मोटा है? आपने प्रॉमिस किया है. उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता दोस्तों.
मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू तब तक ठीक नहीं होता में उससे कहता कि घबराओं नहीं तुम जब कहोगी तभी अंदर डालूँगा, मेरा लंड 7 इंच लम्बा है, लेकिन मोटा बहुत ज्यादा है. उसकी चूत पर थोड़े- थोड़े ब्राउन कलर के बाल थे और उसकी चूत के लिप्स एकदम लाल थे. अब में उसके बूब्स को सक करता हुआ उसकी चूत को चूसने लगा था. अब उसे बहुत मज़ा आ रहा था और उसका पहली बार होने के कारण बहुत जल्दी उसका जूस निकल गया था. एक बात और दोस्तों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है.
उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम चुदकड़ अंदाज है फिर मैंने उसे लंड चूसने को कहा, लेकिन वो नहीं मानी, लेकिन उसने मेरे लंड पर किस किया और अपनी जीभ से लिक भी करती रही. अब शाम होने वाली थी और उसे वापस जाना था, तो में उसे बस स्टॉप पर छोड़ने गया, तो वहाँ जाकर पता चला कि लास्ट बस निकल चुकी है, तो वो बहुत परेशान हो गयी. फिर मैंने पता किया तो किसी ने बताया कि बस अभी थोड़ी देर पहले ही निकली है. फिर मैंने उसे गाड़ी में बैठाया और बस के पीछे गाड़ी भगा दी, तो काफ़ी देर के बाद हमें बस मिल गयी और फिर वो बस में चली गयी. दोस्तों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी.
दोस्तों चुत को चाटेने के समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे घर पहुँचकर मुझे उसका रात को फोन आया और वो मुझसे सॉरी कहने लगी, उसे लगा कि कहीं में नाराज ना हो गया हूँ, क्योंकि उसने चोदा पेली नहीं करने दिया था और उसने प्रॉमिस किया था कि अगली बार जब हम मिलेंगे, तो वो मना नहीं करेगी. फिर उसके बाद करीब 1 महीने के बाद हमारा प्रोग्राम बना. अब वो अपनी कॉलेज की पढाई का पता करने के लिए चंडीगढ़ आ रही थी, अभी वो बी.ए IInd ईयर में थी. चंडीगढ़ में उसकी फ्रेंड रहती थी, उसने अपनी फ्रेंड को समझा दिया था और फिर शाम को वो मेरे पास आ गयी थी. दोस्तों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की को बिना पैंटी के देखा था वाह क्या मजा आया था.
मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने को तैयार नहीं था अब में बहुत खुश था और अब मेरा लंड तो कुँवारी चूत को फाड़ने के लिए उछल रहा था. फिर वो मेरे रूम में आई तो मैंने उसे अपनी बाहों में लेकर उसके बूब्स को खूब दबाया और उसके लिप्स पर किस करता रहा. फिर मैंने उसे फ्रेश होने को कहा, क्योंकि वो सफ़र के कारण बहुत थक गयी थी. तो वो बाथरूम में चली गयी और फिर जब वो नहाकर बाहर आई तो उसने नाईट सूट पहना हुआ था. फिर मैंने अपने लैपटॉप पर ब्लू फिल्म लगा दी और फिर हम दोनों ब्लू फिल्म देखने लगे. अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था दोस्तों मै पागल सा हो गया.
ओह ओह ओह है कब लंड को घुसा दू ऐसा लग रहा था दोस्तों जब मूवी में सीन आया तो उसमें लड़की लड़के के लंड को मज़े से चूस रही थी. तो तभी उसने पूछा कि क्या चूसने में लड़की को भी मजा आता है? तो मैंने कहा कि ये बताओ लड़कियाँ ही सबसे ज्यादा लॉलीपोप क्यों चूसती है? और ये भी तो लॉलीपोप ही है. तो उसने मेरे लंड को मेरे लोवर के अंदर से ही अपने एक हाथ से पकड़ लिया और फिर हम दोनों ने एक दूसरे के सारे कपड़े उतार दिए. मॉल था चुदाई के लायक मैंने सोचा पेलुँगा जरूर कभी न कभी.
माल चुदाई के लिए तड़प रही थी दोस्तों अब में उसकी चूत को देखकर हैरान हो गया था, वो उसे बहुत सज़ाकर लाई थी, उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था, उसकी चूत क्रीम से पूरी साफ की हुई थी. फिर में उसके बूब्स सक करता रहा और दबाता रहा तो कभी उसके निप्पल को चूसता तो कभी उसके बूब्स को अपने मुँह में डालकर चूसता रहता और वो मेरे लंड को दबा रही थी. अब उसकी आँखें बंद थी. जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं चोदना चाहेगा है न दोस्तों.
चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा आया मैंने उससे पूछा कि मेरे लंड को चूसोगी? तो उसने मेरे लिप्स पर किस किया और फिर मेरे लंड पर किस करने लगी. अब वो गर्म होकर मेरे लंड को चूसने लगी थी, अब उसे मज़ा आने लगा था. अब में भी अपनी एक उंगली उसकी चूत पर रब कर रहा था और वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड को चूसती रही थी. फिर थोड़ी देर में ही मेरा जूस निकल गया और मेरे जूस की पिचकारी उसके गले के अंदर चली गयी, तो वो भागकर बाथरूम में चली गयी और अपने गले में से जूस निकालने लगी. सेक्स करते समय बहुत मजा आया था दोस्तों.
उसके ओठ रसीले थे दोस्तों मॉल गजब था दोस्तों फिर वो वैसे ही नंगी वापस आकर मेरे पास बेड पर आ गयी. अब मैंने उसके बूब्स को मेरे मुँह में डाल लिया था और मेरी एक उंगली उसकी चूत में डालने लगा था. उसकी चूत बहुत टाईट थी, लेकिन उसका जूस भी इतनी बार निकल चुका था. फिर मैंने धीरे-धीरे अपनी उंगली को उसकी चूत में डालकर घुमाना शुरू किया. अब मैंने उसकी चूत का छेद ढूंढ लिया था और फिर जैसे ही मेरी उंगली उसकी चूत के छेद को टच करती तो वो उछल पड़ती और 5 मिनट में ही उसका जूस फिर से निकल गया और वो मेरे लंड को चूसने लगी, बिल्कुल लॉलीपोप के जैसे. उसके लिप्स की चूसै यू ही चलती रही दोस्तों.
दोस्तों वो मदहोस थी चुदाई के लिए अब में भी टाईम ख़राब नहीं करना चाहता था, क्योंकि चूत में में जूस निकलने के बाद लंड को घुसाने में आसानी होती है. फिर में उसके ऊपर आ गया तो वो कहने लगी कि दर्द होगा. फिर मैंने कहा कि देखो थोड़ा दर्द तो होगा और तुम्हें सहना पड़ेगा, लेकिन उसके बाद मज़ा भी बहुत आएगा, तुम्हें दर्द तो सिर्फ एक बार ही होगा, लेकिन मजा हमेशा के लिए रहेगा. फिर फिर उसने अपनी दोनों टाँगे खोल दी, तो मैंने उसकी दोनों टाँगे पकड़कर पूरी तरह से खोल दी. उसके बूब्स क्या मस्त थे दोस्तों अब मै क्या कहु दोस्तों.
मेरा मन चुदाई का था दोस्तों फिर में अपने लंड को उसकी चूत पर दबाने लगा, लेकिन मेरा लंड ज्यादा मोटा है तो थोड़ा टाईम लग रहा था और अब में भी जल्दी नहीं करना चाहता था, ताकि उसे दर्द कम हो. अब में साथ-साथ उसके बूब्स को भी दबा रहा था और फिर मैंने थोड़ा ज़ोर लगाकर अपने लंड का ऊपर का पार्ट उसकी चूत में डाल दिया तो उसने अपने लिप्स को अपने दाँतों में दबा लिया. फिर मैंने कहा कि अभी में और अंदर डालूँगा तो दर्द सह लेना. फिर वो कुछ नहीं बोली और ज़ोर से अपनी आँखें बंद कर ली. मैंने तय किया की चोद कर ही दम लूंगा.
मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब था दोस्तों मैंने एक जोर का झटका मारा तो मेरा आधे से ज्यादा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया. अब वो अपने लिप्स को अपने दाँतों से ज़ोर से दबा रही थी और धीरे-धीरे उह, उह, ओह, ओह की आवाजे निकाल रही थी. तो तभी मैंने सोचा कि अब वो तैयार है, अब वो पूरा दर्द सह लेगी तो मैंने पूरे ज़ोर से एक और झटका मारा तो मुझको उसकी सील टूटने की फीलिंग हुई. अब वो ज़ोर से चिल्लाने ही वाली थी कि मैंने उसके लिप्स को अपने लिप्स में ले लिया. अब उसकी आँखों से आँसू निकल आए थे. मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी दोस्तों,
मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे फिर मैंने अपने लंड को बिल्कुल भी नहीं हिलाया और वैसे ही उसके ऊपर लेट गया. फिर थोड़ी देर तक मेरा लंड ऐसे ही उसकी चूत में रहा और फिर मैंने उससे पूछा कि दर्द कम हुआ? तो वो बोली कि हाँ, अब लंड की फीलिंग आ रही है. मैंने कंडोम पहना हुआ था और अब में धीरे-धीरे अपने लंड को हिलाने लगा था, लेकिन मैंने अपने लंड को अंदर बाहर नहीं किया. अब वो मजे लेने लगी थी, क्योंकि मुझे उसकी चूत के छेद का पता था तो फिर मैंने अपने लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया और फिर जैसे ही में अपने लंड को अंदर डालता तो में सीधा उसे बच्चेदानी पर मारता. फिर उसने जल्दी ही अपना जूस छोड़ दिया, लेकीन में लगा रहा. अब उसे बहुत मज़ा आने लगा था. दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल दोस्तों और कुछ नहीं.
सच कहु तो वो चुदाई तो तरस रही थी दो में उसे 35 मिनट तक चोदता रहा और उसका 4-5 बार जूस निकल गया होगा. फिर मैंने अपने लिए एक पैग बनाया और सिगरेट पीने लगा. फिर मैंने उसे भी पीने को कहा, लेकिन वो नहीं मानी. फिर उस रात हमने 8 बार चोदा पेली किया. अब में समझ गया था कि आज मुझे असली चोदा पेली का मजा मिला है, वो दिन है और आज का दिन है हम 1-2 महीने के बाद मिल ही लेते है और बहुत मजे करते है. अब तो वो मेरे साथ ड्रिंक भी ले लेती है और सिगरेट भी पी लेती है. हमने अभी तक ना उसके घर पर पता चलने दिया और ना मेरे घर पर, क्योंकि ये मजा तो जितना करो उतना कम है. उसकी आखो में चुदाई का नशा था कितनो चुत का भोसड़ा तक बना दिया और न जाने कितनो का तो सील तोड़ कर खून निकाल दिया और न जाने कितनी को तो कुवारी में ही माँ बना दिया और मैं चोदा पेली करने के लिए कही भी और किसी भी हद तक जा सकता हु.