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बस में चुदाई

Posted on:- 2022-05-18


नमस्ते दोस्तों क्या हाल चाल है आप सब के आशा करता हु आप सब  अच्छे ही होंगे  आज मैं आप लोगों के साथ अपने साथ घटित एक वाकया पेश कर रहा हूँ लेकिन उससे पहले मैं आपको अपने बारे में बता दूँ।

मेरी उम्र 24 साल है। मेरी लम्बाई 6’11” इंच है और मैं एक स्वस्थ और  नौजवान लड़का हूँ। मेरे लौड़े की लम्बाई जैसे सबकी होती है 5′ और मोटाई 2.5 इंच है। मित्रों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी

 मित्रों चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे मुझे चुदाई करने का बहुत शौक है, चाहे वो कोई लड़की हो या कोई आंटी या भाभी हो।

अब चुदाई करने को  १००% तैयार थी और जो कहानी मैं आपके लिये लेकर आया हूँ, यह मेरे जीवन की सत्य घटना है, इसमें नाम बदले हुए हैं।

 मॉल था चुदाई के लायक बात  नवम्बर  महीने की है, मैं नैनीताल से मुंबई  किसी काम से जा रहा था तो मैं नैनीताल आई.एस.बी.टी. से एक ऐ.सी. बस में सबसे आगे वाली सीट पर बैठ गया बस लगभग खाली सी ही थी उसमें बीस सवारी के करीब थी। मैंने सोचा पेलुँगा जरूर  कभी न कभी
 माल चुदाई के लिए तड़प रही थी मित्रों  मेरे साथ वाली सीट खाली पड़ी थी क्योंकि वो मैंने जानबूझ कर खाली रखी थी जब भी कोई वहाँ बैठने के लिए बोलता, मैं बोल देता कि कोई बैठा है, तो वो यात्री आगे चला जाता।

 जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न मित्रों  मैं सोच रहा था कि कोई लड़की आ जाए तो रात कट जाएगी। लेकिन जब बस चल दी और कोई भी लड़की बस में नहीं आई तो में भी बस ऐसे ही मायूस होकर बैठ गया।उसके बाद बस रूड़की आकर रुकी तो मैं फिर से देखने लगा कि कोई लड़की आ जाये। चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा आया

सेक्स करते समय बहुत मजा आया था मित्रों तभी एक 20-25 साल की एक औरत एक आदमी के साथ बस में चढ़ी। मैंने उस पर ध्यान नहीं दिया, मैंने सोचा कि साथ में उसका पति होगा। उसके ओठ रसीले थे मित्रों मॉल गजब था मित्रों

 उसके लिप्स की चूसै यू ही चलती रही  मित्रों पर वो औरत एकदम से मेरे पास वाली खाली सीट पर आकर बैठ गई और वो आदमी उसको बैग देकर वापस चला गया। मित्रों वो मदहोस थी चुदाई के लिए

मैं एकदम से हैरान हो गया और मन ही मन खुश भी हो रहा था लेकिन वो औरत देखने में बड़ी तेज लग रही थी मतलब खतरनाक…

 उसके बूब्स क्या मस्त थे मित्रों अब मै क्या कहु मित्रों उसकी लम्बाई 5’9″ होगी और थोड़ी भरी पूरी भी थी, उसकी चूचियों का आकार भी 36″ से ऊपर और उसके कूल्हे 38″ के आस पास होंगे।
बस वहाँ से चल दी थी। मेरा मन चुदाई का था मित्रों 


मैंने तय किया की चोद कर ही दम लूंगा पहले तो मैं उसको देखता रहा, ऐसे ही रात का एक बज गया था और बस मुज़फ्फरनगर पहुँचने वाली थी। तो वो औरत सोने लगी और मेरी आँखों से तो नींद गायब थी।

अब आप ही बताओ ठण्ड का मौसम और बगल में सेक्सी माल तो नींद कहाँ आती है। वो सो गई थी और उसका हाथ कुर्सी के हत्थे पर रखा था। मैंने अपना हाथ डरते डरते उसके हाथ के ऊपर रख दिया और सोने का नाटक करने लगा। मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब  था  मित्रों 


मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी मित्रों 
वो तो नींद में थी ही, मैंने अपना हाथ ऐसे रखा था जिससे उसको मेरे हाथ का अहसास हो जाये।

 मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे और फिर वही हुआ थोड़ी देर बाद मेरा हाथ रखे होने की वजह से उसका हाथ गर्म हो गया फिर उसने मेरे को सोया मानकर मेरा हाथ अपने हाथ से दबा दिया। दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल मित्रों और कुछ नहीं

 सच कहु तो वो चुदाई तो तरस रही थी दो 
मैं कुछ नहीं बोला, वो उठ चुकी थी और वो ऐसे ही मेरे हाथ अपने हाथ में लेकर सहला रही थी।

उसके बाद मैंने भी अपने हाथ में थोड़ी हलचल पैदा की जिससे उसको पता लग गया कि मैं जाग गया हूँ।

उसने मेरे हाथ छोड़ दिया पर मैंने उसके हाथ को दोबारा पकड़ लिया और उससे कहा- पकड़ लो, ठण्ड हो रही है।

मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे  उसके बाद मैंने अपना हाथ उसकी जांघ पर रख दिया। उसने साड़ी पहन रखी थी, मैं उसको कपड़ों के ऊपर ही सहलाने लगा और वो भी जवाब में अपना हाथ मेरे लंड पर ले गई। मैंने पैंट की ज़िप खोलकर उसके हाथ में अपना लौड़ा दे दिया और उसकी मोटी-२ चूचियों को हल्के-2 दबाने लगा और एक हाथ से उसकी साड़ी को ऊपर उठाकर उसकी चूत के दाने को छेड़ने लगा। दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल मित्रों और कुछ नहीं

 उसकी आखो में चुदाई का नशा था वो थोड़ी कुनमुनाने लगी और उसके मुख से हल्की ‘उह्ह्ह अहह हहा’ की आवाज़ आने लगी और वो मेरे लंड को जोर जोर से आगे पीछे करने लगी।
आप सोच रहे होंगे कि बस में ये सब कैसे? मेरा लंड उसकी बूर को चिर कर आगे निकाल रहा था

तो में आपको बता दूँ कि ऐ सी बस होने की वजह से उसकी कुर्सी ऊँची थी, रात की वजह से अन्धेरा था और हमने एक चादर ओढ़ रखी थी। फर्स्ट टाइम चुदाई में सील टूटती है तो थोड़ा तो दर्द होगा ही 
 

हाँ तो अब कहानी पर आते हैं, वो पूरे जोश में आ गई थी।

लंड घुसाने में लग रहा था बस चुत फैट ही जाएगी मित्रों  फिर उसने अपना मुँह नीचे करके मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और उससे लोलीपोप की तरह चूसने लगी।

मुझे भी बहुत मजा आ रहा था, मैं भी उसकी चूत में उंगली अन्दर बाहर कर रहा था।

 क्या गजब लग रही थी मित्रों ऐसा करते-2 मेरा लंड उसके मुँह में ही झड़ गया, तब उसने रुमाल से उसको साफ़ किया और इधर मैंने उसकी चूत में उंगली करके उसका भी पानी निकाल दिया था, उसने उसको साफ़ किया।

क्या रस भरी चुत थी मित्रों मजा आ गया उसके बाद बस एक ढाबे पर रुकी, वहाँ पर सबने चाय पी। वहाँ पर मैंने बस कंडक्टर को पैसे देकर ऊपर सोने के लिए जगह ले ली उसके बाद हम सोने के लिए ऊपर शयन यान में चले गये लेकिन नींद तो हमारी आँखों से कोसों दूर थी। लड़कियों की चुत मरने का मजा ही कुछ और है  मित्रों.


 मेरा लंड तनकर टाइट था मित्रों बस चल दी थी, हम दोनों लेट गये, मैंने उसकी चूचियों को सहलाना शुरु किया और उसका ब्लाउज उतार दिया क्योंकि शयनयान में अलग-2 भाग होते हैं सोने के लिए जिससे किसी दूसरे को कुछ नहीं दीखता। मेरा लंड चुत में घुसने को तैयार था मित्रों.

चुची की चुसाई में क्या मजा है मित्रों उसके ब्लाउज निकालने के बाद मैंने उसकी चूचियों को उसकी ब्रा के ऊपर से चुसना शुरु कर दिया, फिर मैंने उसकी ब्रा से उसकी मोटी-2 चूचियों को निकाला और उनको जोर-2 से मुँह से काटने लगा। मै उसकी चूची  पी रहा था.

 मेरा लंड ताबड़तोड़ चुदाई के लिए तैयार उसको बहुत मजा आ रहा था और उनमें से दूध भी निकल रहा था। मैंने उसकी चूचियों को काटना चालू रखा और एक हाथ से उसकी साड़ी को ऊपर करके उसकी चूत पर हाथ ले जाकर उसकी चूत के दाने को दबाकर उसकी चुदने की इच्छा को और ज्यादा बढ़ा दिया। अब वो समय आ गया जब मुझे उसकी चुदाई करनी थी.

मित्रों वो बुल्कुल मादक शराब जैसी लग रहे थी मन कर रहा अभी पी  लू अब वो मेरे लिंग को निकाल करके हाथ से आगे पीछे करके अपनी चूत पर ले जा रही थी पर मैंने उसकी चूचियों पर से मुँह हटा कर उसकी चूत की फूली हुई फांकों पर रख दिया और उनका रसपान करने लगा। अब उसे चुदाई का मजा मिल रहा था मित्रों .


 सच मुझे अब पता चला की चुदाई में कितना मजा है मित्रों  उसके बाद उसने मेरे लण्ड को मुँह में लेकर चूसना शुरु कर दिया, अब हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गये थे, वो बड़े मजे से मेरा लिंग को चूस रही थी, मैंने चूस-चाट कर उसका रस निकाल दिया, फिर मैं उठा और उसकी दोनों टांगों को अपनी कमर के दोनों तरफ करके उसकी चूत पर अपने लंड महाराज को ले गया और उसकी चूत पर लंड को रगड़ने लगा। इस प्रकार हमने मस्त  चुत की ताबड़ तोड़ चुदाई की और मजा लिया और आप.

 वो मुस्कुरा रही थी मित्रों वो बार-2 अन्दर घुसाने को कहने लगी लेकिन मुझे उसको तड़फाने और उसकी तड़प देखकर मजा आ रहा था। सुनकर आपका लंड खड़ा हो जायेगा मित्रों.

काफी देर बाद मैंने उसकी चूत में अपने लंड का प्रवेश कराया तो वो चिंहुक उठी।

मेरा लंड ताबड़तोड़ है और एक अच्छी चुत के तलाश में है उसकी चूत तो पूरी गीली पड़ी थी, लंड अपने आप अन्दर सरकता चला गया और उसकी जड़ तक जाकर बैठ गया।
उसने मेरी कमर को अपनी टांगों से जकड़ लिया। दो मिनट तक ऐसे ही पड़े रहने के बाद मैंने थोड़ा सा ऊपर उठकर हल्का सा अपना लंड बाहर निकालकर अन्दर किया और हल्के हल्के अन्दर बाहर करने लगा। वह भी मेरे लंड उसकी चूची क्या गजब लग रही थी मित्रों.

 उसकी चूची का उभार गगजब था   मित्रों उसके साथ ही अपने हिसाब से चूतड़ों को आगे पीछे करने लगी और उह्ह्ह्ह अहा अह अह ऊऊ… की आवाज़ करने लगी और मेरे कानों में ‘चोदो मुझे’ कहने लगी। उसकी बूब्स क्या मन को मचला रहे थे मित्रों.

तब मैंने अपने लंड से उसको तेज तेज चोदना शुरु कर दिया पर बस चलने की आवाज की वजह से चुदाई की फच फच की आवाज का पता नहीँ चल रहा था।

 मन कर रहा था उसकी चूची पकड़ कर पी जाऊ मित्रों  2-4 मिनट शॉट मारने के बाद ही उसका शरीर ऐंठने लगा और वो झड़ गई, उसका कामरस उसकी चूत से निकल कर उसकी जांघों से नीचे बहने लगा। तभी मैंने भी 2-4 आखिरी शॉट मारकर अपना रस उसके रस में मिला दिया और उसके ऊपर लेट गया। उसकी चूची क्या मुलायम  थी मित्रों.
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20 मिनट बाद हम अलग हुए और फिर एक दूसरे को साफ़ करके अपने कपड़े सही किए और लेट गये। मन कर रहा था उसकी चूची पकड़ कर पी जाऊ मित्रों.

 उसकी चूची क्या कड़क थी मित्रों थोड़े देर बाद ही मुंबई  आ गया था फिर मैंने उससे बात की तो पता लगा कि उसका नाम पूनम है, मुंबई  में उसका मायका है और उसकी ससुराल रूड़की है, उसके पति का मार्केटिंग का बिजनेस है, जिस कारण वो उसको ज्यादा टाइम नहीं दे पाते हैं और वो सेक्स की भूखी रहती है। उसकी चूची पीते पीते तनकर लाल हो गयी 
उसकी चुत का टेस्ट नमकीन और मादक था मित्रों बस चाटा जाओ 

 उसकी चूची क्या मुलायम  थी मित्रों  मैंने उसका मोबाइल नम्बर ले लिया और उसको फिर से मिलने का और फ़ोन से मिलने का वादा किया।

उसकी चूची क्या कड़क थी मित्रों  आज भी मैं उसको फ़ोन करता हूँ और जब भी मौका मिलता है उसको उसके घर रूड़की जाकर चोदता हूँ।
और हमने चोदा पेली किया और चोदा पेली की हर हद पार दी और अनलिमिटेड   चोदा पेली किया.

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