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अपने से कम उम्र की लड़की की चुदाई

Posted on:- 2024-04-19


यह कहानी मेरी खुद की नहीं है, यह मेरे एक दूधिया मौसेरे भाई की है। यह बात हमारे मौसेरे भाई जीवेन्द्र की है, उसने अपने पड़ोस की ही एक लड़की को रात रात भर कई बार चुदाई की। जीवेन्द्र की उम्र तकरीवन 43 साल रही होगी और उस लड़की की उम्र महज 17 साल होगी। उस लड़की का नाम सुश्मिता था। वह कक्षा 12 में पढ़ती थी। जीवेन्द्र हर रोज दूध बेचने शहर जाता था तभी वह स्कूल जाते समय उसको अपनी बाइक पर बिठा लेता था, यह सिलसिला चलते चलते कई महीने हो गए तभी उसका अफेयर शुरू हो गया।

              

 

कभी कभी तो वह उसको शहर भी घुमाने ले जाता था। वह भी स्कूल के बहाने पूरा दिन उसके साथ रंगरलयाँ मनाती रहती थी। अपने से कम उम्र की लड़की की चुदाई करना मतलब "बिल्ली के भाग्य से सीका टूटने" मानने जैसा है। पहली बार जब वह दोनों एक दूसरे को चुदाई करने के लिए मिले तो उनको बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रही थी और डर भी लग रहा था. दर वाली बात भी थी मोटा लंड और कच्ची चुत।

दोनों आपस में चिप चिपक कर ख़ूब एक दूसरे को चुम्बन कर रहे थे। अब रोमांस इस चरम पर पहुँच चुका था। एक दूसरे को ऐसा लग रहा था की चुदाई शुरू हो और पूरा संसार देख लें। जीवेन्द्र ने एक हाथ से उसके दोनो बूब्स ढक लिये, क्यूंकि उसके बूब्स अभी छोटे छोटे ही थे। उसके बूब्स में गुदगुदी हो रही थी तो वो उत्तेजना वश कुनमुनाई और पीछे झुकी तो मेरा 7 इंच का खड़ा लंड उसके चिकने पेट को रगड़ रहा था।

उसने मेरे लंड को पकड़ लिया और फ़ुसफ़ुसाई कि उसे अभी यह लंड चूत में चाहिये और हौले हौले अंदर बाहर कीजिए। सुश्मिता ने अपनी एक टांग उठा कर अपनी चूत खोल कर मेरे लंड से अपनी चूत में घुसाने लगी। जीवेन्द्र ने सुश्मिता की चूत पर अपने लंड को हिला हिला कर घुसाने का प्रयास करने लगा, फिर उसने थोड़ा सा तेल लेकर  लंड पर लगया और थोड़ा सा तेल उसकी चूत पर डाला।

फिर उसने अपने को मेरे लिंग पर तब तक धक्के मारे जब तक मेरे लिंग की टोपी अंदर उसकी चूत में नहीं चली गई। जब लंड का अग्र भाग उसकी नाजुक योनि के अंदर प्रवेश किया तो एक बार उसके मुह  से दबी हुई आवाज में बहुत तेज से "आई मम्मी मर गई ...उन्ह ओह्ह उफ़ उन्ह" निकला। 10-15 सेकंड तक सहम कर उसने फ़िर यही किया और मेरा लिंग और ज्यादा उसके अन्दर जा रहा था। जीवेन्द्र धीरे धीरे अपने लिंग को उसके चेहरे के हाव भाव पढ़ कर पेले जा रहा था, वो अच्छी चुदाई कर रही थी। 

                    

जीवेन्द्र ने उससे पूछा कि तुम पूरा लंड झेल सकती हो तो उसने कहा हाँ अब तुम हमारी हवस को शांत करदो मैं झेल जाऊँगी। – बस अब मुझे अच्छी तरह चोदो, मेरी पूरी गहराई तक चोदो जैसे मेरे पापा मेरी मम्मी को चोद कर उन्हें मज़ा देते हो वैसे ही मुझे भी पूरा मज़ा चाहिए। वह उसके गोरे गोरे चूतड़ों को सहला रहा था और उसको मदहोशी छा रही थी। आप यह कम उम्र की लड़की की चुदाई की कहानी एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे।  आपको नए नए  adult story का आंनद लेना है तो आप हमारे साथ बने रहे।

अब धीरे धीरे चुदाई करते 25 मिनट हो चुके थे, उसका स्पर्म निकलने वाला था इतने में सुष्मिता ने कहा मुझे अब मुंह में लेना है। उसने जल्दी लिंग को उसके मुंह में डाल दिया, उसने अपना मुंह पिचका के सारा स्पर्म बाहर कर दिया जो उसके होठों से बह कर उसकी ठोड़ी से होता हुआ गले की तरफ़ बहने लगा। अब जीवेन्द्र ने उसके चूतड़ों को पकड़ लिया और सहलाने लगा। तभी वह बोली कल मेरी पीछे की भी सील तोड़ देना। उसकी गान्ड गोल गद्देदार थी।

अगली शाम को सुष्मिता रात 9 बजे उसी जगह पर पहुंच गई जहां पर बीती रात चुदाई हुई थी, एकदम टाइट लैगी और ऊपर कुरता. मिलते ही दोनों एक दूसरे की बाँहों में बंध गए। दोनों के होंट एक दूसरे के साथ चिपक गए और बहुत लंबा किस का एक दौर चला। सुष्मिता के हाथ जीवेन्द्र  के अन्दर पूरे शरीर पर चल रहे थे, चल क्या रहे थे यो कहें कि सुष्मिता उत्तेजना में जीवेन्द्र को खरोंच रही थी।

बड़ी मुश्किल से दोनों थोडी देर के लिए अलग हुए तो जीवेन्द्र ने बोला कि ये लैगी इतना टाइट है उतरेगा कैसे तो उसने ख़ुद उतार दिया। और जो बीती रात चुदाई के बाद बोला था की कल पीछे की भी सील तोड़नी है, वहीं से शुरुआत हो गई। उसने उसकी गांड में तेल लगा कर अपना लिंग गपक घपक से धँसा दिया। उसके मुंह से बुरी भांति चीख निकली वह तो एक बार डर गया कि ऐसा तो नहीं कि कहीं इसकी गांड फट गई हो। वह तो खैर बच गई लेकिन उसकी गांड से हल्का हल्का खून आया फिर बंद हो गया। लेकिन फिर उस दिन उसने चुदाई भी नहीं कराई और दर्द से करहाती हुई अपने घर चली गई।

कहानी के अंत में कहना चाहूंगा कि एक स्त्री के अन्दर यह ऐसा शस्त्र होता है जिसकी मार से कोई भी आदमी, राजा, महाराजा नहीं बच पाये है। हर मनुष्य को कामवासना सताती है, चाहे वह स्त्री हो या पुरुष. 24 घंटे में कामदेव जरूर जोर करता है। आप सभी पाठकों को यह कहानी कैसी लगी अपना अनुभव जरूर साझा करें, हम आपके लिए इसी तरह की नई नई चुदाई की कहानी पेश करते रहेंगे।

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