नमस्कार दोस्तों आशा करता हु की आप सब ठीक होंगे, मेरा नाम धीरेन्द्र है और में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ जो कि मेरे साथ कुछः समय पहले घटी है. दोस्तों मेरी उम्र 25 साल है. मेरा रंग गोरा और मेरी हाईट 5.11 इंच है. मेरे लंड का साईज़ 7.5 इंच है और 5 इंच मोटा है. में एक कॉलेज में पढ़ता हूँ. उसी कॉलेज में मेरी एक इलेक्ट्रॉनिक लेब की एक मेडम है. जो की बहुत सेक्सी है .
गजब की माल है दोस्तों उनका नाम आँचल है और उनकी उम्र करीब 25 साल है और वो अभी तक कुँवारी है. में उन्हे देखकर हमेंशा पागल हो जाता हूँ क्योंकि वो बहुत ही सुंदर और सेक्सी दिखती है. उनके फिगर का साईज करीब 36-32-34 है, लेकिन उनका रंग गेंहुआ है, मतलब गोरी से थोड़ा सा कम और सावलीं से ज़्यादा. में उनको अधिकतर समय घूरता रहता था. वो भी मुझे देखा करती थी और बस दूर से ही मुस्कुराकर रह जाती थी, लेकिन में जब भी उनको देखता तो मुझसे बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं होता था. मेरा मन करता था कि में उन्हे वहीं पर चोद दूं, लेकिन में मजबूर था. चुदाई का तो मन करता था लेकिन डर भी लगता था दोस्तों.
सोचता था की किसी प्रकार पहले पट जाये तो मजा आये तो एक दिन की बात है, हमारे क्लास का लेब हो रहा था और में उनको लगातार देख रहा था और जब अचानक से उन्होंने मेरी तरफ देखा तो मैंने उनकी तरफ आँख मार दी. तो वो हड़बड़ाकर इधर उधर देखने लगी कि कोई हमें देख तो नहीं रहा. लेकिन किस्मत से उस समय हमें किसी ने नहीं देखा था. फिर कुछ देर के बाद जब सभी बच्चे लेब ख़त्म होने के बाद क्लास से बाहर जाने लगे तो में जानबूझ कर सबसे पीछे निकाला और फिर मेडम ने मुझे रोक लिया और उसने मुझसे पूछा. मै तो डर ही गया था दोस्तों.
मैडम आँचल : तुमने मुझे आंख कैसे मारी?
धीरेन्द्र : वो तो बहुत सीधा काम है, क्या तुम्हे वो पसंद आया?
फिर मैंने उनके चुची को पकड़कर दबा दिया क्या मुलायम चुची थे दोस्तों
मैडम आँचल : उफ़ तुम यह क्या कर रहे हो, तुम्हे कुछ होश भी है या नहीं?
मै चुची दबाने में मस्त था दोस्तों तो मैंने उनकी साड़ी के ऊपर से ही चूत पर अपना एक हाथ रखकर कहा कि में आपको बहुत प्यार करता हूँ और आपके साथ सेक्स करना चाहता हूँ. दोस्तों मै आपको बता नहीं सकता कितना आ रहा था
आँचल : तुम यह क्या कर रहे हो, बंद करो यह सब, हमें कोई देख लेगा? छोडो मुझे
तो मैंने कहा कि तो फिर आप मुझे ऐसी कोई जगह बताओ जहाँ पर हमारे अलावा कोई हमें देख ना पाए? आँचल : तो तुम मेरे घर पर आ जाओ, वहां पर कोई भी नहीं है, में तुम्हे अपने घर का पता दे देती हूँ. तो मैंने कहा कि मुझे कोई पता नहीं चाहिए, कॉलेज की छुट्टी के बाद हम साथ चलेंगे. दोस्तों मेरा काम तो बन गया.
आँचल : मुस्कुरा कर बोली कि ठीक है . चलेंगे
फिर मेरा मन नहीं माना तो मैंने उनके चुची को कसकर ज़ोर से दबाया और वहां से चला गया. छुट्टी होने के बाद हम साथ साथ कॉलेज से बाहर निकले और मैंने मेडम को अपनी बाईक पर बैठाया और उनके घर चल दिए. घर पहुंचते ही मैंने मेडम के दरवाजे को बंद किया और अब मैंने मेडम को पीछे से पकड़ लिया और अपना हाथ उनके हाथ पर सहलाने लगा. मेडम वहीं पर गर्म होने लगी. में उनकी गर्दन पर चूमने लगा और चूमते चूमते मेडम को आगे घुमाया और उनकी साड़ी का पल्लू हटाया और उनका ब्लाउज खोल दिया. क्या बूब्स थे यारो
दोस्तों चूचिया गजब थी फिर ब्रा के ऊपर से ही उनकी छाती को चाटने लगा तो मेडम ने मुझे हटाया और मुझे स्मूच करने लगी. हम लोगों का स्मूच लगभग बीस मिनट तक चला, कभी वो मेरी जीभ को चूसती तो कभी में उनकी जीभ को चूसता और जब में उनके नीचे वाले होंठ को चूसता तो वो मेरे ऊपर वाले होंठ को चूसती तो कभी वो मेरे नीचे वाले होंठ को चूसती. अब में धीरे धीरे चूमते चूसते नीचे आ गया. फिर मैंने उनकी ब्रा को खोल दिया. वो शरमा रही थी और अपने चुची अपने दोनों हाथों से छुपा रही थी. तो मैंने उनको अपनी गोद में उठाया और उनके बेडरूम में ले गया और उनके बेड पर लेटा दिया. वो अपना चुची छुपाते हुए पलट गई, लेकिन मैंने उन्हे पलटने से रोका और बाकी की दोस्तों मन कर रहा था की कब चुदाई कर दू साड़ी को भी निकाल दिया और अब मेडम मेरे सामने पूरी नंगी थी. मैंने मेडम के एक चुची को मुहं में लेकर चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा.
आह आह क्या मजा आ रहा था तो मेडम की साँसे फूलने लगी और मेडम पूरी तह से कांप रही थी. उनके चेहरे पर पसीने की कुछ बूंदे दिखने लगी थी, जिससे मुझे पता चल गया था कि मेडम अभी तक कुँवारी है और में उनके दोनों चुची को चूसकर उनकी चूत पर आया तो वो अपने दोनों पैरों को घुमाने लगी. वो अपनी चुत को छुपा रही थी.
मै मदहोश था फिर मैंने अपने हाथों से मेडम का पैर पकड़कर फैलाया और अपना मुहं उनकी चूत पर ज्यो ही रखा तो वो पूरी तरह से सिहर उठी और पहली बार बोली आह्ह्ह्हह्ह ऊऊह्ह्ह्हह् धीरेन्द्र तुम यह क्या कर रहे हो? और अपने पैरों के बीच मेरे सर को दबाकर अपनी कमर को हिलाने लगी. तभी मैंने मेडम की चूत को अपने दांतो से काट लिया, थोड़ा सा तो वो चिल्लाई आह्ह्ह्ह धीरेन्द्र प्लीज आईईईईई दाँत ना लगाओ, मुझे बहुत दर्द होता है और अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था. मैंने भी अपनी शर्ट, पेंट और अंडरवियर को उतार दिया और मेडम को अपना लंड दिखाया तो वो लंड देखकर एकदम डर सी गई और बोली कि नहीं उन्हें सेक्स नहीं करना, क्योंकि मेरा लंड उनकी चूत में नहीं जा सकता, लेकिन मैंने उन्हे किसी तरह से समझाया और सेक्स करने के लिए मनाया. क्योकि मेरा मन बिना उनको चोदे नहीं मानने वाला है.
इतना अच्छा मॉल कौन छोड़े फिर मैंने उनके पैरों को फैलाकर अपना लंड उनकी चूत पर सेट किया और एक जोरदार झटका दिया और मेरा पूरा का पूरा लंड मेडम की गरम जोश से भरी गीली चूत में फिसलता हुआ चला गया. मेडम पूरे ज़ोर से चिल्लाई और हांफते हुए रोने लगी. तो मैंने उनके मुहं पर अपना मुहं रख दिया और स्मूच करने लगा और धीरे धीरे धक्के लगाने लगा. उनकी चूत बहुत टाईट लग रही थी और करीब 15 मिनट के बाद में मेडम को थोड़ा अच्छा महसूस हुआ. मैंने चुदाई जारी रखा.
दोस्तों टाइट चुत चोदने मजा कुछ और है मैंने अपना लंड अब अंदर बाहर करना शुरू किया और धीरे धीरे अपनी चुदाई की स्पीड को बड़ा दिया और अब मेरा लंड बहुत आसानी से चूत के अंदर बाहर हो रहा था और जब कुछ देर के बाद मैंने जब अपने लंड को चूत से बाहर निकाला तो में बिल्कुल चकित रह गया कि उनकी चूत से एक भी बूंद खून नहीं निकला था. फिर मैंने मेडम को डॉगी स्टाइल में आने को कहा और फिर मैंने उन्हे डॉगी स्टाइल में जबरदस्त चोदा और करीब 50 मिनट की चुदाई के बाद में उनकी चूत में झड़ गया और थककर उनके ऊपर लेट गया और उनके दोस्तों इतना मजा आया मै क्या बताऊ चुची को सहलाने लगा और कुछ देर के बाद में उनके चुची को चूमने, चूसने लगा और थोड़ी ही देर बाद मेडम उठकर बाथरूम में चली गई और अपनी चूत को अच्छी तरह से धोकर आ गई और मेरी छाती से लिपटकर मेरी बाहों में लेट गई. उनकी बॉडी अब ठंडी हो चुकी थी.
क्योकि चुदाई काफी देर से कर रहा था फिर मैंने उनसे पूछा कि आप मुझे सच सच बताए कि आप आज तक कितनी बार सेक्स कर चुकी है? तो वो बोली कि यह आज मेरा पहली बार सेक्स था. तो मैंने कहा कि नहीं आप मुझसे कुछ छुपा रही हो ऐसा हो ही नहीं सकता? और अगर ऐसा था तो आपकी इस पहली घमासान चुदाई से आपकी चूत से खून क्यों नहीं निकाला? तो वो मुझसे बोली कि धीरेन्द्र जब में 20 साल की थी तब दो लड़को ने मेरा रेप किया था और इसलिए मेरी चूत की सील पहले से ही टूटी हुई है. ओह अब समझा माजरा क्या है.
था तभी तो सील टूटी मैंने कहा कि तो कोई बात नहीं मेडम अब आप बिल्कुल भी टेंशन ना लो, में हूँ ना. तो वो मुझसे बोली कि धीरेन्द्र क्या तुम मुझसे शादी करोगे? तो मैंने कहा कि लेकिन मेडम यह कैसे हो सकता है? वो बोली कि देखो धीरेन्द्र हम दोनों की उम्र में मात्र 4 साल का अंतर है जिससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता है, में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और में अब तुमसे शादी भी करना चाहती हूँ. धीरेन्द्र प्लीज तुम वो पहले इंसान हो जो मेरे दिल को बहुत अच्छे लगे हो और तुमने आज मुझे चोदकर वो सुख दिया है जिसको में बहुत सालों से तलाश रही थी. तुमने मुझे आज पूरी तरह से संतुष्टि का सुख दिया है और में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ. धीरेन्द्र हम दोनों कॉलेज छोड़ देंगे और अपनी एक नई दुनिया बसाएँगे, प्लीज अब मान भी जाओ ना धीरेन्द्र, प्लीज मेरी जान अब जिद छोड़ दो. तो मैंने कुछ देर सोचने के बाद कहा कि ठीक है मेडम, में भी आपसे बहुत प्यार करता हूँ और में आपसे शादी भी करने को तैयार हूँ, लेकिन सिर्फ़ आप एक साल रुक जाए, क्योंकि इसके बाद मेरा एक साल और है, फिर मेरी पढ़ाई पूरी होने के बाद मुझे कहीं भी अच्छी सी नौकरी मिल जाएगी और हम दोनों एक साथ रहने लगेंगे और हम दोनों उसी समय शादी भी कर लेंगे. मैडम ने अपना लाइफ प्लान बताया.
वैसे प्लान ठीक था मेडम ख़ुशी से मुझे चूमते, चाटते हुए बोली कि सच में मुझे बिल्कुल भी विश्वास नहीं होता कि तुम मान गये, में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, तुम बहुत अच्छे हो धीरेन्द्र. दोस्तों फिर उसके बाद हम लोगों ने उस रात करीब चार बार और सेक्स किया और फिर हम लोग रोज रोज सेक्स करने लगे. में हर रोज उनकी ज़ोर ज़ोर से जमकर चुदाई करता और बस अब उनकी गांड मारनी ही बाकी है और में जब भी उनकी गांड मारना चाहता हूँ तो वो मुझे साफ मना कर देती है और कहती है कि अपनी सुहागरात के लिए भी तो कुछ बचाकर रख लो और तुम सुहागरात के दिन ही मेरी गांड मारना और में तुमसे उस दिन कुछ भी नहीं कहूंगी. दोस्तों प्रकार मैंने मैडम कि चुदाई किया और बहुत मजा लिया गांड मरना बाकि है.