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कुंवारी नौकरानी को साहब ने चोदा

Posted on:- 2024-01-16


हैल्लो साथियों, मेरा नाम मिराज है. में आज आप सभी  चाहने वालो को अपनी एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ जिसमे मैंने अपनी नौकरानी को चोदकर उसके साथ मज़े लिए और उसकी कुंवारी चूत को अपने लंड का दीवाना बना दिया. उसको बहुत मज़े से चोदा और बहुत खुश किया और अब में अपनी घटना को सुनाने से पहले आप लोगो को अपने घर वालो का परिचय करवा देता हूँ. दोस्तों मेरे घर में मेरे भैया जिनका नाम विनोद, मेरी भाभी जिनका नाम फरजाना और हमारी एक नौकरानी जिसका नाम फरजानाशी  है.

 

दोस्तों मेरे भैया की उम्र 22 साल, भाभी की उम्र 20 साल और मेरी 21 साल है और हमारी नौकरानी फरजाना की भी उम्र 21 साल है. हम सब उसे प्यार से नीलू कहकर बुलाते है, वो हमारे घर में पिछले दस साल की उम्र से ही काम करती आ रही है वो हमारे घर के सभी काम करती है और वो हमारे घर में परिवार के एक सदस्य जैसी ही है वो हमेशा हमारे साथ ही रहती है और अब नीलू जब जवान हो गयी. तो वो अब पहले से भी ज्यादा सुंदर सेक्सी लगने लगी थी और इस वजह से में उसको हमेशा चोदने का सपना देखा करता था.

 

वह अभी तक कुँवारी थी और उसकी चुदाई करने का मौका उसने अभी तक किसी को नहीं दिया और में हर कभी उसको इधर उधर छूने की कोशिश करने लगा. जब वो अपना काम करती तो में उसको घूर घूरकर देखा करता और मेरी नजर हमेशा उसको पाने के लिए बेचेन थी. हमारे घर में केवल दो ही कमरे है एक रूम में मेरे भैया, भाभी और में दूसरे में सो जाता हूँ नीलू ड्रॉयिंग रूम में सोफे पर सो जाती है.

 

फिर कुछ दिन पहले की बात है, उस दिन मेरे भैया और भाभी को 8-10 दिनों के लिए सुबह के 6 बजे उठकर कहीं बाहर जाना था और वो चले गये जिसकी वजह से अब घर पर केवल में और नीलू ही रह गये. में उस दिन उस बात को सुनकर बहुत खुश था और मैंने मन ही मन सोचा कि उसकी चुदाई करने के लिए यह मौका मेरे पास बहुत अच्छा था इसलिए मैंने नीलू की चुदाई करने का प्लान बना लिया. तो सुबह के 7 बजे में उठकर सीधा बाथरूम में नहाने के लिए चला गया.

 

मैंने अपने सारे बदन पर बहुत सारा साबुन लगा लिया और जब मेरा 6 इंच का लंड एकदम से खड़ा हो गया तो में बचाओ बचाओ की आवाज़ करता हुआ एकदम नंगा ही बाथरूम से बाहर आ गया उस समय नीलू उठ चुकी थी और वो किचन में हमारे लिए चाय बना रही थी और वो बहुत अच्छी तरह से जानती थी कि मुझे तिलचट्‍टे से बहुत ज्यादा लगता है वो मेरी आवाज को सुनकर तुरंत मेरी समस्या को समझ गई और वो दौड़कर मेरे पास आ गई और जैसे ही उसने मुझे अपने सामने पूरा नंगा देखा उसने अपना एक हाथ अपने मुहं पर रख लिया और दूसरे हाथ से मेरी तरफ इशारा करते हुए ज़ोर ज़ोर से मुझे देखकर पागलों की तरह हंसने लगी.

 

मित्रों  वो बहुत देर तक लगातार हंसती रही, क्योंकि में बहुत अच्छी तरह से जानता था कि वो मेरे लंड की तरफ इशारा करते हुए हंस रही है क्योंकि मैंने उस समय अंडरवियर भी नहीं पहन रखी थी और मेरे तनकर खड़े लंड पर उस समय ढेर सारा साबुन लगा हुआ था.

 

मित्रों  अब में इन सभी बातों से जानबूझ कर बिल्कुल अंजान बनते हुए उससे पूछने लगा कि क्या हुआ तू मुझे देखकर इतना क्यों हंस रही है? तो वो अपनी हंसी को बीच में रोककर मुझसे कहने लगी कि तुम तो एकदम नंगे हो तुमने तो अंडरवियर भी नहीं पहनी है मुझसे यह बात कहकर वो दोबारा अपने मुहं पर हाथ रखकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी. दोस्तों में तो खुद ही जानबूझ कर बाथरूम से नंगा बाहर आया था और उसे यह सब दिखाने के लिए मैंने ऐसा नाटक किया और मेरा वो नाटक सफल भी रहा, मुझे इस बात की बहुत ख़ुशी थी, लेकिन में उसको खुश देखकर कुछ ज्यादा ही खुश था.

 

मित्रों  मैंने नाटक करते हुए तुरंत अपने दोनों हाथों से अपना लंड ढक लिया और एकदम सीधा खड़ा हो गया. फिर नीलू मुझसे पूछने लगी कि क्या हुआ तुम क्यों चिल्ला रहे थे क्या बाथरूम में कोई तिलचट्टा आ गया था?

 

मित्रों  मैंने नादान बनकर अपना सर हाँ में हिलाकर कहा कि हाँ अब वो मेरा जवाब सुनकर सीधी बाथरूम में चली गयी और फिर कुछ देर बाद वो लौटकर वापस आ गई और उसने मुझसे कहा कि वहाँ पर तो कुछ भी नहीं है और में उसका हाथ पकड़कर बाथरूम में ले जाने लगा तो वो शरमाती हुई मेरे साथ बाथरूम में चली गयी और मैंने बाथरूम के एक कोने की तरफ इशारा करते हुए उससे कहा कि वो अभी कुछ देर पहले यहीं पर था.

 

बोली कि हाँ ठीक है, लेकिन अब तो वो यहाँ पर नहीं है. फिर मैंने उससे कहा कि वो कहीं भाग गया होगा साला और अब वो मुझसे बोली कि तुम नहा लो तब तक में हमारे लिए चाय बनाकर लाती हूँ उसके बाद वो बाथरूम से बाहर निकलकर सीधी रसोई में चली गयी. दोस्तों में खुद जानबूझ कर बाथरूम में अपने साथ टावल और अंडरवियर नहीं ले गया था, मेरे सारे बदन का साबुन धुलने के बाद मैंने उसे फिर से आवाज देकर बुलाया तो वो दौड़कर मेरे पास आई और बोली कि अब क्या हुआ है? तो मैंने उससे कहा कि तुम मुझे टावल दे दो में लाना भूल गया मित्रों.

 

मेरा लंड अभी तक खड़ा हुआ था और अब उस पर साबुन भी नहीं लगा हुआ था. उसकी नजर एक बार फिर से मेरे लंड पर पड़ी और वो कुछ देर मेरे खड़े लंड को देखकर शरमाते हुए टावल लेने चली गयी. फिर उसने तुरंत टावल लाकर मुझे दे दिया और अब वो किचन में भाग गयी.

 

दोस्तों सब कुछ मेरे प्लान के मुताबिक चल रहा था और मैंने टावल से अपना पूरा गीला बदन साफ जरुर किया, लेकिन जानबूझ कर मैंने वो टावल नहीं पहना और मैंने नीलू को दोबारा से पुकारा, तो वो तुरंत दौड़कर मेरे पास आ गई और अब वो मुझसे बोली कि अब क्या है? तुम मुझे आज बहुत परेशान कर रहे हो मैंने ध्यान दिया कि मुझसे बातें करते समय उसकी निगाह मेरे लंड पर थी जो कि अभी तक तनकर खड़ा था और उसकी चूत को सलामी दे रहा था.

 

अब मैंने उससे कहा कि में अंडरवियर भी अपने साथ लाना भूल गया हूँ प्लीज तुम मुझे मेरी अंडरवियर भी लाकर दे दो और फिर वो अंडरवियर लेने चली गयी. फिर कुछ देर बाद उसने मुझे मेरी अंडरवियर लाकर दी और अब वो वहीं पर खड़ी होकर बहुत ध्यान से मेरे लंड को देखती रही और उसकी आँखें गुलाबी सी होने लगी उसमे मुझसे एक अजीब सी शरारत नजर आने लगी थी, जिसको देखकर में तुरंत समझ गया कि अब उसे भी कुछ कुछ होने लगा है उसके ऊपर सेक्स का नशा चढने लगा था और में चुपचाप खड़ा रहा.

 

मित्रों  थोड़ी देर तक बहुत ध्यान से मेरा लंड देखने के बाद वो मुझसे कहने लगी क्यों तुम्हे अब कुछ और तो नहीं चाहिए? मैंने कहा कि नहीं अब मुझे तुमसे कुछ भी नहीं चाहिए. फिर मेरा जवाब सुनकर वो दोबारा किचन में चली गयी.

 

अब मैंने अपनी अंडरवियर को थोड़ा सा फाड़ दिया और में टावल पहन कर ड्रॉयिंग रूम में आकर सोफे पर बैठ गया. मेरा लंड अभी तक खड़ा हुआ था और टावल के ऊपर से साफ साफ महसूस हो रहा था वो कुछ देर बाद मेरे लिए चाय लेकर आ गई और उसने चाय को सामने वाली टेबल पर रख दिया और फिर वो खुद ठीक मेरे सामने वाले सोफे पर बैठकर चाय बनाने लगी, लेकिन उसकी नजर अब भी मेरे लंड पर टिकी हुई थी. उसने मुझे चाय बनाकर दी और में चाय पीने लगा और वो अभी भी मेरे लंड की तरफ ही देख रही थी.

 

चाय खत्म होने के बाद उसने मुझसे पूछा क्यों तुमने अंडरवियर क्यों नहीं पहनी? तभी मैंने उसको अपना टावल हटाकर अंडरवियर दिखाते हुए उससे कहा कि देखे मैंने पहनी तो है, लेकिन यह तो फटी हुई है. अब वो मुझसे कहने लगी कि लाओ में ठीक कर देती हूँ. मैंने उससे कहा कि अभी तुम रहने दो पहले तुम नहा लो उसके बाद सब कुछ ठीक कर देना, वो बोली कि हाँ ठीक है और वो उठकर सीधी बाथरूम में नहाने चली गई.

 

दोस्तों मुझे भी बहुत अच्छी तरह से पता था कि नीलू छिपकली से बहुत डरती है मैंने इस बात का फायदा उठाने का विचार पहले से ही बना लिया था और जब वो नहाने के लिए बाथरूम में चली गयी तो में अपने बेडरूम में गया और में वहां से एक प्लास्टिक की छिपकली ले आया और अब में बाथरूम के दरवाज़े के बाहर खड़ा हो गया और मैंने एक छोटे से छेद से अंदर देखा तो वो अपने पूरे कपड़े उतारकर नहा रही थी उसका जवान और गोरा बदन देखकर मेरा लंड और ज़्यादा टाइट हो गया.

 

मैंने देखा कि उसकी चूत भी एकदम बहुत चमकदार साफ थी और उस पर एक भी बाल नहीं थे जब वो अपने बदन पर साबुन लगाने लगी तो मैंने दरवाज़े के नीचे से उस छिपकली को अंदर की तरफ धकेल दिया. वो अपने बदन पर साबुन लगा रही थी और थोड़ी देर बाद जैसे ही उसकी नज़र उस छिपकली पर पड़ी तो वो ज़ोर से चिल्लाते हुए एकदम नंगी ही बाथरूम से बाहर आ गई और बाथरूम से बाहर आते ही उसने मुझे देखा तो वो मुझसे एकदम लिपट गयी.

 

मैंने तब महसूस किया कि उसकी साँसें बहुत तेज चल रही थी और उसके दोनों बूब्स मेरी छाती से सटे हुए थे उसने मुझे अपनी बाहों में ज़ोर से जकड़ लिया था में उसकी नंगी गीली पीठ को अपने एक सहलाने लगा और तब तक मेरा टावल अपने आप खुलकर नीचे गिर चुका था और अब मेरा लंड उसकी चूत के पास एकदम सटा हुआ था. फिर थोड़ी देर तक वो मुझसे लिपटी रही और में उसकी पीठ सहलाता हुआ उसको शांत करवाता रहा.

 

फिर थोड़ी देर बाद वो थोड़ा शांत हो गई और उसे अपने नंगे मेरी बाहों में लिपटे हुए होने का एहसास हुआ. उसने शरमाते हुए मुझसे कहा प्लीज अब तुम मुझे छोड़ दो. तो मैंने उसे अपनी बाहों में ही जकड़े हुए उससे पूछा कि तुम ऐसे क्यों चिल्ला रही थी? अब वो हकलाते हुए कहने लगी कि वो बाथरूम में एक बहुत मोटी छिपकली थी, मैंने उसकी बात को सुनकर उसको अपनी बाहों से आज़ाद कर दिया और उसका हाथ पकड़कर बाथरूम में ले गया और मैंने उससे पूछा कि बताओ मुझे कहाँ है वो छिपकली?

 

उसने एक कोने की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वो वहाँ पर है और छिपकली को दोबारा देखते ही वो फिर से मुझसे लिपट गयी और में उसकी पीठ को सहलाने लगा और वो मुझसे एकदम चिपकी रही. मेरा लंड उसकी चूत के पास एकदम सटा हुआ था और उसकी साँसें अभी भी बहुत तेज चल रही थी मुझे उसकी दिल की धड़कने तक सुनाई दे रही थी और उसके सारे बदन पर साबुन लगा हुआ था.

 

अब में उसकी पीठ को सहलाता रहा और थोड़ी देर बाद मैंने अपना हाथ धीरे धीरे नीचे ले जाना शुरू कर दिया. पहले मैंने उसकी कमर को सहलाया और उसके बाद में उसके चूतड़ को सहलाने लगा, जिसकी वजह से वो भी धीरे धीरे थोड़ा सा जोश में आ गयी और वो भी अपने हाथों से मेरी पीठ को सहलाने लगी. वो मुझसे कुछ बोल नहीं रही थी और ना ही उसने मुझसे अलग होने की कोई कोशिश की और उस वजह से में तुरंत समझ गया कि मेरा काम बन चुका है, वो मेरे जाल में पूरी तरह से फंस चुकी थी और अब मैंने अपने होंठो को उसके होठों पर रख दिए.

 

अब उसके मुहं से केवल सईईईईई की आवाज़ निकली थोड़ी देर बाद में अपनी जीभ को उसके मुहं में डालने की कोशिश करने लगा तो उसने बड़े आराम से अपना मुहं खोल दिया और मैंने तुरंत अपनी जीभ को उसके मुहं में डाल दिया और अब में उसके होठों को चूसने लगा.

 

उसने मेरी पीठ को सहलाना अब भी जारी रखा मैंने उसकी कमर को पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया, जिसकी वजह से उसकी चूत मेरे लंड से और भी ज़्यादा सट गयी और मेरी हरकतों की वजह से वो भी अब जोश में आने लगी और उसने मेरे होठों को चूमना शुरू कर दिया था.

 

फिर थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा कि तुम्हारे बदन का साबुन मेरे बदन पर लग गया है चलो हम दोनों फिर से एक साथ अंदर चलकर नहा लेते है, इतना कहकर में उसे अपनी बाहों में जकड़े हुए ही फव्वारे के नीचे ले गया और पानी को चालू कर दिया. वो अब मुझसे और भी ज़्यादा चिपक गयी और थोड़ी देर बाद मैंने उसके निप्पल को मसलना शुरू कर दिया और में लगातार उसके नरम गुलाबी गीली होठों को चूमता रहा.

 

वो अब सिसकियाँ भरने लगी और तभी मैंने उसका एक हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया, तो उसने भी जोश की वजह से मेरा लंड कसकर अपनी मुट्ठी में पकड़ लिया. फिर मैंने उससे कहा कि में तुम्हारे बदन पर एक बार फिर से साबुन लगा देता हूँ, लेकिन वो कुछ नहीं बोली वो शरमाते हुए चुपचाप खड़ी रही और अब में उसके बदन पर दोबारा साबुन लगाने लगा. फिर कुछ देर बाद उसके सारे बदन पर साबुन लगाने के बाद में जैसे ही उसकी चूत पर साबुन लगाने लगा तो वो अब जोश में आकर सिसकियाँ भरने लगी.

 

मैंने महसूस किया कि उसकी चूत एकदम चिकनी थी तो मैंने उससे पूछा क्यों तुम्हे अच्छा लग रहा है ना? तो वो बोली कि हाँ मुझे गुदगुदी हो रही है में उसकी चूत पर लगातार साबुन लगता रहा और वो सिसकियाँ भरती रही. उसके मुहं से उफ़फ्फ़फ्फ्फ ऑश आह्ह्ह्ह की आवाज़ निकलने लगी और करीब दो तीन मिनट में ही वो झड़ गयी और उसकी चूत बहुत गरम हो चुकी थी. फिर मैंने उसके हाथ में साबुन देते हुए उससे कहा कि क्या तुम मेरे बदन पर साबुन नहीं लगाओगी? तो वो कुछ नहीं बोली और चुपचाप मेरे बदन पर साबुन लगाने लगी. फिर वो मेरे सारे बदन पर साबुन लगा चुकी तो मैंने उसको अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा कि तुम इस पर भी साबुन लगा दो.

 

दोस्तों पहले तो वो थोड़ा सा शरमाई, लेकिन फिर वो मेरे सामने बैठ गयी और मेरे लंड पर धीरे धीरे साबुन लगाने लगी. उसका चेहरा ठीक मेरे लंड के सामने था और उसके साबुन लगाने से में बहुत ज़्यादा जोश में आ गया और मेरे लंड ने दो तीन मिनट में ही पिचकारी चला दी, जिसकी वजह से मेरे लंड का सारा जूस उसके चेहरे पर जा पहुंचा, लेकिन उसने अपना चेहरा नहीं हटाया और उसने साबुन लगाना बंद कर दिया था और अपनी नजर को नीचे कर लिया.

 

फिर मैंने उससे कहा कि तुम्हारा चेहरा गंदा हो गया है, में इसको साबुन से साफ कर देता हूँ वो कहने लगी कि में खुद ही साफ कर लूँगी और उसने अपना चेहरा पानी से धो डाला उसके बाद वो मुझसे बोली कि बहुत देर हो चुकी है अब जल्दी से नहा लो.

 

फिर मैंने उससे कहा कि तुम्हे इतनी जल्दी भी क्या है मेरी जान? वो बोली कि अभी घर का सारा काम अधूरा पड़ा है, अब मैंने कहा कि हाँ ठीक है हम नहा लेते है और उसके बाद हम दोनों नहाने लगे और नहाते समय मैंने उसके सारे बदन पर हाथ फेरते हुए उसके बदन के साबुन को साफ किया और उसने भी मेरे सारे बदन पर हाथ फेरते हुए मेरे बदन का साबुन साफ कर दिया और इस बार बिना कुछ कहे ही नीलू ने मेरे लंड पर लगा हुआ साबुन भी अपने हाथों से साफ कर दिया था और नहाने के बाद में उसको अपनी बाहों में उठाकर अपने बेडरूम में ले आया और उसको बेड पर लेटा दिया.

 

हम दोनों अभी तक भी पूरे नंगे ही थे. वो बोली कि घर का सारा काम पड़ा है अब तुम मुझे जाने दो ना. फिर मैंने कहा कि जल्दी क्या है नीलू घर का काम तो बाद में भी हो जाएगा? में उसके पास में लेट गया और उसके निप्पल को धीरे धीरे सहलाने लगा. फिर उसके बाद मैंने अपने होंठ उसके होठों पर रख दिए जिसकी वजह से वो भी अब गरम होकर मेरी पीठ को सहलाने लगी.

 

फिर थोड़ी देर बाद मैंने उसका एक हाथ अपने लंड पर रख दिया तो वो चुपचाप मेरा लंड सहलाने लगी और में उसकी चूत को सहलाने लगा. वो जोश में आकर सिसकियाँ भरने लगी और मुझसे चिपक गयी. में उसकी चूत को सहलाता रहा और वो मेरा लंड सहलाती रही.

 

फिर थोड़ी देर के बाद वो ज़्यादा ही जोश में आ गयी और उसकी चूत पूरी गीली हो गयी. मैंने अपनी जीभ को उसके मुहं में डाल दिया तो वो मेरी जीभ को चूसने लगी और में उसकी चूत को सहलाता रहा, लेकिन थोड़ी ही देर में वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ भरने लगी. फिर मैंने अपनी एक उंगली को उसकी चूत में डाल दिया, जिसकी वजह से उसने एक ज़ोर की आह भरी और मैंने महसूस किया कि मेरी उंगली उसकी कुंवारी चूत में एकदम टाइट थी. में अपनी उंगली को उसकी चूत में डालकर धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा तो वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ भरने लगी और करीब तीन चार मिनट के बाद ही वो झड़ गयी. अब में उसके ऊपर 69 की पोज़िशन में आ गया और मैंने नीलू से मेरा लंड मुहं में लेकर चूसने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया.

 

फिर मैंने उससे कहा कि कोई बात नहीं है मत चूसो, में उसकी चूत पर अपनी जीभ को फेरने लगा वो पहले से ही बहुत ज़्यादा जोश में आ चुकी थी और मेरे जीभ फेरने से वो ज़ोर ज़ोर से आहे भरने लगी और अपने कूल्हों को ऊपर उठाने लगी. फिर कुछ ही देर बाद नीलू ने अपने आप ही मेरा लंड अपने मुहं में ले लिया और अब वो मेरा लंड चूसने लगी. मेरा 6 इंच का गोरा लंबा लंड अब टाइट होकर एकदम लोहे जैसा सख्त हो चुका था. अब मैंने अब ज्यादा देर करना ठीक नहीं समझा और में उसके ऊपर से हट गया और उसके दोनों पैरों के बीच में आ गया.

 

मैंने अपने लंड का सुपाड़ा जैसे ही उसकी चूत के बीच में रखा तो उसने एक ज़ोर की आह भरी और मैंने उसके दोनों पैरों को पकड़कर दूर दूर फैला दिया और मेरा लंड और उसकी चूत पहले से ही गीले थे. फिर जैसे ही मैंने लंड का चूत पर थोड़ा सा ज़ोर लगाया तो उसके मुहं से दर्द की वजह से ज़ोर की आईईईई आअहह निकल पड़ी और मेरे लंड का सुपाड़ा पूरा उसकी चूत के अंदर जा चुका था और वो दर्द से तड़पने मचलने लगी. उसके मुहं से आह्ह्हह्ह में मर गई प्लीज बाहर निकालो इसको उफ्फ्फफ्फ्फ़ में गई सीईईइ की आवाज आने लगी थी.

 

मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ तो वो मुझसे बोली कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है. में मर जाउंगी तुम अब बस करो छोड़ दो मुझे आह्ह्ह्हह्ह. फिर मैंने उससे कहा कि पहली पहली बार चुदाई करने में सबको ऐसा ही दर्द होता है, लेकिन कुछ देर बाद में दर्द नहीं होगा और उसके बाद तुम्हे बहुत मज़ा आएगा और तुम्हारा सब दर्द चला जाएगा तो वो कुछ नहीं बोली.

 

अब मैंने अपने होंठ उसके होठों पर रख दिए और मैंने उसके होठों को चूमते हुए थोड़ा सा ज़ोर और लगा दिया और इस बार उसके मुहं से ज़ोर की चीख निकल गयी और मेरा लंड उसकी चूत में दो इंच तक अंदर चला गया, लेकिन दर्द की वजह से उसकी आँखों में आँसू आ गये तो में देखकर रुक गया और मैंने अब उसके दोनों पैरों को छोड़ दिया और में उसके बूब्स को सहलाते हुए उसके होठों को चूमने लगा. थोड़ी ही देर में वो शांत हो गयी तो मैंने अपनी तरफ से थोड़ा सा ज़ोर और लगा दिया.

 

इस बार वो और ज़ोर से चीख पड़ी और मेरा लंड उसकी चूत में तीन इंच तक चला गया. वो दर्द से तड़पने लगी ज़ोर ज़ोर से करहाने लगी और उसके पूरे चेहरे पर पसीना आ गया था. इसलिए मैंने अपना लंड और ज़्यादा अंदर डालने की कोशिश नहीं की फिर मैंने उसके होठों को चूमते हुए अपना लंड उसकी चूत में धीरे धीरे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया.

 

वो अभी कुँवारी थी और मेरा लंड उसकी चूत में बहुत ज़्यादा टाईट था. कुछ देर तक वो चीखती रही और फिर बाद में वो धीरे धीरे शांत हो गयी. तो थोड़ी देर बाद मैंने महसूस किया कि अब उसे भी मज़ा आने लगा था तो मैंने लगातार धक्के लगाने शुरू कर दिए और करीब पांच मिनट में ही वो बहुत ज़्यादा जोश में आ गयी और उसने मुझे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और तभी वो झड़ गयी. उसके झड़ जाने से उसकी चूत और मेरा लंड एकदम गीला हो गया और में भी आज पहली बार किसी लड़की की चुदाई कर रहा था और में बहुत ज़्यादा जोश में आ गया था.

 

मैंने थोड़ा सा ज़ोर और लगाया तो मेरा लंड नीलू की चूत में चार इंच तक घुस गया. इस बार वो ज़्यादा नहीं चीखी और उसके मुहं से केवल उफफफ्फ़ आह्ह्ह्ह मिराज धीरे करो की आवाज़ ही निकली. मैंने अब अपने लंड को ज़्यादा अंदर डालने की कोशिश नहीं की, लेकिन लगातार धक्के लगते हुए नीलू को चोदने लगा था.

 

करीब दस मिनट की चुदाई के बाद जब वो दूसरी बार झड़ गयी तो मैंने उससे पूछा कि क्यों अब तुम्हे कैसा लग रहा है? उसने शरमाते हुए कहा कि हाँ अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. अब मैंने उससे कहा कि अभी तो मेरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर केवल एक ही बार अंदर गया है, जब में हर दिन अपना पूरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर डालकर तुम्हारी चुदाई करूंगा तो तुम्हे और भी ज़्यादा मज़ा आएगा और तुम खुद हर दिन अपनी चुदाई मुझसे करवाना पसंद करोगी.

 

अब उसने अपने दोनों पैर मेरी कमर पर लपेट लिए थे और वो मेरे होठों को चूम रही थी. में भी अब बहुत ज़्यादा जोश में आ चुका था और में बहुत तेज़ी के साथ लगातार धक्के देकर नीलू को चोद रहा था क्योंकि में भी अब झड़ने वाला था. दोस्तों कुछ देर धक्के देने के बाद में भी उसकी चूत के झड़ गया और मैंने अपना पूरा वीर्य उसकी चूत में भर दिया और में बहुत धीरे धीरे अपने लंड को अब अंदर बाहर करने लगा, जिसकी वजह से उसकी चूत से मेरा और उसका वीर्य एक साथ मिलकर बाहर निकलने लगा और उसकी जांघो से बहकर आने लगा.

अब में बहुत थक चुका था और में उसकी छाती पर कुछ देर लेटा रहा. फिर उसके बाद में उठा और वो उठकर सीधी बाथरूम चली गई. उसके आने तक में वहीं पर लेटा रहा और मैंने देखा कि वो मेरे साथ अपनी पहली चुदाई से बहुत खुश नजर आ रही थी. उसकी संतुष्टि मुझे उसके चेहरे से साफ साफ पता चल रही थी.

दोस्तों यह थी मेरी और मेरी नौकरानी की पहली चुदाई जिसमें हम दोनों ने मिलकर बहुत मज़े लिए और उन दिनों मैंने उसको बहुत बार चोदा, लेकिन पहली चुदाई के बाद होने वाली चुदाई में उसको थोड़ा दर्द कम हुआ. उसको भी चुदाई का अनुभव हो चुका था और मुझे बहुत ख़ुशी थी कि मैंने उसकी कुंवारी चूत को चोदने का जो सपना देखा था वो अब पूरा हो चुका था. मुझे उसकी सील को तोड़ने का मौका भी मिला था. उसके बाद हमारे बीच ऐसा बहुत बार हुआ और हमने सही मौका देखकर बहुत मज़े किए . आज वह बुर मरवाने की शौक़ीन हो चुकी है.

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