हैल्लो दोस्तों, में अनुज और में बहुत समय से सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ और इसकी सभी कहानियाँ बहुत अच्छी होती है. एक दिन मैंने भी सोचा कि में भी अपनी कहानी आप लोगों को सुना दूँ, यह मेरी एकदम सच्ची घटना है और में शादीशुदा हूँ, मेरी पत्नी का नाम मीता है और वो इस घटना से पहले एक सिधी साधी टाईप की लड़की हुआ करती थी, मेरी उम्र 28 साल है और उसकी उम्र भी 28 साल है और में एक अच्छा दिखने वाला लड़का हूँ और मेरी पत्नी तो बहुत ही सुंदर है, उसकी लम्बाई ज्यादा नहीं करीब 5.2 इंच है, लेकिन वो बहुत ग़ज़ब की गोरी चिट्टी है और उसका फिगर अब 38-34-40 है, लेकिन पहले जब हमारी शादी हुई थी तो उसका फिगर कुछ 36-28-36 होगा. दोस्तों मेरा लंड तो हमेशा उसकी बड़ी गांड को देखते ही खड़ा हो जाता है, वाह क्या मस्त गांड है मेरी मीता की? और अब में अपनी आप बीती बताता हूँ.
दोस्तों यह घटना आज से करीब तीन साल पहले की है जब मेरी शादी को करीब 2 साल हुए थे और हमारे तब तक कोई बच्चा भी नहीं था और हमारी शादी कम उम्र में हो गई थी. दोस्तों में उस समय जिस कम्पनी में नौकरी करता था, में उससे बहुत परेशान रहता था और हमारी शादी के बाद करीब 1-2 साल तो सब कुछ ठीक चला, लेकिन नौकरी की परेशानी होने की वजह से धीरे धीरे हमारे (मेरे और मेरी पत्नी) बीच में झगड़े बढ़ने लगे.
एक दिन मेरी पत्नी ने मुझसे पूछा कि क्या बात है? फिर मैंने उसे बताया कि मेरे ऑफिस में मेरा बॉस मुझे बिना वजह ही परेशान करता है. फिर उसने मुझसे कहा कि तुम कोई और नौकरी देख लो, लेकिन आप सभी तो बहुत अच्छी तरह से समझते है कि आज कल नौकरी इतनी आसानी से नहीं मिलती.
दोस्तों वैसे मेरे 3 बॉस है, पहला जिसका नाम कमलेश है और उसकी उम्र करीब 45 साल है. दूसरा जिसका नाम विजय है, उसकी उम्र 42 साल करीब है और तीसरा जिसका नाम दिलशान है और उसकी उम्र करीब 40 साल है. दोस्तों मेरा जो दूसरे नंबर वाला बॉस है विजय वो बहुत ही ठरकी किस्म का आदमी है और मुझे वो ही परेशान करता था और बाकी बॉस मुझसे कुछ बोलते भी नहीं थे, क्योंकि बिज़नेस में सबसे ज्यादा समझदार बस वही था और हमारे ऑफिस में काम करने वाली एक कम उम्र की लड़की से उसके गलत सम्बन्ध भी थे और यह बात सारा ऑफिस जानता था.
दोस्तों वैसे हमारे ऑफिस में हर कभी पार्टी होती रहती थी और जिसमें सभी काम करने वाले लोग अपने अपने परिवार के साथ आते थे, लेकिन में कभी भी अपनी पत्नी को साथ नहीं ले जाता था, क्योंकि मेरी पत्नी मीता बहुत धार्मिक विचारो वाली औरत थी और वो समझती थी कि पार्टी में शराब पीते है और एक दूसरे की पत्नी को गंदी नजर से घूरते भी है.
दोस्तों मुझे क्या पता था कि बस यही मेरी सबसे बड़ी ग़लती थी कि में अपनी पत्नी को साथ नहीं ले जाता था. फिर जब भी पार्टी होती तो मेरा ठरकी बॉस विजय सबको खासतोर पर बोलता था कि अपने परिवार के साथ आना. एक बार जैसे तैसे में मीता को राज़ी करके पार्टी में ले गया, उसने काली कलर की साड़ी लाल कलर का ब्लाउज पहना हुआ था और अपने होंठो पर लाल कलर की लिपस्टिक लगाई हुई थी और उसने अपने बाल खुले हुए रखे थे, मेरे पास टाईम नहीं था वरना मेरा दिल उसे एक बार चोदने का कर रहा था, वो ब्लाउज उसके बड़े बड़े बूब्स को बड़ी मुश्किल से जकड़े हुए था, शायद वो बहुत टाइट होगा और आखरी समय पर साड़ी बदलने का भी टाईम नहीं था वरना हम लेट हो जाते.
दोस्तों मीता अपनी साड़ी को ज्यादा टाईट ही बाँधती है, जिसकी वज़ह से उसके बड़े बड़े चूतड़ बाहर निकले रहते है और वो जब चलती है तो उसके बड़े बड़े मटकते कूल्हों को लोग बड़े घूर घूरकर देखते है, क्योंकि मैंने भी कई बार लोगों को घूरते हुए देखा था. एक लड़का जिसकी उम्र करीब 19 साल थी और जो बिल्कुल हमारे सामने वाले घर में रहता हैं, वो तो मेरी पत्नी को हमेशा ही कुछ ज्यादा ही घूरता था और मुझे ऐसा लगता था कि उसे अगर कोई मौका मिले तो वो अभी मेरी पत्नी को चोद देगा.
फिर हम पार्टी में पहुंच गए और वहां पर तब तक बहुत लोग आ चुके थे और कुछ आने बाकी थे, लेकिन प्रोग्राम शुरू हो गया था, में मीता को अपने साथ काम करने वाले लोगों से मिलवा रहा था, करीब आधे घंटे के बाद मेरा वो बॉस विजय हमारे पास आया और आकर मुझसे बड़े प्यार से बोला ओह हो अनुज तो यह है तुम्हारी पत्नी, अब समझा कि तुम इन्हें क्यों किसी भी पार्टी में नहीं लाते थे? क्योंकि यह तो बहुत सुंदर है और अब उसकी आँखे मेरी पत्नी के पूरे बदन पर घूम रही थी, मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे उसकी आँखो में कोई मशीन लगी हो और वो मेरी पत्नी के कपड़ो के पीछे छिपे उसके अंगो का मुआएना कर रहा हो?
मीता को देखकर उसकी आखों में एक अजीब सी चमक आ गई थी. थोड़ी देर बात करके मैंने बॉस से कहा कि चलो सर हम खाना खाते है. फिर वो मुझसे बोला कि तुम जाओ में बाद में खा लूँगा. फिर मैंने किसी दोस्त से बात करने के बहाने पीछे मुड़कर देखा तो उसकी नज़र मीता के मटकते हुए कूल्हों पर थी और उसे तो यह भी एहसास नहीं था कि में उसे देख रहा हूँ, वो तो बस मीता के कूल्हों में ही खोया हुआ था.
फिर जब में और मेरी पत्नी खाना खा रहे थे तो बॉस मेरे पास आया और पूछने लगा कि कोई परेशानी तो नहीं है सब ठीक तो है? वो यह सब मुझसे नहीं मेरी पत्नी से पूछ रहा था, उसके लिए तो में जैसे वहाँ था ही नहीं. उसने मेरी पत्नी से उसका नाम पूछा तो मेरी पत्नी ने बताया कि मीता और वो कहने लगा बहुत प्यारा नाम है, क्योंकि मीता नाम की मेरी एक गर्लफ्रेंड थी जो कि मुझसे बहुत खुली हुई थी.
दोस्तों अब मुझे बुरा तो बहुत लग रहा था, लेकिन में क्या कहता? मीता मेरी तरफ देखे जा रही थी तो तब मुझे थोड़ा एहसास हुआ कि शायद अब मेरे बॉस की मेरी पत्नी पर नियत खराब हो गयी है और यह बात पक्की करने के लिए में यह बात कहकर कि मुझे वॉशरूम जाना है, उन दोनों को अकेले छोड़ गया और में थोड़ा दूर जाकर उन्हें देखने लगा कि वो अब क्या करता है?
वो तो मीता से बहुत घुल मिलकर बातें कर रहा था जैसे पार्टी में बस वो दोनों ही हो, लेकिन मीता मुझे कुछ बैचेन सी लग रही थी और वो मेरे बॉस की बातों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही थी. फिर में वापस आ गया तो उसने मुझसे कहा कि आप दोनों बैठो में वेटर से बोलता हूँ कि आपका ख्याल रखे और अब उसने एक टेबल पर हमे बैठा दिया, मुझे लगा कि वो तो अब वापस पार्टी में चला जाएगा, लेकिन नहीं वो तो वहीं पर चिपककर बैठ गया और वो भी मेरी पत्नी के पास. फिर वो बोला कि वाईन पियोगे यार बियर? तो मैंने मीता की तरफ देखा तो उसके चेहरे से मुझे लग रहा था कि जैसे वो मुझसे कुछ कह रही हो कि देखो इसलिए में कभी नहीं आती थी.
फिर मैंने बॉस से बोला कि नहीं सर हम तो सॉफ्ट ड्रिंक ही लेते है तो वो बोला कि कोई बात नहीं तुम सॉफ्ट ड्रिंक ले लो और में कुछ वाईन ले लेता हूँ और वो मुझसे यह बात बोलकर ड्रिंक की तरफ चला गया. उसके जाने के बाद मेरी पत्नी ने मुझसे पूछा कि क्या यही वो तुम्हारा बॉस है क्या जो तुम्हे परेशान करता है? तो मैंने झट से बोला कि हाँ, मीता बोली कि लेकिन यह तो बड़ी तमीज़ से पेश आ रहा है. अब इतनी देर में मेरा बॉस विजय आ गया और उसके साथ एक वेटर भी था, उसने ड्रिंक उठाई और पहले मुझे दिया और फिर मीता को, मीता मना करने लगी तो उसका हाथ पकड़कर ज़बरदस्ती दे दिया.
फिर मैंने दिखा कि उसने मेरी पत्नी का हाथ थोड़ी ज्यादा देर तक पकड़े रखा था तो मीता ने ही अपना हाथ उससे छुड़ाया और मुझे वो सॉफ्ट ड्रिंक पीकर ऐसा लगा कि इसमें कुछ मिला हुआ है तो मैंने और मेरी पत्नी ने दोनों ने आपसे में कहा कि कुछ अलग सा स्वाद है. फिर बॉस बोला कि हाँ बाहर की है तो टेस्ट में कुछ तो बदलाव होगा ही. फिर हम दोनों ने अपना अपना सॉफ्ट ड्रिंक खत्म किया. तभी मेरे बाकी दोनों बॉस भी आ गये और हमने उसने बात की और बदले में उन्होंने भी हमसे बात की और विजय बॉस से बोले सुनो विजय और वो थोड़ी दूर पर जाकर कुछ बात करने लगे और मुझे लगा कि बला टली, लेकिन वो तो साला उन्हें भी छोड़कर फिर से आ गया. फिर मैंने मन ही मन में सोचा कि बेटा अनुज थोड़ा बच, कहीं यह साला आज तेरी पत्नी को चोद ही ना दे? फिर कुछ देर में मेरी पत्नी ने मेरे कान में कहा कि मुझे वॉशरूम जाना है. फिर मेरा बॉस तुरंत बीच में बोला कि क्या हुआ अनुज मैंने कहा कि मीता को वॉशरूम जाना है. फिर वो बोला कि चलो में बताता हूँ कि वॉशरूम कहाँ है तो वो अब हम दोनों के साथ चल रहा था.
फिर में भी वॉशरूम तक उनके साथ चला गया और मीता भी. वहां कुछ कुर्सी थी तो उन पर बैठ गया, मुझे भी फ्रेश होना था तो में जब फ्रेश होकर बाहर आया तो मैंने देखा कि मीता उसके कंधे का सहारा लेकर उसके साथ कुर्सी पर बैठी हुई है और वो कुर्सी ऐसी लगी थी कि में उन दोनों के पीछे खड़ा था और देख रहा था, मेरा बॉस मेरी पत्नी की कमर पर हाथ फेर रहा था और कभी कभी वो अपना हाथ उसके कूल्हों तक ले जाता और मीता के चूतड़ को दबा भी रहा था, लेकिन बड़े धीरे से मेरा तो दिमाग़ ही घूम गया और जब में उनके सामने आया तो मैंने देखा कि मीता कुछ निढाल सी पड़ी है.
फिर मैंने बॉस से पूछा कि क्या हुआ? तो वो बोला कि पता नहीं शायद चक्कर आ गया होगा तो मैंने मीता को थोड़ा सा हिलाया तो उसे तो कुछ पता ही नहीं था, मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे वो बेहोश हो गई हो? मेरा बॉस बोला कि चलो इसे पकड़कर रूम में ले चले तो वहाँ थोड़ा आराम कर लेगी. फिर जाते हुए लोगों ने पूछा क्या हुआ तो बॉस ने बोला कि कुछ नहीं थोड़े चक्कर आ गए है, मुझसे अकेले से मीता संभल नहीं रही थी तो मेरे बॉस ने उसका एक हाथ अपने कंधे पर लेकर उसे पकड़ लिया. फिर जब हम रूम पर जा रहे थे तो मीता बार बार ऑश ऑश कर रही थी तो मैंने अपनी गर्दन को थोड़ी पीछे करके देखा तो मेरा बॉस मेरी पत्नी की गांड को ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था और बीच बीच में वो उसकी गांड में अपनी ऊँगली को भी डाल रहा था. दोस्तों में अब क्या करता? फिर जैसे तैसे हम रूम तक पहुंचे और मैंने मीता को बेड पर लेटा दिया तो बॉस मुझसे बोला कि जाओ तुम थोड़ा पानी ले आओ.
दोस्तों मुझे पहले से ही पता था कि यह साला मेरे जाते ही कुछ ना कुछ हरकत जरुर करेगा तो में बाहर जाने का बहाना करके टॉयलेट में छुप गया, क्योंकि बेड रूम थोड़ा अंदर था और टॉयलेट अंदर घुसते ही था. फिर जैसे ही मेरे बॉस को दरवाज़ा बंद होने की आवाज़ आई तो वो देखने के लिए उठकर बाहर तक आया और उसने दरवाजा अच्छी तरह से बंद कर लिया, लेकिन उसने कुण्डी नहीं लगाई थी बस बंद कर लिया था. फिर कुछ 10 सेकेंड बाद में चुपचाप थोड़ा आगे गया तो वो मेरी पत्नी के होंठो को चूस रहा था और उसकी जाँघो पर हाथ फेर रहा था और अब उसका हाथ कभी पेंटी में जाता तो कभी जाँघो पर, लेकिन होंठो को वो लगातार चूसता रहा. फिर मैंने सोचा कि जल्दी से कुछ किया जाए तो में बाहर की तरफ आ गया और मैंने ज़ोर से दरवाजा खोला और अंदर आ गया.
फिर बॉस को दरवाजे की आवाज़ आ गई थी जब में आया तो वो मेरी पत्नी के पास बैठकर उसके सर को दबा रहा था और मुझे देखते ही वो मुझसे बोला कि पानी कहाँ है? मैंने कहा कि रूम सर्विस लेकर आ रहा है. फिर वो बोला अच्छा में अब चलता हूँ और डॉक्टर को भेज देता हूँ. कुछ देर बाद डॉक्टर आया तो उसने मेरी पत्नी को दवाई दी तब जाकर मीता को आराम मिला. हमने रात को वहीं पर आराम किया और होटल के रूम का बिल बॉस ने दे दिया. फिर में रात भर सोचता रहा कि यह साला मीता पर दीवाना हो गया है कहीं इस वज़ह से मुझे परेशान तो नहीं करता था? फिर दूसरे दिन सुबह हम घर पर आए और में ऑफिस के लिए तैयार हुआ तो मीता अभी भी आराम कर रही थी.
फिर में ऑफिस पहुंचा तो मेरा वही ठरकी बॉस बड़े प्यार से बात कर रहा था और उसी शाम को उसकी सेक्रेटरी ने मुझसे आकर बोला कि अनुज जाने से पहले विजय बॉस से मिलकर जाना. अब में कम्प्यूटर बंद करके बॉस के रूम में गया तो मेरा बॉस मुझसे बोला कि अनुज आओ बैठो. दोस्तों जो साला कभी मुझसे सीधे मुहं बात नहीं करता था और आज बड़ी इज़्ज़त के साथ बिठा रहा है. फिर वो मुझसे बोला कि अब मीता कैसी है? मैंने कहा कि पहले से ठीक है तो वो बोला कि उसे क्या हो गया था वो कुछ बोली? तो मैंने कहा कि वो कह रही थी कि उसे चक्कर आ गए थे और कुछ घुटन सी महसूस हो रही थी.
फिर बॉस बोला कि देखो अनुज मुझे लगता है कि में तुमसे कुछ ज्यादा ही गंदा व्यहवार करता हूँ तो उसके लिए मुझे माफ़ कर दो. फिर मैंने मन ही मन सोचा कि साले सॉरी तो बोलेगा ही, क्योंकि उसने मेरी पत्नी के होंठो को छूकर उन्हें चख लिया था और उसकी पेंटी में हाथ डालने की वज़ह से वो मेरी पत्नी को चोदने के लिए बहुत जोश में था और में जानता था कि वो कुछ ना कुछ ऐसी ही बात करेगा, लेकिन यह नहीं सोचा था कि मेरा जवाब क्या होगा? खैर अब तो वो अपनी औकात पर आ ही गया.
फिर बॉस मुझसे बोला कि देखो अनुज मेरी पत्नी की म्रत्यु हुए करीब 10 साल हो गये है और में एकदम अकेला हूँ और में थोड़ा चिड़चिड़ा भी हो गया हूँ तो प्लीज़ तुम मेरी किसी भी बात का बुरा नहीं मानना और में तो बल्कि यह चाहता हूँ कि तुम्हें आगे भी बड़ा दूँ और तुम्हारी सेलरी भी बढ़ा दूँ, तुम्हें कंपनी की तरफ से एक कार दे दूँ, तुम किराए के घर में रहते हो तुम्हें कंपनी की तरफ से एक मकान के लिए लोन भी दिलवा देता हूँ. दोस्तों मैंने तो उसकी बातें सुनकर इस सोच विचार में था कि में क्या जवाब दूँ? क्योंकि उन सब मेहरबानियों का मतलब मुझे पता था.
खैर में इंतजार करता रहा और वो आगे बोला, देखो यार तुम समझ सकते हो अकेला आदमी कैसे परेशान रहता है? फिर में बोला कि हाँ सर में समझ सकता हूँ. फिर बॉस बोला कि अगर तुम समझ सकते हो तो तुम यह भी समझ सकते हो कि बिना पत्नी के लाईफ कितनी बोरिंग हो जाती है? मैंने बाहर बहुत मज़े किए, लेकिन वो संतुष्टि नहीं मिल पाती. फिर मैंने बोला कि हाँ सर और में मन ही मन सोच ही रहा था कि अब यह असली बात पर आने वाला है और फिर वो बोला कि देखो जब तुम्हारी शादी हुई थी तो में भी उसमें आया था और मैंने तुम्हारी पत्नी को देखा था. (दोस्तों में कुछ नहीं बोला) यार वो बहुत सुंदर है और जितनी शादी में थी कल उससे भी कही ज्यादा सुंदर लग रही थी. दोस्तों अब मेरी समझ में आ गया कि कहानी कहाँ से शुरू हुई? मेरी शादी के 3-4 महीने बाद ही इसने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया था और में उस टाईम इस बात को समझ नहीं पाया, लेकिन अब मुझे सब कुछ समझ में आ गया था.
फिर वो आगे बोला कि मैंने जितने भी ऑफर्स तुम्हें दिए है वो सब पूरे हो सकते हैं, लेकिन मेरी एक शर्त है. फिर मैंने मन से पूछा क्या शर्त है सर? तो वो बोला कि तुम बिल्कुल भी बुरा ना मानना, में तुम्हारी पत्नी से सेक्स करना चाहता हूँ. दोस्तों वो साला बोल रहा था कि बिल्कुल भी बुरा ना मानना और वो मेरी पत्नी को चोदने की बात मुझसे ही कर रहा था और में तो पहले ही सब कुछ समझ चुका था, लेकिन दिखावे के लिए ज़ोर से बोला यह कैसी बात कर रहे हैं सर आप? फिर बॉस बोला कि देखो अनुज हमारे ऑफिस में और भी बहुत सारे लोग है और उनकी पत्नी भी सुंदर है और अगर में यह ऑफर उन्हें दे दूँ तो वो कभी मना नहीं करेंगे, लेकिन तुम्हारी पत्नी की तो बात बिल्कुल अलग है, उसके क्या होंठ है क्या भरी हुई छाती है?
में तो पहले दिन से जब उसे तुम्हारी शादी में देखा था, तब से उस पर फिदा हो गया था और अब तुम बोलो? दोस्तों में क्या बोलता? बस यह बोला कि सर मुझे सोचने के लिए कुछ समय चाहिए तो बॉस बोला कि ठीक है तुम मुझे सोचकर कल बता देना अगर हाँ है तो ऐश करने की तैयारी कर लो और अगर ना है तो दूसरी नौकरी देख लो. ओह मेरे भगवान में तो अब बहुत बुरी तरह से फंस गया था, एक तरफ मेरा टर्की बॉस था और दूसरी तरफ मेरी सती सावित्री पत्नी, खैर मैंने रात भर सोचा कि ऑफर तो अच्छा है और अगर ना कहा तो दूसरी नौकरी देखनी होगी, बहुत समय सोचते सोचते मैंने तय किया कि हाँ कहूँगा.
फिर में अगले दिन सुबह अपने ऑफिस में पहुँचा तो बॉस ने थोड़ी देर बाद ही मुझे बुला लिया और बॉस बोला कि क्या सोचा? तो मैंने बहुत कसमसाकर जवाब दिया कि हाँ, बॉस बोला कि बैठो मैंने बोला कि लेकिन मीता राज़ी नहीं होगी. फिर बॉस बोला कि उसका तरीका में तुम्हें बताता हूँ देखो में तुम्हें कुछ दवाई दे देता हूँ तो उसे रोज़ एक गोली दूध में मिलाकर पीला दो, उसकी सेक्स की भूख इतनी बढ़ जाएगी कि वो एक से नहीं चार चार से चुदने को तैयार हो जाएगी, लेकिन अब तुम उसको संतुष्ट करना बंद कर दो और कभी तुम उससे बोलो कि मेरा मूड नहीं है और कभी 2-3 धक्कों में ही निकाल दो, मतलब कि उसे संतुष्ट मत करो और अगले 20 दिन बाद वो तैयार हो जानी चाहिए, 20 दिन बाद से तुम उसे मेरे साथ छोड़कर कहीं इधर उधर हो जाना.
फिर मैंने बोला कि ठीक है और मैंने ठीक वैसा ही किया. बॉस ने मुझे पूरी 38 गोलियां दी सुबह और शाम के लिए. में घर गया और मीता को बोला कि में तुम्हारे लिए कुछ केल्शियम की गोलियां लाया हूँ और तुम्हें इन्हें सुबह, शाम दूध के साथ बिना भूले लेनी हैं और वो बोली कि ठीक है. दोस्तों ज्यादातर औरतों में केल्शियम की कमी होती ही है तो उस रात को मैंने मीता को चोदा और मुझे उसकी गांड बहुत पसंद है तो में जब भी मीता की चुदाई करता हूँ तो उसकी गांड के छेद में अपनी जीभ को ज़रूर डालता हूँ.
फिर उस रात को भी मैंने उसकी चुदाई की, लेकिन थोड़ी कम अब अगले दिन से मैंने खुद मीता को केल्शियम की यानी सेक्स बढ़ाने की वो दवाई दी. फिर रात को भी उस रात को कुछ नहीं किया और अब तीन दिन बाद हर दिन में उसे दवाई देता रहा और रात को उसकी चुदाई नहीं करता. दोस्तों अब उस पर उन दवाईयों का थोड़ा थोड़ा असर शुरू हो चुका था और वो अपनी चुदाई करवाने के लिए बहुत बैचेन होने लगी थी, लेकिन मुझे उसकी यह परेशानी देखी नहीं जाती थी तो इसलिए में उससे थोड़ा दूर दूर रहने लगा था और धीरे धीरे अपने बॉस को उसके करीब लाने लगा था.
अब उनके बीच हंस हंसकर बातें करना मिलना कुछ ज्यादा बढ़ गया था और मेरा बॉस हर कभी जब में घर पर नहीं होता तो मेरे घर पर नये नये बहाने बनाकर आने लगा था. वो अब एक दूसरे के बहुत ज्यादा करीब आने लगे थे और फिर कुछ दिन बाद इस बात का फायदा उठाकर बॉस ने मेरी पत्नी से अपनी नजदीकियों को कुछ ज्यादा ही बढ़ा दिया था. वो अब उसके हाथ से बने खाने की उससे तारीफ करने लगा और उसको नये नये गिफ्ट देने लगा और इस बात का फायदा उठाकर उसने मेरी पत्नी के साथ अपने गलत रिश्ते बनाने शुरू किए और उसे अपनी चुदाई से संतुष्ट करने लगा.
अब मेरी पत्नी उसके साथ उसकी चुदाई से बहुत खुश रहने लगी और मेरे बॉस ने एक दिन मुझे मेरी कम्पनी के काम से कुछ दिनों के लिए बाहर भेज दिया और फिर जब तक में अपने घर पर नहीं आया तब तक उसने मेरी पत्नी को अपनी रंडी, रखेल की तरह रखा और उसे कई बार चोदा. वो उसे बाहर होटल में ले जाकर भी चोद चुका था और में बस उनकी चुदाई को मन ही मन सोचता रहा. दोस्तों यह थी मेरी पत्नी की चुदाई मेरे बॉस के साथ. उसने मेरी पत्नी को चोदकर बहुत बार संतुष्ट किया और अब मेरे ऑफिस चले जाने के बाद वो मेरे घर पर आकर मेरी पत्नी को चोदने लगा है.