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मेरी बीवी का डबल धमाल

Posted on:- 2024-11-30


नमस्कार मेरे मित्रगणों  और सुनाइए कैसे आप सब  में आज आप सभी को अपनी बीवी की चुदाई की एक सच्ची दास्ताँ सुनाने जा रहा हूँ जिसमे मेरी बीवी ने अपनी चूत बहुत को जमकर चुदवाया और में उसकी चुदाई को बस दर्शक बनकर देखता रहा. वैसे मुझे उसे गरम करना बहुत अच्छा लगता है क्योंकि वो बहुत ही चुदकड़  है और उसकी चूत को हर कोई पाने के लिए तरसता है क्योंकि वो है ही कुछ ऐसी चीज, बिल्कुल हॉट चुदकड़  और में भी उसकी चूत बहुत दीवाना हूँ और वो भी बहुत बड़ी चुदेल, लंड की प्यासी है. आज में उसकी एक चुदाई का ताज़ा ताज़ा किस्सा आप सभी को सुनाऊंगा. अच्छा दोस्तों क्या आपने किसी लड़की को चोदा है सच्ची बताना.


 अच्छा दोस्तों गांड मरने का अपना अलग मजा है  तो दोस्तों उस सुबह जब मेरी आँख खुली तो लगभग दस बज रहे थे और में सोफे पर सोया हुआ था और ठीक मेरे सामने बेड पर मेरी बीवी नंगी सोई हुई थी. उसके दोनों पैर कुछ फैले हुए थे इसलिए उसकी चूत भी कुछ खुली खुली सी दिख रही थी, लेकिन चूत के अंदर अभी भी थोड़ा थोड़ा सा सफेद माल नज़र आ रहा था जो उसकी पिछली रात की होने वाली जमकर चुदाई को साफ साफ बता रहा था और वो चूत से बहकर चादर पर भी फैला हुआ था और उस चादर में चार जगह वीर्य के दाग दिखाई दे रहे थे जिसमे से एक तो बहुत ताज़ा था बाकी कुछ कुछ सूखने लगे थे और उसकी दाईं जाँघ पर राजेश्वर आदर्श  अपना पैर रखकर सो रहा था और उसका एक हाथ मेरी बीवी के दूध  पर था. वो करवट लेकर सोया हुआ था इसलिए उसका लंड बिल्कुल भी नहीं दिख रहा था और बाईं तरफ आदित्य नरेगा  था, वो सीधा सोया हुआ था. आप लॉप ने कभी न कभी तो किसी न किसी की गांड मरी ही होगी .


 क्या दोस्तों आपने कभी भाभी को चोदा है कितना मजा आया बताना जरा मेरी बीवी का हाथ उसके लंड के पास था शायद वो उसे सहलाते हुए सो गई थी और खड़ा होने पर उसका लंड करीब नौ इंच का हो जाता है, लेकिन अभी बहुत छोटा लग रहा था. मैंने अंदाज़ा लगाने की कोशिश की आख़िरी बार किसने चोदा होगा, यानी मेरी बीवी की चूत में जो माल दिख रहा है वो राजेश्वर आदर्श  का है या आदित्य नरेगा  का उस बात का अनुमान लगाना बहुत मुश्किल था क्योंकि वो दोनों रात भर बारी बारी से मेरी बीवी को चोद रहे थे. कल आदित्य नरेगा  अचानक बाज़ार में हमे मिल गया था और उसे देखकर मेरी बीवी मचल गई और मुझसे कहने लगी कि उसे आज रात के लिए बुला लो. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है


 क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी फिर मैंने उससे कहा कि डार्लिंग पिछले एक हफ्ते से रोज तुम दूसरों से चुदवा रही हो और आज तुमने मुझसे चुदवाने का वादा किया था. तो उसने मुझसे कहा कि डार्लिंग तुम कल मुझे चोद लेना, देखो ना आदित्य नरेगा  भाई साहब कितने दिनों के बाद मिले है, में तो अब तक उनके लंड का स्वाद ही भूल गई हूँ. दोस्तों मेरी बीवी आदित्य नरेगा  के लंड की बहुत दीवानी है वो उसका लंड बहुत चूसती है और उससे चुदवाती भी है और गांड भी मरवाती है. वो उससे कहती है कि आप मेरे पास आए है तो में आपको एक बूँद भी माल वापस लेकर जाने नहीं दूँगी और आपको अपनी दोनों गोलियाँ मेरे ऊपर ही खाली करनी पड़ेगी. लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों.
 

 मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है मैंने आदित्य नरेगा  से कहा कि यार राजश्री आज तुझे बुला रही है, तभी उसने इशारा किया कि उसके साथ उसका एक दोस्त भी है और उसका नाम राजेश्वर आदर्श  है और में राजेश्वर आदर्श  को नहीं जानता था, लेकिन मेरी बीवी ने फ़ौरन इशारा किया और मुझसे कहा कि हाँ ठीक है आप उसे भी बुला लो. फिर आदित्य नरेगा  ने मुझे थोड़ा अलग ले जाकर कहा कि यार मुझे पता नहीं यह हमारे इस खेल में शामिल होगा या नहीं? लेकिन दोस्तों में अपनी बीवी को जानता हूँ कि वो उसे भी अपने कातिल जिस्म का दीवाना जरुर बना सकती है इसलिए मैंने कहा कि यार तुम उस बात की चिंता बिल्कुल छोड़ दो और तुम दोनों आ जाओ बाकी सब कुछ राजश्री सम्भाल लेगी. इस बीच मेरी बीवी समझ गई कि आदित्य नरेगा  थोड़ा हिचकिचा रहा है. फिर वो उसके पास गई और उसके लंड पर हाथ घुमाते हुए बोली कि अगर आप घर पर नहीं आ सकते तो यहाँ गाड़ी में ही आ जाइए, मुझे थोड़ा चूस तो लेने दीजिए. क्या दोस्तों आपने अपने बहन की चूची को दबाया है.


 मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है तभी राजेश्वर आदर्श  ने उसे आदित्य नरेगा  का लंड सहलाते हुए देखा तो वो एकदम से चौंककर मेरी तरफ देखने लगा. मैंने हंसते हुए उसकी तरफ आँख मारी और कहा कि यार गाड़ी में आ जाओ कम से कम देखने का मज़ा तो ले लो. अब आदित्य नरेगा  और मेरी बीवी गाड़ी में पिछली सीट पर बैठ गये में और राजेश्वर आदर्श  अगली सीट पर बैठकर पीछे मुड़कर उनके कामों नज़ारा देखने लगे जो वो अब इसके आगे करने वाले थे. फिर मेरी बीवी ने जल्दी से अपना ब्लाउज और ब्रा को ऊपर खींचकर दूध  को बाहर निकाल दिया और फिर आदित्य नरेगा  की पेंट की ज़िप को खोलकर लंड को बाहर निकाला और बिल्कुल पागलों की तरह उसके लंड को चूसने लगी. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा .
 

मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है     राजेश्वर आदर्श  यह सब बहुत ध्यान से लेकिन बहुत चकित होकर देख रहा था. फिर मैंने राजेश्वर आदर्श  से कहा कि अब तुम भी चाहो तो उसके दूध  को दबा सकते हो और मेरे मुहं से यह बात सुनकर उसके मन से डर एकदम दूर चला गया. अब राजेश्वर आदर्श  उसके दूध  को दबाने लगा लेकिन वो अब भी थोड़ा नर्वस था. उसको समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब क्या हो रहा है. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.

 मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था     फिर मेरी बीवी मज़े ले लेकर लंड चूस रही थी और फिर उसने कहा कि भाई साहब घर पर ही चलिए ना, राजेश्वर आदर्श  भाई साहब भी तो कुछ मज़ा लेंगे. मेरी बीवी के मुहं से यह बात सुनकर वो दोनों फ़ौरन तैयार हो गये और हम सब घर पर आ गये. जब वो दोनों घर पर आए तो मैंने उन्हे व्हिस्की का एक एक गिलास भरकर थमा दिया और मेरी बीवी फ़ौरन अपने कपड़े बदलकर बिल्कुल पतली सी मेक्सी को पहनकर आकर आदित्य नरेगा  के पास में बैठ गई. उसने अंदर ब्रा, पेंटी नहीं पहन रखी थी और मेक्सी में से उसके दूध  साफ साफ झलक रहे थे. उसके ठीक सामने राजेश्वर आदर्श  बैठा हुआ था और बीच में एक छोटी सी सेंटर टेबल रखी हुई थी. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.


 साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है तभी अचानक मेरी बीवी ने कहा कि भाई साहब आपके गाल पर कुछ लगा हुआ है और वो उठकर थोड़ा आगे को झुककर राजेश्वर आदर्श  के गाल सहलाने लगी और उसके इस तरह से झुकने से अब उसके दूध  मेक्सी के बड़े गले से बाहर निकलकर राजेश्वर आदर्श  को बिल्कुल साफ साफ दिखने लगे थे. तभी उसके गालों को सहलाकर वो थोड़ा और झुकी और उसके होंठो को चूमने लगी. राजेश्वर आदर्श  का एक हाथ पकड़कर उसने उसे अपनी छाती पर रख दिया और अब राजेश्वर आदर्श  उसके दूध  को सहलाने लगा और उधर आदित्य नरेगा  ने मेक्सी के नीचे से हाथ घुसाकर उसके चूतड़ को सहलाना शुरू कर दिया. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.


 मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया मेरी बीवी ने राजेश्वर आदर्श  के गाल पर अपना गाल रगड़ते हुए कहा कि भाई साहब आप अब बिल्कुल भी संकोच ना करो और अपने दोनों हाथों से मेरे दोनों दूध  को आराम से अपना समझकर दबाइए और फिर वो दोबारा से उसके होंठो को चूमने लगी. अब राजेश्वर आदर्श  उसके दोनों दूध  को धीरे धीरे दबाने लगा और आदित्य नरेगा  शायद उसकी चूत को चोदने की कोशिश कर रहा था और अब राजश्री ने अपने दोनों पैरों को थोड़ा सा फैला दिया जिसकी वजह से आदित्य नरेगा  उसकी चूत तक बहुत आसानी से पहुँच गया और वो अब उसकी चूत को हल्के हल्के हाथ से सहला रहा था. वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों  .


 मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया दोस्तों जैसा वो सब कुछ चाहती थी अब शायद वो सब उसके साथ हो रहा था क्योंकि उसके चेहरे की शरारती हंसी यह बात मुझे बता रही थी कि वो उन दोनों के काम से बहुत खुश थी. मेरे मित्रगणों  चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया.


 ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों   तभी आदित्य नरेगा  के ऐसा करने के थोड़ी ही देर में मेरी बीवी अपना पूरा धैर्य अब खो बैठी और अब उसने एक ही झटके में अपनी मेक्सी को उतारकर मेरे ऊपर फेंक दिया और वो अब बिल्कुल नंगी हो गई. उसने थोड़ा आगे की तरफ आकर राजेश्वर आदर्श  के मुहं में अपना एक निप्पल घुसाकर बोली कि चलिए ना भाई साहब बेडरूम में चलते है. अब मुझसे ज्यादा देर रुका नहीं जाता. फिर राजेश्वर आदर्श  उसके दूध  को चूसते हुए उसके चूतड़ को सहलाने लगा, मेरी बीवी ने एक अच्छा मौका देखकर उसकी पेंट की ज़िप को खींचकर खोल दिया और फिर अपने हाथ को अंदर घुसाने की कोशिश करने लगी, लेकिन बैठे हुए यह सब करना बहुत मुश्किल था और आख़िर में वो उसके सामने ज़मीन पर बैठ गयी और उसने उसके दोनों पैरों को फैलाया. मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया.


 उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब  फिर ज़िप में हाथ घुसाकर लंड को बाहर निकाल लिया और अब लंड के बाहर आते ही वो उसे चूसने लगी. राजेश्वर आदर्श  यह सब देखकर एकदम भोचक्का सा मुझे देख रहा था क्योंकि मेरी बीवी मेरे सामने बिल्कुल नंगी होकर उसका लंड चूस रही थी. मैंने मुस्कुराकर उसे आँख मारी और अब आदित्य नरेगा  भी धीरे धीरे मुस्कुरा रहा था. मैंने कहा कि यार अंदर बेडरूम में आ जाओ. फिर तुम बहुत आराम से सब कुछ कर सकते हो और फिर हम चारों बेडरूम में आ गए और आदित्य नरेगा  ने जल्दी से अपने सारे कपड़े उतारकर दूर फेंके और बेड पर आ गया, लेकिन राजेश्वर आदर्श  को अभी तक अपने कपड़े उतारने का मौका नहीं मिला था. क्योंकि यहाँ आकर बेड पर उसे बैठाकर मेरी बीवी फिर उसका लंड चूसने लगी थी. मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों  .


 क्या बताऊ मेरे मित्रगणों  मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया फिर आदित्य नरेगा  ने उसके दोनों पैरों को फैलाया और फिर चूत को चाटने लगा और अब राजेश्वर आदर्श  को ठीक मौका लगा और उसने भी फटाफट अपने सारे कपड़े उतार फेंके और मेरी बीवी से चिपककर उसे चूमने लगा. मेरी बीवी ने आदित्य नरेगा  से कहा कि भाई साहब अब आप इधर आइए और राजेश्वर आदर्श  भाई साहब को भी ज़रा मेरा स्वाद चखने दीजिए. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था .


 उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये  फिर आदित्य नरेगा  ने अपना लंड राजश्री के मुहं पर रख दिया जिसे वो फ़ौरन चाटने लगी. उधर राजेश्वर आदर्श  अब उसकी चूत चाट रहा था और मेरी बीवी चुदवाने के लिए बिल्कुल तैयार हो चुकी थी और आख़िर में मुझे ही कहना पड़ा कि राजेश्वर आदर्श  भाई अब बहुत हुआ, अब आगे के काम की शुरूवात भी करिए. राजेश्वर आदर्श  तुरंत उठा और अपना लंड उसने मेरी बीवी की चूत पर रखा और लंड का चूत पर दबाव बनाते हुए उसे चूत के अंदर घुसाने लगा और अब वो पूरा ज़ोर लगाकर बहुत मज़े लेकर मेरी बीवी को चोद रहा था और मेरी बीवी भी बहुत मस्त होकर चुदवा रही थी और साथ ही आदित्य नरेगा  का लंड चूस रही थी. मेरी बीवी ने फिर से कहा कि भाई साहब आप बिल्कुल भी हिचकिचाईएगा नहीं और अगर आप चाहें तो उसके नीचे दूसरा छेद है आप उसका भी इस्तेमाल कर सकते है. मेरे मित्रगणों  मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है.


उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है अब राजेश्वर आदर्श  ज़ोर ज़ोर से हँसने लगा और चूत से अपने लंड को बाहर निकालकर उसने अब गांड में अपने लंड को डाल दिया और फिर मुझे देखकर बोला कि यार तेरी बीवी तो बहुत मस्त है. तभी आदित्य नरेगा  ने उसके मुहं से लंड को बाहर निकाला और नीचे आकर कहा कि यार अब थोड़ा मुझे भी चोदने दो. में कब तक इसके मुहं में अपना लंड हिलाता रहूँगा. मुझे भी तो इसकी चूत को अपने लंड का मज़ा देने दो. अब राजेश्वर आदर्श  अपनी जगह से हटा गया और आदित्य नरेगा  ने मेरी बीवी की चूत में अपना लंड घुसेड़ दिया. राजेश्वर आदर्श  ने मेरी बीवी के मुहं पर अपना लंड रख दिया, वो अब उसे चूसने लगी और थोड़ी देर में राजेश्वर आदर्श  ने कहा कि डियर थोड़ा सम्भल जाओ क्योंकि अब मेरा वीर्य निकलने वाला है और अब उसने मेरी बीवी के मुहं में ज़ोर ज़ोर से धक्के देने शुरू किए. मेरे मित्रगणों  एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया.


मेरे मित्रगणों  चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए मेरी बीवी ने फ़ौरन कहा कि आप बिल्कुल मत हिचकिचाईए भाई साहब जहाँ आपका मन करे आप वहाँ पर अपना वीर्य निकाल दीजिए क्योंकि मेरे लिए तो यह माल अमृत समान है. फिर दो मिनिट बाद राजेश्वर आदर्श  उसके मुहं में ताबड़तोड़ धक्कों के साथ झड़ने लगा और मेरी बीवी बहुत मज़े लेकर उसका गरम गरम वीर्य चूसकर चाटकर साफ करने लगी. अब आदित्य नरेगा  ने भी जल्दी से अपना लंड उसकी चूत में से बाहर निकालकर गांड में डाल दिया और अब उसने अपने धक्कों की स्पीड को बड़ा दिया था. शायद वो भी अब झड़ रहा था और कुछ देर झड़ने के बाद वो दोनों एकदम शांत होकर मेरी बीवी के आस पास में लेट गये, लेकिन अब भी उन दोनों के हाथ मेरी बीवी के जिस्म पर इधर उधर घूम रहे थे और मेरी बीवी के दोनों हाथ उनके लंड को मसलने में लगे हुए थे. ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है.
एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया मैंने अपने बीवी से पूछा कि क्यों मज़ा आया? तो उसने कहा कि हाँ बहुत लेकिन अभी में इन्हे छोड़ने वाली नहीं हूँ. यह दोनों यहाँ से अपना एक बूँद माल भी वापस लेकर नहीं जा सकते. फिर मैंने कहा कि हाँ ठीक है डार्लिंग, तुम आज रात भर इन दोनों से जी भरकर चुदवाना और फिर रात भर वो दोनों बारी बारी से और बार बार उसे चोदते रहे. वो कभी गांड मारते रहे तो कभी चूत और बारी बारी से अपना लंड भी उससे चुसवाते रहे और में सोफे पर लेटा लेटा उसको चुदवाते हुए देखता रहा और मुझे पता ही नहीं चला कि में कब सो गया और कब सुबह हुई. है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई.
मेरे मित्रो मामा की लड़की की चुदाई में बड़ा मजा आया तो दोस्तों यह थी मेरी बीवी की चुदाई की कहानी जिसमे वो पूरी रात चुदती रही और में उसकी चुदाई को देखता रहा. मेरे मित्रगणों  कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया मेरे मित्रगणों  वो मदहोस थी चुदाई के लिए.

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