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बीवी को शिमला में चुदवाया

Posted on:- 2024-03-28


दोस्तों नमस्कार आपकी की चुदाई कैसी चल रही है मजा तो आ रहा है न, मेरा नाम राजू चूतमारे  है और में नॉएडा  का रहने वाला हूँ. उम्र 33 साल, हाईट 5.2 फुट 9 इंच, लंड 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा और जिम बॉडी है. ये स्टोरी जून 2013 की है, में और मेरी पत्नी शिमला घूमने गये थे. हमारी शादी को करीब 5 साल हो चुके थे. अब में आपको अपनी पत्नी के बारे में बता दूँ, उसका नाम अर्पणा  है. उम्र 30 साल, हाईट 5 फुट 6 इंच, साईज़ 34-28-36, एकदम गोरी, ठीक ठाक भरी हुई है, उसके बूब्स और गांड पर तो मैंने कितने लोगों को घूरते देखा है और मुझे इससे जलन नहीं होती बल्कि मज़ा आता है. अर्पणा  काफ़ी सुंदर है, में और मेरी पत्नी सेक्स का भरपूर मज़ा लेते है. मुझे उसकी ब्रा-पेंटी उतारने से लेकर उसकी चूत चाटने तो कभी-कभी उसकी गांड चाटने में बहुत ही मज़ा आता है, ख़ास कर जब में उसकी गांड चाटता हूँ तो उसे सिग्नल मिल जाता है कि आज तो में उसकी गांड मार कर ही रहूँगा. अच्छा दोस्तों क्या आपने किसी लड़की को चोदा है सच्ची बताना.


 अच्छा दोस्तों गांड मरने का अपना अलग मजा है अर्पणा  भी कभी-कभी अपने आप ही मेरा लंड पकड़कर अपनी गांड में घुसवा लेती है. सच में मेरी पत्नी की गांड मारने का मन हर देखने वाले का करता होगा. अर्पणा  को भी मेरा लंड चूसने में काफ़ी मज़ा आता है. कई बार वो अपनी मर्ज़ी से एकदम नंगी हो कर बिस्तर पर आ जाती है और मेरा लंड चूसने लग जाती है. हम सेक्स में हर तरीका अपनाते है. हमें इसमें काफ़ी मज़ा आता है. हम नेट पर पॉर्न भी देखते तो कभी-कभी सेक्स करते वक़्त में अपने दोस्तों की बीवीयों के साथ सेक्स करने के लिए कहता तो उसे कोई परेशानी नहीं होती थी, लेकिन जब में उसको मेरे दोस्तों के साथ सेक्स करने के लिए कहता तो वो मना कर देती, लेकिन उसे और मुझे सेक्स में इन बातों से बहुत मज़ा आता था. आप लॉप ने कभी न कभी तो किसी न किसी की गांड मरी ही होगी .


 क्या दोस्तों आपने कभी भाभी को चोदा है कितना मजा आया बताना जरा अब गर्मियों की छुट्टियों में हम अपने दोस्तों और बच्चो के साथ घूमने गये थे, लेकिन वहाँ भी कोई चान्स नहीं लगा. शायद वो इसके लिए राज़ी भी नहीं होती, क्योंकि वो मेरे सभी दोस्तों की बहुत इज़्ज़त करती थी, लेकिन सेक्स में उसका स्टाईल ही ऐसा था कि इस दौरान मेरी इच्छा होने लगी कि कोई मेरे सामने अर्पणा  को चोदे. ऐसा काफ़ी टाईम तक चलता रहा. फिर एक दिन में मार्केट से वाइब्रेटर लेकर आया और रात को अर्पणा  को सरप्राइज दिया. फिर जब में उसकी गांड मार रहा था तो मैंने वाइब्रेटर उसकी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगा तो अर्पणा  आअहह आआआआआआअहह की आवाज़े निकालने लगी और एड्जस्ट करके अपने हाथ से पूरा का पूरा अंदर ले लिया. अब उसे बहुत मज़ा आ रहा था, तभी में बोला. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है.


में : अर्पणा  दूसरा लंड कैसा है?

अर्पणा  : बहुत अच्छा डार्लिंग.

में : तुम्हें दो लंड एक साथ अच्छे लग रहे है?

अर्पणा  : हाँ बहुत.

में : -सोचो, अगर इस रबड़ के लंड में इतना मज़ा आ रहा है तो असली लंड में कितना मज़ा आयेगा?

अर्पणा  : हटो, मुझे सिर्फ़ तुम्हारा ही चाहिए, ये ही काफ़ी है.

में : मेरा क्या?

अर्पणा  : लंड आआआआआआअहह पूरा घुसाओ ना प्लीज और उसकी चूत से पानी गिरने लगा.

 क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी फिर करीब 1 घंटा सेक्स करने के बाद हम सो गये. फिर कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा. फिर मेरे दिमाग़ में एक प्लान आया कि क्यों ना में अर्पणा  को कहीं उसकी पसंद की जगह पर घूमाने ले जाऊं? शायद कोई बात बन जाए. इसी दौरान एक मॉल में मुझे एक लकी ड्रॉ में एक फ्री ट्रिप शिमला जाने का कूपन मिला तो मैंने अर्पणा  को इस बारे में बताया तो वो बहुत ही खुश हुई. अर्पणा  को शिमला देखना था तो कुछ दिनों के बाद हमने शिमला जाने का प्लान बनाया और मैंने बुकिंग कर दी. लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों.
 

मेरे मित्रगणों  क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया अब हम अपने तय दिन पर सुबह 4 बजे दिल्ली से अपनी गाड़ी में निकले और सफ़र का मज़ा लेते हुए करीब 1 बजे शिमला रिसोर्ट पहुँच गये. शिमला रिसोर्ट काफ़ी बड़ा और शानदार था. रिशेप्शन पर हमें एक जवान सुंदर लड़का मिला, उसने अपना नाम संजीव गंडमारे  बताया और हमें वेलकम कहा. फिर सारी बातें बताने के बाद वो हमें अपने रिसोर्ट के बारे में बताता हुआ हमें हमारे रूम तक ले गया. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.


 क्या दोस्तों आपने अपने बहन की चूची को दबाया है फिर उसने रूम का दरवाजा खोला, रूम अन्दर से काफ़ी अच्छा था. फिर वो हमें रूम की सुविधाओं के बारे में बता कर जाने लगा और जाने से पहले उसने अपना पर्सनेल मोबाईल नम्बर मुझे दिया और कहा कि कभी भी किसी चीज की ज़रूरत हो तो हम उसे कॉल कर सकते है. फिर उसने जाने से पहले एक मेंबरशिप पॉलिसी का भी ज़िक्र किया और बोला पहले आप आराम कर लीजिए फिर में आपको शाम को मिलता हूँ. संजीव गंडमारे  काफ़ी स्मार्ट था, हाईट 6 फुट होगी वो काफ़ी गठीले शरीर का था. मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.


 ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा  अर्पणा  को भी उसका स्वभाव काफ़ी पसंद आया. अब हम दोनों रूम में अकेले थे. अब मुझसे रहा नहीं गया और हमने फटाफट सेक्स करना चालू कर दिया और थोड़ी देर के लिए सो गये. फिर शाम को हमें संजीव गंडमारे  ने पूरा रिसोर्ट घुमाया. अब वो हमारे साथ काफ़ी फ्रेंड्ली हो गया था. में देख रहा था कि उसकी नज़र अर्पणा  पर थी और मुझे ये सब अच्छा लग रहा था, जब बारिश का मौसम था इसलिए हमें काफ़ी सर्दी लग रही थी. फिर हम मॉल रोड़ गये और वहाँ से मैंने अर्पणा  के लिए एक सेक्सी शॉर्ट नाईटी ली. मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है  .  


 क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये अब में मार्केट में अर्पणा  की गांड पर तो कभी बूब्स पर, टच किए जा रहा था. अर्पणा  को ये अच्छा लग रहा था, लेकिन वो मुझे मना कर रही थी कि कोई देख ना ले. अब अर्पणा  काफ़ी खुश थी तो मैंने एक छोटी बोतल विस्की की ले ली तो अर्पणा  ने मना किया, लेकिन मेरे रिक्वेस्ट करने पर वो मान गयी. अब हम रिसोर्ट वापस आ गये. फिर करीब 8 बजे हमने लाईट डिनर भी लिया और अपने रूम में आ गये. अब रूम में आते ही मैंने अर्पणा  को अपनी बाहों में भर लिया तो अर्पणा  मचलने लगी और मेरे से छूटकर उसने अपनी नई नाइटी ली और बाथरूम में जाने लगी. अब मैंने रूम का हीटर चालू कर दिया और संजीव गंडमारे  को फोन मिलाया. मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.


संजीव गंडमारे  : हैल्लो.

में : हैल्लो संजीव गंडमारे , में राजू चूतमारे  बोल रहा हूँ रूम नम्बर ***

संजीव गंडमारे  : ओह, हैल्लो सर कहिए में आपके लिए क्या कर सकता हूँ?

में : यार आप अपनी पॉलिसी के बारे में बता रहे थे तो क्या आप अभी हमारे रूम में आ सकते हो?

संजीव गंडमारे  : लेकिन, सर अभी तो में व्यस्त हूँ, क्या कुछ देर के बाद आ जाऊं?

में : कितनी देर में?

संजीव गंडमारे  : मेरी ड्यूटी 9 बजे ख़त्म हो जायेगी, उसके बाद में बिल्कुल फ्री हूँ.

में : ओके, तुम आ जाना मुझे कोई प्रोब्लम नहीं है, में तुम्हारा इंतज़ार करूँगा, ओके बाय.

 मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था     इतने में अर्पणा  भी फ्रेश होकर बाथरूम से नाइटी पहनकर निकली, वाउ क्या ग़ज़ब लग रही थी वो? उस नाइटी में उसकी भरी हुई सफेद जांघे काफ़ी सेक्सी लग रही थी. उस नाइटी के अन्दर साफ दिख रहा था कि उसने काले कलर की ब्रा और पेंटी पहनी हुई है. फिर मैंने भी फटाफट अपने कपड़े उतारे और एक अपनी चड्डी और बनियान में बेड पर उसके साथ आ गया. फिर मैंने अर्पणा  को अपनी बाहों में भर कर इधर उधर किस करना शुरू कर दिया तो वो गर्म होने लगी. अब वो इस ट्रिप पर बहुत खुश थी, क्योंकि सिर्फ़ वहां हम दोनों ही थे और किसी की टेन्शन भी नहीं थी. फिर मैंने विस्की का एक पेग बनाया और पीने ही वाला था कि अर्पणा  ने मुझे रोक लिया और कहा कि तुम ये मत पियो. (में शराब नहीं पीता ये तो ट्रिप पर सेक्स का मज़ा लेने के लिए ली थी) फिर मैंने अर्पणा  को पीने के लिए मना लिया और एक पेग अर्पणा  को पिला दिया. फिर थोड़ी देर में हम एक दूसरे पर टूट पड़े. अब मेरा हाथ उसके बूब्स दबा रहा था और वो मेरे शरीर पर हाथ फैर रही थी. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.


 साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है अब में उसकी नाइटी के अंदर हाथ डालकर कभी उसकी चूचीयाँ दबाता तो कभी उसकी चूत को सहलाता. अब वो सिसकियां भरने लगी थी, अब उसे थोड़ा विस्की का और थोड़ा सेक्स का नशा चढ़ रहा था. तभी मैंने एक और पेग उसे दे दिया और वो पी गयी, अब उसकी पेंटी गीली हो चुकी थी. अब में उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत चाट रहा था और अब वो आआआहह की आवाज़े निकाल रही थी. इतने में उसने मेरी चड्डी में हाथ डालकर मेरे लंड को पकड़ा और सहलाने लगी. अब हम 69 पोजिशन में थे और में उसकी पेंटी को बिना उतारे एक तरफ करके उसकी चूत चाटने लगा. अब वो भी मेरा लंड निकाल कर चाटने लगी तो उसके मुँह से ऊऊम्म्म्म हह ऊमम हह की आवाज आ रही थी. अब में एक उंगली अर्पणा  की चूत में और दूसरी उंगली उसकी गांड में अंदर बाहर कर रहा था. अब उसे बहुत मज़ा आ रहा था. तभी अर्पणा  अपने मुँह में से लंड निकाल कर बोली. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.


अर्पणा  : क्या आप वाइब्रेटर लाए हो?

में : नहीं, क्यों तुम्हें चाहिए?

अर्पणा  : नहीं बस, बहुत मज़ा आ रहा था इसलिए.

मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया तभी डोर बेल बजी, मैंने देखा तो 9 बज चुके थे. शायद संजीव गंडमारे  ही होगा, अर्पणा  को अजीब लगा की कौन है? ऐसे माहौल में सारा मज़ा खराब हो गया था. उसे ये नहीं पता था कि मैंने उसके लिए क्या इंतज़ाम किया है? फिर मैंने अर्पणा  से बोला कि तुम कंबल में ही रहो और में अभी आता हूँ और उसने कंबल से अपने आपको ढक लिया. फिर मैंने डोर ओपन किया तो देखा कि संजीव गंडमारे  है. फिर मैंने उसे रूम में अंदर आने को कहा तो वो अंदर आ गया. फिर संजीव गंडमारे  ने अर्पणा  को भी हाय बोला और कहा कि मैंने आप लोगों को परेशान तो नहीं किया. फिर मैंने उसे बैठने के लिए कहा और वो उसी साईड में बैठ गया जिस साईड में बेड पर अर्पणा  थी. अब अर्पणा  को नशा चढ़ गया था तो उसने हमारी बातें 2-3 मिनट तक सुनी फिर वो अपना उदास चेहरा दूसरी तरफ करके लेट गई. वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों  .


 मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया अब में भी कंबल में था और अंदर से अर्पणा  की गांड को सहला रहा था. अब संजीव गंडमारे  ने मुझे फटाफट रिसोर्ट की मेंबरशिप के बारे में बताया और में बोला कि ये मेंबरशिप में लेने के लिए तैयार हूँ, लेकिन में इस ट्रिप को यादगार बनाना चाहता हूँ तो संजीव गंडमारे  बोला थैंक यू सर, में आपकी हर मदद करने के लिए हाज़िर हूँज अब में अपनी पत्नी के बूब्स भी सहलाने लगा. ये सब संजीव गंडमारे  महसूस कर रहा था कि कंबल के अंदर क्या हो रहा है? कंबल में हलचल हो रही थी और अर्पणा  भी चुपके से मेरे लंड को आगे पीछे कर रही थी, लेकिन उसका मुँह दूसरी तरफ था. तभी में कंबल से उठा और जानबूझ कर संजीव गंडमारे  के सामने ही अर्पणा  के ऊपर से कंबल हटा दिया. वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों . 


 मेरे मित्रगणों  चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया अब मेरी पत्नी की गोरी-गोरी नंगी टांगे संजीव गंडमारे  के सामने थी तो संजीव गंडमारे  की आँखे खुली की खुली रह गयी. अब में उसके सामने ही अपने हाथ से उसकी गांड और कमर सहला रहा था. फिर मैंने संजीव गंडमारे  का हाथ पकड़कर अर्पणा  की गांड पर रख दिया, अब अर्पणा  नशे में थी. फिर जब में 2 मिनट में बाथरूम से आया तब तक संजीव गंडमारे  अर्पणा  की गीली चूत पर भी हाथ फैर रहा था, कभी पेंटी के अंदर तो कभी पेंटी के बाहर हाथ फेर रहा था. फिर मैंने बेड पर आकर अर्पणा  के मुँह के पास अपना लंड रख दिया और उसके मुँह पर अपना लंड रगड़ने लगा. अब अर्पणा  ने अपनी आँखे बंद कर रखी थी और मुँह खोलकर मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया, वाह्ह अब की बार तो फीलिंग ही कुछ और थी. फिर मैंने अर्पणा  को डॉगी स्टाइल में होने को बोला तो वो हो गयी. फिर संजीव गंडमारे  ने भी अब अर्पणा  की पेंटी एक तरफ करके उसकी हल्के बालों वाली चूत के दर्शन किए और उसे चाटने लगा. अब अर्पणा  को भी बहुत मज़ा आने लगा था. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों  .


 मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया अब मैंने संजीव गंडमारे  को अपने कपड़े उतारने का इशारा किया तो उसने एक बार में ही सारे कपड़े उतार दिए और बिल्कुल नंगा हो गया. अब उसका लंड देखकर में भी खुश हुआ. वो लगभग 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा होगा, वाह क्या लंड था उसका? अब अर्पणा  ने मेरी तरफ देखा तो मैंने उसे इशारे में रिक्वेस्ट की वो जान गयी थी कि अब तो मना करने में कोई फ़ायदा नहीं है, बस अब तो चुदवाने में ही फ़ायदा है. फिर संजीव गंडमारे  ने उसकी पेंटी उतार दी, क्या बात थी अर्पणा  एक अजनबी मर्द के सामने बिल्कुल नंगी क्या लग रही थी? फिर मैंने भी उसकी ब्रा और अपनी चड्डी निकाल दी थी. अब हम तीनों रूम में बिल्कुल नंगे थे और अब रूम कुछ हमारी सिसकियों से तो कुछ हीटर से गर्म हो चुका था. अब संजीव गंडमारे  अपना लंड अर्पणा  की चूत पर रगड़ रहा था और साथ ही वो अपने लंड से मेरी पत्नी की चूत पर थप्पड़ भी लगा रहा था. उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब. 
 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों    वो अर्पणा  की चूत पर अपना लंड रखता और हटा लेता. फिर अर्पणा  ने मेरा लंड अपने मुँह से निकाला और आगे पीछे होकर संजीव गंडमारे  के लंड को चूत में घुसवाने की कोशिश करने लगी. तभी अर्पणा  ने उसका लंड पकड़ा और अपनी चूत में घुसा लिया तो पीछे से संजीव गंडमारे  ने भी जोरदार धक्का लगाया तो उसकी आआआहह की चीख निकल गयी. अब उसका लंड एक बार में ही पूरा अंदर चला गया था, चोद दो और चोदो, पूरा लंड घुसाना प्लीज़ संजीव गंडमारे  प्लीज, पहली बार अर्पणा  ने संजीव गंडमारे  का नाम लिया था. अब वो पूरी तरह से दो-दो लंड का मज़ा लेना चाहती थी. इस तरह 10 मिनट तक चोदने के बाद मैंने उसे मिशनरी पोजिशन में लेटाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया. अब अर्पणा  संजीव गंडमारे  का लंड बड़े मज़े से चूस रही थी और में उसे चोद रहा था. फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसकी गांड चाटने लगा तो अर्पणा  समझ गयी कि अब उसकी गांड की बारी है. उसकी गांड पर मेरी जीभ लगते ही वो काँप उठी. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों  मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया.


 कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था  फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड में घुसाया, अभी आधा ही लंड उसकी गांड में गया होगा कि वो दर्द महसूस करने लगी. वो बोली डार्लिंग धीरे से घुसाओ, में मर जाऊंगी, फिर में बोला कि मेरी रानी अभी तो मेरा आधा ही गया है जब संजीव गंडमारे  का पूरा जायेगा तो क्या होगा? और वो स्माइल देने लगी. अब धीरे-धीरे मैंने पूरा लंड अन्दर घुसा दिया और अपनी स्पीड तेज़ कर दी. वो आआआआआआआआआअहह डार्लिंग और तेज़ और तेज़ बोलने लगी. फिर करीब 15 मिनट तक धक्के लगाने के बाद में रुका और संजीव गंडमारे  को नीचे से अर्पणा  की चूत में लंड घुसाने के लिए बोला. अब संजीव गंडमारे  लेट गया और अर्पणा  उसके ऊपर बैठकर लंड अपनी चूत में लेने लगी और मैंने ऊपर से उसकी गांड में लंड घुसा दिया. अब अर्पणा  को थोड़ी परेशानी होने लगी थी, लेकिन मैंने पूरा लंड अन्दर घुसा दिया, आआआह्ह्ह्ह्ह प्लीज आज मेरी गांड और चूत दोनों फाड़ दो. मारो मेरी और मारो, मुझे जी भरकर चोदो, प्लीज फुक मी, आप तो चाहते ही थे ना कि में दो लंड एक साथ लूँ, अब तो खुश हो आप और चोदो मुझे. अब अर्पणा  की गांड और चूत में से काफ़ी सारा पानी निकल रहा था. उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये.

 मेरे मित्रगणों  मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है अब वो एकदम पागल सी हो गयी थी और झड़ने वाली थी तो वो बोली कि संजीव गंडमारे  चोदो मुझे, में झड़ने वाली हूँ. इतने में ही उसकी चूत में से बहुत सारा पानी निकलने लगा, आआआआआआहह में गयीईईई और वो ढीली पड़ गयी. तभी हम भी झड़ने वाले थे. फिर मैंने संजीव गंडमारे  की तरफ इशारा किया कि अंदर मत निकालना, अर्पणा  के मुँह में निकालना. (अर्पणा  को वीर्य का स्वाद काफ़ी अच्छा लगता है) फिर हम उठकर अपना लंड अर्पणा  के मुँह के पास हिलाने लगे तो पहले में झड़ गया आआआआआआआअहह मेरा वीर्य अर्पणा  के मुँह के अंदर और बाहर दोनों जगह फैल गया था. फिर संजीव गंडमारे  का भी निकल गया. फिर अर्पणा  हम दोनों का वीर्य पी गयी और अर्पणा  ने हमारे लंड भी अपनी जीभ से चाट-चाट कर साफ कर दिए. अब हम तीनों के चेहरो पर खुशी थी और थोड़ी देर तक हम अर्पणा  को अपने बीच में लेटाकर पड़े रहे. दोस्तों उस रात हमने 3 बार सेक्स किया था. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है  मेरे मित्रगणों  कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया मेरे मित्रगणों  मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु.

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