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बीवी को मोटे लंड से चुदवाया

Posted on:- 2024-04-08


सासीरयकाल मेरे प्यारे साथियो आशा है की भाभी की चुदाई अच्छी चल रही होगी , कैसे है आप सब? आपकी लंड जोस जगानेवाला स्टोरी पढ़कर बहुत मज़ा आता है, तो मैंने सोचा कि में भी अपनी आप बीती लिखूं. सबके जीवन में चुदाई  इन्जॉय करने का वक़्त आता है और जवानी में हमारा भी वक़्त आया था, मेरी शादी हुई, बीवी आई, नॉर्मल चुदाई  लाईफ इन्जॉय की, बच्चे भी हुए और अब बड़े होकर शादी करके बाहर चले गये है. अच्छा दोस्तों क्या आपने किसी लड़की को चोदा है सच्ची बताना क्या दोस्तों आपने कभी भाभी को चोदा है कितना मजा आया बताना जरा.


 

 मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है अब हम मियां बीवी रह गये है, मेरी उम्र 52 साल और मेरी बीवी की उम्र 47 साल है, मेरा पेट आगे निकला हुआ है, मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच, रंग सांवला, कमर 44, भारी गांड, लंड खड़ा होने पर 5 इंच का है. मेरी बीवी गोरी, भरा हुआ बदन, हाईट 5 फुट, गदराये बूब्स 38D, कमर 36, भारी-भारी गांड शायद 40 की होगी, पहनने ओढ़ने की शौकीन, वो अच्छी मांसल सेक्सी लगती है. हम अकेले ही घर में रहते है, हमें ब्याज किराए की अच्छी इनकम हो जाती है. क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी..


 

 लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों  बच्चे थे तो हम उन्ही में बिज़ी रहते थे और रात में कभी मौका मिला, तो जल्दी-जल्दी चुदाई कर ली और जल्दी-जल्दी निपटना पड़ता था क्योंकि कोई जाग ना जाए. अब अकेले रहने से खुली छूट मिल गई है. हमारी 4-5 साल से जमकर चुदाई होती थी, ब्लू फिल्म की सी.डी टीवी पर लगाकर देखते, ग्रुप चुदाई  की सी.डी जिसमें जोड़े पार्ट्नर बदलकर चोदते थे, एक दूसरे के लंड चूत चूसते और फिर ग्रूप चुदाई करते. अब उसमें सबके लंड बहुत बड़े-बड़े रहते थे, तो मेरी बीवी बड़े लंड को ललचाई नजर से देखती थी. मेरा लंड भी छोटा होने की वजह से में भी बड़े लंड को उत्सुकता से देखता था. मेरे मित्रगणों  क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया.


 

 मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है मेरी बीवी कहती है कि कितने बड़े-बड़े लंड है? इनके पार्ट्नर इतना बड़ा लंड अपनी चूत में कैसे ले लेती है? देखो इतना बड़ा लंड उछल-उछलकर ले रही है कहकर मुझसे चिपक जाती और मेरी चड्डी में अपना एक हाथ डालकर मेरे लंड से खेलने लगती. क्या दोस्तों आपने अपने बहन की चूची को दबाया है.


 

 मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है फिर में उसके बूब्स मसलने लगता और फिर हम अपने कपड़े उतार देते और में उसके बूब्स की निप्पल को अपने मुँह में लेकर चूसने लगता और वो मेरे छोटे से लंड को अपनी मुठी में लेकर आगे पीछे करती रहती थी. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा .


 

 मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है     फिर में उसकी नाभि में अपनी जीभ घुमाता रहता था और फिर नीचे जाकर उसकी चूत के दाने को अपने मुँह में भरकर चूसता था. फिर वो मदहोश होकर सिसकारियाँ भरती और में अपनी जीभ से उसकी चूत को चोदता था. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.


 

 मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है कुछ देर के बाद हम 69 की पोजिशन में हो जाते और वो मेरा लंड अपने मुँह में भरकर मेरे लंड के सुपाड़े को चाटती और में मेरा लंड पूरा उसके मुँह में डालकर आगे पीछे करके उसके मुँह की चुदाई करता था और उसकी चूत को अपनी जीभ से चोदा करता था. थोड़ी देर के बाद वो सिसकियाँ लेकर अपनी चूत का पूरा पानी छोड़ देती थी. मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था .


 

 चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए  में उसे सीधा लेटाकर उसकी दोनों टाँगे अपने कंधे पर रखकर उसकी चूत में अपना लंड पूरा घुसाकर जमकर धक्के लगाता था और फिर 5-7 मिनट के बाद हम दोनों झड़कर शांत हो जाते थे. अब इन मेरा लंड ढीला रहने लगा है, कभी-कभी ही खड़ा होता है, लेकिन मेरी बीवी उतनी की उतनी गर्म है तो मैंने सोचा कि क्यों ना इसको बड़े लंड का मज़ा दिला दूँ? और में भी लंड को देखूं और फिर हम दोनों मिलकर बड़े लंड से खेले, वो भी चुदवाए और मुझे भी मज़ा आए. साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है.


 

 अब सुनिए चुदाई की असली कहानी अब इन दिनों हमारे पड़ोस में एक फैमिली रहने आई थी, वो जवान कपल दोनों ही सर्विस करते थे और उनके साथ में उनके पापा थे, उनकी बीवी की 5 साल पहले मौत हो गई थी, उनकी उम्र करीब 56-57 साल थी, लंबे चौड़े, हाईट 5 फुट 8 इंच, गठीला बदन, वो एक 2BHK फ्लेट था. उनका लड़का बहू सर्विस करने चले जाते थे, तो वो बाबा अकेले रहते थे. अब उनकी हमसे दोस्ती हो गई थी, फिर वो दिन में हमारे घर आ जाते थे और चाय, नाश्ता, प्लेयिंग कार्ड चलते थे. अब धीरे-धीरे हंसी मज़ाक भी होने लगी थी और कभी-कभी गंदे जोक्स भी हो जाते थे. मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया.


 

फिर एक दिन मेरे मुँह से निकल गया कि में ढीला लंड बनारसीदास का हूँ. फिर वो बोले कि आपका होगा ढीला लंड, यहाँ तो हमेशा तना रहता है.

 

 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों   तभी मैंने पूछा कि आपका कितना बड़ा है? तो वो बोले कि पूरा एक हाथ का है, बीवी नहीं है इसलिए मन मारकर रहना पड़ता है और रातभर बेटे बहू के पलंग पर पच-पच का म्यूज़िक चलता रहता है, क्या करें? लंड पर हाथ रखकर रहना पड़ता है, कभी मुठ भी मार लेता हूँ. फिर मैंने कहा कि में व्यवस्था करूँ क्या? तो वो बोले कि कैसे? मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.


 

 वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों    कहा कि मेरी बीवी जो है, मेरा लंड आजकल ढीला ही रहता है, हम दोनों मिलकर शेयर करेंगे. फिर वो बोले कि भाभी मान जाएगी क्या? तो मैंने कहा कि में बात करता हूँ, आप कल तैयार होकर आ जाना. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों  .


 

 मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया फिर मैंने उसी वक़्त अंदर जाकर मेरी बीवी को अपनी बाँहों में लिया चूमा, चाटा और चोदने के लिए बेड पर लेटा दिया और उसके कपड़े उतारे और खुद भी नंगा हो गया, लेकिन अब मेरा लंड खड़ा नहीं हो रहा था, तो तभी मेरी बीवी बोली कि आपका खड़ा ही नहीं हो रहा है, क्या चोदोगे? ऐसे मज़ा नहीं आता. चोदने के लिए लंड तना रहना चाहिए तभी मज़ा आता है. उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब .

 

 मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों   फिर मैंने कहा कि तुम चाहो तो तने लंड की व्यवस्था हो सकती है, तो तभी वो बोली कि कैसे? तो मैंने कहा कि पड़ोसी श्रीवास्तव  जी है और उनका लंड हमेशा तना रहता है. फिर तभी उसने पूछा कि आपको कैसे मालूम पड़ा? क्या बताऊ मेरे मित्रगणों  मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया.


 

 कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था  मैंने कहा कि वो आज बोल रहे थे उनका लंड हमेशा तना रहता है, वो कल आएगे, तुम तैयार रहना. फिर वो बहुत खुश हुई और रातभर मेरे ढीले लंड से खेलती रही, कभी अपने मुँह में लेती, तो कभी खींचती, तो धीरे-धीरे मेरा लंड भी खड़ा हुआ और हमारी जमकर चुदाई शुरू हुई. फिर दूसरे दिन पड़ोसी श्रीवास्तव  जी जैसे ही उनके बेटे बहू काम पर गये, तो वो हमारे यहाँ आ गये. फिर मेरी बीवी उनके लिए चाय लेकर आई. उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये .


 

 मेरे मित्रगणों  मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है फिर प्लेयिंग कार्ड चले, तो उसमें एक बार प्लेयिंग कार्ड में बीवी हार गई, तो मैंने पेनल्टी में श्रीवास्तव  जी के सामने ही उसको अपनी बाँहों में भर लिया और उसको किस किया. फिर एक बार श्रीवास्तव  जी उससे जीत गये, तो मैंने कहा कि श्रीवास्तव  जी आप भी पेनल्टी वसूल करिए, चूकिए मत. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है.

 

 मेरे मित्रगणों  एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया तभी श्रीवास्तव  जी ने मेरी बीवी को अपनी बाँहों में भरा और जमकर किस किया. तो मेरी बीवी ने भी अपनी बाहें श्रीवास्तव  जी के गले में डाल दी और उनसे चिपक गई. फिर श्रीवास्तव  जी ने उसके बूब्स को अपनी मुट्ठी में भर लिया और ऊपर से ही मसलने लगे. फिर मेरी बीवी भी अपना एक हाथ उनके पजामे पर ले गई और उनका लंड ऊपर से ही सहलाने लगी, तो ये देखकर मेरे शरीर में सनसनी फैल गई. मेरे मित्रगणों  चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए.


 

 ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है श्रीवास्तव  जी ने मेरी बीवी को अलग किया और उसकी साड़ी खींचकर अलग कर दी और ब्लाउज के बटन खोल दिए, उसने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी. अब उसके कबूतर आज़ाद होकर झूल रहे थे. फिर श्रीवास्तव  जी ने उसके पेटीकोट का नाडा खींचा और वो भी जमीन पर गिर गया. अब मेरी बीवी पूरी नंगी थी और उसका मांसल बदन देखकर श्रीवास्तव  जी की आँखे फटी की फटी रह गई थी, उनकी बीवी की मौत के बाद पहली बार उन्होंने किसी औरत को नंगा देखा था.

 

फिर उसने भी श्रीवास्तव  जी का कुर्ता ऊपर खींचा, तो श्रीवास्तव  जी ने अपना कुर्ता अपनी बाँहों से निकाल दिया, उन्होंने भी बनियान नहीं पहना था. अब उनको चौड़ा सीना देखकर मेरी बीवी की चीख निकल गई थी. फिर उसने उनके पजामे का नाडा खींचा, तो वो नीचे आ गिरा. एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया.


 

 है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई अब श्रीवास्तव  जी केवल चड्डी में थे, जिसमें उनका लंड बाहर निकलने को मचल रहा था. फिर मेरी बीवी ने उनकी इलास्टिक में अपना एक हाथ डालकर उसे भी खींचकर नीचे गिरा दिया. फिर उनका फनफनाता लंड बाहर आ गया, क्या लंड था? पूरा 9 इंच लम्बा और मोटा करीब 3 इंच का था, उनका लंड पूरा एक बड़े केले की साईज़ जैसे था. फिर मेरी बीवी ने अपना पूरा पंजा खोलकर उनके लंड पर रख दिया. अब उनका लंड एकदम उसमें फिट बैठ रहा था. मेरे मित्रो मामा की लड़की की चुदाई में बड़ा मजा आया.


 

 मेरे मित्रगणों  कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मेरे मित्रगणों   फिर तभी मेरी बीवी एकदम से किलकारी भरकर बोली कि हाए राम आपका कितना बड़ा है? और फिर मुझसे बोली कि देखो जी आपके लंड से एकदम डबल है. तभी श्रीवास्तव  जी बोले कि कैसा है भाई तुम्हारा लंड? हमें भी तो दिखाओ, आप भी अपने कपड़े खोल दो, हम साथ ही स्वाद लेंगे. फिर तभी मैंने भी अपने कपड़े उतारे और एकदम नंगा हो गया. उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मेरे .  

 

 उसकी बूब्स  देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी   अब मेरे छोटे नवाब भी सर उठारकर खड़े थे, अपनी पूरी आधे हाथ की लंबाई में और फिर हम दोनों ने मेरी बीवी को गोद में लिया और बेडरूम में ले जाकर बिस्तर पर लेटा दिया. मेरे मित्रगणों  मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु .


 

 उसको पेलने की इच्छा दिनों से है मेरे मित्रगणों  अब श्रीवास्तव  जी उसके बूब्स से खेलने लगे थे, तो तभी में उसके गाल पर हल्का- हल्का काटने लगा. अब श्रीवास्तव  जी उसके बूब्स की निपल अपने मुँह में लेकर उसको अपने दाँत से काटने लगे थे. फिर तभी उसके मुँह से सिसकारी निकली ओह मेरे राजा, मेरे दोनों बूब्स मज़े लेकर चूसो. अब श्रीवास्तव  जी मेरी बीवी के एक बूब्स को अपने मुँह में भरकर चूसने लगे थे और में उसके दूसरे बूब्स को अपने हाथ में लेकर मसलने लगा था. अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता मेरे मित्रगणों .   


 

 मेरे मित्रगणों  मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार अब श्रीवास्तव  जी का शेर एकदम आसमान में मुँह उठाए झटके खा रहा था. फिर श्रीवास्तव  जी अपना मुँह मेरी बीवी की नाभि पर ले गये और अपनी जीभ से गुदगुदी करने लगे और फिर नीचे जाकर उसकी चूत में अपना मुँह डालकर उसको चाटने लगे थे. अब मेरी बीवी बोल रही थी कि ओह मेरे राजा और ज़ोर से चूसो, ओह श्रीवास्तव  जी प्लीज और मज़े देकर चूसो. उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मेरे मित्रगणों   जैसे उसके चुत में माखन भरा हो.


 

 उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मेरे मित्रगणों  तभी कुछ ही देर में उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया, तो तभी श्रीवास्तव  जी उठे और मेरी बीवी की दोनों टांगो के बीच में आ गये और उसकी चूत के मुँह पर अपने लंड का सुपड़ा रखकर रगड़ने लगे. अब मेरी बीवी बिल्कुल मदहोश हुए जा रही थी और बोली कि श्रीवास्तव  जी अब और बर्दाश्त नहीं हो रहा है, प्लीज अपना लंड अंदर डालो ना. फिर तभी श्रीवास्तव  जी ने एक हल्का सा धक्का दिया तो उनका सुपाड़ा अंदर चला गया और फिर ज़ोर से एक झटका मारा तो उनका लंड 6 इंच तक अंदर जाकर उसकी चूत में फंस गया. मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू    तब तक ठीक नहीं होता.


 

 एक बात और मेरे मित्रगणों  चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है फिर तभी मेरी बीवी के मुँह से हल्की सी कराह निकली और उसने अपने दाँत पर दाँत जकड़ लिए ताकि उसकी चीख ना निकल सके. फिर श्रीवास्तव  जी ने एक ज़ोर से धक्का लगाया, अब उनका पूरा का पूरा लंड अंदर था, सिर्फ़ बॉल्स बाहर थी, तो मेरी बीवी के मुँह से आह निकली, तो तभी श्रीवास्तव  जी ने अपनी साँस रोककर अपना लंड बाहर खींचा और फिर ज़ोर से धकेल दिया और फिर इसी तरह हल्के-हल्के से अपने लंड को अंदर बाहर करने लग गये मेरे मित्रगणों  देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी.

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 मेरे मित्रगणों  चुत को चाटेने के  समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे   अब मेरी बीवी को बहुत मज़ा आ रहा था तो वो बोली कि ओह लाले इसी तरह चोदे जाओ, पूरा मज़ा दो, पहली बार इतना बड़ा लंड मिला है, किए जाओ मेरे राजा आआहह, ओह फाड़ दो मेरी चूत को, कोई कसर ना रहे. अब वो 15-20 धक्को में ही बोल गई थी और उसके मुँह से निकला ओह लाले में तो गई, ओह, आह, ओह, आह और ज़ोर से, हाँ आहहा में झड़ रही हूँ, आहह करते हुए उसने अपनी चूत के रस से श्रीवास्तव  जी के लंड को पूरी तरह से अपनी चूत से नहला दिया. मेरे मित्रगणों  मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की  को बिना पैंटी के देखा था  वाह क्या मजा आया था.


 

 मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने  को तैयार नहीं था . अब श्रीवास्तव  जी पूरे जोश में आ गये थे और उनकी कमर किसी इंजन के पिस्टन की तरह आगे पीछे हो रही थी. अब लाले जी स्पीड से दनादन धक्के लगाए जा रहे थे. फिर तभी एकाएक मेरी बीवी के मुँह से फिर से आवाज निकलने लगी ऑश, ओह लाले तूने पूरा मज़ा दे दिया, अब चूत फाड़ेगा क्या? ओह, आहह, में तो फिर गई करके एक बार फिर से उसकी चूत ने लाले के लंड को फिर से अपनी चूत के रस से नहला दिया. अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था मेरे मित्रगणों  मै पागल सा हो गया .

 

 ओह ओह ओह है कब लंड को घुसा दू ऐसा लग रहा था मेरे मित्रगणों   श्रीवास्तव  जी ने मेरी बीवी को नीचे उतारकर पलंग से उल्टा हाथ टिकाकर घोड़ी बना दिया और अपने गधे जैसा लंड पीछे से उसकी चूत में डाल दिया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगे. अब मेरी बीवी ज़ोर-ज़ोर से सिसक रही थी आहह, आआह, आज तो मजा आ गया, तुम कहाँ हो? देखो तो सही श्रीवास्तव  जी कैसे दनादन किए जा रहे है, आज तो मज़ा आअआ गया, हाँ इसी तरह से किए जाओ. मॉल था चुदाई के लायक .


 

 चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं  चोदना चाहेगा  है न मेरे मित्रगणों  आया  फिर एक बार फिर से उसकी चूत ने झटका खाया और फिर से अपनी चूत रस से श्रीवास्तव  जी के लंड को सारोबर कर दिया. फिर श्रीवास्तव जी ने फिर से अपना आसन बदला और बेड पर उसको डॉगी पोजिशन में लाकर उसकी चूत में अपना लंड पेलने लगे. अब मेरे लंड में भी सनसनी हो रही थी, अब में मेरी बीवी के मुँह की तरफ जाकर लेट गया था. उसके बूब्स क्या मस्त थे मेरे मित्रगणों  अब मै क्या कहु मेरे मित्रगणों  .


 

मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब  था  मेरे मित्रगणों   उसने मेरे लंड को अपने मुँह में भरकर आइसक्रीम की तरह चूसना शुरू कर दिया. अब उधर श्रीवास्तव  जी के धक्के से पूरा पलंग हिल रहा था और वो ज़ोर-ज़ोर से चुदाई किए जा रहे थे, जिसकी वजह से मेरा बीवी का मुँह भी हिल रहा था और मेरे लंड को पूरा मज़ा मिल रहा था. फिर तभी एकाएक श्रीवास्तव  जी के धक्के ज़ोर से बढ़ गये और उनके चेहरे पर पूरा खून जमा होकर वो एकदम श्रीवास्तव  हो गये थे. अब में समझ गया था कि वो अब अपनी चरम सीमा पर है. फिर एकाएक उन्होंने अपने लंड से पूरा शहद मेरी बीवी की चूत में छोड़ दिया. मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी मेरे मित्रगणों.

 मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे  तब मेरी बीवी की आँखें बंद हो गई थी और उसकी चूत पूरी झील बन गई थी. फिर मेरे सुपाड़े में जैसे ही वीर्य आया तो में भी झड़ गया. अब सारा शहद उसकी चूत में से निकलकर गद्दे पर गिर रहा था. फिर उस रोज दिनभर यह सिलसिला चलता रहा. अब में उनकी चुदाई देखकर मस्त हो गया था. फिर हमारा ये सिलसिला करीब 2 साल तक चलता रहा, अब उनके बेटे का ट्रान्सफर होने की वजह से वो साउथ इंडिया में चले गये है और उनके जाने से में बहुत दुखी हो गया हूँ. दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल मेरे मित्रगणों  और कुछ नहीं  लड़कियों की चुत मरने का मजा ही कुछ और है  मेरे मित्रगणों  .

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